Short Shayari In Hindi : मोहब्बत तो फ़िर भी दिल से हो जाती है, मगर दोस्ती के लिए जिगरा होना चाहिए. सुना है कि ढूंढने से भगवान भी मिल जाता हैं, क्या मेरा पुराना दोस्त नहीं मिल सकता.
मुझसे खुशनसीब हैं मेरे लिखे ये लफ्ज,जिनको कुछ देर तक पढ़ेगी निगाहे तेरी।
ऐ ज़िन्दगी ख़त्म कर सांसों का आना जाना मै थक चूका हूँ खुद को ज़िंदा समझते समझते..
तमन्नाओ की महफ़िल तो हर कोई सजाता है,पूरी उसकी होती है जो तकदीर लेकर आता है।
सुकून की तलाश में हम दिल बेचने निकले थे,खरीददार दर्द भी दे गया और दिल भी ले गया।
नहीं बस्ती किसी और की सूरत अब इन आँखों में,काश की हमने तुझे इतने गौर से ना देखा होता ..
मैंने अपने भाई पर रखा विश्वास आस्था, इसलिए मुझे मुश्किलों में मिला रास्ता।
बड़ी बरकत है तेरे इश्क़ में कान्हा, जब से हुआ है कोई और दूसरा दर्द ही नहीं भाता!
हर मंदिर, हर मस्जिद और हर चौखट पर माथा टेका, दुआ तो तब कबूल हुई जब मां के पैरों में माथा टेका।
तूफानों की दुश्मनी से न बचते तो खैर थी, साहिल से दोस्तों के भरम ने डुबो दिया.
हजारों चेहरों में,एक तुम ही दिल को अच्छे लगे।वरना ना तो चाहत की कमी थी,और ना ही चाहने वालो की।
तुम्हें दिल में हजार बार याद करता हूँ,मैं तुम्हें तुमसे ज्यादा प्यार करता हूँ ।
अपनी जुबान से किसी की बुराई मत करो क्यूकि बुराईया तुम मे भी है और जुबान और के पास भी..
पहाड़ो जैसे सदमे झेलती है उम्र भर लेकिन, बस इक औलाद के सितम से माँ टूट जाती है।
एक दिल , एक जिस्म एक मैं, एक तू यही ख्वाब है मेरा !!!🤍💟
सब कुछ पा लिया तुमसे इश्क़ करके , बस कुछ रहा गया तो वो हो तुम।
एक वक़्त था तब वो उदास देख के सब कुछ समझ जाती थी आज बोल रहे है रो रो कर फिर भी नहीं समझ पा रही है
माखन चोर नन्द किशोर,बांधी जिसने प्रीत की डोर,हरे कृष्ण हरे मुरारी,पुजती जिन्हें दुनिया सारी,आओ उनके गुण गाएं सबमिल के जन्माष्टमी मनाये.
हमेशा मैं ही क्यों डरु तुझको खोने से,कभी तू भी डरे मेरे न होने से..Hamesha main hi kyu daru tujhko khone se,Kabhi tu bhi dare mere na hone se..
जो सब पर कृपा करे उसे ईश्वर कहते है, जो ईश्वर को भी जन्म दें उसे मां कहते है।
मेरा हाल देखकर मोहब्बत भी शर्मिंदा है!कि यह शख्स सब कुछ हार गया फिर भी जिंदा है!!
हजारों गम हो फिर भी मैं खुशी से फूल जाता हूं, जब हस्ती है मेरी मां मैं हर गम भूल जाता हूं!
उसको जब भी देखता हूँ मेरी मन्नत पूरी हो जाती हैउसमे, उससे, उसपर, ही मेरी दुनिया पूरी हो जाती है।
मत आने दो किसी को करीब इतना,कि उससे दूर जाने से इंसान खुद से रूठ जाये।
तुम्हे कहने की जरुरत नहीं, हम दुनिया हिला देंगे, जहाँ मिलेंगे चार दोस्त अपने, हम तो वही धूम मचा देंगे।
टूटे कांच की तरह चकनाचूर हो गएचुभ ना जाए कहीं इसलिए सबसे दूर हो गए
सब अपने से लगते हैं, मगर बातों से।
कभी ग़म मे मत डूबना ,,कोई जो भूल जाए तो,,,! यहाँ रब को भी लोग.वक्त-ए-ज़रूरत याद करते हैं !!
बस एक बार निकाल दो इस इश्क से ऐ खुदा,फिर जब तक जियेंगे कोई खता न करेंगे।
हकीकत जान लो जुदा होने से पहले,मेरी सुन लो अपनी सुनाने से पहले।ये सोच लेना भुलाने से पहले,बहुत रोई हैं आँखें मुस्कुराने से पहले।
नफरत करने वाले, तेरी खता नही; मौहब्बत हैं क्या, जब तुझे पता नही!
काम से घर लौट कर आया तो सपने को क्या लाए, बस एक मां ने पूछा बेटा कुछ खाया कि नहीं।
चलने का हौसला नहीं रुकना मुहाल कर दिया,इश्क़ के इस सफ़र ने तो मुझ को निढाल कर दिया।“परवीन शाकिर”
मत मिलाया कर उन्हेंए-ख़ुदाजिन्हें तू मिला नही सकता.!
