Speech Shayari In Hindi : मैंने जीवन में उस इंसान से कुछ नहीं सीखा, जो हर बात में मुझसे सहमत था। यकीन कीजिये ईश्वर के फैसले पर हमारी ख्वाहिशों से बेहतर होते है।
है विदाई की ये बेला लगा है आँसुओं का रेला पर है खुशी साथ है आगे दुनिया बड़ी जहाँ मिलेगी तुम्हे जीवन की नई सौगात।।
मंजिले क्या है रास्ता क्या है, हौसला हो तो फासला क्या है !
मेरे होंठो पर लफ्ज़ भी अब तेरी तलब लेकर आते हैं,तेरे जिक्र से महकते हैं तेरे सजदे में बिखर जाते हैं।
आँखे तो सब की एक जैसी होती हैं,पर सब का देखने का अंदाज अलग होता हैं…Education Shayari
सबसे खुशकिस्मत है वह इंसान, जिसके पास है पिता के प्यार की बेशुमार दौलत।
मरना भी मुश्किल है जिस शख्श के वगैर,उस शख्स ने ख्वाबों में भी आना छोड़ दिया।😑
जिनके अंदर कुछ कर गुज़रने का जुनून होता है उन्हें ही कामयाबी का सुकून मिलता है।
आप सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की ढ़ेरों सारी शुभकामनाएं, आईये आज से हम संकल्प लेते है की भारत को भ्रष्टाचार मुक्त और खुशहाल देश बनायेंगे।
कॉलेज एक परिवार होता है, जहाँ हर दिन रविवार होता है, हर दिल में प्यार होता है, पर आखिरी दिन बड़ा बेकार होता है.
वक्त और टीचर में थोड़ा सा फर्क होता हैटीचर सीखा कर इम्तेहान लेता है और वक्त इम्तेहान लेकर सिखाता है।
अपनी एक ज़मी, अपना एक आकाश पैदा कर, तू अपने लिए एक नया इतिहास पैदा कर… मांगने से कब मिली है ख़ुशी मेरे दोस्त, तू अपने हर कदम पर विश्वास पैदा कर||
उन पर ध्यान मत दिजिएजो आपकी पीठ पीछे बात करते हैंइसका सिधा सा अर्थ हैआप उनसे दो क़दम आगे है
बुरा वक़्त भी गुज़र ही जाता है,बस रब को हमारासबर आज़माना होता हैं.
हर तकलीफ से इंसान का दिल दुखता बहुत है पर हर तकलीफ से इंसान सीखता भी बहुत है
हादसों की मार टूटे मगर जिन्दा हैं,Life जो जख्म भी तूने दिया गहरा न था।
जब तक आप को पता चलता है कि शायद आपके पिता सही थे, तब आपके पास आमतौर पर एक बेटा होता है जो सोचता है कि आप गलत हैं।
जो अपने दर्द को छिपाकर बच्चे के होंठों पर मुस्कान लाता है, वो है पिता।
वह पापा ही तो है, जो बचपन में हमें हंसाने के लिए कभी हाथी, तो कभी घोड़ा बन जाते थे।
ऐ सनम… होगी कितनी चाहत उस दिल में,जो खुद ही मान जाये कुछ पल खफा होने के बाद।
ऐसा नही की आपकी याद आती नही,ख़ता सिर्फ़ इतनी है के हम बताते नही !
इस बार भारत सरकार द्वारा फिर से हर घर तिरंगा कैंपेन चलाया जा रहा है जिसके तहत लोग अपने घरों पर तिरंगा लगाकर स्वतंत्रता दिवस मनाएंगे।
सही क्या है ? गलत क्या है ? ये सबक पढ़ाते हैं आप, झूठ क्या है ? सच क्या है ? ये बात समझाते हैं आप, जब सूझता नहीं कुछ भी ,राहों को सरल बनाते हैं आप।
फिर से वो बस्ता थमा दो ना माँ स्कूल वाला मेरे काँधे में, क्योंकि ज़िम्मेदारियों का बोझ बस्ते से बहुत भारी हैं…..!
अपने खिलाफ बातें ख़ामोशी से सुनो,यकीन मानों वक़्त बेहतरीन जवाब देगा।
तेरे ख़त में इश्क की गवाही आज भी है, हर्फ़ धुंधले हो गए पर स्याही आज भी है।।
किसी लक्ष्य को पाने के लिए इस हद तक मेहनत करो, कि किस्मत भी बोले ले-ले बेटा इसपे तेरा ही हक है।
खुशनसीब हैं जो वतन पर कुर्बान हुए, जो तिरंगे में लिपट जिंदगी से आजाद हुए, मर कर भी अमर हो गए वो, साधारण मनुष्य से शहीद की शहादत हो गए वो…
अपनी काबिलियत पर तुम यकीन रखना,ऐसा भरोसा हम तुमसे करेंगेपीछे छोड़ सबको, तुम आगे बढ़ना,लोग तो तुमसे जलते रहेंगेपर तुम सफलता की सीढ़ी निरन्तर चढ़ते जाना
बिना बोले बेटी की जरूरतें जिसने की हैं पूरी,उसके बिना बेटी की जिंदगी है अधूरी।
अपनी ज़िन्दगी को सिर्फ आप स्वयं बदल सकते हो, ये कार्य आपके लिए कोई और नहीं कर सकता
अपनी मर्ज़ी से कहाँ सफर के हम हैं,रुख हवाओं का जिधर का है उधर के हम हैं।
तुम्हारे साथ ये मौसम फ़रिश्तों जैसा है तुम्हारे बा’द ये मौसम बहुत सताएगा
विदा कर रहे है और देते है ये शुभकामना,जीवन में ढेर सारे पैसे कमाना,फिर मुझसे जरूर मिलने आना और बढियाँ सी पार्टी दे जाना.
