Shikayat Shayari In Hindi : जो दूसरों की कभी शिकायत न करे,उन्हें खुद से शिकायतें बहुत होती है !! शिकवा तो हमें अपनी ज़िंदगी से हैं,न जाने मौत किस बात पर रूठ के बैठी है !!
हम भी नही पहचानते उनकोदौलत का घमंड हो जाता है जिनको !
शेर के खामोश हो जाने सेजंगल कभी कुत्तों का नही होता .!
तरस जाओगे हमारे लबों से सुनने को एक एक लफ्ज,जब हम प्यार की बातें तो क्या शिकायत भी नहीं करेंगे !!
पागलपन और बुद्धिमता के बीच का फ़र्क़,कामयाबी से मापा जाता हैं..Pagalpan aur Budhimta ke bich ka farq,Kamyabi se mapa jata hain..
जैसे परिंदे हंमेशा एक साथ उड़ते है,काश इन्सान भी यूँ ही साथ रहते !!
तुम्हारी आँखों की गहराई में,मैंने अपना सब कुछ खो दिया है.तुम्हारी हंसी की लहर में,मैंने अपना जीवन खो दिया है.
नहीं है शिकवा तेरी बेरुखी का,शायद मुझे ही तेरे दिल में घर बनाना नहीं आया !!
मैं वो क्यों बनू जो तुम्हे चाहिए ?तुम्हें वो कबूल क्यों नहीं जो मैं हूँ ?
ज़िन्दगी में ऐसे लोग भी होते है,जिन्हें हम पा नही सकते सिर्फ चाह सकते है।
कितने ज़हर से बात करते हो सबसे ये लहजा है या हमसे ख़ास करते हो
इसलिए भी खामोश रहने लगा हूँ मैं आजकल,क्योंकी उस पर मेरी बात का अब कोई असर नहीं होता !!
हम तो समझे थे कि हम भूल गए हैं उनको,क्या हुआ आज ये किस बात पे रोना आया?
क्यूँ नहीं महसूस होती उसे मेरी तकलीफ,जो कहती थी बहोत अच्छे से जानती हूँ तुझे !!
डरता हूँ कुछ कहने से,और रोज मरता हूँ, ना कहने से !!
एक तरफा प्यार हमेशाकुर्बानी देने के लिए ही बना होता है..क्योंकि वह होता ही एक तरफ से है!!
आज पास हूँ तो क़दर नहीं है तुमको,यक़ीन करो टूट जाओगे तुम मेरे चले जाने से !!
कर्मा गया तेल लेने मेरे साथ जो बुराकरेगा मैं भी उसके साथ बुरा ही करूंगा।
जिंदगी छोटी नहीं होती है, लोग जीना ही देरी से शुरू करते हैं.
वो भी जाने क्या दौर था मेरी तू तेरी मोहब्बत कोई और था
तुम मेरी ज़िन्दगी की वो कमी हो जो कोई भी आकर पूरी नहीं कर सकता
देख़ो ज़माना हो गया मग़र मेरी चाहत नहीं बदली,किसीकी ज़िद नहीं बदली मेरी आदत नहीं बदली !!
🕴️बादशाह की गली मैं आके उसका पता नहीपूछते गुलामो के जुके हुए सिर खुद ब खुद रास्ताबता देते हैं… 🔫
मैं हमदर्दी की ख़ैरातों के सिक्के मोड़ देता हूँ, जिस पर बोझ बन जाऊं उसे मैं खुद ही छोड़ देता हूँ
आज कामयाबी कदम चूमती है, और हम जीते हैं बड़ी शान से, तभी तो जलते रहते हैं दुश्मन, मेरी तरक्की और मेरे नाम से।
हर दुआ में तुझे मांगता रहता हूं…शायद खुदा भी मुझसे नाराज है!…जिंदगी के लिए मैंने तुझे चाहा था…तेरी चाहत भी मुझसे नाराज है!…
ये पागल पागल फिरता है इसको तू समझा दे अब या तो अपना बना ले इसे या फिर दिल जला दे अब
तुम जियो या मरो किसी के लिए, कितना भी करो, किसी को फर्क नहीं पड़ता !
