Welcome Shayari For Guest In Hindi : #अतिथि सत्कार बिना हर अरदास अधूरी होती हैं अतिथि ही वो फ़रिश्ते हैं जिनके आने से आस पूरी होती हैं!!! #दिल को सुकून मिलता हैं मुस्कुराने से महफ़िल में रौनक छा गयी आपके आने से!!!
“आँखों में आंसू और चेहरे पर नमी है,सांसो में अहले दिल में बेबसी है,पहले क्यों नहीं बताया यार,दरवाज़े में तेरी ऊँगली फसी है।”
अपने परिवार से दूर तो हो आप, पर दिल में बसे हैं हमेशा आपके साथ हम यूँही हमारी बातें बातें में।
वतन हमारा शान-ए-जिंदगी, वतन परस्ती है वफा-ए-जमी, देश के लिए मर मिटने कुबूल है हमें, अखंड भारत के सपने का जुनून है हमें।
खुशबू बनकर घर में घुल जाते हैं, आपके आने से सब मुस्कुराते हैं।
चाँदनी रात कई मुद्दतों के बाद आयी हैये मुलाक़ात कई मन्नतो के बाद आयी है
इस उम्मीद के साथ भुलाके सारे गम, इस आयोजन का आओ हम करें Welcome.
#स्वीकार आमंत्रण किया रखा हमारा मान कैसे करे कृतज्ञता स्वागत हैं श्रीमान!!!
आशा है आप नीचे दी गई स्क्रिप्ट से अतिथि आगमन, दीप प्रज्वलन, स्वागत गीत, स्वागत संबोधन तब अच्छा मंच संचालन कर पाएंगे।
देर लगी आने में तुम को शुक्र है फिर भी आए तोआस ने दिल का साथ न छोड़ा वैसे हम घबराए तो
धन्य धन्य हुए आज तो हम, मिट गये सारे अन्धियारें,आँखों को बहुत सुकून आया, जो आप हमारे द्वार पधारें.
कितने मासूम होते है ये आँखों के आँसू भी, ये निकलते भी उन के लिए हैं, जिन्हे इनकी परवाह तक नहीं होती !
की जैसे राम जी आये प्रजा को साथ लेकर,दसरथ से लगे समधी मिले सौगात लेकर ,बड़ी है सानो सौकत आपकी शोभा अनोखी है,हमारे द्वार पर आये बड़ी बारात लेकर |
चरण कमल सरोज़ो में मेरा वंदन है पधारे गए अथिति को मेरा भावपूर्वक अभिन्नन्दन है।
चूँकि इससे सभी लोगों को मुख्य अतिथि के विषय में जानकारी मिलती है और मेहमान को भी कार्यक्रम दिए जाने वाले महत्व का बोध होता है।
“ ये नन्हे फूल तब महकते हैजब खुदा की नीली छत्रिया तनती हैइस नन्हे मुन्हे फरिश्तो के लिएजोरदार तालियाँ तो बनती है…!!
वक़्त का मरहम हर जख्म को भर देता है, टूटे ख्वाब यादों के मौसम में दर्द ज़रूर देते हैं।
तेरी यादें भी मेरे बचपन के खिलौने जैसी हैं, तन्हा होता हूँ तो इन्हें लेकर बैठ जाता हूँ।
जो अच्छे और दिल के बड़े होते है, वो स्वागत के लिए खड़े होते है.
आये वो हमारी महफ़िल में कुछ इस तरहकि हर तरफ़ चाँद-तारे झिलमिलाने लगे,देखकर दिल उनको झूमने लगासब के मन जैसे खिलखिलाने लगे.
आपका स्वागत करने हम सब मिलकर आये है,चेहरे पर मुस्कान और हाथों में फूलों की माला लाये है
चाँदनी रात बड़ी देर के बाद आयी,ये मुलाक़ात बड़ी देर के बाद आयी,आज आये हैं वो मिलने मुद्दत के बाद,आज की रात बड़ी देर के बाद आयी।
आप आए तो बहारों ने लुटाई ख़ुश्बूफूल तो फूल थे काँटों से भी आई ख़ुश्बू
“देखा है तेरे आगे,सरमा कर फूलों को मुरझाते,ए पूरी दुनिया को घायल करने वाले,तुम क्यों नहीं रोज नहाते!!”