आपको जाना है यहाँ से विदा होकर आजशुभकामना है पुरी हो आपकी हर मनोकामना।।
प्रगति हमेशा सभी सुख-सुविधाओं को त्याग कर होती है
कूछ नही मिलता दुनिया मे मेहनत के बगैर, मेरा अपना साया भी मुझे धूप मे आने के बाद मिला।
हिंदी दिवस पर्व है, इस पर हमें गर्व है, सम्मानित हमारी राष्ट्रभाषा, हम सबकी है यही अभिलाषा।
चलो माना कि आज तकलीफें बड़ी है पर कल कामयाबी भी बड़ी होगी ।
पढ़ो लिखो लड़ो हंसो रोओ कुछ भी करो लेकिन जो सपना देखा है हर हाल में उसे पूरा करो
जीवन जितना सजता है माँ-बाप के प्यार से,उतना ही महकता है गुरू के आशीर्वाद से,समझ कल्याण में जीतने माँ-बाप होते है खास,उतने ही गुरू के कारण होती है द,
अच्छी किताबें और अच्छे लोग,तुरन्त समझ नही आते, उन्हें पढ़ना पड़ता है।
मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनो में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है !
कोई भी दुःख मनुष्य के साहस से बड़ा नहीं है जीवन में हारा वहीं है जो लड़ा नहीं ।
पापा खुशियां हैं, दुनिया हैं, संसार हैं, बिन पापा के अधूरा ये जीवन है।
मुझ को रुख़्सत होना है मेरा सामान त्यार करोकुछ मन जाने नहीं देता जब तुम प्यार करो
हिंदी भाषा नहीं भावों की अभिव्यक्ति है, यह मातृभूमि पर मर मिटने की भक्ति है।
क्रोध के समय थोड़ा रुक जाएं,और गलती के समय थोड़ा झुक जाएं,तो दुनिया की सब समस्याएं हल हो जाएगी.
“अपनी एक ज़मी, अपना एक आकाश पैदा कर, तू अपने लिए एक नया इतिहास पैदा कर… मांगने से कब मिली है ख़ुशी मेरे दोस्त, तू अपने हर कदम पर विश्वास पैदा कर।”
परिवार की हिम्मत और विश्वास है,उम्मीद और आस की पहचान है मेरे पिता।
सच को तमीज ही नही बात करने की,झूठ को देखो कितना मीठा बोलता है.
बदल जाओ वक्त के साथ या वक्त बदलना सीखो,मजबूरियों को मत कोसो हर हाल में चलना सीखो।
कामयाबी पर सिर्फ तेरा नाम होगा तेरे हर कदम पर दुनिया का सलाम होगा डट कर करना सामना तुम मंजिल की मुश्किलों का एक दिन वक्त भी तेरा गुलाम होगा ।
खुशी के लिए काम करोगे तो खुशी नहीं मिलेगी,लेकिन खुश होकर काम करोगेतो खुशी और सफलता दोनों मिलेगी .
जीत और हार आपकी सोच पर निर्भर करती हैं,मान लो तो हार होगी और ठान लो तो जित होगी।
तुम्हारे ख़यालों की भीड़ लगी है मुझमेंमैं अकेला होकर भी अकेला नहीं होता
उड़ा देती है नींदे कुछ जिम्मेदारियां घर की रात में जागने वाला हर शख्स आशिक नहीं होता
हार तब नहीं होती जब आप गिर जाते हैं , हार तो तब होती है जब आप फिर से उठने से इनकार कर देते हैं ।
मुसीबत के समय जो सबसे पहले आकर हाथ थामता है, वह हैं पापा।
विद्यार्थी के लिए कोई भी लक्ष्य बड़ा नही होता, हारता वही है जो दिल से लड़ा नही होता।
परिस्थिति बदलना जब मुमकिन ना हो तो मन की स्थीती बदल लीजिये सब कुछ अपने आप ही बदल जाएगा
जब आप कुछ गंवा बैठते हैं, तो उससे प्राप्त शिक्षा को न गंवाएं।
कुछ पन्ने इतिहास के मेरे मुल्क के सीने में शमशीर हो गएं,जो लड़े, जो मरे वो शहीद हो गएं,जो डरे, जो झुके वो वजीर हो गएं
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स्कूल की मोहब्बत में,खुमारी रहती थी आज की मोहब्बत में,जलदबाज़ी रहती है।
रब से है बस एक ही दुआ, मेरे पापा रहे सदा खुश, दूर रहे उनसे हर बदुआ।
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम जी ने भी क्या खूब कहा है इंतजार करने वालों को सिर्फ उतना ही मिलता है जितना मेहनत करने वाले छोड़ देते हैं ।
सफलता की राह में अक्सर रूकावटें तो आती ही है पर यहां मंजिल भी उन्हीं को मिलती है जो हार नहीं मानते ।
हुआ सवेरा तो हम उनके नाम तक भूल गएजो बुझ गए रात में चरागों की लौ बढ़ाते हुए।
सोचने से कभी नहीं मिलते तमन्नाओं के शहर , चलना भी जरूरी है मंजिल पाने के लिए ।
सच्ची बातों को जान लेने का नाम ज्ञान हैं,जो अपनी मेहनत से कुछ कर दिखाएँ वही महान हैं…
किसी की अच्छाई काइतना फायदा मत उठाओकी वह बुरा बनने पर मजबूर हो जाए.
विदाई की है घड़ी है मुश्किल बड़ी कामना जीवन की तुम्हारी हो पूरी यही है शुभकामना हमारी।।