Train Shayari In Hindi : तुम ठहरी CBSE टॉपर, मैं बिहार बोर्ड में फिल प्रिये, मैं हूँ भोजपुरिया खांटी, तू इंग्लिश में रेलम रेल प्रिये. इश्क ना हुआ रेल हो गई, देरी से भी आती है, इंतजार भी कराती है और अगले ही स्टेशन पर बेवफा भी हो जाती है.
मत पूछना कहाँ से निकले कहाँ पहुंचे हम, खुश है समझदार नहीं जो ज्यादा सोचें हम ||
मंजिल दूर और सफ़र बहुत है,छोटी सी जिन्दगी की फिकर बहुत है मार डालती ये दुनिया कब की हमे लेकिन माँ की दुआओं में असर बहुत है ||
बस एक नजर है ले-दे के अपने पास,क्यूँ देखें ज़िन्दगी को किसी की नज़र से।
ख्वाहिश इतनी है कि मंजिल मिल जाए मौत से पहले ||
प्रवासियों के लिए ख़ुशी का सबसे बड़ा पैगाम होता है, जब गाँव की रेल की रिजर्वेशन लिस्ट में अपना नाम होता है.
फरिश्तें आ कर उन के जिस्म पर ख़ुश्बू लगाते है, जो बच्चे रेलों के डिब्बों में झाडू लगाते है.
NA लड़कियों में INTEREST था ना पढाई का जज्बा था,बस 3-4 YAAR मिल गए और LAST BENCH पर कब्जा था।
जिंदगी में कई दोस्त बनाना एक आम बात हैं लेकिन,एक ही दोस्त से जिंदगी भर दोस्ती निभाना खास बात हैं।
बदनामी से बेहतर गुमनामी में जी लेंगे, बेईमानी से नाम कमाने से बेहतर हम बेनामी ही जी लेंगे ||
हमसफ़र साथ हो तो बुढ़ापे में भी, खूबसूरती झलकती है !!
ज़िन्दगी से मौत तक के सफर को ही ज़िन्दगी कहते हैं ||
पूराने साल को भले भूल जाये, पूरानी दोस्ती को नही भूलेंगे।
रिश्तें भी नफा-नुकसान के खेल बन गये है, प्लेटफार्म पर आती-जाती रेल बन गये है.
नींद भी कमबख्त भारतीय रेल हो गई, आजकल समय पर आती नहीं.
एक हमसफर को दूसरे की कद्र करनी चाहिए ! क्योंकि यही प्यार का आधार होता है !!
चाहा है तुझको तेरे तगाफुल के बावजूद,ऐ ज़िन्दगी तू भी याद करेगी कभी हमें।
जब साथ हो तुम हमसफर के रूप में, तुम्हारे साथ चलने को तैयार है कड़ी धूप में !
पूरा जीवन ट्रेन में यात्रा करने केबाद मैंने अपने अनुभव से यहसीखा कि कुछ भी हो जाएँलेकिन ट्रेन कभी पंचर नही होती है.
दुश्मन के सितम का खौफ नहीं हमको,हम तो दोस्तो के रूठ जाने से डरते है।
रेल की पटरियों की माफ़िक है ये जिन्दगी, साथ-साथ चलती है फिर भी कोसो दूर है ये जिन्दगी.
रौनक आ गई है मेरे जीवन में यहां वहां, तुम सा हमसफ़र होगा कहाँ ।
हमसफर खूबसूरत हो या ना हो, लेकिन सच्चा होना चाहिए !
तुम जैसे अमलियों का सहारा है दोस्तों,यह दिल तुम्हारे प्यार का मारा है दोस्तों।
माना ट्रैन मुसाफिरों को ज्यादा प्यार नहीं देती है,मगर मंजिल आने पर जरूर उन्हें उतार देती है.
ये रास्ता मुझे समझ नहीं आता, मुसाफ़िर हूँ मैं और मंजिल का कुछ पता नहीं ||
ट्रेन को कहते है लोहपथगामिनी, तुम मेरी दिल की धड़कन हो यामिनी.
जो पढ़ा है उसे जीना ही नहीं है मुमकिन,ज़िंदगी को मैं किताबों से अलग रखता हूँ।
बिन कहे ही तूने मुझे सब कुछ दे दिया है, आंखों से आंसू और दिल से सारा दर्द ले लिया है !
बेहिसाब हसरतों के बीच, तलाश सब की एक ही है एक टुकड़ा सुकून का।
मेरा स्टेटस सिर्फ एक Trailer है…पूरी Film देखनी है तो मुझसे दोस्ती करनी पड़ेगी।
"अब जाना मैंने ज़िंदगी क्या है, सफर में भी हूँ लेकिन जाना कहीं नहीं है।"
तू किसी रेल सी गुजर गई, मैं कोई स्टेशन सा थम गया, मैं रहता हूँ बस इसी इन्तजार में, कब फिर तेरा सफर यहाँ खत्म होगा.
सामने मंजिल थी और पीछे उसका वजूद, क्या करते हम भी यारों, रुकते तो सफर रह जाता चले तो हमसफर रह जाता !
ना जाने जिंदगी का ये कैसा दौर है, घर खामोश है, और ऑनलाइन शोर है
वो गुजर गई मेरे जीवन से, एक तेज रफ़्तार रेल की तरह, और मैं थरथराता रह गया, एक खाई पर लटकते हुए पुल की तरह.
