Wada Shayari In Hindi : वादा किया है तो निभाएगे,सूरज की किरण बनकर तेरी छत पर आएगे.हम है तो जुदाई का गम कैसा,तेरी हर सुबह को फूलों से सजाएगे. तुमसे ही रूठेंगे औरतुमको ही मनायेंगे,हमेशा साथ रहने काहम वादा निभायेंगे।
वादा खिलाफी मेने नहीं करी हर वादे को निभाया है, मुझे मुनाफ़िक़ ना समझ रिश्तो मै, हर रिश्तो को दिल से निभाया है।
बड़े ही अदब से यह प्यारा एहसास मिला, किस्मत में रब ने बहन तेरा साथ लिखा।
हर नजर में मुमकिन नहीं है बेगुनाह रहना, वादा ये करें की खुद की नजर में बेदाग रहें।
हर बार मैं लड़ूंगा ये इरादा ना था, हर बार मैं पुकारूं ये वादा ना था।
यूँ तो वादे कई थे खुशनुमा दौर केएक वादा निभाओ तो मानू तुम्हें,हाथ थामा था तुमने जवाँ जोश मेंतुम ख़लिश में भी थामों तो मानू तुम्हें.
कहते है प्यार में लोग जान तक दे देते है,पर जो किसी को टाइम नहीं दे सकता,वो जान क्या देगा।
मैंने तो फना कर दी अपनी जिंदगी,तुमको माना रब तू ही से की बंदगी।तुम्हारे धोखे को दिल समझ ना पाया,दिल प्यार में क्या खूब सजा पाया।
कोई दिल से चाहने वाला ठुकराया होगा तुमने भी जिस रास्ते पर खुद आज हो तुम ये दिखाया होगा तुमने भी
ना जाने जिंदगी का ये कैसा दौर है, घर खामोश है, और आॅनलाइन शोर है.!
अगर मैं रूठूं तो वो मना लेती है, बहन ही है जो हर रिश्ता निभा लेती है।
वादा भी करो तो निभाओ शिद्दत से,हर बात करो मोहब्बत से।क्योंकि सच्चा प्यार करने वाले दिल तोड़ कर जाते नही,हमेशा प्यार को यूं आजमाते नहीं।
ये वादा हैं हमारा, ना छोड़ेंगे कभी साथ तुम्हारा जो गए तुम हम भूल कर कहीं, ले आएंगे पकड़ कर हाथ तुम्हारा
सुना है वो कह कर गये है के अब तो हम,सिर्फ़ तुम्हारे ख्वाबो मैं ही आएँगे,कोई कह दे उनसे की वो वादा कर ले हम से,ज़िंदगी भर के लिए हम सो जाएँगे…
वादा नहीं विकास करेंगे जब होगा साथ महिलाओं,पुरुषों और बूढ़ों का तो सारे गाँव मे बदलाव की लहरलाएँगे।
वादा खिलाफी करना तब आसान हो जाता है, जब दिल की जगह पर दिमाग बोलने लगता है।
झूठे वादे मत किया करो,जबर्दस्ती बात मत किया करो।दिल चाहे तो रहो मेरे साथ,दिल को मजबूर मत किया करो।
मोहब्बत करना भी ज़रूरी है और जताना भी, वादे अगर किये किसी से तो ज़रूरी है उन्हें निभाना भी।
यह भी कोई वादा खिलाफी की हद है, हिसाब अपने दिल से तो लगा कर देखो, क़यामत का दिन आ गया रफ्ता रफ्ता, मुलाकात का दिन बदलते बदलते।
वही प्रत्याशी क्षेत्र मे अच्छा है जो वादे का सच्चा हैलोगों की रोजी रोटी न छीने ऐसा ही इलैक्शन अच्छा है।
आपकी पलकों पर रह जाये कोई! आपकी सांसो पर नाम लिख जाये कोई! चलो वादा रहा भूल जाना हमें! अगर हमसे अच्छा दोस्त मिल जाये कोई ।।
हम क्यों अफसोस करें किसी के न मिलने का !!अफसोस तो वो करें जिन्हें हम न मिले !!
