853+ Taqdeer Shayari In Hindi | तकदीर शायरी

Taqdeer Shayari In Hindi , तकदीर शायरी
Author: Quotes And Status Post Published at: September 25, 2023 Post Updated at: February 5, 2025

Taqdeer Shayari In Hindi : तक़दीर के आईने में मेरी तस्वीर खो गई आजहमेशा के लिए मेरी रूह सो गई मोहब्बतकरके क्या पाया मैंने वो कल मेरी थीआज किसी और की हो गई….! मुझे मालूम है मेरा मुक़द्दर तुम नहीं,लेकिन मेरी तक़दीर सेछुप कर मेरे इक बार हो जाओ.

किस्मत को छोड़ सकता नहीं वक़्त के हाथों में,तक़दीर के संगीत में, मैं साज़ में होता हूँ.

तेरे दामन में गुलिस्तान भी हैं वीराने भी,मेरा हासिल मेरी तकदीर बता दे मुझको.

मैने बिना मतलब निकाले रिश्ते निभाने वालाइंसान देख है इस जहान में केवल माँ ही हैजिसकी नज़र से मैने यह आसमान देखा है” मेरी माँ “.

हसीं यादों के कुछ मौसम उसे अरसाल करने है फ़राज़,सुना है शब को तन्हाई उसे सोने नहीं देती

पत्थर से पत्थर टकराएगा तो आग लगेगी,हमसे जो टकराएगा उसकी वाट लगेगी।

“तक़दीर अगर सच न होती तो कुछ काम न होता।” “If destiny was not true, nothing would be possible.”

अपनी तक़दीर की आजमाइश ना करअपने गमो की नुमाइश ना करजो तेरा है तेरे पास खुद आएगारोज रोज उसे पाने की ख्वाहिश ना कर

नहीं समझ पाटा इस दिखावे से क्या मिल जाता हैवो हाथ पर माँ खुदवाकर वृद्धाश्रम मिलने जाता है

इंसान का अमीर होना जरूरी नहीं है, जमीर होना जरूरी है !!

तकदीर के खेल सेनाराज नहीं होते |जिंदगी में कभीउदास नहीं होते |हाथों किं लक़ीरों पेयक़ीन मत करना |तकदीर तो उनकी भी होती हैं ,जिन के हाथ ही नहीं होते |

मैं तेरे नसीब की बारिस नहींजो तुज पे बरस जाऊ।।तुझे तक़दीर बदल निहोगी मुझे पाने के लिए

वक़्त सिखा देता है इंसानको फ़लसफ़ा जिन्दगी काफिर तो, नसीब क्या,लकीर क्या और तकदीर क्या

तकदीर ने यह कहकर,बङी तसल्ली दी है मुझे कि, वो लोगतेरे काबिल ही नहीं थे,जिन्हें मैंने दूर किया है

मरम्मत चल रही है ज़िन्दगी की …जल्द ही उठेंगे तूफ़ान लेकर..

मेहरबानी जाते-जाते मुझपे कर गयागुज़रता सा लम्हा एक दामन भर गयातेरा नज़ारा मिला, रौशन सितारा मिलातक़दीर की कश्तियों को किनारा मिला

🔪 दुश्मनी ऐसी करो की दुनिया 🌏 देखती जाये ,और प्यार ❤ ऐसे करो की दुनिया जलती जाये… 😘💯👫

कड़ी से कड़ी जोङतेजाओ तो जंजीर बन जाती है,मेहनत पे मेहनत करोतो तक़दीर बन जाती है !

घर का बोझा उठाने वालेबचपन की तक़दीर न पूछ,बच्चा घर से काम पे निकला,और खिलौना टूट गया।

सांसों में बगावत का सुख़न बोल रहा है,तक़दीर के फ़र्ज़ंद का दिल डोल रहा है.

खुशियाँ तकदीर में होनी चाहिए,तस्वीर में हर कोई मुस्कुराता हैं.

तक़दीर का ही खेल है सब,पर ख़्वाहिशें है की समझती ही नहीं.

