765+ Taj Mahal Shayari In Hindi | ताजमहल शायरी स्टेटस कोट्स

Taj Mahal Shayari In Hindi , ताजमहल शायरी स्टेटस कोट्स
Author: Quotes And Status Post Published at: August 25, 2023 Post Updated at: October 13, 2023

Taj Mahal Shayari In Hindi : ताजमहल भी बनवा देंगे,एक बार उनको हमसेसच्चा प्यार तो हो जाने दो। किसकी खूबसूरती का दीदार करें हम,आज वो और ताजमहल दोनों आमने सामने हैं.

इस तरह से याद आके बेचैनना किया करो एक ही सजा काफीहै कि मेरे नहीं हो तुम ।

मै उस से प्यार करता था और वो मुझेबस अच्छा दोस्त मानती थी।

दूसरों की गलतियों से सीखें। आप उन सभी को स्वयं बनाने के लिए पर्याप्त समय तक जीवित नहीं रह सकते।

कितने हाथों ने तराशे ये हसीं ताज-महल झाँकते हैं दर-ओ-दीवार से क्या क्या चेहरे जमील मलिक

पृथ्वी सत्य की शक्ति द्वारा समर्थित है, यह सत्य की शक्ति है जो सूर्य को चमकाती है और हवा चलती है, वास्तव में सभी चीजें सत्य पर टिकी हुई हैं।

सीख रही हूं लफ्ज़ो की कारीगरी,मुझे भी तो उसकी याद में,लफ्ज़ो का ताजमहल बनाना हैं।

हजारों झोपड़ियां जलकर राख होती है, तब जाकर एक महल बनता हैं, आशिकों के मरने पर कफ़न भी नहीं मिलता और हसीनाओं के मरने पर ‘ताजमहल‘ बनता हैं.

ताजमहल को देख कर बोला शाहजहाँ का पोता.हमारा भी बैंक बैलेंस होता, अगर दादा आशिक ना होता!

राह संघर्ष की जो चलता है, वो ही संसार को बदलता है। जिसने रास्तों से है जंग जीती वहीं सूर्य बनकर निकलता है। सुप्रभात ! आपका दिन शुभ हो। Good Morning

ख्वाब बोये थे, और अकेलापन काटा है,इस मोहब्बत में “यारो” बहुत घाटा है !

मोहब्बत पर लगे इल्जाम से पहचानते हैं !अब तो लोग भी मुझे तेरे नाम से ही जानते हैं !!

सिर्फ दो चीज़ो को देखकर ही दिल खुश हो जाता हैभगवा ओर तिरंगा बाकी गए तेल लेने

जब ख़्वाबों के ताज को जलाया दर्द के महल में, तब रौशनी बिखरी है जाकर ताजमहल पर।

ना भावनाओं से ना संविधान से,देश चलेगा तो सिर्फ गीता पुराण से।

जिन्हें गुस्सा आता है वो लोग सच्चे होते हैं,मैंने झूठों को अक्सर मुस्कुराते हुए देखा है.

सुबह का प्रणाम सिर्फ़ एक रिवाज़ ही नही है बल्कि आपकी फ़िक्र का एहसास भी है। सुबह का नमस्कार! आपका दिन शुभ हो। Good Morning

ख़ुश रहने का राज़ यही है कि जहां हो उसे स्वीकार करो, हर लम्हे को जी भर के जियो। Good Morning

उस जगह पे हमेशा खामोश रहना,जहाँ दो कौड़ी के लोग अपनीहैसियत के गुण गाते हैं.

तुम चली जाओगी परछाँइयाँ रह जाएँगी कुछ न कुछ हुस्न की रानाइयाँ रह जाएँगी

जिनसे कोई उम्मीद नहीं होती,अक्सर वही कमाल करते है.

मैं कुछ ख़ास तो नहीं,मगर मेरे जैसे लोग कम हैं.

