Tali Shayari In Hindi : आज का ये अवसर बड़ा निराला है आज यहाँ पर नूर बरसने वाला है एक बार जोरदार तालीयाँ बजा दें कार्यक्रम अब शुरू होने वाला है। वो आये गये जिनका इंतज़ार था आओ हम खुशियों के दिये जला लें आज के मुख्य अतिथि के स्वागत में सब लोग जोरदार तालियाँ बजा दें।
आओ आज मुश्किलों को हराते Haiचलो आज दिन भर मुस्कुराते Hai
बुरे हालात में काम देने वाले दोस्त हैंमुनाफा देख कर बदल जाने वाले नहीं!
एकता ही संबल हैं, तोड़े झूठे अभिमान को।कंधे से कंधा मिलाकर, मजबूत करें आधार को।
दोस्तों की कंजूसी इस तरह बढ़ रही है, जैसे महँगाई किसी गरीब से लड़ रही है.
रोशनी होती है दीपक से वैसा आप सब में जोश भर दो। पावन किया दरबार को आपने दीप जला आगाज़ कर दो।
इश्क तो करता है हर कोई, महबूब पे मरता है हर कोई,कभी वतन को महबूब बना कर देखो, तुझपे मरेगा हर कोई !!
हर तरफ पढ़ाई का साया है किताबो मैं सुख किसने पाया है लड़के तो जाते है Tution लड़कियाँ देखने और Sir कहते है देखो इतनी बरसात में लड़का पढ़ने आया है…!!!
अपनी कद्रदानी को,इस तरह ना छिपाइए,अगर प्रस्तुति पसंद आई हो,तो तालियाँ बजाइये…
लोग कहते हैं किसच्चा प्यार करने वाले जरूर मिलते हैंप्यार तो मेरा भी सच्चा ही था 💘लेकिन एक तरफा होने की वजह सेहम कभी मिल नहीं पाए!!,😥😥
ग़र ख़ुद के साथ ज़ीना आ जायेटूटे हुओं के ज़ख्मो को सीना आ जायेहर पल बरसती है नियामतें कायनात कीबस हर दिन की मुबारक देना आ जाए
बेली साथियों रो है साथआखो दिन टेको हथाई, करो वात,ताली लो सब कनेउ आगे बढ़ाय हाथ।
तेरा एक तरफा प्यार करने काअंदाज देखकर…मुझे भी प्यार करने कासलीका आ गया…
ये माना की जिंदगी की राह आसान नहींपर मुस्कुराकर चलने में कोई नुकसान नहीं
मोहब्बत हो गई है डाकू सुल्ताना के बेटी से न जाने किस गली में ज़िन्दगी की शाम हो जाये…!!! 😛 😀
आन देश की शान देश की, देश की हम संतान हैं,तीन रंगों से रंगा तिरंगा, अपनी ये पहचान है !
आजादी की कभी शाम ना होंगे देंगे,शहीदों की कुर्बानी बदनाम ना होने देंगे,बची है लहू की एक बूँद भी रगों में,तब तक भारत माता का आँचल नीलाम ना होने देंगे।
उसने कहा क्यों मुझे टूट कर चाहा.मैंने कहा दिमाग से खाली थी और कोई बात नही.
शहर के रस्ते हों चाहे गांव की पगडंडियां, मां की उंगली थाम कर चलना मुझे अच्छा लगा |
खुशबू बनकर गुलों से उड़ा करते हैं, धुआं बनकर पर्वतों से उड़ा करते हैं ये कैंचियाँ खाक हमें उड़ने से रोकेगी, हम परों से नहीं हौसलो से उड़ा करते हैं
खड़ा हूँ खुद के साथपसंद नहीं है मुझे मतलब का हाथ
वतन हैं मेरा सबसे महान ,प्रेम सौहाद्र का दूजा नाम ,वतन-ए-आबरू पर हैं सब कुर्बान ,शांति का दूत हैं मेरा हिन्दुस्तान।
हिवड़ो रंगियो प्रीत सूंसज सौले सिणगार,पधारो म्हारे देश करो खुशियां रो इजहार।
हार को जीत की इक दुआ मिल गई, तप्त मौसम में ठंडी हवा मिल गई, आप आये श्रीमान जी यूँ लगा जैसे तकलीफो को कुछ दवा मिल गई.
