Speech Shayari In Hindi : मैंने जीवन में उस इंसान से कुछ नहीं सीखा, जो हर बात में मुझसे सहमत था। यकीन कीजिये ईश्वर के फैसले पर हमारी ख्वाहिशों से बेहतर होते है।
वतन हैं मेरा सबसे महान प्रेम सोहाद्र का दूजा नाम, वतन-ए-आबरू पर है हम सब कुर्बान, शान्ति का दूत है मेरा हिन्दुस्तान…
बहुत याद आएँगी ये बातेंकिसी का मुसीबत में पड़ते हीसब दोस्तों का एक साथ खड़े होनाऔर अड़ जाना और सबका मुसीबत से लड़ जाना
दिल में चाहत का होना जरुरी हैं,वरना याद तो दुश्मन भी करते हैं.
कभी नालायक हुआ करते थे,आज लायक बन गए जिन्दगी मेंअब कैसे कर दे आपको विदा…आपकी शिक्षा से हम आज क्या बन गए।
एक दिमाग वाला दिल, मुझे भी दे दे ख़ुदा,ये दिल वाला दिल सिर्फ तकलीफ़ ही देता है.
दुनिया की सबसे अच्छी किताब हम स्वयं ही ही अगर हम खुद को पढ़ लेंगे तो हमें सभी समस्याओं का समाधान मिल जाएगा ।
जो है तुम्हारे पास उसकी कदर करो क्योंकि जो तुम्हारे पास है कुछ लोग उसके लिए भी तरसते हैं ।
तुम शोर करते हो, सुर्खियों में आने के लिए;हमारी तो खामोशियां अखबार बनी हुई है।
एक तेज़ प्रकाश की तरह मेरे बचपन में मेरे ऊपर सबसे महत्वपूर्ण प्रभाव मेरे पिता जी का पड़ा था। – डॉर्फेस्ट केली
मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिएबस अमन से भरा यह वतन चाहिएजब तक जिन्दा रहूं, इस मातृ-भूमि के लिएऔर जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिये
भँवर से लड़ो तुंद लहरों से उलझो,कहाँ तक चलोगे किनारे किनारे।
रूकती नहीं किसी के लिये मौजे-जिन्दगी,धारे से जो हटे वो किनारे पर आ गये।
चक्के पे चक्का चक्के पे गाड़ीआप ही वो प्यारे सीनियर हो जिसने हमारी जिंदगी बिगाड़ी
फिक्र करूं या जिक्र करूं आपके बिना ये सफर कैसे पूरा करूं दिमाग को समझाऊं तो मन नहीं समझता दिल को समझाऊं तो आंखें रो पड़ती है।
आपकी क्षमता सिर्फ आपकी एक कल्पना है
दे सलामी इस तिरंगे को जिस से तेरी शान हैं……, सर हमेशा ऊँचा रखना इसका, जब तक दिल में जान हैं।
जिस शख्स ने मेरी जिंदगी में रंग भरने के लिए अपने जिंदगी को बेरंग किया है, वह है मेरे पापाजी।
कायर आदमी अपनी मौत से पहले न जाने कितनी बार मरता है।
आपके साथ कुछ लम्हे कई यादेंबतौर ईनाम मिले, एक सफर परनिकले और तजुर्बे तमाम मिले।
बहुत पापड़ बेलने पड़ते है दोस्तों जिंदगी कोई मैगी नहीं जो दो मिनट में बन जाये
पंख ही काफ़ी नहीं हैं आसमानों के लिए,हौसला भी चाहिए ऊंची उड़ानो के लिए।
जो हारता है, वही जीत की असली कीमत जानता है
दे सलामी इस तिरंगे को जिस से तेरी शान हैं, सर हमेशा ऊँचा रखना इसका जब तक दिल में जान हैं..!!
कर जज्बे को बुलंद जवान , तेरे पीछे खड़ी आवाम, हर पत्ते को मार गिरएंगे जो हमसे देश बंटवाएंगे.
