Watan Shayari In Hindi : जो अब तक ना खौला, वो खून नहीं पानी है, जो देश के काम ना आये, वो बेकार जवानी है जिंदगी जब तुझको समझा, मौत फिर क्या चीज है ऐ वतन तू हीं बता, तुझसे बड़ी क्या चीज है.
मैं मुल्क की हिफाजत करूँगाये मुल्क मेरी जान हैइसकी रक्षा के लिएमेरा दिल और जान कुर्बान हैजय हिन्द
फना होने की सम्मति कभी लिया नहीं करतेयह वतन का इश्क़ है साथियों, पूछ कर किया नहीं करते।जय हिन्द!!
चले आओ मेरे परिंदों लौट कर अपने आसमान में! देश की मिटटी से खेलो, दूर-दराज़ में क्या रखा है!
मैं ऐसे गौरवशाली हिन्दु राष्ट्र का हिस्सा होने में गर्व महसूस करता हूँ.
कभी ठंड में ठिठुर कर देख लेना, कभी तपती धूप में जल के देख लेना। कैसे होती हैं हिफ़ाजत मुल्क की, कभी सरहद पर चल के देख लेना।।
देशभक्ति तभी कामयाब रहती है जब वो किसी मानव जात या इंसानियत के साथ खिलवाड़ न हो|
जिसके कदमों में झुका सारा जहां है,वो मेरा प्यारा हिंदुस्तान है।
बाज़ी लगा देंगे अपनी जान की, जब बात चलेगी हिंदुस्तान की।
मेरे देश के वीरो को ललकार ने की कोशिश मत करो, ए दुश्मनों, वरना नाश नहीं सर्वनाश होगा।
तैरना है तो समंदर में तैरो नालों में क्या रखा हैं, प्यार करना है तो देश से करो औरों में क्या रखा है।
ये बात हवाओं को बताए रखनारोशनी होगी चिरागों को जलाए रखना.लहू देकर जिसकी हिफाजत हमने कीऐसे तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना
क्या करिश्मा है मिरे जज़्बा-ए-आज़ादी का थी जो दीवार कभी अब है वो दर की सूरत
चैन ओ अमन का देश है मेरा, इस देश में दंगा रहने दो लाल हरे में मत बांटो, इसे शान ए तिरंगा रहने दो..!
कर जज्बे को बुलंद जवान, तेरे पीछे खड़ी आवाम ! हर दुश्मन को मार गिराएंगे, जो हमसे देश बँटवाएंगे !!
खून से खेलेंगे होली अगर वतन मुश्किल में है सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है..!
खूब बहती है अमन की गंगा बहने दो, मत फैलाओ देश में दंगा रहने दो, लाल हरे रंग में मत बांटों हमको, मेरे छत पर एक तिरंगा रहने दो!
जिसने हमें देश ईमान दियारहने को जमी और आसमान दियाऐसे प्यारे मुल्क का ध्यान रखनाभारत को हमेशा महान रखना।
रंग बातें करें और बातों से ख़ुश्बू आएदर्द फूलों की तरह महके अगर तू आए
तिरंगा है आन मेरी, तिरंगा है शान मेरी! तिरंगा रहे ऊँचा सदा हमारा, तिरंगे से है धरती महान मेरी!!
ना मुझे तन चाहिए, ना धन चाहिए, बस अमन से भरा यह वतन चाहिए, जब तक जिंदा रहूँ, इस मातृभूमि के लिए, और जब मरूँ तो तिरंगा कफन चाहिए।
अनेकता में एकता ही इस देश की शान है,इसीलिए मेरा भारत महान है..!!
आज़ादी का जोश कभी कम ना होने देंगे,जब भी ज़रूरत पड़ेगी देश के लिए जान लुटा देंगे,क्योंकि भारत हमारा देश है,अब दोबारा इस पर कोई आंच ना आने देंगे..!!
