1047+ Welcome Shayari For Anchoring In Hindi | मेहमान स्वागत शायरी

Welcome Shayari For Anchoring In Hindi , मेहमान स्वागत शायरी
Author: Quotes And Status Post Published at: July 28, 2023 Post Updated at: March 11, 2024

Welcome Shayari For Anchoring In Hindi : कौन आया कि निगाहों में चमक जाग उठी,दिल के सोये हुए तरानों में खनक जाग उठी,किसके आने की खबर ले कर हवाएँ आईरूह खिलने लगी साँसों में महक जाग उठी. ये कौन आया, रौशन हो गयी महफ़िल किसके नाम सेमेरे घर में जैसे सूरज निकला है शाम से.

“ सदा रहे सबके दिलो में प्यारआती रहे खुसियो का बहाररखकर मंजिलो की ओर कदममेहमान का करे तालियोंके साथ वेलकम…!!

साथ गुजरे जो पल भुला न देना,साथ गुजरे जो पल भुला न देना,रुकना मत तुम तब तकजब तक कुछ बनकर ज़माने को दिखा देना

अतिथि सत्कार बिना हर अरदास अधूरी होती है, अतिथि ही वो फरिश्ते हैं जिनके आने से आस पूरी होती है।

देर लगी आने में तुम को शुक्र है फिर भी आए तोआस ने दिल का साथ न छोड़ा वैसे हम घबराए तो

ऐ खुदा अपनी अदालत में हम सबके लिए ज़मानत रखना, हम रहे या ना रहें, हमारे दोस्तों को यूँ ही सलामत रखना||

कार्यक्रम में खुशियों का महोत्सव हो जाएगा,समंदर में लहरों का महोत्सव हो जाएगा,शोभा आपकी और हमारी दो दूनी चार होगी,जब आपकी तालियों का महोत्सव हो जाएगा…

पंख ही काफ़ी नहीं हैं आसमानों के लिए,हौसला भी चाहिए ऊंची उड़ानो के लिए।

मुहोब्बत का एक हसीं अहसास हूँ में,हर पल में घुल जून कुछ एसा खास हूँ में।पूरी उम्र जपो यद् रहे आपको,इस शाम का वो हसीं आगाज़ हूँ में।।

मिलते हो बहुत लोग है ज़िन्दगी की राहों में,मगर हर किसी में आप जैसी बात नहीं होती।

विदाई की है घड़ी है मुश्किल बड़ी कामना जीवन की तुम्हारी हो पूरी यही है शुभकामना हमारी।।

यादों के फ्रेम में आपकी तस्वीर सजायेंगे,आप तो जा रहे हैं पर हमें बहुत याद आएंगे

सौ चाँद भी आ जाएँ तो महफ़िल में वो बात न रहेगी, सिर्फ आपके आने से ही महफ़िल की रौनक बढ़ेगी.

“ स्वागत करते हैं हमारे बीच आपका,आपके आने काइंतजार था हमें बेहिसाब-सा….!!!

धन्य धन्य हुए आज तो हम, मिट गये सारे अन्धियारें, आँखों को बहुत सुकून आया, जो आप हमारे द्वार पधारें.

मिलते तो बहुत लोग है ज़िन्दगी की राहों में,मगर हर किसी में आप जैसी बात नहीं होती।।

हमारी महफ़िल में लोग बिन बुलायें आते हैं,क्योकि यहाँ स्वागत में फूल नहीं पलकें बिछाये जाते हैं.

सौ चाँद भी चमकेंगे तो क्या बात बनेगीतुम आए तो इस रात की औक़ात बनेगी।

मुस्कुराने की मकसद ना ढूंढवरना जिंदगी यूं ही कट जाएगीकभी बेवजह मुस्कुरा के देखतेरे साथ साथ जिंदगी भी मुस्कुराएगी

“ ऊँचे आसमान पंछी लेते हैं उड़ानवैसे ही अपनी मेहनत जिन्होने छुआ है आसमानपधारे हैं आज हमारे मंच पर वे मेहमानकरता हु आदरपूर्वक उनको परनाम…!!