भाइयों की हर खूबियों को जानती हैं बहनें,उनकी हर कमियों को पहचानती हैं बहनें,तभी तो उन्हे सबसे ज्यादा मानती हैं बहनें।
मैंने तुमसे प्यार नहीं किया था !!मैंने तो उस शख्स से प्यार किया था !!जिसका झूठा दिखावा तुमने किया था !!
हाथो की लकीरे देख कर ही रो देता है अब तो ये दिल,इसमें सब कुछ तो है पर एक तेरा नाम ही नही।
किसी की चाहत पे ज़िंदा रहने वाले हम ना थे;किसी पर मर मिटने वाले हम ना थे;आदत सी पड़ गयी, तुम्हे याद करने की;वरना किसी को याद करने वाले हम ना थे।
हर पल यही सोचता रहा,के कहा कमी रह गयी थी मेरी चाहत में,उसने इतनी शिदत्त से मेरा दिल तोड़ा,के आज तक नहीं संभल पाए।
अपनी हार से सीख लेने वाला,कभी भी हारता नही हैं..Apni haar se sikh lene wala,Kabhi bhi haarta nhi hain..
दिन गुज़ारा था बड़ी मुश्किल सेफिर तेरा वादा ए-शब याद आया
ज़िन्दगी के सफर मेंकभी कभी ऐसा भी होता है,मंजिल पास आते हीरास्ते खुद बदल जाते हैं.
भले ही तम्मना रखते है चुनाव जीतने का लेकिनइरादा है दिल मे सिर्फ गाँव के विकास का।
एक वादा तुमने भी किया थातुम भूल गए शायदकसमें तुमने भी खाई थीतुम भूल गए शायद।
प्यार की राह में हमें यूअकेला छोड़कर जाने वाले जातुझे आज मैंने तेरी सारीकसम और वादो से आज़ाद किया।
हर वादा पूरा करना भी एक वादा होता है, किसी से इश्क़ करके न बताना भी इश्क़ होता है।
भीड़ हो चाहे तन्हाई हो, कभी न छोड़े जो साथ, बहन तुम वो परछाई हो।
किया था वादा आने कालेकिन आप निभाना भूल गये,आग तो लगा दी मेरे दिल मेंलेकिन बुझाना भूल गये.
रिश्तों की सिलाई अगर भावनाओं से हुई हैतो टूटना मुश्किल है, और अगर स्वार्थ से हुई हैतो टिकना मुश्किल है।
आज तक रखे हैं पछतावे की अलमारी में,एक दो वादे जो दोनों से निभाये ना गए।
अधूरा प्यार करती हो और मुस्कुराती हो,झूठे वादे करके सब को छोड़ जाती हो।
मैं पागल था जो भूल गयाकी वादे किए जाते हैं ताकीवक्त आने पर उन्हे तोड़ सके।
किसी को फूलों में ना बसाओ,फूलों में सिर्फ सपने बसते है,अगर बसाना है तो दिल में बसाओ,क्यूंकि दिल में सिर्फ अपने बसते है।
यह दिल तुम्हारे प्यार पर हारा है,इसको एक पल भी दूरी नहीं गवारा है।फिर तुम चाहे रिश्ता निभाओ या भूल जाओ,झूठे वादे या फिर मुझे भूल जाओ।
जो पूरे नहीं कर सकतेवो वादें क्यूँ करते हो,अगर जो निभा नहीं सकतेऐसा प्यार ही क्यूँ करते हो।
उसका वादा था के इक दिन दुनिया बदल दूँगी तुम्हारी, वादा निभाया उसने बदल कर बदल दी दुनिया हमारी।
समय चेतावनी देता रहा हर पल,और हम उसे नजरअंदाज करते रहें।हर पल एक नया धोखा खाते रहे,फिर भी तुम पर मरते रहे।
हर पल के रिश्ते का वादा हैं तुमसेअपनापन कुछ इतना ज्यादा हैं तुमसेकभी ना सोचना के भूल जायेंगे तुम्हेज़िन्दगी भर का साथ देंगे ये वादा है तुमसे
उनके सारे वादे मैंनेदिवार पर लिख दिएफिर मैंने देखा की दिवारपर दरारे आने लगी।
भरोसा तोड़ने वाली शायरी ना जाने मिजाज ए इंसान पर यह केसी अजीब कैफियत तारी है, एक पल में वादा करने वाले, दूजे ही पल वादा खिलाफ है।
