Welcome Shayari For Guest In Hindi : #अतिथि सत्कार बिना हर अरदास अधूरी होती हैं अतिथि ही वो फ़रिश्ते हैं जिनके आने से आस पूरी होती हैं!!! #दिल को सुकून मिलता हैं मुस्कुराने से महफ़िल में रौनक छा गयी आपके आने से!!!
हर तरह की बे-सर-ओ-सामानियों के बावजूदआज वो आया तो मुझ को अपना घर अच्छा लगाअहमद फ़राज़
चेहरे पर हंसी और दिल में ख़ुशी होती हैसही मायनों में यहि जिंदगी होती हैऔर हसना किसी इबादत से कम नहींकिसी और को हँसा दो तो बंदगी होती है।
“ सदा रहे सबके दिलो में प्यारआती रहे खुसियो का बहाररखकर मंजिलो की ओर कदममेहमान का करे तालियोंके साथ वेलकम…!!
आखिरी बार तुम 👉 पर आया था फिर मेरा दिल ❤️ मेरे हाथ में नहीं आया…
स्वागत है यहां, हमें आपका ही था इंतजार,आपके आने तक यह दिल था बेकरार।
ख़ुश-आमदीद वो आया हमारी चौखट पर,बहार जिस के क़दम का तवाफ़ करती है।।
कौन करेगा मुझसे शादी,मुझें तो सिर्फ मैग्गी बनाना ही आता हैं..
तारो ने खुशिया बिखेरीसितारों ने महफ़िल लगाई हैआपके आगमण में तोमौसम ने भी अपनी खूबसूरती बिछायी है।
आ गयी तेरी याद दर्द का लश्कर लेकर, अब कहाँ जाएं हम दिल-ए-मुज़्तर लेकर।
कुछ परिंदे उड़ रहे हैं आँधियों के सामने,उनमें ताकत ना सही पर होसला होगा ज़रूर।इसी तरह तक आगे बढ़ते रहे तो देखना,तय समंदर तक एक दिन फासला होगा ज़रूर।
स्वागत है आपका आप समारोह की शान हैं हम चाहते हैं आपको आप हमारा अभिमान हैं
आपके हर गुनाह की माफी है,आप जो रोये तो बहुत नाइंसाफी है,आपकी आँखों में ना आये कभी पानीकियोकि,बहने के लिए तो आपकी नाक ही काफी है।”
शब्दों का वजन तो हमारे बोलने के भाव से पता चलता हैं,वैसे तो…!!दीवारों पर भी ” Welcome ” लिखा होता हैं…
“ आपके बिना ये कार्यक्रम अधूरा थाइसलिए आपका आना ज़रूरी था…!!
लगता था कोई आने को है , जो बार बार हिचकी ये आये,स्वागत है हमारे आँगन में आपका, जो चरण कमल आप के आये।
आपकी मुस्कुराहट खुशियों की आयीना हो, आपकी हर ख़ुशी जिंदगी की तरंग हो।
स्वीकार आमंत्रण किया,रखा हमारा मान,कैसे करे कृतज्ञता,स्वागत है श्री मान।
देर लगी आने में तुम को शुक्र है फिर भी आए तोआस ने दिल का साथ न छोड़ा वैसे हम घबराए तो
“ अर्ज किया है,रजवाड़े में उस रहे थे हाथी,रजवाड़े में उड़ रहे थे हाथी,इतने गौर से क्या सुन रहे,कभी देखे है उड़ते हाथी…!!
स्वीकार आमंत्रण किया, रखा हमारा मान, कैसे करे कृतज्ञता, स्वागत है श्री मान.
हम तो आपका हैं ही नहीं, फिर भी आपके आने से जीते हैं।
हम बड़े आदर से करते है अतिथि का सत्कारआपका हार्दिक स्वागत हमारा सपना हुआ साकार
इश्क़💙 कर लीजिये बेइंतेहा किताबों📚 से, एक☝️ यही हैं जो अपनी बातों🗣 से पलटा ❌नहीं करतीं!