कह दो अंधेरों से कहीं और घर बना लें मेरे मुल्क में रौशनी का सैलाब आया है।।
ख़ुदा को कहता आया हु ‘सनम’ इस सबब से न उसको पा सकूँगा कभी न ख़ुदा मिलना है मुझे
खुद को माफ़ नहीं कर पाओगे….!! जिस दिन तुम हमको समझ जाओगे… 💔🥀
तेरे क़दमों में ये सारा जहान होगा एक दिन, माँ के होठों पे तबस्सुम को सजाने वाले।
मोहब्बत होती है तो चाँद खूबसूरत नजर आता है,दिल टूट जाता है तो चाँद में दाग नजर आता है.
ऐ मोहब्बत तुझे पाने की कोई राह नही तू तो उसे मिले गी जिसको तेरी परवाह नही
लोग मजाक बनाते रह गएं तेरे भाई ने माहौल बना दिया!!!
नजरों में दोस्तों की जो इतना खराब है, उसका कसूर ये है कि वो कामयाब है.
मैंने कभी किसी को आज़माया नही,जितना प्यार दिया उतना कभी पाया नही।किसी को हमारी भी कमी महसूस हो,शायद खूदा ने मुझे ऐसा बनाया नहीं।
लम्हा दर लम्हा साथ ऊमर बीत ज़ाने तक मोहब्बत वहीं हैं ज़ो चले मौत आने तक.
दुख इस बात का नहीं, कि तुम मेरी ना हुई,दुख इस बात का है, तुम यादों से ना गयी।
जब बड़ा भाई होता है साथ, तो दुख का नहीं होता है एहसास।जब बड़ा भाई होता है साथ, तो दुख का नहीं होता है एहसास।
कांच के दिल थे जिनके उनके दिल टूट गए,हमारा दिल था मोम का पिघलता ही चला गया।
उसी मोड़ से शुरू करनी है फिर से जिंदगी, जहाँ सारा शहर अपना था और तुम अजनबी..
मेरी कोशिश कभी कामयाब ना हो सकी,न तुझे पाने की न तुझे भुलाने की।
दर्द सहते सहते,लोग हँसना नहीं,रोना भी छोड़ देते हैं..Dard sahte sahte,Log hasna nahi,Rona bhi chod dete hain…
“घायल कर के मुझे उसने पूछा, करोगे क्या फिर मोहब्बत मुझसे, लहू-लहू था दिल मेरा मगर होंठों ने कहा बेइंतहा-बेइंतहा।”
उनका इतना सा किरदार है मेरे जीने में, की उनका धड़कता है मेरे सीने में। unka itna sa kirdar hai mere jeene me ki unka dhadkata ha mere seene me.
जिसके लिए तुम जरुरी होउसे कोई भी वजह तुमसे दूर नहीं कर सकती
वो तेरे खत तेरी तस्वीर और सूखे फूल,उदास करती हैं मुझ को निशानियाँ तेरी।
“आसानी से कोई मिल जाए तो, वो किस्मत का साथ है, “दोस्तों”। सबकुछ खो कर भी जो ना मिले, उसे मोहब्बत कहते हैं।”
आँखों से आँखे मिला मदहोश हो गये,हम हमारे न रह कर उसी के हो गये.
पसंद है मुझे उन लोगों से हारना जो लोग मेरे हारने की वजह से पहली बार जीते हो!
बिना आवाज किए रोना रोने से ज्यादा दर्द देता है
कर लो नज़र अंदाज अपने हिसाब से….जब हम करेंगे, तो बेहिसाब करेंगे.
मेरा नसीब मेरे रब ने लिखा है, गलत हो ही नहीं सकता समझे! Mera naseeb mere rab ne likha hai, Galat ho he nahin sakta samjhey!
उस मोड़ पे तूने छोड़ा मुझे जहाँ हमसफ़र तो कहीं मिले,पर तेरे जाने के बाद ज़िन्दगी का सफर हमने बदल दिया।
उम्मीद मुझे किसी के बदल जाने का कोई गम नहीं,बस कोई था जिस से यह उम्मीद नहीं थी!!
दीवारों से मिल कर रोना अच्छा लगता है,हम भी पागल हो जाएँगे ऐसा लगता है।“क़ैसर-उल जाफ़री”
जब भी कश्ती मेरी सैलाब में आ जाती है, माँ दुआ करती हुई ख्वाब में आ जाती है।
“कौन किस से चाहकर दूर होता है ! हर कोई अपने हालातों से मजबूर होता है ! हम तो बस इतना जानते हैं ! हर रिश्ता “मोती” औरहर दोस्त “कोहिनूर” होता है।”
सिर्फ एक ही बात सीखी इन हुस्न वालों से हमने,हसीन जिसकी जितनी अदा है वो उतना ही बेवफा है।
उसकी डांट में भी प्यार नजर आता है, माँ की याद में दुआ नजर आती है।
हर पल, हर दिन कहता है कान्हा का मनतू कर ले पल-पल राधा का सुमिरन
उमर का क्या है वो तो कट ही जाएँगी,तेरे बिन बस जो नहीं कटता वो वक़्त है मेरा।
वो लड़ कर भी सो जाए तोह उसका माथा चूम लू उस से झगड़ा एक तरफ और मोह्हबत एक तरफ!!😘
हमने भी एक ऐसे शख्स को चाहाजिसको भुला न सके और वो किस्मत मैं भी नहीं
यूँ सामने आकर आप बेठा न कीजिये, ये सबर हर बार नहीं होता जनाब!😻
सफ़र में अधूरे छूट गए,तुमसे दूर जाकर टूट गए।तुमसे बेपनाह मोहब्बत की हमने,और तुम ही हमे यादों में तनहा छोड़ गए।