सामने हो मंजिल तो रास्ते ना मोड़ना,जो भी हो मन में वह सपने मत तोड़ना.कदम कदम पर मिलेंगी मुश्किले आपको,बस सितारे चुनने के लिए जमीन मत छोड़ना.
साथ गुजरे जो पल भुला न देना,साथ गुजरे जो पल भुला न देना,रुकना मत तुम तब तकजब तक कुछ बनकर ज़माने को दिखा देना
इश्क तो करता है हर कोईमहबूब पे तो मरता है हर कोईकभी वतन को महबूब बना के देखोतुझ पे मरेगा हर कोई
माँगी थी एक बार दुआ हम ने मौत कीशर्मिंदा आज तक हैं मियाँ ज़िंदगी से हमअज्ञात
“एक पिता के चेहरे की मुस्कान उसके बच्चे के पूरे दिन को रोशन कर देती है।” —सुसान गाले
मैं सीखा और बहुत कुछ सिखाया है आपने,तरक्की का असली मतलब बताया है आपने,चले जाओगे माना हमारा साथ छोड़कर,पर हमारे दिल में घर बनाया है आपने।
थोड़ा धीरज रख, थोड़ा और जोर लगाता रह !! किस्मत के जंग लगे दरवाजे को, खुलने में वक्त लगता है !!
पिता की लाडली गुड़िया रानी,दिल की होती है बड़ी सयानी।
आज के प्रतिस्पर्धा के समय में आपका विरोधी ही आपका सबसे अच्छा शिक्षक हैं.
इंतजार करने वाला व्यक्तिहर चौराहे पर मिलेगा,कोशिश करने वाला व्यक्तिहर दरवाजे पर मिलेगा.
पिता बनना एक सौभाग्य की बात है ये बात किसी अद्भुत से कम नहीं है। – लैरी
लक्ष्य भी है, मंज़र भी है, चुभता मुश्किलों का खंज़र भी है !! प्यास भी है, आस भी है, ख्वाबो का उलझा एहसास भी है !!
बहन ने भाई की कलाई पर बाँध राखी आज़ादी थी माँगी.! माँ ने दूजी माँ का कर्ज़ चुकाने का वादा लिया था.!!
जिसमें है मैंने ख्वाब बुने, जिस से जुड़ी मेरी हर आशा, जिससे मुझे पहचान मिली, वो है मेरी हिंदी भाषा।
खुद में वो बदलाव लाईये ! जो आप दूसरों में देखना चाहते हैं !!
अगर मेहनत करना सीख गये तो जीतना भी सीख जाओगे ।
कोई अजनबी ख़ास हो रहा है…लगता है मोहब्बतें एहसास हो रहा है!!💘
विदाई की घड़ी है आई सबके आँखों में आँसू है लाई,आपकी पूरी हो हर अभिलाषा दुआ ये सबके जुबान पर है आई.
जहाँ भी रहो वहाँ लोगों की आवशयकता बनकर रहो, उन पर बोझ बनकर नहीं।
देवी का रूप देवो का मान है बेटी.. घर को जो रोशन करे वो चिराग होती है बेटी..
