Tali Shayari In Hindi : आज का ये अवसर बड़ा निराला है आज यहाँ पर नूर बरसने वाला है एक बार जोरदार तालीयाँ बजा दें कार्यक्रम अब शुरू होने वाला है। वो आये गये जिनका इंतज़ार था आओ हम खुशियों के दिये जला लें आज के मुख्य अतिथि के स्वागत में सब लोग जोरदार तालियाँ बजा दें।
स्कूल के रांझे घुमा रहे है अपनी अपनी हीर और हमारा ❤️ दिल मांगे सूर्यवंशम वाली खीर🤣🤣
दे ताली भइया दे ताली,दे ताली भइया दे ताली। नई तो घर जाबे त ,घर वाली देहि तोला गारी जी।।दे ताली ….
मीठी बात और चेहरे पर मुस्कान,ऐसे लोग ही है हमारी महफ़िल के शान।
फूल खिलते हैं जब आप मुस्कुराते हैं, जहा जाते है चार चांद लगाते हैं, उस मंच की शोभा के क्या कहने जहा आप जैसे अतिथि आते है!!!
तुम क्या कर रहे हो किसी को मत बताओ,तरक्की करो और दुनिया को जलाओ
ऊपर जिसका अंत नहीं उसे आसमां कहते हैं,जहां में जिसका अंत नहीं उसे माँ कहते हैं।
तुम क्या चले गए बाग़ में ,तितलियाँ चली गयी।फूल मुरझाये पत्तियां राख हो गयीअब और मत सताओ ,गाडेन में पानी देना है जल्दी आओ।
मुहोब्बत का एक हसीं अहसास हूँ में,हर पल में घुल जून कुछ एसा खास हूँ में…पूरी उम्र जपो यद् रहे आपको,इस शाम का वो हसीं आगाज़ हूँ में।।
हजारों दीपक चाहिए एक आरती सजाने के लिए,हजारों बूंद चाहिए एक समंदर बनाने के लिए,पर माँ अकेली ही काफी है,बच्चों की जिंदगी को स्वर्ग बनाने के लिए।
थक गया मैं अपने प्यार का इजहार करते करते
तिरंगा है आन मेरी, तिरंगा है शान मेरी !तिरंगा रहे ऊँचा सदा हमारा,तिरंगे से है धरती महान मेरी !!
कतको करलौ तुमन बड़ाई, फेर उंखर करजा ल नई चुका सकन। देश बर जान गवाएँ हे तेखर,सुरता ल कभू नई भुला सकन।।
मुझे जन्नत का नहीं पता,क्योंकि हम माँ के क़दमों को ही जन्नत कहते हैं।
मुझे मोहब्बत है अपने हाथ की सब उंगलियों से,न जाने किस उंगली को पकड़कर मां ने चलना सिखाया होगा।
सुनता हूँ मैं कि आज वो तशरीफ़ लाएँगेअल्लाह सच करे कहीं झूटी ख़बर न हो
सब लड़कियाँ दिल की बुरी नहीं होती कुछ का दिमाग भी ख़राब होता है।
अजीज के इन्तजार में ही पलके बिछाते हैं, महफ़िलो की रौनक खास लोग ही बढ़ाते हैं.
तुम जो आए हो तो शक्ल-ए-दर-ओ-दीवार है औरकितनी रंगीन मिरी शाम हुई जाती है।
ममता के सागर से भरी हैं, वो मां की मूरत.. उसकी बनाई हर चीज़ होती हैं खूबसूरत.
सुनो… काला चस्मा लगा के घूम रही हो तो, वेल्डिंग ही कर दो मेरे दिल की !!
इम्तिहान समझकरसारे गम सहा करोशख़्सियत महक उठेगीबस खुश रहा करो
चंदा की चकोरी से कभी बात ना होती,गर तुमसे हमारी ये मुलाकात ना होती |इस शाम के लोगों में कुछ बात हे यारों,वरना तो कभी इतनी हसीं रात ना होती ||
चले आओ मेरे परिंदों लौट कर अपने आसमान में !देश की मिटटी से खेलो, दूर-दराज़ में क्या रखा है !