छु ले आसमां जमी की तलाश ना कर, जी ले ज़िन्दगी ख़ुशी की तलाश ना कर| तक़दीर बदल जाएगी खुद ही मेरे दोस्त, मुस्कुराना सिख ले ख़ुशी की तलाश ना कर||

बोलने में हकलाती है परवो किसी से नहीं डरती है,उसके जैसा कोई नहींवो ही अंबर वो ही धरती है।

जो दिल का हो ख़ूबसूरत ख़ुदा ऐसे लोग कम बनाये हैं, जिन्हें ऐसा बनाया है आज वो हमारी महफ़िल में आये हैं.,

आपका स्वागत है हमारी जिंदगी में, आपकी मुस्कान हमारी पहचान है, हम जो भी कहेंगे वो सच होगा, आपका स्वागत हमेशा हमारी शान है।

हसरतों से हम आपकी राह सजातें है सपनों की दौलत हम आप पर लुटातें है ना कोई फूल है आज हमारे दामन में आपके आने पर हम पलकें बिछातें हैं

जी हाँ साथियों, यह वो अमर गीत है जिसे सुनकर हमारे दिल में इस देश पर कुर्बान हो जाने का ज़ज़्बा आ जाता है।

यह तन तेरा दिल मन तेरा, ऐ वतन कहो तो मैं मर जाऊंजब रुत आये मर मिटने की, तो कफ़न तिरंगा कर जाऊं

अब कल ही की बात देख लीजिए मैंने पूछा एक बच्चे से बेटा तुम्हरा पापा कहा है आजकल ? तो बेटा बोलो वो तो आजकल शर्मा की मम्मी के पास है

हमारी महफ़िल में लोग बिन बुलायें आते हैं, क्योकि यहाँ स्वागत में फूल नहीं पलकें बिछाये जाते हैं।

हार को जीत की इक दुआ मिल गई,तप्त मौसम में ठंडी हवा मिल गई,आप आये श्रीमान जी यूँ लगाजैसे तकलीफों को कुछ दवा मिल गई.

फिक्र करूं या जिक्र करूंआपके बिना ये सफर कैसे पूरा करूं।

जब आप आते है तो ढेरो खुशियां लाते है और हम धन्य हो जाते है Jab aap aate hai to dhero khushiya late hai aur ham dhanya ho jate hai

तारो ने खुशिया बिखेरीसितारों ने महफ़िल लगाई हैआपके आगमण में तोमौसम ने भी अपनी खूबसूरती बिछायी है।

“ स्वीकार आमंत्रण किया,रखा हमारा मान,कैसे प्रकट करें कृतज्ञता,स्वागत है श्रीमान…!!

जो खो गया उसके लिए रोया नहीं करते, जो पा लिया उसे खोया नहीं करते| उनके ही सितारे चमकते है ए दोस्, जो मजबूरियों का रोना रोया नहीं करते||

आपआये यहाँशुक्रिया मेहरबांक्याकहें आपकोहम हुयेबेजुबाँयहसभा हर्षसे होगई तरबतरनूरसे भरगया हैये साराशमाँ।

हसरतें कुछ और है, वक्त का इंतजार कुछ और है, कौन जी सका है जिंदगी अपने मुताबिक, दिल चाहता कुछ और है, होता कुछ और है !! सुभ संध्या !

खुदावंद तेरे नाम से आगाज करता हूँ तेरा बंदा हूँ तेरी रहमतों पे नाज करता हूँ। फ़कत तेरी मदद और ताक़त के भरोसे पर मुझे उड़ना नहीं आता मगर परवाज करता हूँ।

दिखा मिला जब प्यात में हमे,ज़िन्दगी में उदासी छा गयी,सोचा था छोड़ देंगे प्यार करना,पर आज मोहल्ले में दूसरी आ गयी।

बड़ी याद आती है उन दिनों कीजब हम खेला करते थे तुम्हारे साथ,अब बड़ी हो गई हो तुमकभी-कभार ही हो पाती है मुलाकात।

छात्रों ने कितना ही ऊर्जावान प्रदर्शन किया है। इस पर ही मुझे एक शेर याद आ रहा है।

सौ चाँद भी आ जाएँ तो महफ़िल में वो बात न रहेगी,सिर्फ आपके आने से ही महफ़िल की रौनक बढ़ेगी.

जैसे कि कॉलेज का फेयरवेल, अपने साथ कार्य करने वाले किसी कुलीग के फेयरवेल या ऐसे ही अन्य कई अवसरों पर हमे Farewell Speech की जरुरत पड़ती है।

दिल को सुकून मिलता हैं मुस्कुराने से,महफ़िल में रौनक आती है दोस्तों के आने से।

जब करता हूं तुमसे बातें तोमैं होता हूं अक्ल का कच्चा,प्यारी भांजी को देखकरमैं भी बन जाता हूं बच्चा।

तुम आ गए हो तो कुछ चाँदनी सी बातें होंज़मीं पे चाँद कहाँ रोज़ रोज़ उतरता है।

शुक्रिया तेरा तिरे आने से रौनक़ तो बढ़ीवर्ना ये महफ़िल-ए-जज़्बात अधूरी रहती

कल न हम होंगे न कोई गिला होगा,सिर्फ सिमटी हुई यादों का सिलसिला होगा,जो लम्हें हैं चलो हंस के बिता लें ,जाने कल जिंदगी का क्या फैसला होगा

क्या आपको पता है किकौन है महफिल की शान?,यहाँ पर आये हुए हर मेहमान.