“ आपके आने से महफ़िल में रौनक आ गयीआपके आने से चारो ओरखुशियां छा गयी…!!
आपके आने से आज ये शाम ख़ास हो गईसारे दिन की परेशानियाँ, पल भर में ख़त्म हो गई
कौन आया कि निगाहों में चमक जाग उठी,दिल के सोये हुए तरानों में खनक जाग उठी।किसके आने की खबर ले कर हवाएँ आई,रूह खिलने लगी साँसों में महक जाग उठी।
ऊपर दी गयी एंकरिंग स्क्रिप्ट को नीचे दिए गए अलग अलग इवेंट में इस्तेमाल कर सकते है बिना किसी दिक्कत के:-
“तुम क्या चले गए,बाग से तितलियां चली गईफूल मुरझाये पत्तियां राख हुई,अब और मत सताओ,गार्डन में पानी देना है,काम पर जल्दी आओ।”
खुशी होती है हमें जब आते हो आप आपकी मुस्कान और अदा ने जीता हमें आपकी धूम हमेशा रहे हमारे साथ स्वागत है आपका, हम आपका अभिनंदन करते हैं।
शब्दों का वजन तो बोलने के भाव से मिलता हैं,वैसे तो दरवाजे पर भी “वेलकम” लिखा होता हैं
इक अजीब सी बेताबी है तेरे बिन रह भी लेते हैं और रहा भी नहीं जाता…!!!
हार को जीत की एक दुआ मिल गईतपन मौसम में ठंडी हवा मिल गई।आप आये श्री मान जी यू लगा,जैसे तकलीफ को कुछ दवा मिल गई।
“ आप से मिलता हर समस्या का निवारण है,स्वागत करते हैं आपका,आप हमारी प्रेरणा का कारण हैं…!!
#इस गर्मी के सीजन में आम आयेंगे पर घर पर मेहमान ना आयेंगे ये Summer Vacation इस बार बच्चे घर पर ही बिताएंगे!!!
“ लबो पर लब्ज़ भी अबतेरी तलब लेकर आते हैं ,तेरी ज़िक्र से महकते हैं ,तेरे सज़दे में बिखड़ जाते हैं…!!!
#सौ चाँद भी आ जाये तो महफ़िल में वो बात न रहेगी सिर्फ आपके आने से ही हमारी महफ़िल की रौनक बढ़ेगी!!!
आपके आने से चमक गई गली,रोशन हुआ आकाशचारों ओर खुशी में बदला माहौल क्योंकि आप हो हमारे लिए खास
मंच संचालन की महत्वपूर्ण कड़ी होती है। अतिथियों के सम्मान में आपके शब्द, शायरी। Chief Guest के आगमन पर आप की जोश और आत्मीयता भरी आवाज़।
उस ने वा’दा किया है आने कारंग देखो ग़रीब ख़ाने काजोश मलीहाबादी
#इंतजार हैं हमें आपके आने का वो नजरे मिला के नजरे चुराने का मत पूछ ऐ सनम दिल का आलम क्या हैं इन्तजार हैं बस तुझमे सिमट जाने को!!!
पंछी ने जब जब किया पंखों पर विश्वास, दूर दूर तक हो गया उसका ही आकाश !