है गरीब मेरी माँ फिर भी मेरा ख्याल रखती हैमेरे लिए रोटी और अपने लिए पतीले की खुरचन रखती है

तकदीर के खेल सेनाराज नहीं होते |जिंदगी में कभीउदास नहीं होते |हाथों किं लक़ीरों पेयक़ीन मत करना |तकदीर तो उनकी भी होती हैं ,जिन के हाथ ही नहीं होते

गिन लेती है दिन बगैर मेरे गुजारें हैं कितने,भला कैसे कह दूं कि माँ अनपढ़ है मेरी।

मैंने तक़दीर पे यक़ीन करना छोड़ दिया है,जब इंसान बदल सकते है तो ये तकदीर क्यो नही.

तक़दीर का ही खेल है सब,पर ख़्वाहिशें है की समझती ही नहीं.

💪 जिना है तो 😎 ऐसे जीओ की👨‍👦 बाप को भी लगे की मैने एक शेर 🐅 पाला है..

कौन सी है वो चीज़ जो यहाँ नहीं मिलतीसब कुछ मिल जाता है पर माँ नहीं मिलती

नाम नही लूंगा.लेकिन बदला जरूर लूंगा..।

जाने वालो को रास्ता दोवास्ता दोगे तो सर पर चढ़ जाएगा..!

क्या गजब की तकदीर पायी हैउस इंसान नेजिसने तुझसे मोहोब्बत भी नही कीऔर तुझे पा लिया ..

किसी के तुम हो किसी का ख़ुदा है दुनिया मेंमेरे नसीब में तुम भी नहीं ख़ुदा भी नहीं- अख़्तर सईद ख़ान

सुनकर यह कैसा फसाना हो गया, दुश्मन हमारा सारा जमाना हो गया, हम करते रहे भलाई यारों की और, दुश्मनों से ही उसका याराना हो गया।

किसी की तकदीर अगर रूठ जायेउसको कोई भी किनारा नहीं मिलतागैरों की बात ही छोड़ो दोस्तोंअपनों का भी सहारा नहीं मिलता

दिल के मंदिरों में कहीं बंदगी नहीं करते,पत्थर की इमारतों में खुदा ढूंढ़ते हैं लोग।

मैने बिना मतलब निकाले रिश्ते निभाने वाला इंसान देख है,इस जहान में केवल माँ ही है, जिसकी नज़र से मैने यह आसमान देखा है” मेरी माँ ”

दुश्मनों ने सोचा कि नहीं आऊंगा मैं, क्योंकि बहुत गहरी चोट खाया हूं, नजरें उठाकर सलाम करो मुझे, क्योंकि मैं वापस लौट आया हूं।

सख्त राहों में भी आसान सफ़र लगता हैये मेरी माँ की दुआओं का असर लगता है

दौलत नहीं काम आती जो तक़दीर बुरी होक़ारून को भी अपना ख़ज़ाना नहीं मिलता

डांट कर बच्चो को खुद अकेले में रोटी हैवो माँ है साहब जो ऐसी ही होती है

किस्मत सबको मौका देती है, पर मेहनत सबको चौंका देती है ।

याद नही करोगे तो हम याद कराएंगे, रूठ गए अगर तो हम तुम्हे मनाएंगे, ये दोस्ती का दामन छोड़ के कहा तक जाओगे, जहा भी जाओगे हम तेरे साथ चले आएंगे।

हम खराब लोगों 😅 मे एक खूबी 😎 हैं,हम मुसीबत 😥 में काम 😊 आते हैं..!

पैसा है तो प्यार है क्योंकिलड़कियो के सपने में राजकुमारआते है मजदूर नहीं।

हमने तो शोंख शोख में Status लिखा था,पढ़ने वालों को Shock ही लग गया।

सच्चे का जमाना होता है, और झूठे का सिर्फ तमाशा होता है ।

वस्ल भी तक़दीर में है,हिज्र भीमौत के साए में अब है ज़िन्दगी

क्यों कोसे है तक़दीर कोकरता रेह तू अच्छी करनीसब कुछ हासिल होगातुझे बस सोच बदल ले तू अपनी

