Taj Mahal Shayari In Hindi : ताजमहल भी बनवा देंगे,एक बार उनको हमसेसच्चा प्यार तो हो जाने दो। किसकी खूबसूरती का दीदार करें हम,आज वो और ताजमहल दोनों आमने सामने हैं.
दुनिया का हर शौक पाला नहीं जाता,कांच के खिलौनों को उछाला नहीं जाता.मेहनत करने से मुश्किल हो जाती है आसान,क्योंकि हर काम तकदीर पर टाला नहीं जाता.
लूट लेते हैं अपने हीवरना गैरों को कहा पता,इस दिल की दीवार कहाँ से कमज़ोर हैं.
आप जिस चीज के लायक हैं, उससे कम पर कभी समझौता न करें। यह अभिमान नहीं, स्वाभिमान है।
भड़क गए जो हिन्दू पुत्र,तो कोई रोक न पायेगा,जहा गड़ेगा अमर भगवा,वहा हिंदुस्तान कहलाएगा..!!
मुहब्बत बुरी है बुरी हैं मुहब्बत,कहे जा रहे हैं, किये जा रहे हैं…
ए ताज तेरा रंग या मेरा इश्क़ गहरा है,यूं तो दोनों पर ही दुनिया का पहरा है।
साँप के दाँत में, मक्खी के मुँह में और बिच्छू के डंक में ज़हर होता है; परन्तु दुष्ट मनुष्य इससे अतृप्त है।
अपने वो होते हैं जो समझते भी हैंऔर समझाते भी हैं.।
ताजमहल की बुनियाद में इश्क हैं, इसलिए इसके चर्चे पूरी दुनिया में हैं.
जिम्मेदारियां मजबूर कर देती हैं,अपना शहर छोड़ने को,वरना कौन अपनी गली मेंजीना नहीं चाहता.
बेगुनाह कोई नहीं सबके राज़ होते हैं,किसी के छप जाते हैं किसी के छिप जाते हैं..!!
जिनका मिलना मुकद्दर में लिखा नहीं होता,उनसे मोहब्बत कसम से कमाल की होती है !
सो जाइये सब तकलीफों को सिरहाने रख कर,सुबह उठते ही इन्हें फिर से गले लगाना है..।
माना मैंने कि ताजमहल उनके प्यार की निशानी हैं, पर हकीकत में दोस्तों ये हजारों मजदूरों की कुर्बानी हैं.
किसकी खूबसूरती का दीदार करें हम,आज वो और ताजमहल दोनों आमने सामने हैं.
रिश्तें राजमहल की तरह होते हैं, सबको उनकी ख़ूबसूरती तो दिखती हैं, पर उन्हें बनाने में लगी “मेहनत” और “वक्त” किसी को नजर नहीं आता हैं.
दिल में चाहत का होना जरुरी हैं,वरना याद तो दुश्मन भी करते हैं.
ये जो खामोश से अल्फ़ाज़ लिखे हैं ना,पढना कभी गौर से, चीरवते कमालहै..!!
ताज महल नहीं चाहिए, मुझे आपका प्यार ही चाहिए, मारके मेरे नाम का ताज महल नहीं बनना, सिर्फ अपने दिल में मेरी तस्वीर तुम सजाना.
उदास दिलो को हमदर्द मिलते हैहमसफर नही.!
ताजमहल अगर इश्क़ की निशानी है,तो जनाब आपको क्या परेशानी हैं.
कई जीत बाकी है कई हार बाकी है,अभी तो जिंदगी का सार बाकी है.यहां से चले हैं नई मंजिल के लिए,यह तो एक पन्ना था अभी तो पुरी किताब बाकी है.
जबसे पांच सौ रूपये मेंताजमहल बिकलने लगा है,तब से आशिकी का नया-नयारंग दिखने लगा है.
मोदी तेरे राज में ये स्वर्णिम इतिहास बना दे,हिंदी से हिन्दू,हिन्दू से हिन्दुस्तान बना दे।
सब मिल ही जाए,तो तमन्ना किसकी करेंगे,प्यास बनी रहे जरुरी हैं.
संतुलित मन के समान कोई तपस्या नहीं है, और संतोष के समान कोई सुख नहीं है; लोभ जैसा कोई रोग नहीं, और दया जैसा कोई पुण्य नहीं।
मनुष्य अकेला पैदा होता है और अकेला ही मरता है; और वह अपने कर्मों के अच्छे और बुरे परिणामों को अकेले ही भोगता है; और वह अकेला ही नरक या परमधाम जाता है।
झोपड़ियों में कहां बसता है इश्क “शहजादी” ताजमहल की बात तो अगले जन्म में करूंगा।
हज़ारो खोखले शब्दों से अच्छा वह एक शब्द है, जो शांति लाये। आपका दिन शुभ हो।
दोस्ती उसी से करिएगा,जिससे आप उम्र भर झगड़ भी सकेऔर लिपटकर कर रो भी सके !
खूबसूरत है ताज, जरा.. दूर से निहारियेपाँव रखकर, मेरे चाँद को मैला न करो..— % &
व्यक्ति को अधिक ईमानदार नहीं होना चाहिए। सीधे पेड़ पहले काटे जाते हैं और ईमानदार लोगों पर पहले शिकंजा कसा जाता है।
जिंदगी किसी से वफ़ा’ नहीं करती,और मौत किसी को ‘धोका’ नहीं देतीं।
संचित धन खर्च करने से बचता है जैसे कि आने वाला ताजा पानी रुके हुए पानी को बाहर निकालने से बचता है।
दौलत से महज़ महल बना करते है,पाक़ रिश्तों से ताजमहल बना करते है।
क्या मिला मुझसे दूर रह करलोग आज भी तुझे मेरीमोहब्बत कहते हैं।
बड़े सुकून से रहता है वो आज-कल मेरे बिना,जैसे किसी उलझन से छुटकारा मिल गया हो उसे..!
मोहब्बत की दोनों निशानियाँ आगरा में है,अगर इश्क़ पूरा हुआ तो ताजमहल देख लो,अगर इश्क़ अधूरा हुआ तो पागलखाना देख लो.
किसकी खूबसूरती का दीदार करें हम, आज वो और ताजमहल दोनों आमने सामने हैं.
कट्टर हिन्दू तो मैं पहले से ही हूँ,अब मुझे कट्टर देशभक्त बनना हैं।।
प्यार करती थी मुझ से,,! पैसाहोता तो शादी भी कर लेती….!
सेवक को उसके कर्तव्य के निर्वहन में, रिश्तेदार को कठिनाई में, मित्र को विपत्ति में, और पत्नी को दुर्भाग्य में परखें।
ना मुझे नाम चाहिये,ना ही मुझे ईनाम चाहिए,मुझे तो बस भगवा से सजा,पूरा हिन्दुस्तान चाहिये।
सिर्फ़ मुस्कुराहट से आप ज़िन्दगी और भी ज़्यादा खूबसूरत बना सकतें हैं। शुभ प्रभात आपका दिन मंगलमय हो! Good Morning
इस ईश्क कि निशानी ने दुनिया को दिवाना बनाया हैं, कैसी होगी वो मोहब्बत ये अफसाना बताया हैं।