Zindagi Urdu Shayari In Hindi : जरूरतों की फिकर में आँखें जाग रही हैं, बस इसी तरह हमारी जिन्दगी भाग रही है ! कल की बात क्यों करे अगर आज सुहाना है, हसना है और हसाना है जिंदगी का यही फसाना है !
दिन में बिछड़ गए अब रात आएगी मेरे बाद उन्हें मेरी याद आएगी
सब चले जाते हैं महफिल सेपर तेरी खुशबू नहीं जातीजिंदगी गुजरी चली जाती हैपर तेरी यादें नहीं जाती ।
बचपन कितना खूबसूरत थातब खिलौने ज़िन्दगी थेआजज़िन्दगी खिलौना है…।
⇒⇒ हमें पता है तुम हमारे नहीं हो ! किस्मत ने हम पर दया करके !
जिंदगी जन्म और मृत्यु के बीच एक छोटा सा उपहार है, इसलिए इस अंतराल में खुश रहें और हर पल का आनंद लें.!
पंछी कभी बच्चों को भविष्य के लिए !!घोसला बनाकर नहीं देते !!वो तो बस उन्हें उड़ने की कला सिखाते हैं !!
मौत ही इंसान की दुश्मन नहीं ज़िंदगी भी जान लेकर जाएगी – ‘जोश’ मलासियानी
तोड़कर जोड़# लो चाहे🙍♂️✧¸ हर चीज #दुनिया की¸#सब कुछ काबिले🧎♂️मरम्मत है#एतबार के सिवा ✧👴।
इक इश्क़ का ग़म आफ़त और उस पे ये दिल आफ़त या ग़म न दिया होता या दिल न दिया होता
मेरी तलाश का है जुर्मया मेरी वफ़ा का कसूर,जो दिल के करीब आयावही बेवफा निकला।
मेरे अलावा काफ़ी लोग है उसकीजिंदगी में,अब मैं रहूं याँ ना रहूं क्या फ़र्कपड़ता है।
एक बात बोलूंअगर जिंदगी प्यारी है तोज़िन्दगी में कभी मोहब्बत मत करना ।
खुदा से ज़माने को माँगा तो क्या किया !!खुदा से खुदा को माँगा होता तो बेहतर होता !!
वो दर्द दे गए सितम भी दे गए,ज़ख्म के साथ वो मरहम भी दे गए,ओ लफ्जो से कर गए अपना मन हल्का,हमे कभी न रोने की कसम दे गए.
कोई मस्जिद ना होती, कोई मंदिर ना होता कोई दलित ना होता, कोई काफ़िर ना होता
रहमत नेमत बरकत है, घर की बेटियां,और में दहेज़ में तुझ को क्या दूँ।
आँखें बता रही है तुम सोए नहीं रात भर किसकी यादों ने तुम्हें बर्बाद कर रखा है
तेरे जाने की खुशी में बीच सड़क पैमाना भर लिया, उतने में ही कहीं से पुलिस आई और मुझे धर लिया।
तुम अक्सर रुला देते हो मुझे,क्या मेरे दर्द से तुम्हे दर्द नहीं होता..!
मुकाम वो चाहिए की जिस दिन भी हारूँ उस दिन जीतने वाले से ज्यादा मेंरे चर्चे हो ====================================================
देखा है ज़िंदगी को कुछ इतने क़रीब से,चेहरे तमाम लगने लगे हैं अजीब से।
बात वफ़ा की होतीतो कभी ना हारतेबात नसीब की थीकुछ कर ना सके..!
हजारों उलझनें राहों में और कोशिशें बेहिसाब, इसी का नाम है ज़िन्दगी चलते रहिये जनाब
जो हो गया उसे सोचा नहीं करते जो मिल गया उसे खोया नहीं करते हासिल उन्हें होती है सफलता जो वक़्त और हालत पर रोया नहीं करते
अपना बनाकर फिर कुछ दिनो मेबेगाना बना दियाभर गया दिल हमसे और मजबूरी काबहाना बना दिया ।
मैं उस किताब का आखरीपन्ना थामैं ना होता तोकहानी खत्म न होती ….।
वो कहते हैं हम उन्हें याद नहीं करते, उन्हें कैसे बताए, याद उन्हें किया जाता है जिन्हे भूल चुके हों !!