खुदा जिसे मोहब्बत करता हैउसी के घर होती है बेटियांसबकी किस्मत में कहां होती है बेटियां

अगर तक़दीर सीधी है तो ख़ुद हो जाओगे सीधेख़फ़ा बैठे रहो तुम को मनाने कौन आता है

तकदीर लिखने वाले एक एहसान लिख दे,मेरी मोहब्बत की तकदीर में मुस्कान लिख दे,ना मिले ज़िन्दगी में कभी भी दर्द उसको,चाहे उसकी किस्मत में मेरी जान लिख दे।

घर में भाग्य से बेटा जन्म लेता हैलेकिन जिनका सौभाग्य होउन्हीं के घर बिटिया जन्म लेती हैं…

“जिसके होने से मैं खुद को मुक्कम्मल मानता हूँ,में खुदा से पहले मेरी माँ को जानता हूँ..”

कुछ इस तरह बुनेंगे हम अपनीतकदीर के धागे, कि अच्छे अच्छोको झुकना पड़ेगा हमारे आगे.

अपने माथे की शिकन तुम से मिटाई न गईअपनी तक़दीर के बल हम से निकाले न गए- जलील मानिकपूरी

काश खुदा इक पल दे मुझेअपनी तक़दीर लिखने को ।तो में उस पल में,,,,में अपनीज़िन्दगी के सारे पल तेरे नाम कर दू

“तक़दीर कभी नहीं मारती, इसे हमें समझना होता है।” “Destiny never dies; we have to understand it.”

देख कर मेरा नशीब मेरी तकदीर रोने लगीलहू के अल्फाज़ देखकर तहरीर रोने लगीहिज्र में दीवाने की हालत कुछ ऐसी हुईसूरत को देखकर खुद तस्वीर रोने लगी

तक़दीर के पन्ने ख़ाली हैंऔरभरे हैं हाथ लकीरों से..

जहाँ से तेरी बदमाशी ख़तम होती हैं,वह से मेरी नवाबी शुरू होती हैं….!!

तकदीर लिखने वाले एक एहसान लिख दे,मेरे प्यार की तकदीर में मुस्कान लिख दे,ना मिले जिंदगी में कभी भी दर्द उसको,चाहे उसकी किस्मत में मेरी जान लिख दे।

ज़िन्दगी में वाफदार बनो पर..कभी किसी का कुत्ता मत बनो।।

मैं तेरे नसीब की बारिस नहींजो तुज पे बरस जाऊ।।तुझे तक़दीर बदल निहोगी मुझे पाने के लिए ।

अच्छा हुआ पूरी _दुनिया🌍 मेरे खिलाफ 🤗है,अब बराबरी 💪की लडाई होगी !!

जो शब्द उसने कहा वही मैंने कहा, तो हमने क्या बुरा कर दिया, दुश्मनों से भरे जमाने ने हम पर, दुश्मनी का इलजाम लगा दिया।

उमर भर तेरी मोहब्बत मेरी खिदमतगार रही माँमैं तेरी खिदमत के काबिल जब हुआ तू चली गयी माँ

“तक़दीर के साथ कुछ भी करना संभव है, बस मन में जोश होना ज़रूरी है।” “Anything is possible with destiny; a positive mindset is necessary.”

सहने की हिम्मत रखता हूं..तो तबाह करने का हौसला भी..।

ज़िन्दगी तस्वीर भी है और तकदीर भी!फर्क तो रंगों का है!मनचाहे रंगों से बने तो तस्वीर;और अनजाने रंगों से बने तो तकदीर!

अपनी तक़दीर की आजमाइश ना करअपने गमो की नुमाइश ना करजो तेरा है तेरे पास खुद आएगारोज रोज उसे पाने की ख्वाहिश ना कर

जिनकी औकात नहीं कुछ मेरे सामने, वो हमें अपनी औकात दिखाते हैं, दुश्मनी करने वालों एक बात सुन लो, हाथ जोड़ते हो तुम जहां, वो यहां सिर झुकाते हैं।

अहल-ए-हिम्मत ने हुसूल-ए-मुद्दआ में जान दीऔर हम बैठे हुए रोया किये तक़दीर को

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