तब तिरछी नजरों से उन्होंने हमको देखा, तो हम मदहोश हो गए जब पता लगा उनकी नज़रे ही तिरछी है तो हम बेहोश हो गए।
ऐ देश बारम्बार नमन हे तोर, जी जाहुँ त जुबान म नाम रइही तोर। मर जाहुँ त कफ़न म,लपटे तिरंगा रइही मोर।।
जैसा मूड हो वैसामंजर होता Haiमौसम तो हर इंसान केअंदर होता Hai
कोई नहीं चुप कराता मुझको रातें यूं ही कट जाती हैं,आंखें रोती रहती है मां बस तेरी याद आती है।
पंख ही काफ़ी नहीं हैं आसमानों के लिए,हौसला भी चाहिए ऊंची उड़ानो के लिए।
आज के दिन बहुत निराला हे, आज तो संगीत के धार बरसने वाला हे। एक बार जोर से ताली बजावा संगी हो,काबर के पोरोग्राम शुरू होने वाला हे।।
“शाम सूरज को ढलना सिखाती हैशमा परवाने को जलना सिखाती हैं,गिरने वालो को होती है तकलीफपर ठोकर ही इंसान को चलना सिखाती।”
आज आप जिगर भी मांगोगे तो हम दे देंगे दिल भी मांगोगे तो दे देंगे रोटी कपड़ा और मकान भी दे देंगे तीनों फिल्मों की CD है आकर ले जाना…!!!
हर तूफान को मोड़ दे दो जो हिन्दुस्तान से टकराए,चाहे तेरा सीना हो छलनी, तिरंगा ऊँचा ही लहराए।
यूं तो प्यार करना कोईबुरी बात नहीं है लेकिन एक तरफ प्यारसिर्फ़ दुख और तकलीफ ही दे सकता है!!
दुनियां का हर शौक पला नहीं जाता,कांच के खिलोनो को उछाला नहीं जाता |महनत करने से हो जाती है मुश्किले आसान,क्यों की हर कम तक़दीर पर टाला नहीं जाता ||
आज के दिन को सर झुकाकर करें सज़दामन की उमंगों को पँख लग जायेंगेभर लिया ख़ुद को दुआओं से इस दिनतो दूसरों के लिए भी दुआ कर पाएंगे।
उठाकर तलवार जब घोड़े पे सवार होते,बांध के साफा जब तैयार होते!देखती है दुनिया छत पे चड़ के,कहते है की काश हम भी ऐसे होशियार होते!!
हम जरा खामोश क्या हुए नादान कुंत्ते भी आज शोर मचाने लगे..!
भारत की पहचान ,जम्मू की जान है हम,सरहद का अरमान है हमी मे।भारत का दिल तो हैं ही,साथ में भारत माता के लिए मरने का जज्बा भी है हमी मे।
“अपनी एक ज़मी, अपना एक आकाश पैदा कर,तू अपने लिए एक नया इतिहास पैदा कर…मांगने से कब मिली है ख़ुशी मेरे दोस्त,तू अपने हर कदम पर विश्वास पैदा कर।”
एक तरफा प्यार कोकभी नहीं भुलाया जा सकता…क्योंकि उसकी यादें हमेेशादिल और दिमाग में बनी रहती है!!
नहीं बस्ती किसी और की सूरत अब इन आँखों में काश की हमने तुझे इतने गौर से ना देखा होता…!!! 😉 😎
कुछ परिंदे उड़ रहे हैं आँधियों के सामने,उनमें ताकत ना सही पर होसला होगा ज़रूर।इसी तरह तक आगे बढ़ते रहे तो देखना,तय समंदर तक एक दिन फासला होगा ज़रूर।
हम तुम्हारी याद में रो-रो के टब भर दिए, तुम इतने बेवफा निकले कि नहाकर चल दिए😂😂
पुरानी पीढ़ी: – नेकी कर दरिया में डाल। नई पीढ़ी: – कुछ भी कर Whatsapp पर डाल😁😂
भगवान से तो माँग लोगे उसको, मगर उसके बाप से कैसे माँगोगे😜
कुछ परिंदे उड़ रहे Hai आँधियों के सामने,उनमें ताकत Naa सही पर होसला होगा ज़रूर।इसी तरह तक आगे बढ़ते रहे तो देखना,तय समंदर तक Ek दिन फासला होगा ज़रूर।।
देश के आजादी के कभू सांझ नई होय,सहीद मन के कुर्बानी कभू बेकार नई होय। जब तक ए शरीर म जान रइही, भारत माता के अचरा नीलाम नई होय।।
आप मुस्कुराते भी खूब हो फिर,आप दूसरा शर्माते भी खूब हो.दिल तो चाहता है आपको दावत पे बुलाऊ,मगर सुना है आप खाते भी खूब हो.