एक अच्छा आदमी और एक अच्छा नागरिक बनना हमेशा एक ही बात नहीं है। हिन्दुस्तान ज़िंदाबाद
दोस्ताना इतना बरकरार रखो कि,मजहब बीच में न आये कभी,तुम उसे मंदिर तक छोड़ दो ,वो तुम्हें मस्जिद छोड़ आये कभी।
हमें हथियार उठाने पर मजबूर मत करना, वरना बंदूक हमारी होगी और निशाना तुम्हारा सर होगा।
~ नफरत बुरी है न पालो इसे, दिलो में खालिश है निकालो इसे,न तेरा न मेरा न इसका न उसका,ये सबका वतन है संभालों इसे।
आजादी का जोश कभी कम न होने देंगे, जब भी जरुरत पड़ेगी देश के लिए जान लूटा देंगे, क्योंकि भारत हमारा देश है, अब दोबारा इस पर कोई आंच न आने देंगे…
वीर जवान जो सरहद पर,हर वक़्त जान लड़ाते हैं।उनको नमन है शत शत,जो हंस हंस के खुद को लुटाते हैं।
जो देश के लिए शहीद हुएउनको मेरा सलाम हैअपने खूं से जिस जमीं को सींचाउन बहादुरों को सलाम है..
नजारे नजर से ये कहने लगे, नयन से बड़ी कोई चीज नहीं, तभी मेरे दिल ने ये आवाज दी, वतन से बड़ी कोई चीज नहीं!
आओ झुक कर करे सलाम उन्हें जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है! कितने खुशनसीब है वो लोग, जिनका खूनवतन के काम आता है!!
चैन से सोना मेरे देशवासियोक्योकि तुम्हारी रक्षा के लिएसरहद पर खड़ा जवान हैं
आज आसमान भी बहुत रोया हैकिसी गद्दार की वजह सेमेरे देश ने एक फौजी खोया है।
जो अब तक ना खौला वो खून नही पानी हैं जो देश के काम ना आये वो बेकार जवानी हैं
आजादी की कभी शाम ना होने देंगे,शहीदों की कुर्बानी बदनाम ना होने देंगे,बची है जो एक भी बूंद लहू की तब तक,भारत का आँचल नीलाम ना होने देंगे..!!
अपनी धरती अपना हैं ये वतन, मेरा है मेरा है ये वतन, इस पर जो आख उठाएगा, जिंदा दफना दिया जाएगा मुझे जान से भी प्यारा है ये वतन..
सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा,हम बुलबुले हैं इसकी ये गुलसिता हमारा..!!
अब तो मेरी कलम भी रो पड़ी है,शहीदों की शहादत लिखते लिखते।
वतन हमारा ऐसा कोई न छोड़ पाये, रिश्ता हमारा ऐसा कोई न तोड़ पाये, दिल एक है एक है जान हमारी, हिंदुस्तान हमारा है हम इसकी शान है..
ए वीरों जोश ना ठंडा हो पाए कदम मिलकर चल,माँ कसम मंजिल तेरे कदम चूमेगी आज नही तो कल।
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-क़ातिल में है
अगर मोहब्बत करनी है तो तिरंगे से करो,ये धोखा नहीं देता है मरने पर भी साथ लिपटकर चला आता है।
चीर के बहा दूं लहू दुश्मन के सीने का,यही तो मजा है फौजी होकर जीने का!🙏🙏
तिरंगा है आन मेरीतिरंगा ही है शान मेरीतिरंगा रहे सदा ऊँचा हमारातिरंगे से है धरती महान मेरी
चलो चलते हैं मिलजुल कर वतन पर जान देते हैं,बहुत आसान है कमरे में वंदेमातरम कहना..!!
अगर कुछ करना ही है अपने देश के लिए तो बस इतना ही कर देना की आपका नाम सुनहरे शब्दों में भारत के इतिहास के पन्नों में लिखा जाए|
मैं इस देश का सिपाही हु मरते दम तक अपने देश के लिए लडूंगा जान बसती हैं मेरी, इस देश की मिटटी मेंजान देकर इसकी रक्षा करूँगा
खेल गया वो खून की होली, खा कर अपने सीने पे गोली, दब गई उस मासूम की बोली, देश के लिए लगा गए अपनी जान की बोली.