चावल में दूध डालो तो उसे खीर कहते हैआपके लोग के जैसा चाहने वाले हो तोतक़दीर कहते हैं।
किसी ने रोजा रखा तो किसी ने उपवास रखादुआ उसी कबूल होती है जिन्होने अपनेमाँ बाप को अपने पास रखा।
ये माना की जिंदगी की राह आसान नहींपर मुस्कुराकर चलने में कोई नुकसान नहीं
मेरे मुल्क की हिफाज़त ही मेरा फ़र्ज है,और मेरा मुल्क ही मेरी जान है!इस पर कुर्बान है मेरा सब कुछ,नही इससे बढ़कर मुझको अपनी जान है!!
एक तरफा प्यार करने वालेहमेशा जिंदगी में अकेले रह जाते हैं!ना खुद किसी और के हो पाते हैंना हीं उनका प्यार उन्हें मिल पाता है!!
तुम क्या सिखाओगे मुझे प्यार करने का सलीका,मैंने माँ के एक हाथ से थप्पड़ और दुसरे से रोटी खायी है।
पूजा हो मंदिर में तो थाली भी चाहिए,गुलशन है गुल का तो माली भी चाहिए है,दिल है दिलवाला तो दिलवाली भी चाहिए,कार्यक्रम है हमारा तो आपकी ताली भी चाहिए…
अक्सर औकात की बात वही किया करते है जो कायर हमेशा झुंड में चला करते हैं !
अर्ज किया है… की बाहर जाने से पहले खिंजा आ गयी और फूल खिलने से पहले बकरी खा गई
खूबसूरत से एक पल का किस्सा बन जाता है ,जाने कब कोन ज़िंदगी का किस्सा बन जाता हैकुछ ख़ास लोग होतें हैं ज़िंदगी मेंजिसे कभी न बिछड़नेवाला रिस्ता बन जाता है।
लेकर आया हु पैगाम आखड़ीजाने कब ये बात होगी।घडी दो घडी का साथ है ,जाने कब मुलाकात होगी।
इस जालिम दुनिया से कैसे लड़ना.. माँ ही तो सिखाती है हमें चलना..
“शाम सूरज को ढलना सिखाती हैशमा परवाने को जलना सिखाती हैं,गिरने वालो को होती है तकलीफपर ठोकर ही इंसान को चलना सिखाती।”
ताली आप बजाओगे, बिखर जायेगा नूर,बज जायेगा ह्रदय में, बच्चों के संतूर,अधिक परिश्रम से किया, इनने आज धमाल,ये बच्चे हक़दार हैं, ताली हो भरपूर।
मैंने कल सब चाहतों की सब किताबें फाड़ दी,सिर्फ एक कागज पर लफ्ज-ए-माँ रहने दिया।
मुस्कुराने की मकसद ना ढूंढवरना जिंदगी यूं ही कट जाएगीकभी बेवजह मुस्कुरा के देखतेरे साथ साथ जिंदगी भी मुस्कुराएगी।
यहाँ नोटों की बात चलती है मेरे भाईअगर ये नहीं तो तुम्हें नजरअंदाज किया जाऐगा !
जोड़ने वाले को मान मिलता है, तोड़ने वाले को अपमान मिलता हैऔर जो खुशियां बाँट सके, दुनिया में उसे सम्मान मिलता है
जो जाता है आगे जाने दोसबको पीछे छोडूंगा वक्त आने दो!
खोटे सिक्के जो खुद चलते नहीं बाजार मेंवो भी कमिया खोज रहे है हमारे किरदार में !!
ऊंच नीच गो भेदभाव राखो कोनी सगलो गो देसा साथ, जे जरूरत पड़सी किसी के तो ऊबा हो ज्यासां भले ही हुवे आधी रात।।
अपनी एक ज़मी, अपना एक आकाश पैदा कर,तू अपने लिए एक नया इतिहास पैदा कर…मांगने से कब मिली है ख़ुशी मेरे दोस्त,तू अपने हर कदम पर विश्वास पैदा कर।।
जीत की खातिर बस जुनून चाहिए,जिसमें उबाल हो एसा खून चाहिए |यह आसमां भी आएगा ज़मी पर,बस इरादों में जीत कि गुंज चाहिए ||
कभी मुस्कुरा दे तो लगता है जिंदगी मिल गयी मुझको, माँ दुखी हो तो दिल मेरा भी दुखी हो जाता है।
तू सवाल नहीं एक पहेली है मेरी मंजिल तू नहीं तेरी सहेली है…!!! 😛 😀
जो तालाब पर चौकीदारी करते हैंवो समुंदर पर घंटा राज करेगे….