दिल को सुकून मिलता हैं मुस्कुराने से,महफ़िल में रौनक आती है आपके आने से
तुम्हारा आना एक खूबसूरत एहसास हैतुम साथ होतो हर पल खास है।
सुबह सुबह घरवाले ऐसे उठाते हैं,जैसे कि तीसरा विश्वयुद्ध शुरू हो गया हैं,और मैं आखरी सैनिक बचा हुआ हूँ।
हार में चाहनेवाले की दुआ मिल गई,गर्म मौसम में ठंडी हवा मिल गई,
फितरत बन चुकी हैदिल-ए-बेकरार कीअब तो आदत सी हो गई हैआपके इंतजार की
जो दिल के अच्छे होते है, उनका स्वागत करने के लिए बच्चे खड़े होते है।
आओ देश का सम्मान करें, शहीदों की शहादत याद करें, एक बार फिर से राष्ट्र की कमान, हम हिंदुस्तानी अपने हाथ धरे, आओ स्वतंत्रता दिवस का मान करें।
आप आए तो बहारोंने लुटाई ख़ुश्बूफूल तो फूल थेकाँटों से भी आई ख़ुश्बू।
मंच रौशन हुआ जगमगाहट मिली हर्ष आनंद की खिलखिलाहट मिली आपके आगमन से श्रीमान जी हर किसी को यहाँ मुस्कराहट मिली।
हार को जीत की इक दुआ मिल गई, तप्त मौसम में ठंडी हवा मिल गई, आप आये श्रीमान जी यूँ लगा, जैसे तकलीफों को कुछ दवा मिल गई.,
मत पूछ मुझसे आलम जश्न-ए-इंतज़ार काकुदरत ने अपना जादू बिखेर दिया हैआज महमां ए ख़ास कीशिरकत में
देर लगी आने में तुम को शुक्र है फिर भी आए तो, आस ने दिल का साथ न छोड़ा वैसे हम घबराए तो।
#सबके दिलों में हो सबके लिए प्यार आने वाला हर पल लाये खुशियों का बहार इस उम्मीद के साथ भुलाके सारे गम इस आयोजन का करे welcome!!!
किसी खास के लिए मैंने कब से दिल की महफ़िल को सजाया हैधड़कने जिसका नाम ले रही है, वो अभी तक नहीं आया है
मेरे जन्मदिन को और भी यादगार बनाने के लिए आप सभी का तहे दिल से शुक्रिया। यह आपके बिना कभी भी मुमकिन नहीं हो सकता था।
हसरतो ने फिर से करवट बदली है, आप आये तो बलखा के बहारें आईं।
नज़र मिलते ही खुशियों की बौछार हो, आपका स्वागत हमारे दिल के द्वार हो।
आज कुछ और नहीं बस इतना सुनो, मौसम हसीन है लेकिन तुम जैसा नहीं !
तेज हवाएं जाने क्यों आज रुखअपना बदलने लगी हैबारिश भी रिमझिम बरस कर जैसेआपके आगमन को तरसने लगी है
मीठी बात और चेहरे पर मुस्कान,ऐसे लोग ही है हमारी महफ़िल के शान.
बनाकर रख लो मुझे कैदी अपनी चाहत का बिछड़कर तुमसे मुझे जीना नहीं आता…!!!
देर लगी आने में तुम को शुक्र है फिर भी आए तोआस ने दिल का साथ न छोड़ा वैसे हम घबराए तो
मीठी बात और चेहरे पर मुस्कान, ऐसे लोग ही है हमारी महफ़िल के शान.
गया था मै तुझसे दुर बहुत कुछ पाने के लिए… पर सिवाए तेरी यादो के कुछ हासिल ना हुआ !!!!
ना जियो धर्म के नाम पर, ना मरो धर्म के नाम पर, इंसानियत ही है धर्म वतन का, बस जियो वतन के नाम पर।
रूठ गयी थी किस्मत आपके जाने सेतक़दीर ने फिर साथ दिया है आपके आने से।
दो जवाँ दिलों का ग़म, दूरियाँ समझती हैं, कौन याद करता है , हिचकियाँ समझती हैं।
आये वो हमारी महफ़िल में कुछ इस तरहकि हर तरफ़ चाँद-तारे झिलमिलाने लगे,देखकर दिल उनको झूमने लगासब के मन जैसे खिलखिलाने लगे.Swagat Shayari in Hindi
नजारे नजर से ये कहने लगे, नयन से बड़ी कोई चीज नहीं, तभी मेरे दिल ने ये आवाज दी, वतन से बड़ी कोई चीज नहीं।
धन्य हुए आज तो हम मिट गए सारे अधियारे, आँखो को बहुत सुकून आया जो आप हमारे घर पधारे।
समझने ही नहीं देती सियासत हम को सच्चाई, कभी चेहरा नहीं मिलता कभी दर्पन नहीं मिलता !