Speech Shayari In Hindi : मैंने जीवन में उस इंसान से कुछ नहीं सीखा, जो हर बात में मुझसे सहमत था। यकीन कीजिये ईश्वर के फैसले पर हमारी ख्वाहिशों से बेहतर होते है।
समय न लगाओ तय करने में की आपको क्या करना है वरना समय तय कर लेगा की आपका क्या करना है
पिताजी की शिक्षा और सबक ही जिंदगी की असली नींव होती है।
लोग चुन लें जिसकी तहरीरें देने के लिए,ज़िंदगी की वो किताब-ए-तर हो जाइए।
तुम कहते हो ना हमेशा खुश रहा करो|| तो फिर सुन लो तुम भी हमेशा मेरे पास रहा करो||
कोशिश भी कर उमीद भी रख रास्ता भी चुन,फिर इसके बाद थोड़ा सा मुक़द्दर तलाश कर।
इम्तिहान समझकरसारे गम सहा करोशख़्सियत महक उठेगीबस खुश रहा करो।
तरस गये है हम तेरे मुंह से कुछ सुनने को हमप्यार की बात न सही कोई शिकायत ही कर दे
काश तुम कभी जोर से गले लगा कर कहो,डरते क्यों हो पागल तुम्हारी ही तो हूँ !
” जीवन में सफल वहीं लोग होते हैं जो दूसरों की बातों पर नहीं खुद मेहनत पर भरोसा करते हैं । “
अच्छा काम करते रहो, आज कोई सम्मान करे या ना करे पर कल जरूर करेगा।
मन की बात जो पल में जान ले,आंखों से जो हर बात पढ़ ले।दर्द हो या खुशी, हर बात को पल में जान ले। पापा ही तो है, जो आपको बेपनाह प्यार दे।
चलो मर जाते है तुम पर, बताओ दफ़्नाओगे अपने सीने मै!!✌
दूर होकर भी जो शख्स समाया है मेरी रूह में,पास वालों पर वो कितना असर रखता होगा।
ज़िन्दगी की हर शाम हसीन हो जाए….,अगर मेरी मोहब्बत मुझे नसीब हो जाये
बेहतर से बेहतर की तलाश करो,मिल जाये नदी तो समंदर की तलाश करो.
मेरी ताकत, मेरी हिम्मत, मेरी शान हैं मेरे पापा।
हर किसी की सफलता की नींव में एक शिक्षक की भूमिका अवश्य होती हैं. बिना प्रेरणा के किसी भी ऊँचाई तक पहुंचना असम्भव हैं.
मेरे लफ़्ज़ों में क्या है!! तरह-तरह से एक बस तुम्हारा ज़िक़्र!!!
उठो तो ऐसे उठो कि फक्र हो बुलंदी को,झुको तो ऐसे झुको बंदगी भी नाज़ करे।
कुदरत ने हम सबको हीरा बनाया है मगर शर्त ये है जो घिसेगा वही चमकेगा।
भला वीरों की ऐसी धरती क्या कभी गुलाम रह सकती है? कभी नहीं रहेगी पता नहीं वह कौन सा दौर था जिसमें भारत को इतनी यातनाओं का सामना करना पड़ा।
वो रख ले कहीं अपने पास हमें कैद करके,काश कि हमसे कोई ऐसा गुनाह हो जाये।
रूबरू मिलने का मौका मिलता नहीं है रोज,इसलिए लफ्ज़ों से तुमको छू लिया मैंने।
हाथ का मजहब नही देखते परिंदे,जो भी दाना दे खुशी से खा लेते है।
अपने हाथों की लकीरों को क्या देखते हो ?किस्मत तो उनकी भी होती है, जिनके हाथ नहीं होते।
रोज रोज गिरकर भी मुकम्मल खड़ा हूँ,ऐ मुश्किलों! देखो मैं तुमसे कितना बड़ा हूँ।
दे सलामी इस तिरंगे को जिस से तेरी शान हैं, सर हमेशा ऊँचा रखना इसका जब तक दिल में जान हैं..!!
तेरा वजूद मेरी दुआओं में होमेरी हाथों की लकीरों में तू ऐसे समायेमैं दुआ में अमीन कहूंऔर तू मेरी हो जाये
शब्द चाहे कितने ही हो हमारे पास, पर किसी के दिल को खुश न कर सके तो सब व्यर्थ है।
मैं अकेला ही चला था मंज़िल की ओर मगर,लोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया।
गलती उसे कहते हैं जिससे आपने कुछ नहीं सीखा
लोग आते हैं जाते हैं हर जगह नई यादें बनाते हैंआज तुम भी हमें अपनी यादों के संग छोड़ जाओगे
होके मायूस ना आँगन से उखाड़ो ये पौधे धूप बरसी है यहाँ तो बारिश भी यही पे होगी।।
आपकी विदाई की इस बेला में,कहता हूं सच, रह जाऊंगा अकेला मैं,फिर भी दुख-सुख में हूं आपके साथ,आप रहो जहां वहां मिले नई सौगात।
यह जिंदगी है साहब !बिखरेंगे नहीं तो निखरेंगे कैसे ?