चेहरे पर हंसी और दिल में खुशी होती हैसही मायनों में यही जिंदगी होती हैऔर हंसना किसी इबादत से कम नहींकिसी और को हंसा दो तो बंदगी होती है
यह इश्क, मोहब्बत भीनसीब का खेल हैभले ही एक तरफा प्यार होलेकिन होना हो तो हो ही जाता है!!
कुछ परिंदे उड़ रहे Hai आँधियों के सामने,उनमें ताकत Naa सही पर होसला होगा ज़रूर।इसी तरह तक आगे बढ़ते रहे तो देखना,तय समंदर तक Ek दिन फासला होगा ज़रूर।।
सारा जहां है जिसकी शरण में,नमन है उस मां के चरण में,हम हैं उस मां के चरणों की धूल,आओ मिलकर चढ़ाए मां को श्रद्धा के फूल।
वक्त के साथ सब बदल जाता है, पुराने जमाने में जिसे ठेंगा कहते थे, उसे आज लाईक कहते हैं👍
दुनिया का सबसे प्यारा देशतिरंगा लहरायेंगें,भक्ति गीत गुनगूनायेंगें,वादा करो इस देश को,दुनिया का सबसे प्यारा देश बनायेंगें।
धोरे माथे गुड़को म्हेधूड़ सूं भर जिया पूरा,पण जीवन गा मजा कोणी रे अधूरा,म्हे हों राजस्थान रा शूरा।
कार्यक्रम में खुशियों का महोत्सव हो जाएगा,समंदर में लहरों का महोत्सव हो जाएगा,शोभा आपकी और हमारी दो दूनी चार होगी,जब आपकी तालियों का महोत्सव हो जाएगा।
बिंदास मुस्कुराओ क्या गम हैज़िंदगी में टेंसन किसको कम हैयाद करने वाले तो बहुत है आपकोदिल से तंग करने वाले तो सिर्फ हम है।
सितारों की रोशनी चाँद से कम निकले.तुझे देखते ही हस हस के मेरा दम निकले.
“दिलों में विश्वास पैदा करता है,मन में कुछ आस पैदा करता है,मिटटी की तो कुछ बात ही अलग है,ईश्वर तो पत्थरों में भी घास पैदा करता है…”
माँ सर पर जो हाथ फैरे तो हिम्मत मिल जाए,माँ एक बार मुस्कुरा दे तो जन्नत मिल जाए।
खुद को पेश करो नाचो गाओ, सीना चीर के दिल को अपनी जान लगाओ, देखो ना सूनेपन से इस जहा को, कुछ दूसरो का कुछ हमारा दिल बहलाओ!!!
कार्यक्रम में खुशियों का महोत्सव हो जाएगा,समंदर में लहरों का महोत्सव हो जाएगा,शोभा आपकी और हमारी दो दूनी चार होगी,जब आपकी तालियों का महोत्सव हो जाएगा…
मस्ती करने की उम्र में हमें मंजिल की बेताबी हैमुझे किसी से मिलने में दिलचस्पी नहींमेरी खुद से मुलाकात काफी है
ये नन्हे फुल तब महकते हैंजब खुदा की नीली छत्रियां तनती हैंइन नन्हे मुन्हे फरिश्तो क लिएजोरदार तालियाँ तो बनती हैं
जबसे तुमने मुझे यह एहसास दिलाया हैकि मेरा प्यार सिर्फ एक तरफा ही है…तब से जीने की कोई ख्वाहिश नहीं रही!…
माँ को नाराज करना इंसान तेरी भूल है,माँ के क़दमों की मिट्टी जन्नत की धूल है।
तेरी दुनिया में कोई गम ना हो ख़ुशी कभी कम ना हो भगवान तुमको ऐसी आइटम दे जो दबंग की मुन्नी से कम ना हो…!!!
“कितनी ही शिद्दत से संभाल लो जिंदिगी को तुम ! कोई न कोई कमी रह जाएगी मेरे बिन”
तुम आ गए हो तो कुछ चाँदनी सी बातें होंज़मीं पे चाँद कहाँ रोज़ रोज़ उतरता है
“मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके हौसलों में जान होती है… और कार्यक्रम में कृषि उन्ही को मिलती है, जिनकी आयोजको से पहचान होती है।”
मीठी बात और चेहरे पर मुस्कान, ऐसे लोग ही है हमारी महफिल की शान!!!
जिव्हा बैठीं सरस्वती, शब्द-शब्द है नूर मुख्य अतिथि का स्वागतम, दिल से हो भरपूर भाषण बहुत कमाल था, अनुपम सुने विचार ख़ूब बजाओ तालीयाँ, ये सच्चे हकदार।