1568+ Speech Shayari In Hindi | Motivational Shayari in hindi

Speech Shayari In Hindi , Motivational Shayari in hindi
Author: Quotes And Status Post Published at: September 25, 2023 Post Updated at: November 13, 2023

Speech Shayari In Hindi : मैंने जीवन में उस इंसान से कुछ नहीं सीखा, जो हर बात में मुझसे सहमत था। यकीन कीजिये ईश्वर के फैसले पर हमारी ख्वाहिशों से बेहतर  होते है।

दस्तूर है जमाने का यह पुराना, लगा रहता है यहां आना और जाना,रहो जहां अपनी छाप ऐसे छोड़ जाना, हर कोई गुनगुनाता रहे आपका ही तराना।

मंजिल मिलेगी भटक कर ही सही,गुमराह तो वो है जो घर से निकले ही नहीं।

मुस्कुरा जाता हूँ अक्सर गुस्से में भी तेरा नाम सुन कर,तेरे नाम से इतनी मोहब्बत है तो सोच तुझसे कितनी होगी.

घर में पूजा-कीर्तन करके क्या करोगे, जब भगवान को ही वृद्धाश्रम छोड़कर आए हो।

क्या बताऊं खूबियां आपकी विदाई पर, महकता था दिन आपके मुस्कुराने पर, जहां भी रहो कामयाबी की मिशाल बनो, लेकिन, अधूरा लगेगा हमें आपके जाने पर.

पिता के लिए बेटी होती है परी, घर के खुशियों की होती है कली।

वक्त से लड़कर जो नसीब बदल दे, इंसान वही जो अपनी तकदीर बदल दे !

स्कूल का वो बैग फिर से थमा दे माँ, यह ज़िन्दगी का बोझ उठाना मुश्किल हैं।

तुम्हारी खूबियां तुम्हारे काम आए, वो तुम्हारा बेहतर कल बनाएं,तुम्हारे फेयरवेल में बस इतना ही कहूंगा, तरक्की के साथ भविष्य भी बेहतर हो जाए।

स्कूल के भी क्या खूब दिन हुआ करते थे, तुझे इम्प्रेस करने के चक्कर में स्वेटर नहीं पहना करते थे।

दुख के सफ़र पे दिल को रवाना तो कर दिया अब सारी उम्र हाथ हिलाते रहेंगे हम

अगर तुम्हें याद करने का कोई मीटर होतातो सबसे ज्यादा बिल हमारा ही आता।

जिंदगी जो शेष बची हैउसे विशेष बनाइये बाद मेंतो अवशेष होना ही हैं.

वक़्त उसके साथ बिताओजिसके साथ वक़्त का पता ना चले

परमात्मा कभी भाग्य नहीं लिखते जीवन के हर कदम पर हमारी सोच हमारे विचार हमारे कर्म ही हमारा भाग्य लिखते है

खून से खेलेंगे होली,अगर वतन मुश्किल में हैसरफ़रोशी की तमन्नाअब हमारे दिल में है

हर बहाना किनारे रख दीजिए और इस बात को याद रखिए कि हाँ में कर सकता हूँ !!

तलब ये के तुम मिल जाओ….हसरत ये के उम्र भर के लिए!!🥰

कुछ बातें तब तक समझ में नहीं आती,जब तक ख़ुद पर ना गुजरे.

हवाओं से कह दो अपनी औकात में रहे हम परों से नहीं हौसलों से उड़ते हैं

हम इश्क़ के वो मुकाम पर खड़े हैजहाँ दिल किसी और को चाहे तो गुन्हा लगता है

याद उसे करो जो अच्छा होप्यार उसे करो जो सच्चा होसाथ उसका दो जो इरादे का पक्का होदिल उसको दो जो सूरत से नहीं दिल से अच्छा हो

सीढीयाँ उन्हें मुबारक हो, जिन्हें छत तक जाना हो, हमारी मंजिल तो आसमान है, और रास्ता हमें खुद बनाना है !