हर गली अच्छी लगी,हर एक घर अच्छा लगा,वो जो आया शहर में,तो शहर भर अच्छा लगा
रौनक दमक उठती है, नूर फैल जाता हैजब महफ़िल में आप सा कोई कदम रखता है
कौन हो सकता है आने वाला एक आवाज़ सी आई थी अभी
अतिथियों के स्वागत के बाद कुछ कार्यक्रमों में संस्था, स्कूल मैनेजमेंट की ओर से स्वागत संबोधन होता है, तो ऐसे कर सकते हैं।
अच्छा जीवन साथी और जनरल डिब्बे की सीट,सिर्फ किस्मत वालों को ही मिलते हैं..
उसने वादा किया है आने का,रंग देखो गरीब खाने का.
सबके दिलों में हो सबके लिए प्यार, आने वाला हर पल लाये खुशियों का बहारइस उम्मीद के साथ भुलाके सारे गम, इस आयोजन का करें वेलकम
“ आप आए तो बहारों ने लुटाई खुशबू,फूल तो फूल थे,कांटों से भी आई खुशबू…!!
अजीज के इन्तजार में ही पलके बिछाते हैं, महफ़िलो की रौनक खास लोग ही बढ़ाते हैं.
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आप आये श्री मान तो ऐसा लगा जैसे तकलीफों को दवा मिल गई।
सबके दिलों में हो सबके लिए प्यार,आने वाला हर पल लाये खुशियों का बहार,इस उम्मीद के साथ भुलाके सारे गमइस आयोजन का करें वेलकम.
आजाद भारत के लाल है हम, आजाद शहीदों को सलाम करते हैं।
यूँ तो जिंदगी से उम्मीद ना थीपर तुम्हारा आना बहुत कुछ कह गयाबहुत शिकवे थे हमें तुमसेलेकिन अब सब दिल मे ही रह गया।
बहुत बहुत धन्यवाद आयुष जी। आपकी सराहना ने उत्साहवर्धन किया है। बहुत आभार
“ जो दिल का हो खूबसूरत खुदाने ऐसे लोग कम ही बनाये है।जिन्हे ऐसा बनाया है आजहो हमारी महफ़िल में आये हैं…!!
“चम चम करती चाँदनीटिम टिम करते तारे..ताली कोई नई बजा रहेशोक सभा में आये क्या सारे!!”
तुमको मिल शक्ति है मुझसे बेहतर तोहमको मिल सकता है तुमसे बेहतरलेकिन तुम और हम ग़र मिल जाएं तोकुछ और नहीं हो सकते इससे बेहतर।
“ अर्ज किया है…की बाहर जाने से पहले खिंजा आ गईऔर फूल खिलने से पहले बकरी खा गई…!!!
मीठी बात और आपके चेहरे पर मुस्कान,आप जैसे लोग ही है इस महफ़िल के शान.
सजाई महफिल में भी लगती है कुछ कमी,आपके आने से मुक्कमल महफिल सजी.
ये कौन आया, रौशन हो गयी महफ़िल किसके नाम सेमेरे घर में जैसे सूरज निकला है शाम से.
अजीज के इन्तजार में ही पलके बिछाते हैं, महफ़िलो की रौनक खास लोग ही बढ़ाते हैं।
हर घड़ी चारों पहर अब एकपल की गुज़ारिश करने लगा हैएक मनचले मेहमान कीशिरकत में अब हर कोई जैसेदिन रात तरसने लगा है
स्वीकार आमंत्रण किया,रखा हमारा मान,कैसे करे कृतज्ञता,स्वागत है श्री मान.