न जाने अब मुलाकात हो न हो, जिंदगी में फिर बहार हो न हो, जाते-जाते मुस्कुरा दो कम से कम, दोबारा इस मुस्कराहट का दीदार हो न हो।
नींद आना खत्म हो जाये जहाँ से। बस ज़िन्दगी के सफर की शुरुआत, वहीं से होती है।
मेरी ज़िन्दगी🙍♂️ तुम #बन गई,#मुझे जीना 🧎♂️सिखा# दिया तुमने🧍♂️।
ना कोई झुठा काजी होता, ना लफंगा साधु होता ईन्सानीयत के दरबार मे, सबका भला होता
एक और ईंट गिर गई दीवार-ए-जिंदगी से !!नादान कह रहे हैं नया साल मुबारक हो !!
गलती न उस इंसान की नहीं जो तुम्हें छोड़ कर चला गया, गलती तो तुम्हारी है जो आज भी उस पर अटका हुआ।
लोग तो जुदा हो जाते हैं बस फिर यादें ही रह जाती है
मैंने ज़िन्दगी🙍♂️ में एक #ही बात 🧎♂️सीखी है#के इंसान को कोई# चीज़ हरा #नहीं सकती#जब तक🧎♂️ वो खुद #हार ना मान ले🧍♂️।
अगर तू न समझे दिल की बातें तो समझने की जिम्मेवारी अकेले मेरी भी नहीं, क्यूंकि ये मोहब्बत अकेले मेरी भी नहीं।
दर्द दो तरह के होते हैएक दर्द आपको दर्द देता हैऔर दूसरा दर्द आपको बदल देता है ।
मैंने मरने की दुआ मांगी जो पूरी न हुई बस इसको ही मेरे जीने की कहानी समझो
तुमको महसूस करना ही इश्क़ हैछूकर तो मैंनें उस खुदा को भी नहीं देखा..
जेब में जरा सा सूराख क्या हुआ, सिक्कों से ज्यादा रिश्ते गिर पड़े।
हासिल-ए-ज़िन्दगी #🧎♂️हसरतों के# सिवा 🙍♂️और कुछ भी नहीं,#ये किया नहीं,🧎♂️ वो हुआ नहीं,#ये मिला नहीं, वो रहा नहीं🧍♂️।
दौलत नहीं, शोहरत नहीं, न वाह वाह चाहिए, कैसे हो..? बस दो लफ्ज़ों की परवाह चाहिए !
कंधे पर #बैग 🙍♂️आज भी है#बस फर्क# इतना है ,#कि पहले🧎♂️ किताबें#लेकर घूमता था#और आज जिम्मेदारियां #लेकर🧎♂️ घूमता हूं🧍♂️।
बड़े ही अजीब हैं ये जिंदगी के रास्ते,अंजान मोड़ पर कुछ लोग अपने बन जाते हैं,मिलने की खुशी दें या न दें,मगर बिछड़ने का गम ज़रूर दे जाते हैं।
दूर तक जाना पड़ेगा !!तब जाके कही भगवान का दरबार मिलेगा !!
बस यही दो मसले जिंदगी भर ना हल हुए !!ना नींद पूरी हुई ना ख्वाब मुकम्मल हुए !!वक़्त ने कहा काश थोड़ा और सब्र होता !!सब्र ने कहा काश थोड़ा और वक़्त होता !!
तेरे जाने से तो कुछ बदला नहीं, रात भी आयी थी और चाँद भी था , हाँ मगर नींद नहीं।
बस एक झिझक है हाल-ए-दिल सुनाने में, कि तेरा भी जिक्र आएगा मेरे इस फसाने में।
भूखा पेट, खाली जेब, और झूठा प्रेम, इंसान को जीवन में बहुत कुछ सिखा जाता है.