इन्हीं जर्रों से कल होंगे नए कुछ कारवां पैदा,जो जर्रे आज उड़ते हैं गुबार-ए-कारवां होकर।

जो मजा पापा के कंधों पर झूलने में आता था, वो मजा पार्क के झूलों में कहां है।

जहाँ ज्ञान है वहीं सुख हैं,बिना ज्ञान पूरा जीवन दुःख हैं.New Education Shayari

आये हो निभाने को जब, किरदार ज़मीं पर,कुछ ऐसा कर चलो कि ज़माना मिसाल दे।

उसके होठ किसी किताब में लिखी खूबसूरत तहरीर से कम नही,ऊँगली रखो तो पढते चले जाने का जी चाहता है.

तू बस मेहनत करता जा , किसी को ना दे अपने काम की गवाही । खुद- ब- खुद जान जाएंगे लोग जब तुम्हारी सफलता का शोर मचाएगा तबाही ।

” समय जो है वो दुनिया का सबसे बड़ा सर्वश्रेष्ठ गुरु हैजो कि हमे जिंदगी का सही कीमत बता देता है।। “

जागना भी कबूल है तेरी यादो में रात भर, तेरे एहसासों में जो मज़ा है वो नींद में कहा!!😍

लगा रहे प्रेम हिन्दी में, पढूँ हिन्दी लिखूँ हिन्दीचलन हिन्दी चलूँ, हिन्दी पहरना, ओढना खाना।

सुना है काफी पढ़ लिख गए हो तुम,कभी व्व भी पढ़ो,,जो हम कभी कह नही पाते।

शुक्रिया तेरा तिरे आने से रौनक़ तो बढ़ीवर्ना ये महफ़िल-ए-जज़्बात अधूरी रहती।

भारत के इन सभी वीर सपूतों ने गुलामी की जंजीर को तोड़ने के लिए अपना सर्वस्व दांव पर लगा दिया तथा देश के लिए खुशी-खुशी शहीद हो गए।

ऐसे जियो जैसे कि तुम कल मरने वाले हो,ऐसे सीखो की तुम हमेशा के लिए जीने वाले हो।

वजूद खुद का बनाओंदूसरी के सहारे ज़िन्दगी नहीं कटती

मिली-जुली खुशी-गम के भावनाओं के साथ, शुभकामना है आज विदाई के इस मौके में ये,कि हो तुम्हारे जीवन की शुभ शुरुआत…

बिना बताए ही सही, लेकिन तुम चले तो गए होतबसे ये जाना कि दर्द को संभलके नहींबल्कि सजा के रखना मुमकिन है।

उड़ जाती है नींद ये सोचकरकि सरहद पे दी गयीं वो कुर्बानियांमेरी नींद के लिए थीं

होशवालों को खबर क्या… बेखुदी क्या चीज़ है… इश्क कीजिये…फिर समझिये… ज़िन्दगी क्या चीज़ है!

हर बार गिरने से पहले जो मुझे थाम लेते हैं, वो हैं मेरे पापा।

बुराई तो छोटी सोच वाला इंसान ही करता हैं,बड़ी सोच वाले तो माफ़ करते हैं.

पन्चाग्न्यो मनुष्येण परिचर्या: प्रयत्नत:। पिता माताग्निरात्मा च गुरुश्च भरतर्षभ।।

दिल की धड़कन बन कर दिल मे रहोगे तुमजब तक सांस है तब तक मेरे साथ रहोगे तुम।

मेरा “भारत” महान था, महान है और महान रहेगा. है होंसला सब के दिलों में बुलंद, तो एक दिन पाक भी जय हिन्द कहेगा.

इच्छाओं के अनुरूप जीने के लिए तो जुनून चाहिए , वरना परिस्थितियां तो हमेशा विपरीत ही होती हैं !

हम सैनिकों की तरह तो नहीं बन सकते लेकिन उनके लिए भगवान से अच्छी कामनाएं कर सकते है.