तुम्हारे साथ ये मौसम फ़रिश्तों जैसा है तुम्हारे बा’द ये मौसम बहुत सताएगा

तुम आ गए हो ख़ुदा का सुबूत है ये भी क़सम ख़ुदा की अभी मैं ने तुम को सोचा था

ठीक नहीं कहना मेरा सबसे यह हर बार,करतल ध्वनि हो जाये तो हो जाये उपकार, बिना कहे बजती रहें हर प्रस्तुति के बाद,तड़-तड़ वाली तालियाँ तब है कोई बात…

शब्दों का वजन तो हमारे बोलने के भाव से पता चलता हैं, वैसे तो, दीवारों पर भी “वेलकम” लिखा होता हैं.

चार चांद लग जाता है आप के आने से मेरे आशियाने में Char chand lag jata hai aap ke aane se mere ashiyane me

ये नन्हे फूल तब महकते हैजब खुदा की नीली छत्रिया तनती हैइस नन्हे मुन्हे फरिश्तो के लिएजोरदार तालियाँ तो बनती है।

हवाएँज़ोर कीचलती थींहंगामा बलाका थामैंसन्नाटे कापैकर मुन्तज़िरतेरी सदाका था

“ तेरे आने पर जोहवा का झोंका आया है,पता चल गया दोस्तआज भी नहीं नहाया है…!!

ऐसा करने से लोगो को आपके संस्कारो का पता चलेगा जिस से लोगो का ध्यान आपकी और केन्द्रित होगा और श्रोते आपकी और खीचे चले आयेगे

मंजिल उनिको मिलती हीजिनके सपनो मैँ जान होती है,पंखो से कुछ नहीं होताहौसलों से उड़ान होती है।”

तुम आ गए Ho तो कुछ चाँदनी सी बातें होंज़मीं पे चाँद कहाँ रोज़ रोज़ उतरता Hai

इसी विषय को लेकर हमारी अगली प्रस्तुति जो कि एक नृत्य नाट्य प्रस्तुति है को लेकर आ रहे हैं हमारे प्रतिभागी………………….

वो आए घर Me हमारे ख़ुदा की क़ुदरत है कभीहम उन Ko कभी अपने घर को देखते हैं।

स्वागत है आपका हमारी जिंदगी में, ये दिल बेइंतेहा खुश हुआ जब आप आएं। ख़ुशी के इस पल में, साथ होते आप, ऐसा लगता है की ज़िंदगी ने खुशी से झूम उठा है।

सीने में तड़प, एक हुंकार, एक गुर्राहट पैदा करती बहुत ही शानदार प्रस्तुति । एक बार जोरदार तालियाँ इस प्रस्तुति के कलाकारों के लिये।

हमारी स्वागत में लोगबिन बुलाये आते हैक्योकि यहाँ स्वागतमें फूल नहीं पकेबिछाये जाते है

अब बारी हैं दुल्हन पक्ष की, देखो कैसे खड़े हैं भोले बनकर दुल्हन के भाई

उसने कहा क्यों मुझे टूट कर चाहा.मैंने कहा  दिमाग से खाली थी और कोई बात नही.

“ तुमको मिल शक्ति है मुझसे बेहतर तोहमको मिल सकता है तुमसे बेहतरलेकिन तुम और हम ग़र मिल जाएं तोकुछ और नहीं हो सकते इससे बेहतर..!!

Aapke saath bitane ka yeh din hai, Sab khushiyaan laya hai aapke liye. आपके साथ बिटाने का ये दिन है, सब खुशियाँ लाया है आपके लिए।

हर गली अच्छी लगी हर एक घर अच्छा लगा वो जो आया शहर में तो शहर भर अच्छा लगा

फितरत बन चुकी हैदिल-ए-बेकरार कीअब तो आदत सी हो गई हैआपके इंतजार की

“ जो दिल का हो खूबसूरतखुदा ने ऐसे लोग कम बनाये हैजिन्हे ऐसा बनाया है खुदा नेआज वो हमारी महफ़िल में आये है..!!

सौ चाँद भी आ जाएँ तो महफ़िल में वो बात न रहेगी, सिर्फ आपके आने से ही महफ़िल की रौनक बढ़ेगी.,

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