कुछ ख़ास नहीं अब बस खामोश हूँ इस दिन की अब कहीं रात नहीं होगी यादें तो उम्र भर साथ चलेंगी पर उस बेवफा की अब कहीं बात नहीं होगी
वो शाम सुहानी थी जो गुजरी तेरे साथ, बिन तेरे अब कैसे कटेगी सारी रात, समझ लो तुम भी यह मजबूरी है दिल की, नहीं गए, तो कैसे कल फिर होगी मुलाकात।
लफ्ज ही होते है इंसान का आईना !!शक्ल का क्या है !!वो तो उम्र और हालात के साथ !!अक्सर बदल जाती है !!
परायों से जीतने में इतनी ख़ुशी नहीं मिलती जितनी कभी-कभी अपनों से हार कर मिल जाती है।
मेरी हर सांस में तू है, मेरी हर ख़ुशी में तू है, तेरे बिन जिन्दगी कुछ नहीं, क्योंकि मेरी पूरी जिन्दगी ही तू है !
कहाँ कोई मिला ऐसा जिसपे दिल लुटा देते,हर एक ने धोखा दिया किस किसको भुला देते,अपने दर्द को दिल ही में दवाये रखा,करते बयां तो महफ़िलों को रुला देते.
कहानियां हजारों है और किशशे सभीलाज़िम यही है के हम गुनगुनाते चलेआएंगी परेशानियां जिंदगी में बहुत सारीलाज़िम यही है कि हम मुस्कुराते चलें ।
ये किस मक़ाम पे लाई है ज़िंदगी हम को हँसी लबों पे है सीने में ग़म का दफ़्तर है
बदल जाती है, ज़िन्दगी की सच्चाई ऊस वक़्त.जब कोई तुम्हारा तुम्हारे सामने तुम्हारा नही होता.!
जो लोग अच्छे – लगते है, वो समझ भी लें। तो ज़िंदगी में मज़ा ही आ जाय.!!
सब कुछ #जीतने में 🙍♂️उतना# मज़ा नहीं है#जितना मज़ा इस 🧎♂️#ज़िन्दगी में दिल#हारने में आता है👴।
रोज एक नई तकलीफ रोज एक नया गम, न जाने कब ऐलान होगा कि मर गए हैं हम.
नशेड़ी तो यहाँ सब है जनाब, बस सबका नशा अलग अलग है
ए-ज़िन्दगी, इतनी ठोकरे देने के लिए शुक्रिया, चलने का न सही सम्भलने का हुनर तो आया।
समझ जाता #हूँ 🙍♂️मीठे लफ़्ज़ों #में छुपे फरेब को,#ज़िन्दगी तुझे समझने #लगा हूँ आहिस्ता#आहिस्ता🧍♂️।
कभी जो जिंदगी में थक जाओ, तो किसी को कानो कान खबर भी न होने देना, क्योंकि लोग टूटीहुई इमारतों की ईंट तक उठा कर ले जाते हैं.!
⇒मेरी गंभीरता को मेरा बदलाव न समझना, वक्त पड़ने पे जुनून और पागलपन आज भी इस्तेमाल कर लेता हूं!!
जिंदगी जख्मों भरी है वक्त को मरहम बनाना सीख लो, हारना तो मौत के समान है फिलहाल जिंदगी से जितना सीख लो!
ये बात जिंदगी की हकीकत बता रही है आज दिल तमासे कर रहा है और ज़िन्दगी तालियां बजा रही है।
नींद तो ठीक ठाक आई पर जैसे ही आँख खुली फिर वही ज़िन्दगी और वो पगली याद आई ====================================================
खुद को पढ़ते है, फिर छोड़ देते है। एक पन्ना ज़िन्दगी का, हम रोज मोड़ देते है।
बहुत तकलीफ देती है न मेरी बातेंतुम्हें देख लेना मेरी खामोशी एकदिन तुम्हें रुला देगी.!
बेहतर हैं उन रिश्तों का टूट जाना,जिस रिश्ते की वजह से आप टूट रहे हैं..Behtar hain un rishto ka tut jana,Jis rishte ki wajah se aap tut rahe hain..