चलो फिर से खुद को जगाते है, अनुसाशन का डंडा फिर घूमाते है, सुनहरा रंग है गणतंत्र स्वतंत्रता का, शहीदों के लहू से ऐसे शहीदों को हम सब सर झुकाते है…
खुशबू मेरे वतन की सांसो में इस तरह घुल गई हैकि जब भी कुछ बोलता हूं और सोचता हूंतो जय हिंद, वंदेमातरम ही याद आता है।
वतन हमारा ऐसा कोई न छोड़ पाये, रिश्ता हमारा ऐसा कोई न तोड़ पाये, दिल एक है एक है जान हमारी, हिंदुस्तान हमारा है हम इसकी शान है..
चलो फिर से खुद को जगाते हैदेशभक्ति की परिभाषा फिर सुनाते है
आरजू बस यही हैमेरी हर सांस देश के नाम होजो सिर उठे तो मेरे सामने तिरंगा होजो सिर झुके तो वतन को प्रणाम हो।
इश्क तो करता है हर कोईमहबूब पे तो मरता है हर कोईकभी वतन को महबूब बना के देखोतुझ पे मरेगा हर कोई
वीरों ने बलिदान दिया था हिन्दुस्तान बनाने कोतुमने हिन्दू-मुस्लिम बना दियाछोड़ो ये मजहबी झगड़े, आओ सब मिलकरफिर नया हिन्दुस्तान बना दे।
“स्वतंत्रता का अर्थ जिम्मेदारी है, इसीलिए ज्यादातर लोग इससे डरते हैं” -जॉर्ज बर्नार्ड शॉ
*देश के लिए मान रहेहर दिल में हिंदुस्तान रहेसिर्फ 26 जनवरी को ही नहींभारत माँ के लिए हर दिन साँस रहे।
जो इस देश का करना नमन छोड़ दे,उससे कह दो की मेरा वतन छोड़ दे, जिसे उसका मजहब प्यारा है देश नहीं, वो इस देश की मिट्टी में होना दफन छोड़ दे।
हर रोज न सही मगर आज तो ये काम करें, जहाँ भी तिरंगा दिखे सर उठाकर सलाम करें।
वतन हमारा ऐसे न छोड़ पाए कोई, रिश्ता हमारा ऐसे न तोड़ पाए कोई, दिल हमारे एक है एक है हमारी जान, हिंदुस्तान हमारा है, हम है इसकी शान.
जो अब तक ना खौला, वो खून नहीं पानी है जो देश के काम ना आये, वो बेकार जवानी है !!
आजादी की कभी शाम ना होने देंगे,शहीदों की कुर्बानी बदनाम ना होने देंगे,बची है जो एक भी बूंद लहू की तब तक,भारत का आँचल नीलाम ना होने देंगे..!!
आन देश की शान देश की देश की हम संतान हैं,तीन रंगों से रंगा तिरंगा अपनी ये पहचान हैं..!!
जो अब तक ना खोला वो खून नहीं पानी है जो देश के काम ना आये बेकार वो जवानी है।
ना मरने का डर न जन्नत की आरजूजब भी ज़िक्र हो शाहिदो की कुर्बानी काकाश उसमें मेरा भी नाम आए।
लड़ें वो वीर जवानों की तरह, ठंडा खून फ़ौलाद हुआ, मरते-मरते भी मार गिराए, तभी तो देश आज़ाद हुआ.
अब तो मरना जीना बस तिरंगे के नाम होगा,अगला जन्म लिया तो मेरा देश हिंदुस्तान ही होगा।
कुछ न कुछ तो बात है मिटटी में मेरे देश की,लोग शरहद से छुपकर आते हैं मेरे देश की मिटटी में दफ़न होने के लिए
हम हाथ मिलाना भी जानते है उखाड़ना भी हम गांधी जी को भी पूजते है और चंद्रशेखर आज़ाद को भी
कुछ नशा तिरंगे की आन का है, कुछ नशा मातृभूमि की मान का है, हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा, नशा ये हिन्दुस्तान की शान का है….
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पे मर मिटने वालों का बाकी यही निशां होगा
मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए बस अमन से भरा यह वतन चाहिए| जब तक जिन्दा रहूं, इस मातृ-भूमि के लिए और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिये..!