इश्क़ में लिखे मेरे अल्फ़ाज़ अगर इमारत होते, तो यक़ीन मानिये ये किसी ताजमहल से कम न होते।

न जाने जिंदगी का ये कैसा दौर है,इंसान खामोश हैं और ऑनलाइनकितना शोर है.

सच्ची मोहब्बत को वही समझ सकता है…,जीस ने अपनी सच्ची मोहब्बत खो दी हों….

बहुत अच्छा इंसान थायह सुनने के लिए मरना पड़ता है.!

इश्क ने इंसान को क्या बना दिया, किसी को कवि तो किसी को कातिल बन दिया, दो फूलों का बोझ न उठा सकती थी मुमताज और शाहजहाँ ने उसपर ताजमहल बना दिया।

ग़लती ये हई…कि कामयाब होने से पहले इश्क़ कर लिया.!

अजीब सबूत मांगा उसने मेरी मोहब्बत काकि मुझे भूल जाओ तो मानू मोहब्बत है … ।।

कठिन समय में धन की रक्षा करनी चाहिए, धन की बलि देकर पत्नी की रक्षा करनी चाहिए, लेकिन पत्नी और धन की बलि देकर भी अपनी आत्मा को अवश्य बचाना चाहिए।

ताजमहल की ईमारत मोहबत की मिसाल नज़र आती हैहम किस किस के लिए ताजमहल बनायेहमे तो हर लड़की में मुम्ताज़ नज़र आती है

“भाषण की पवित्रता, मन की, इंद्रियों की, और एक दयालु हृदय की आवश्यकता होती है, जो दिव्य मंच पर उठने की इच्छा रखता है।”

दूरियों में ही परखे जाते है रिश्ते…आंखों के सामने तो सभी वफादार होते हैं।

ज़िन्दगी बहुत छोटी है इसे ख़ुश रहकर बिताए। !!सुप्रभात!! Good Morning

हवा में हुई बातों पर यकीन न करें,कान के कच्चे लोग अक्सरअच्छे दोस्त खो देते हैं.

वक्त लगेगा लेकिन संभल जाऊँगा,ठोकर से गिरा हूँ अपनी नज़रों से नहीं.

मै ख़त्म रो रही हूं तुझको आबाद करके,तू भी रोएगा एक दिन मुझको बर्बाद करके…!!!

आज तक बहुत भरोसे टूटेमगर भरोसे की आदत नही छूटी।

मंदिर, जनेऊ, टीका ही हैं सर्वोपरि,रोजा पार्टी वाले भी बोल रहे हरि हरि।

तुमने हिन्दू बेटियॊ को लव जिहाद का दर्द दिया,हमने मुस्लिम बेटियो को तीन तलाक से स्वतंत्र किया।

हिन्दू पुत्र हु माँ भारती का,मैं कैसे डर जाऊं…मैं मिट के अमर रहू या ना रहू,लेकिन भगवा अमर कर जाऊं…

दुख को सुख में बदलते रहिए, धीरे-धीरे ही सही लेकिन चलते रहिए। आपका दिन शुभ हो! !!सुप्रभात!! Good Morning

जिसका ज्ञान किताबों तक ही सीमित है और जिसका धन दूसरों के कब्जे में है, वह जरूरत पड़ने पर न तो ज्ञान का उपयोग कर सकता है और न ही धन का।

तेरे रूठने, रूठ कर मानने पर एक ग़ज़ल बनाऊंगा, तू जब भी मुस्कुराएगी मैं एक ताजमहल बनाऊंगा।

जब तक आपका शरीर स्वस्थ और नियंत्रण में है और मृत्यु दूर है, अपनी आत्मा को बचाने का प्रयास करें; जब मृत्यु निकट हो तो तुम क्या कर सकते हो ?

जरुरत तोड़ देती है इंसान के घमंड को,अगर न होती मज़बूरी, तो हर बंदा खुदा होता.

यार लिबास से मत तय करो तुम मेरी हैसियत,अभी कफ़न ओढ़ लूंगा तो कंधे पर उठाए फिरोगे.