दिल का तमाशा देखा नहीं जाता,टुटा हुआ सितारा देखा नहीं जाता,अपनी हीसे की सारी ख़ुशी आपको दे दूँ,मुझसे आपका ये उदास चेहरा देखा नहीं जाता।
सात फेरो में वादे दिए थे, सात जनम तक साथ निभाएंगे, हम भी पागल भूल गए थे, की वादे तो वो तोड़ने के लिए ही करते है।
जख़्म इतना गहरा हैं इज़हार क्या करें,हम ख़ुद निशां बन गये ओरो का क्या करें,मर गए हम मगर खुली रही आँखे हमरी,क्योंकि हमारी आँखों को उनका इंतेज़ार हैं।
मुझे समझती है, मुझे परखती है, क्योंकि वह बड़ी है, चाहे रहूं गलत या सही, हर हालात में बहना मेरे साथ खड़ी है।
कोई नहीं रहेगा भूखा, न कोई रहेगा पीड़ित, न कोईरहेगा अशिक्षित बेरोजगार चुनाव जीतकर सबको देंगेउनके अधिकार।
पल भर का भरोसा नहीं है जिंदगी का, मैं तुमसे उम्र भर का वादा कैसे करूं।
प्यार करो तो टूट कर,ताकि आजमाने की गुंजाइश ना हो।और जताने की जरूरत ना पड़े,सिर्फ देखकर ही वफा का अंदाजा लग जाए।
क्या कहे हम उससे जो प्यार की कस्में खाकर,उन कस्मों को निभा ना सका।बेपनाह चाहते हैं हम उसे,वो हमारी चाहत को अपने दिल में बसा ना सका।
वादा है मेरा तुम्हारा हाथ नही छोड़ेंगे,मरते दम तक तुम्हारा साथ नही छोड़ेंगे.
हर पल साथ देने का वादा करते हैं तुझसे,क्यों अपनापन इतना ज्यादा है तुझसे,कभी ये मत सोचना भूल जायेंगे तुझे हम,हर पल साथ निभाने का वादा है तुझसे।
उसका हुनर भी कमाल का थावादा करती और फिर मुकर जाती।
मैंने भी ‘चेंज’ कर दिया हैजीवन का उसूलजो #याद करेगासिर्फ वो ही_याद रहेगा.
क्यों वादा करकेनिभाना भूल जाते हैं,लगा कर आग फिर वोबुझाना भूल जाते हैं।
ना करना कभी वादा खिलाफी, उसके दरबार में नहीं मिलती कभी माफ़ी।
जिंदगी में बहन के होने का तो यही एहसास है, रहे कितनी भी दूर वो लगे ऐसा जैसे आस-पास है।
कोई एक तो वादा निभा दिया होता, मेरी वफाओ का कुछ तो सिला दिया होता, तबाह करना था अगर प्यार मे मुझको, खुद अपने हाथो से मुझे मिटा दिया होता
पाया तुम्हे तो सपने सच लगने लगे;तुम अज़नबी आज अपने लगने लगे;होता नहीं यकीं खुद की किस्मत पर;तुम मेरी धड़कन मे बसने लगे।
मुझसे किया वो एक वादा ताउम्र निभाना है आपको, हर हालात में खुद को सँभालना है आपको।
चांद लाने का वादा मत करो, चांद की तरह मेरे साथ चलने का करो।
वफ़ा से निभाएंगे, ऐसा वादा करो, महज़ इश्क़ है, मत दावा करो।
वो दिन याद है मुझे जब बैठतेरे से हर वादा किया,तुमने मगर आधा कियामैने हद से ज्यादा किया।
कौन कहता है मोहब्बत में सब कुछ छिन जाता है,एक दर्द का तो हफा अधूरे प्यार करने वाले को मिल जाता है!
हर परेशानी में बहन तेरा साथ होता है, लड़ना – झगड़ना और फिर मनाना, यह बस तेरे ही साथ अच्छा लगता है, इसलिए यह रिश्ता सबसे खास होता है।
वर्षो बाद उन्हें फिर से वो वादा याद आ गया,मुझको देखा मुस्कुराया,और खुद ब खुद बाहों में समां गया …
वादा जो उसका कभी पुरा ना हुआ, प्यार जो उसके लिए मेरा कभी कम ही ना हुआ।