आओ आज मुश्किलों को हराते हैंचलो आज दिन भर मुस्कुराते हैं
काला न कहो मेरे महबूब को काला न कहो मेरे महबूब को खुदा तो तिल ही बना रहा था स्याही का प्याला लुढ़क गया…!!! 😛 😀
तैयार है उड़ने को कला का विमान, आपका आने का शुक्रिया श्रीमती और श्रीमान।
सुनता हूँ मैं कि आज वो तशरीफ़ लाएँगे अल्लाह सच करे कहीं झूटी ख़बर न हो
तुम्हें हमसे प्यार नहीं थायह बता तो दिया होता…तुम्हारी खामोशी को हम 😐प्यार समझ बैठे और हमारा प्यार 🥰एक तरफा प्यार ही रह गया!!😔
मांग लूँ यह मन्नत की फिर यही जहाँ मिले, फिर वही गोद फिर वही माँ मिले
हर मायूस को हंसाने काकारोबार है अपनादिलो का दर्द खरीद लेते हैंबस यही रोजगार अपना।
कुछ परिंदे उड़ रहे हैं आँधियों के सामने,उनमें ताकत ना सही पर होसला होगा ज़रूर।इसी तरह तक आगे बढ़ते रहे तो देखना,तय समंदर तक एक दिन फासला होगा ज़रूर।।
“बिंदास मुस्कुराओ क्या गम है, ज़िन्दगी में टेंशन किसको कम है, याद करने वाले तो बहुत है आपको, दिल से तंग करने वाले तो सिर्फ हम है!”
"आपकी कविताओं पर इतनी तालियाँ क्यों बजती हैं?""मैं देश और धर्म का मज़ाक उड़ाता हूँ।"
समझने में उतना ही टेढ़ा हूंदिखने में जितना इजी रहता हूंमुझे दुनियादारी में इतना मतलब नहीं मैं खुदमें इतना बिजी रहता हूं
जैसा मूड हो वैसामंजर होता हैमौसम तो हर इंसान केअंदर होता है।
सोच को बदलो, सितारे बदल जायेंगे, नज़र को बदलो, नज़ारे बदल जायेंगेकश्तियाँ बदलने की जरुरत नहीं, दिशाओं को बदलो, किनारे बदल जायेंगे
कलाकार वही जो कला को आकार दे, जनता वही तो अच्छे कलाकार को प्यार दे।
कौन कहता है, कि आसमां में सुराख़ नहीं होताइक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों
जो नजरों से गिर गयाउसे उठाने की मत सोचा करोअगर कुछ करना हैतो जमाने कि मत सोचा करो
इस दुनिया में जितने रिश्ते,सारे झूठे बेहरूप,एक माँ का रिश्ता सबसे अच्छा,माँ है सब का रूप।
बंधन में है दिल एक बहाली तो बनती है,नीरस से माहौल में एक खुशहाली तो बनती है,यह रंग जो बिखरे है पर्दें पर गर समेटने है तो,जनाब आपकी एक ताली तो बनती है।
जब अपनी चलने लगी तोदुनिया वाले देख जलने लगी!
इहाँ के महोल म मस्ती हे, इहाँ बइठे सब आदमी महान हस्ती हे।
देश पर जिसका खून ने खौले,खून नहीं वो पानी है,जो देश के काम न आए वो बेकार जवानी हैं।
मैंने उसे खो दियाजो मुझे प्यार नहीं करतालेकिन उसने उसे खोया हैजो सिर्फ उसी को प्यार करता है!!
शुक्रिया तेरा तिरे आने से रौनक़ तो बढ़ीवर्ना ये महफ़िल-ए-जज़्बात अधूरी रहती