सिर्फ इशारों में होती महोब्बत अगर,इन अलफाजों को खुबसूरती कौन देता?बस पत्थर बन के रह जाता “ताज महल”अगर इश्क इसे अपनी पहचान ना देता..

कुछ तो बात है मोहब्बत में,वरना एक लाश के लिए कोईताजमहल नहीं बनवाता।

जाहीर हो जाए वो दर्द कैसाखामोशी ना समझ पाए वो हमदर्द कैसा ।

दूसरों को कब तक मनाते रहोगेकभी खुद से भी पूछो हाल कैसा है.!

जिसकी क़िस्मत में लिखा हो रोना,वो मुस्कुरा भी दे तो आंसू निकल जाते हैं !

वक्त देना अपने रिश्तों को दोस्तों, याद रखना ताजमहल जमाने ने देखा हैं मुमताज ने नहीं।

नहीं होते हो, तब भी होते हो तुम,हर वक़्त जाने क्यों, मेहसूस होते हो तुम..!!!

एक हादसे में मारी गई… ।बहुत प्यारी थी हसी मेरी…।

जब ख़्वाबों के ताज को जलाया दर्द के महल में,तब रौशनी बिखरी है जाकर ताजमहल पर।

अमर तिरंगा स्वाभिमान से दुनिया भर में डोलेगा,जहां गिरेगा लहू हमारा,वंदे मातरम् बोलेगा।

अलविदा कह चुके हैं तुम्हेअब जाओआँखो पर ध्यान मत दो.!

एक रोज़ पूरा छोड़ दिया मैंने उसको,वो रोज़ मुझे थोड़ा थोड़ा छोड़ता था ।

बहुत कुछ देख लिया मैंने जिंदगी में,मगर जिंदगी मुझे सिर्फ़ तुझमें दिखी।

हमें तो इंतज़ार करने से मतलब है,बाकी तुम्हारी मर्जी मिलो या ना मिलो..!

निगाहें कुछ इस कदर मसरूफ रहीं,तेरे दीदार में ऐ बेखबर,जिंदगी काट ली आगरे में पूरीपर ताजमहल का दीदार अधूरा छोड़ आये.

छोङो ना यार, क्या रखा है सुनने और सुनाने में,किसी ने कसर नहीं छोङी दिल दुखाने में..।

अगर, मगर, और काश में हूं….फिलहाल में अपनी ही तलाश में हूं…

सच कहा था एक फकीर ने मुझ से तुझेमहोबत तो मिलेगी पर तड़पाने वाली…!!

ताज महल क्या चीज़ है मैं तेरे लिए हीरों का महल बनवाऊंगा मुमताज़ महल तो मर के दफ़न हुई थी मैं तुझे जिंदा ही दफ्नाऊंगा.

सिर्फ इशारों में होती महोब्बत अगर, इन अलफाजों को खुबसूरती कौन देता बस पत्थर बन के रह जाता ‘ताज महल’ अगर इश्क इसे अपनी पहचान ना देता

जिन्हें नींद नहीं आती उन्हें ही मालूम हैसुबह होने में कितना वक्त लगता है।

महलों में जो ढ़ूंढ़ोगे तो तरसोगे मोहब्बत को,ख़ज़ाना यहाँ छूपा है, झोंपड़ी के ताजमहल में।

कहते हैं पत्थर दिल रोया नहीं करतेतो फिर पहाड़ों से ही झरने क्यूं बहा करते हैं।

नफरत नहीं हम प्रेम के आदि हैं,हमें गर्व हैं हम हिन्दूत्व वादी हैं।

ताजमहल हमारे लिए बकवास हैं, क्योंकि रोज बदलती हमारी मुमताज हैं.

बक्श देता है खुदा उनको,जिनकी किस्मत ख़राब होती है,वो हरगिज़ नहीं बक्शे जाते है,जिनकी नियत ख़राब हो.

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