रब की रहमत और उनके अमृत फल का वरदान है पिताजी।

मुश्किलों से .भाग जाना आसान होता हैमुश्किलों .से .भाग .जाना आसान होता हैहर पहलु जिंदगी का इम्तिहान होता है

आन देश की, शान देश की, इस देश की हम संतान हैं !तीन रंगों से रंगा तिरंगा, अपनी ये पहचान है !!

वहाँ मार्ग की रुकावट नहीं बल्कि वहां से उत्पन्न एक फूल हैं जहाँ से जीवन में शिक्षा की शुरुआत हुई वह हमारा स्कूल है

गुरु बिन ज्ञान न होत है, गुरु बिन दिशा अजान, गुरु बिन इन्द्रिय न सधें, गुरु बिन बढ़े न शान।

वाफिक तो मैं भी हूँ,दुनिया के तौर-तरीकों से,पर जिद्द तो यहां अपने हिसाब से जीने की हैं.

सच्चा प्यार किसी भूत की तरह होता हैबातें तो सब करते है देखा किसी ने नहीं

अगर अब भी खून ना खौला तो खून नहीं वो पानी है जो जवानी अपने देश और माँ बाप के काम ना आए बेकार वो जवानी है

आज भी जब कॉलेज के दोस्त मिल जाते हैं, तो दिल में जवानी के फूल खिल जाते हैं.

मिली-जुली खुशी-गम के भावनाओं के साथ शुभकामना है आज विदाई के इस मौके में ये कि हो तुम्हारे जीवन की शुभ शुरुआत।।

कौन कहता है कि मौत आई तो मर जाऊँगामैं तो दरिया हूँ समुंदर में उतर जाऊँगाअहमद नदीम क़ासमी

देश के लिए मर मिटना कुबूल है हमेंअखंड भारत के सपने का जूनून है हमें

जीवन की असली पूँजी ज्ञान है,शिक्षक ही इस ज्ञान की खान है.हैप्पी टीचर्स डे

ऐ खुदा अपनी अदालत में हम सबके लिए ज़मानत रखना, हम रहे या ना रहें, हमारे दोस्तों को यूँ ही सलामत रखना||

शाखों से टूट जाएँ वो पत्ते नहीं हैं हम,आँधियों से कह दो जरा औकात में रहें।

आप जैसे सीनियर किस्मत से मिलते हैं जैसे पतझड़ में मानो फूल खिलते हैं चले जाओगे हम को अकेला छोड़कर हमेशा आप खुश रहो यही शब्द निकलते हैं।

सफलता का मुख्य आधार ! सकारात्मक सोच और निरंतर प्रयास है !!

अतिथियों के स्वागत के बाद कुछ कार्यक्रमों में संस्था,स्कूल मैनेजमेंट की ओर से स्वागत संबोधन होता है, तो ऐसे कर सकते हैं।

इंसान घर बदलता हैं,रिश्ते बदलता हैं, दोस्त बदलता हैं,फिर भी परेशान क्यों रहता हैं?क्योंकि वो खुद को नहीं बदलता..

“दिलों में विश्वास पैदा करता है, मन में कुछ आस पैदा करता है, मिटटी की तो कुछ बात ही अलग है, ईश्वर तो पत्थरों में भी घास पैदा करता है…”

इससे सभी लोगो का मन तो आनंदित होगा ही बल्कि कोई आपने द्वारा दिए गए भाषण से बोर भी नहीं होगा। आपको सभी लोग सुन्ना पसंद करेंगे।

मैं अपने देश का हरदम सम्मान करता हूँ,यहाँ की मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,मुझे डर नहीं है अपनी मौत से,तिरंगा बने कफ़न मेरा,यही अरमान रखता हूँ।

बोल कर नही करके दिखाओ क्योंकि,लोग सुनना नही देखना पसंद करते है।

मुश्किल वक्त में कुछ लोग खुद टूट जाते हैं,और कुछ लोग रिकॉर्ड तोड़ते हैं.

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