2405+ Swabhiman Shayari In Hindi | 'स्वाभिमान' पर बेस्ट कोट्स

Swabhiman Shayari In Hindi , 'स्वाभिमान' पर बेस्ट कोट्स
Author: Quotes And Status Post Published at: October 3, 2023 Post Updated at: July 11, 2024

Swabhiman Shayari In Hindi : “उम्र से हम तभी बड़े होते है, जब सेल्फ रिस्पेक्ट ज्यादा प्यारी लगाती है।” “अहंकार मेरा स्वभाव नहीं है, मेरा स्वभाव मेरा अहंकार है।”

गरीब व्यक्ति को भी अपनेआत्मसम्मान को बड़ाकरने का हक़ होता है।

हिंदी का करते हैं हम अलग ही सम्मान, क्योंकि इसमें बसती है हर भारतीय की जान।

अगर आप का आत्मविश्वास मजबूत हैं,तो अँधेरे में भी, रास्ते, मिल जाते है।

बेज्जती का जवाब बड़ी इज्जत से देकर देखो, सामने वाला खुद शर्मिंदा हो जाएगा।😉

जब तक सुरज चॉंद रहेगा हिंदी का हर भारतीय के दिल में सम्मान रहेगा ।

हे भगवन करता हूँ आपसे गुजारिश की, तेरी भक्ति के सिवा कोई बंदगी ना मिले हर जन्म हिन्दु जैसे पावन धर्म में, या फिर जिंदगी ना मिले।

मैं सारी जिंदगी मेहनत करके!!आत्मनिर्भर रहना पसंद करूंगा!!ताकि मुझसे कोई कभी ये ना कह सके!!कि मैं ना होता तो क्या होता तुम्हारा!!

ज्ञान एक ऐसी चीज हैं जो व्यक्ति का आत्मसम्मान अपने आप ही बना देता हैं।

कोणासाठीही तुम्ही तुमचं वागणं बदलू नका. स्वाभिमानच सर्व काही आहे

मन भी भगवा, तन भी भगवा, भगवा रंग जवानी का कहत कबीर सुनो भाई साधो, रंग हैं ये बलिदानी का |

“😎 दूसरों के सामने इजत तो सब देते है बात ती तब है जब अकेले में भी तु मुझे सम्मान दे, प्रागाल नहीं है हम सस नेरी फ़िक सी रहती है 😎”

किसी के जैसा बनने की शर्त न रखो, अपने किरदार पर किसी गैर की पर्त न रखो, जियो अपनी तरह और बनो अपने जैसे, खुद पर यकीन रखो दिल में गर्त न रखो।

अपनी जिंदगी में कभी भी पैसो के चककर में,अपने आत्मसम्मान के साथ समझौता ना कर बैठना।

ज्यादातर लोग आसानी सेमिली हुई चीजो की कद्र नहीं करते,और फिर बाद में खो देते हैं।

अडचणीत असतांना अडचणीपासून दूर पळणेम्हणजे अजून मोठ्या अडचणीत जाण्यासारखेच आहे.

हरे रंग का सपना लेकर आया था अफझल इस माटी मेंछत्रपति में घुसा दिया भगवा उसकी छाती में

आत्म-सम्मान की अहमियत वो जानते हैं,जिन्होंने मंज़िल तक पहुँचने के लिए किसी की सीढ़ियों का सहारा न लिया हो।

जिनका स्वाभिमान होता है,वे अपने कर्तव्य से प्यार करते हैं।

आंधियां जोर से चल रही हैं हिंदुत्व को जुकाने की, लेकिन जुकने न देंगे भक्त श्री राम के खड़े हैं..!!

“😎 जहा दिल से कदर होती है, वही रिश्ता अच्छा होता है” 😎”

तन्हाई ने हमपर कुछ ऐसा असर कर दिया,अंजाने में हमे खुद सें प्यार करना सिखा दिया।

जितना अच्छा आप अपने बारे में महसूस करते हैं,उतना ही कम आपको दिखावे की ज़रूरत महसूस होती है।– रॉबर्ट हैंड

“😎 जो खुद , को खुद पर खर्च करते हैं, दुनिया वाले उन्हें गूगल पर सर्च करते हैं। 😎”

स्त्री ही सर्वात मोठी ताकद आहे अशी ताकद जी पुरूषालाही जन्म देते

हमारी राजभाषा ‘ हिंदी ‘ है हमारे भारत माता के माथे की बिंदी।

अगर आप का आत्मविश्वास मजबूत हैं तो, अँधेरे में भी, रास्ते, मिल जाते है ….

आपली सावली निर्माण करायची असेल तरऊन झेलण्याची तयारी असावी लागते.

यदि आपकी #करुणा में खुद को #शामिल नहीं किया गया है, तो यह ‘अधूरा’ है।”

“पहले खुद से प्यार करो और बाकी सब कुछउसके बाद आता है। इस दुनिया में कुछ भीपाने के लिए तुम्हें खुद से प्यार करना होगा।”– ल्यूसिल बॉल

“किसी भी चीज को पाने के लिए अपने मूल्यों से समझौता मत करो. आत्मसम्मान सबसे बड़ी चीज होती है”

खुद में रहो, खुद को पढ़ो और सबसे आगे बढ़ो।

दूसरों के प्रति गहरा सम्मान रखने की ओर,पहला कदम स्वयं का सम्मान करना है।– एमी लेह मर्करी

खुद से इतना प्यार करो की कोईतुम्हें तुमसे जुदा न कर सकेदुसरो को जानना ज्ञान है और स्वयं कोजानना आत्मज्ञान ।

क्रोध व्यक्ति के आत्मसम्मान को निचे गिराने में ज्यादा समय नहीं लगाता।

नाम तो किसी का भी चल सकता है लेकिन बस चलाने का दम होना चाहिए।। राजपूताना शायरी

चाहत कितनी भी छोटी क्यों न होउसको पूरा करने की जज्बा बड़ा होना चाहिए..Chahat kitni bhi choti kyu na ho,Usko pura karne ki jajba bada hona chahiye…

जैसे करते हो तुम अपनी मां की इज्जत ऐसे करो तुम अपनी मातृभाषा हिंदी की इज्जत।

कभी किसी से दूर हो जाना Ego नहीं Self respect भी होती हैं. Kabhi kisi se dur ho jana ego nahi self respect bhi hoti ha.