गुरू तेरी महिमा को मैं कैसे करूँ बयां,लिखने बैठूं जो तेरी महिमा तो यह अंबर छोटा पड़ जाये,ऐसे मेरे गुरू है जो सब को इंसानियत का पाठ पढ़ायें,
हस्ते हुए रो देता हु मैं जब स्कूल की मस्ती याद आती हैं क्या जबरदस्त दिन थे वो जब ज़िम्मेदारिया नहीं सिर्फ मस्ती थी
जीत के खातिर बस जुनून चाहिए, जिसमें उबाल हो ऐसा खून चाहिए , वो आसमां भी आएगा जमीं पर बस इरादों में जीत की गुंज चाहिए ।
तुम पूछ लेना सुबह से, न यकीन हो तोशाम से,ये दिल धड़कता है तेरे ही नाम से।
"पहाड़ को चीर कर जब कोई नदी निकलती है तो वो कभी नहीं पूछती समुंदर अभी कितना दूर है।"
पिता को अगर गुरु मान लो, तो जीवन की सारी कठिनाइयों से लड़ने का हुनर सीख जाओगे।
गुलाम बने इस देश को आजाद तुमने कराया हैसुरक्षित जीवन देकर तुमने कर्ज अपना चुकाया हैदिल से तुमको नमन हैं करतेये आजाद वतन जो दिलाया है
शिक्षक स्वयम कभी बुलंदियों पर नहीं पहुँचते लेकिन बुलंदियों पर पहुँचने वालो को शिक्षक ही निर्मित करते हैं.
आप जितना कम बोलेंगे,इस दुनिया मे आपकी उतनी ज्यादा सुनी जाएगी।
यूँ तो दुनिया की सारी बातें भूल जाता हूँ मैं लेकिन School वाला प्यार, अब भी मुझसे भूला नहीं जाता.
कभी पत्थर की ठोकर से भी नहीं आती जरा सी खरोच,कभी जरा सी बात पे इंसान बिखर जाता है।
दिखावे की कोशिश कभी मत करना मेरे दोस्त जब Perfect हो जाओगे खुद ही नजर आ जाओगे ।
देखकर दर्द किसी का जो आह निकल जाती है,बस इतनी से बात आदमी को इंसान बनाती है ।
कोई भी लक्ष्य बड़ा नहीं,जीता वही जो डरा नहीं।
समुन्दर न हो तो कश्ती किस काम कीमजाक न हो तो मस्ती किस काम कीदोस्तों के लिए कुर्बान है ये जिंदगी,अगर दोस्त न हो तो फिर ये जिंदगी किस काम की
आपकी विदाई की इस बेला में, कहता हूं सच, रह जाऊंगा अकेला मैं, फिर भी दुख-सुख में हूं आपके साथ, आप रहो जहां वहां मिले नई सौगात।
रहता भी है, सहता भी है, बनकर दरिया सा बहता भी है!! पाता भी है, खोता भी है, लिपट लिपट कर रोता भी है !!
दूरियों से ही एहसास होता है की,नज्दिकिया कितनी खास होती हैं ।
जो मिल गया वो मक़ाम कैसा,जो छू ही लिया तो चाँद कैसा.
हर दर्द खुद सहकर, जिसने मुझे रखा है हर गम से महफूज, वह हैं मेरे पापाजी।
झूठी शान के परिंदे ही अक्सर ज्यादा फड़फड़ाते है क्योंकि बाज की उड़ान में कभी आवाज नहीं होती ।
मुझे छाव में रखा और खुदजलता रहा धुप में,मैंने देखा हैं एक फरिश्ता,मेरे पिता के रूप में.
ना अश्क़ से वाकिफ थे, ना ही इश्क़ के काबिल हुए हैं… फिर भी ऐ ग़म, हम तेरी स्कूल में दाखिल हुए हैं…
भले ही हम कितनी भी तरक्की कर लें याद रहेंगे ये जिंदगी के पहले दोस्त और पहले साथी
जागते रहना है पढ़ते रहना है, पिता जी कि फिक्र को फक्र में जो बदलना है।
आपकी जिस सख्ती से थी नफरत,आज उसी पर प्यार आता है,काश! आज फिर से आपकी मिलती डांट,तो फिर तस्वीरों से न करनी पड़ती बात।
सुबह सुबह उठना पड़ता हैं,कमाने के लिए साहब,आराम कमाने निकलता हूँआराम छोड़कर.
शिक्षक ईश्वर से बढ़कर होते है, ये कबीर बतलाते है , क्यूंकि शिक्षक ही भक्तो को , ईश्वर तक पहुंचाते है ! Happy Teachers day