नहीं कोई जरुरत याद रखने की हमे हम खुद ही याद आएँगे जहाँ जिक्र ऐ वफ़ा होगा…!!!
महक उठा ये आंगन जब से आप पधारे हैंएहसास होता है जैसा जन्मों से आप हमारे हैं
हमारी महफ़िल में लोग बिन बुलायें आते हैं,क्योकि यहाँ स्वागत में फूल नहीं पलकें बिछाये जाते हैं।
#ना पीछे मुड़कर देखो ना आवाज दो मुझको बड़ी मुश्किल से सीखा हैं मैंने अलविदा कहना!!!
ऐसा स्वागत कही हुई ही नहीं है, जैसी स्वागत मेरी प्यारी माँ करती है.,
“ रास्ते में बिछे कांटे फूल बन जाते हैं,जब आपके कदम हमारे द्वार आते हैं
दिल को सुकून मिलता हैं मुस्कुराने से, महफ़िल में रौनक आती है आपके आने से।
जो नहीं है मुनासिब अब तकवो भी आज मुकम्मल हो जाएगाआपके आने से जिंदगी कोआज एक नया आयाम मिल जाएगा
दिल से आपका स्वागत हम करते हैं, इस मुलाकात का सफर अनमोल होगा, ये मुलाकात हमेशा यादगार रहेगी, आपका स्वागत हमेशा दिलों में बसा रहेगा।
“ स्वागत है यहां,हमें आपका ही था इंतजार,आपके आने तक यह दिल था बेकरार…!!
अजीब सा प्यार था उसकी उदास आँखों में, महसूस तक न हुआ की मुलाकात आखरी है !
“ देखा है तुम्हारे आगे,शर्मा के फूलों को मुरझाते,ए जहाँ को घायल करने वालेतुम डिओडोरेंट क्यों नहीं लगाते…!!
महफिल को खूबसूरत बनाने मेंथोड़ी सी हमारी मदद कीजिये,अंजान बनकर मायूस नहीं बैठना है,खुलकर मुस्कुराइये और आनंद लीजिये.
दुश्मनी के लिए यह याद नहीं रहता वतन मेरा दोस्ती पर कुर्बान हैंनफरत पाले कोई उड़ान नहीं भरता दिलों में चाहत ही मेरे वतन की शान हैं
तारो ने खुशिया बिखेरी सितारों ने महफ़िल लगाई है आपके आगमण में तो मौसम ने भी अपनी खूबसूरती बिछायी है।
#कौन आया हैं की निगाहों में चमक जाग उठी दिल के सोये हुए तरानों में खनक जाग उठी किसके आने की खबर ले कर हवाएं आई रूह खिलने लगी सांसों में महक जाग उठी!!!
जिसने बस त्याग ही त्याग किए,जो बस दूसरों के लिए जिए,फिर क्यों उसको धिक्कार दो,उसे जीने का अधिकार दो।
जब आप आए दिल-ए-महफिल में तोबरसाई फिजाओं ने भी खुशबूकाटों से भरे बाग ने भी जैसे आजखुल कर लुटाई अपनी जुस्तजू
लड़कियों ने जिंदगी भर हमे गम ही दिए,जितने चाहे नंबर दिए वो सारे के सारे बंद दिए हैं..
काले गोरे का भेद नहीं, इस दिल से हमारा नाता है, कुछ और न आता हो हमको, हमें प्यार निभाना आता है।
चाँदनी रात बड़ी देर के बाद आयी,ये मुलाक़ात बड़ी देर के बाद आयी,आज आये हैं वो मिलने मुद्दत के बाद,आज की रात बड़ी देर के बाद आयी
तुझे याद करना न करना अब मेरे बस में कहाँ, दिल को आदत है हर धड़कन पे तेरा नाम लेने की।
“ खिल उठे चेहरे खिल उठी कलियाँअतिथि आये इसमंचपर ज़रा ज़ोरदार तालियां…!!
सौ चाँद भी चमकेंगे तो क्या बात बनेगीतुम आए तो इस रात की औक़ात बनेगी