कोई भी सपना छोटा नहीं होता , सवाल तो सिर्फ यह है कि आप उस सपने को पूरा करने की काबिलियत रखते हैं या नहीं ।
वक्त का इस्तेमाल बहुत सोच समझकर करों क्योंकि’ वक्त ‘ जब भी शिकार करता है हर ‘ दिशा ‘ से वार करता है ।
लाइफ में वह मुकाम हासिल करो जहां लोग तुम्हे ब्लॉक नहीं सर्च करे
ना जाने यह कैसी मोहब्बत है तुझसेबात नहीं होती फिर भी दिल को फ़िक्र बस तेरी होती है
हिम्मत बढ़ानी हैं तो चुनौतियों को स्वीकार करों, सफलता तुम्हारी कदम चूमेगी बस प्रयास करों
बहुत मुश्किल से करता हूं तेरी यादों का कारोबार,मुनाफा कम है, पर गुजारा हो ही जाता है.
जैसे ही भय आपके करीब आये,उस पर आक्रमण कर उसे नष्ट कर दीजिये.
किस्मत वाले होते हैं, जिन्हें बेटियां नसीब होती हैं,सच ही तो है, उन्हें ही असली मोहब्बत नसीब होती है।
तुम आ गए हो तो कुछ चाँदनी सी बातें होंज़मीं पे चाँद कहाँ रोज़ रोज़ उतरता है।
टीचर इतने प्यार से हमें पढ़ाते,बच्चों का सफल भविष्य बनाते।
किसी की चंद गलती पर न कीजिये कोई फैसला, बेशक कमियां होगी, पर खूबियां भी तो होगी।
मुस्कुरा कर रह जाता हूँ जब भी याद आती है वो मस्ती और जब भी याद आती है School की वो पुरानी बस्ती.
फिक्र करूं या जिक्र करूंआपके बिना ये सफर कैसे पूरा करूं।
जिस मेहनत से तू आज भाग रहा है वही कल तुजे सफलता दिलाएगी जोक दे खुद को इस आग में यही आग तुजे हिरा बनाएगी
धन तो पराया होता है, लेकिन बेटी नहीं होती है पराई,इसलिए मां-बाप बिना रोए नहीं कर पाते हैं उसकी विदाई।
सोना तो चाहता हूँ मै भी आराम से, पर मेरे सपने मुझे सोने की इजाजत नही देते।
न मेहनत में कमी होगी , न हालातों पर रोऊँगा !! देर से ही सही पर अपनी मंजिल को जरूर पाऊँगा !!
झूठी बातों पे जो वाह वाह करेंगे वही लोग आपको तबाह करेंग
लकीरें खींचते रहने से बन गई तस्वीर,कोई भी काम हो, बे-कार थोड़ी होता है।
यही सोच कर हर तपिश में जलता आया हूँ,धूप कितनी भी तेज हो समंदर नहीं सूखा करते।
जिंदगी में जो भी हासिल करना हो,उसे वक़्त पर हासिल करो,क्यूंकि, जिंदगी मौके कमऔर धोके ज्यादा देती हैं.
गंगा, यमुना, यहां नर्मदामंदिर, मस्जिद के संग गिरजा,शांति प्रेम की देता शिक्षा,मेरा भारत सदा सर्वदा।सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभ कामनाएं !
मातृ भाषा का जो करते है सम्मान, वो पाते है हर जगह सम्मान।
जरूरी नहीं इश्क़ में बनहूँ के सहारे ही मिलेकिसी को जी भर के महसूस करना भी मोहब्बत है
हिंदी दिवस पर हमने ठाना है, लोगों में हिंदी का स्वाभिमान जगाना है, हम सब का अभिमान है हिंदी, भारत देश की शान है हिंदी।
बस अपने इन्ही आखिरी संकल्पों एवं सपनों के साथ मैं अपनी वाणी को विराम देता हूं। और आप सभी का एक बार फिर से हृदय की गहराइयों से धन्यवाद करता हूं।
अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नहींसर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नहीं
इश्क़ है तो शक कैसा अगर नहीं है तो फिर हक कैसा||?
माता-पिता का सपना, खूब पढ़े बच्चा अपना, शिक्षा अब बना व्यापार, गरीबों पर बढ़ा अत्याचार।
विशाल समुद्र के समान है। इसमें भारत की सभी भाषाओं और बोलियों की बूंदे समाहित है।
हम सभी को भारत की विकास की इस गति में अपना अपना योगदान देना होगा तभी जाकर हमारा यह भारत हमारे सपनों का भारत बन पाएगा।
दुनिया में रहो ग़म-ज़दा या शाद रहो,ऐसा कुछ करो कि बहुत याद रहो।
जीवन में जब ठोकर लगती है,तभी आप अच्छा रास्ता चलते हैं।
जिंदगी के हर तूफान में जो कभी नहीं छोड़ता है साथ, वह हैं मेरे पापा।
उम्मीदों के दामन में जिस आज़ादी को पाया था.! सलामत रखना उसे इसे बड़ी मुश्किल से पाया था.!!
किसी के लिये किसी की अहमयित खास होती है,और एक दिल की चाबी दूसरे के पास होती है।
ज़िन्दगी की राह में भटकता एक मुसाफिर हूँ में , समुन्दर की लहरों से सिमटता एक साहिल हूं में, जिसे कभी पूरा लिख नहीं पायी ऐसी अधूरी एक कहानी हुँ में ।