रेल की पटरियों पर दौड़ती जिन्दगी की रेल, रेल की पटरियों पर दम तोडती जिन्दगी की खेल.
ये फिजाएं ये घटाएं कुछ कहती हैं, के छोड़ ये इश्क़ ये मोहब्बत दोस्ती भी कोई चीज होती है।
हम वक्त और हालात के साथ ‘शौक’ बदलते हैं, दोस्त नही … !!
तुम ठहरी CBSE टॉपर, मैं बिहार बोर्ड में फिल प्रिये, मैं हूँ भोजपुरिया खांटी, तू इंग्लिश में रेलम रेल प्रिये.
तू किसी रेल सी गुजर गई, मैं कोई स्टेशन सा थम गया, मैं रहता हूँ बस इसी इन्तजार में, कब फिर तेरा सफर यहाँ खत्म होगा.
भारतीय ट्रेन सी हो गई है जिंदगी की रफ़्तार, जैसे मैं माया के जाल में हो गया हूँ गिरफ़्तार.
हमसे खुले आम दुश्मनी कर लेना, लेकिन दिखावे की दोस्ती मत करना..।
कुछ ज़रूरतें पूरी तो कुछ ख्वाहिशें अधूरी, इन्ही सवालों के जवाब हैं ज़िन्दगी
खुलकर हंसे एक जमाना हो गया तुझसे मिले थे कभी, एक फसाना हो गया।
Luck तो हर किसी का है यार, Butऐसे दोस्त पाने के लिये Goodluck चाहिये !!
दिल को मेरे लोगों ने कोई खेल समझा है, जो रहता है जल्दी में वो मुझे रेल समझा है.
मौत से कैसा डर. मिनटों का खेल है, आफत तो जिंदगी है बरसों चला करती है.
मेरा उसका साथ है ऐसे जैसे हो रेल की पटरियां जो मीलों तक साथ निभाए पर इक ना होने पाए.
सफर ऐ ज़िन्दगी हर क़दम कुछ नया दिखाती है, कभी जीत से मिलाती है तो कभी सिखाती है ||
इश्क ना हुआ रेल हो गई, देरी से भी आती है, इंतजार भी कराती है और अगले ही स्टेशन पर बेवफा भी हो जाती है.
थक गया हूँ तेरी नौकरी से ऐ ज़िन्दगी अब बेहतर होगा तू मेरा हिसाब कर दे ||
दिल को मेरे लोगों ने कोई खेल समझा है, जो रहता है जल्दी में वो मुझे रेल समझा है.
आगे सफर था और पीछे हमसफर था रुकते तो, सफर छूट जाता और चलते तो हमसफर छुट जाता !
जिंदगी की राहो में मिलेंगे तुम्हें हजारों हमसफर, लेकिन उम्र भर भूल ना पाओगे वह मुलाकात हूँ मैं !
अपनी जिन्दगी भारतीय रेल की तरह है, लेट हो सकती है पर मंजिल पर जरूर पहुंचेगी. Train Shayari
ये उमर, वक्त, रास्ता, गुज़रता रहा सफ़र का ही था मैं सफ़र का रहा ||
"आज फिर तेरी यादों के सफर में खो गया, ना मंज़िल मिली ना सफर पूरा हुआ।"
"ज़िंदगी के सफर में किसी के साथ का क्या भरोसा, अकेले आये थे अकेले जाना है।"
ये ज़िन्दगी वो दौड़ है जहाँ चलना भी ज़रूरी है, यहाँ हवाओं में उलझना भी ज़रूरी है और अंगारों में जलना भी ज़रूरी है ||
सफर करने से ज़िंदगी का अनुभव बढ़ता है ||
रेल की पटरियों पर दौड़ती जिन्दगी की रेल, रेल की पटरियों पर दम तोडती जिन्दगी की खेल.
बड़ा मुश्किल है जज्बातों को अल्फाजों में लिखना जैसे पानी पर, पानी से, पानी लिखना।
"ज़िंदगी के सफर के पड़ाव कई बिता दिये, पर किरदार हमारा है के कुछ बदलता नहीं।"
दिल में ठहर जाते हो तुम ऐसे, रेल का आखिरी स्टेशन हो जैसे.Train Status
ये सफ़र है, लगता है अब मेरा कोई घर नहीं, ताउम्र सफ़र में बिता दी ज़िंदगी मैने, अब लगता है कि सफ़र का हि हूँ मैं ||
एक जीवन जन्म कितने झेला हुआ.मुझ में शामिल हुआ तो यह मेला हुआअपने हिस्से का सब मुझको जीते गए मैं अकेला ही था तो अकेला हुआ.
मुझे पागलो से दोस्ती करना पसंद है साहब,क्योंकि मुसीबत में कोई समझदार नहीं आता..!
अपनी जिन्दगी भारतीय रेल की तरह है, लेट हो सकती है पर मंजिल पर जरूर पहुंचेगी.Train Shayari
मेरा उसका साथ है ऐसे जैसे हो रेल की पटरियां जो मीलों तक साथ निभाए पर इक ना होने पाए.
ज़िन्दगी में ऐसे लोग भी होते है,जिन्हें हम पा नही सकते सिर्फ चाह सकते है।
"ज़िंदगी एक सुहाना सफर है अगर साथ एक मनचाहा हमसफ़र है।"
राह-ए-वफ़ा में कोई हमसफर जरूरी है, ये रास्ता कहीं तनहा कटे तो मुश्किल है, जहाँ भी जाऊँ ये लगता है तेरी महफ़िल है !