“ अहंकार हा खोटा आत्मविश्वास आहे तर स्वाभिमान हा खरा आत्मविश्वास आहे. ”

“ना झुकना, न अपने किरदार को झुकने देना, अगर लेनी पड़े सांसे स्वाभिमान को बेच कर तो मत लेना।”

“ खुद का सम्मान करें औरदूसरे आपका सम्मान करेंगे….!!

जीवन में चाहे कुछ भी बेकना पड़ जाये पर याद रहे भूल से भी आत्मसम्मान ना बिक जाये।

आप ही लोगों को सिखाते हैं कि वो आपसे कैसा व्यवहार करें।

“😎 भलाई करते रहिए ,बहते पानी की तरह, बुराई खुद ही किनारे लग जाएगी , कचरे की तरह। 😎”

“😎 वक्त के साथ जज़्बात बदल रहें हैं। अब एक दूजे के लिए नहीं पर खुद के लिए जी रहे हैं। 😎”

आत्म-सम्मान को खो कर अगर कुछ मिल भी जाता हैतो उसका मोल न के बराबर हो जाता है।

खुद कि कीमत इतना भी मत बाराओ कि कोइ तुम्हे बुला ना सके और इतना भी सस्ता मस्त बानो की कोइ भी तुम्हे बेइज्जत करके चले जाए

जब बात स्वाभिमान की हो तो दोस्त भी छोड़ देना कोई बड़ी बात नहीं।

जब-जब आप दूसरों के आगे हाथ फैलाते है,तब-तब अपने ही स्वाभिमान को ठेस पहुंचाते है.

कठीण काळात सतत स्वतःला सांगा,शर्यत अजून संपलेली नाही,कारण मी अजून जिंकलेलो नाही.

प्रत्येक क्षणाचा आनंद घेऊन जगा.कारण गेलेली वेळ परत येत नाही.आणि येणारी वेळ कशी असेल सांगता येत नाही.

धन से नहीं आपके आत्म-सम्मान से आपकी पहचान है।

आत्मविश्वास के साथ काम करना सबसे अच्छा है।

ज्या क्षणी तुम्ही नात्यासाठी कोणाकडे तरी आर्जव करायला लागता, त्याचवेळी तुम्ही तुमचा स्वाभिमान गमावता. त्यामुळे कधीही नात्यात आर्जव करू नका

जहां आपको मान “सम्मान” ना मिले वहां से #हट जाना चाहिए, चाहे वह किसी का #दिल हो या घर

अनपढ़ लोगो की वजह से ही हमारी मातृभाषा बची हुई हैं साहब वरना पढ़े हुए कुछ लोग तो राम राम बोलने में भी शरमाते हैं . जय भगवा राज

#आत्मसम्मान के साथ समझौता करके “जीवन” जीना हमेशा कष्ट देता हैं.

खुद को पसन्द करना,खुद की पहली पसन्द होनी चाहिए।

दूसरों के दिल से उतरने पर उतने घाव नहीं आते, जितने अपनी नज़रों से नीचे गिरने पर आ जाते हैं।

खुद से खुद को मिलाता हूँ तब कहीं सम्भल पाता हु।

“ हर चीज के लिए दूसरों पर निर्भर न रहें,क्योंकि अगर आप हमेशा ऐसा करते हैं,तो धीरे-धीरे आपकाआत्म-सम्मान कम हो जाएगा….!!

यदि आप दूसरों का सम्मान नहीं करते हैं, तो आप कभी भी आत्म-सम्मान महसूस नहीं करेंगे।

जीवन में इतना संघर्ष तो कर लेना चाहिए!!कि, अपने बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए!!दूसरों का उदाहरण ना देना पड़े!!

अगर हुआ मेरे धर्म पर घात तो मैं प्रतिघात करूँगा मैं हिन्दू हूँ हिंदुत्व की ही बात करूँगा . जय श्री राम ||

जीवनात चांगल्या माणसांना शोधू नका,स्वतः चांगले व्हा आणि कुणीतरी तुम्हाला शोधत येईल.

बुरी आदतें आत्मसम्मान को कम करती जाती है।

वह “व्यक्ति” जो मांग कर नहीं बल्कि #मेहनत करके खाता है, लेकिन समाज में उस “व्यक्ति” का सम्मान बना रहता है।

आओ मिलकर करें साधना, दिव्य शक्ति के तंत्र की, गूँजे फिर जयकार धरा पर, सत्य सनातन धर्म की।

अगर कोई वक़्त नहीं दे रहा तो कुछ वक़्त अपने साथ गुजारिए अच्छा रहेगा।

तुमच्या भूतकाळाला तुमच्या भविष्यावर कधीही मात करू देऊ नका. कारण असं झालं तर तुमचा स्वाभिमान डळमळायला लागेल आणि सर्वात जास्त त्रास तुम्हालाच होईल

अपने आत्म-सम्मान की रक्षा करें परन्तु अपने अहंकार को स्वयं से दूर रखें।

“ जमाने को रोक ही नहींसकती अपनी बुराई करने से….!!!

Recent Posts