तू तो मेरी जान थी,पर क्यों तेरी यादें,मेरी जान ले रहीं हैं…Tu toh meri jaan thi,Par kyu teri yaade,Meri jaan le rahi hain..
हम तो आए ही हैं बर्बाद होने के लिए,तुम तो सिर्फ एक बहाना हो..Hum toh aaye hi hai barbaad hone ke liye,Tum to sirf ek bahana ho..
हमने सोचा था की बताएँगे सब दुःख दर्द तुमको,पर तुमने तो इतना भी ना पूछा की खामोश क्यूँ हो !!
कभी फायदा उठा कर थकजाओ तो अपनी गिरी हुई सोच भीउठा लेना..!!
किसी के लिये किसी की अहमयित खास होती है,और एक दिल की चाबी दूसरे के पास होती है.
देखों इस अजीब तरह सेभी इश्क़ हमसें निभाती है वो,हमी पे गुस्सा कर फ़िर कंधेपर सर रख सो जाती है वो।
उलझन तुझे क्या बताऊँ ऐ जिंदगी,तेरे गले लगकर तेरी ही शिकायत करनी है.
प्यार की कदर करने वाले जीना जानते हैं, बाकी सबको तो आप सब भी पहचानते !!
तुम्हें हमसे प्यार नहीं थायह बता तो दिया होता…तुम्हारी खामोशी को हम 😐प्यार समझ बैठे और हमारा प्यार 🥰एक तरफा प्यार ही रह गया!!😔
कर दोगे बंद मुझसे कोई शिकायत करना,जिस दिन मेरे दिल मे झांककर देखोगे!!
तुम्ही से रूठकर तुम्हे ही सोचते रहना,मुझे तो ठीक से नाराज होना भी नहीं आया कभी !!
जंगल के सूखे पत्ते जैसे हैं हमजिस दिन जलेंगे पूरा ‘जंगल जला देंगे!
अभी मेरा साथ छोड़करकिसी और के साथ हो!…उसका साथ छूटेगातब मेरे प्यार की सच्चाई कातुम्हें एहसास होगा!…
आज फिर कोई गम में गुजरा होगा, जरूर फिर कोई हम से गुजरा होगा, दुश्मनों को देखकर लगता है ऐसा, आज फिर कोई जल-जलकर गुजरा होगा।
कब तुमको उससे मोहब्बत हुयी कब उसने मुझसे चुराया तुम्हें कब उसने तुमपे ये जादू किया कब उसने अपना बनाया तुम्हें
काश कभी ऐसा भी हुआ होता,मेरी कमी ने तुझे उदास किया होता !!
क्या कोई बता सकता है ये इश्क़ में क्यों होता है दिल जिसको अपना कहता है वही बेवफ़ा होता है
रात को चाँदनी तो ओढ़ा दो, दिन की चादर अभी उतारी है।
अगर पसंद नहीं मेरा साथ तो दूर हो जाओ यूँ रोज़ रोज़ कोई नया बहाना मत बनाओ
अगर सभी से शिकायत है जो हो सकता है की गलती खुद को हो किसी और से नहीं।
मिट जाए तो फिर मिटने दे सब ज़ख्म मेरे दिखने दे मैं एक टूटा शायर हूँ मुझे गम मेरे लिखने दे
दिल का हाल बताना नहीं आता, किसी को ऐसे तड़पना नहीं आता, सुनना चाहते है आपके आवाज़, मगर बात करने का बहाना नहीं आता।
तुम्हारा गुस्सा भी इतना प्यारा है किदिल करता है तुम्हे दिन भर तंग करते रहे ।
बचपन में तो फिर भी लुका-छिप्पी में हम दोनों मिल जाया करते थे,जब से बड़े हुए है साले मिलते ही नहीं है !!
हमारे बारे में इतना मत सोचना हम हरबार नये अंदाज में आते हैं..!!
खूब मेहनत की और आगे बढ़ गया,लेकिन अपनी नजरें कहीं नहीं झुकाई,मेरे दुश्मन खुद जले और खूब जलते रहे,मैंने किसी के जीवन में आग नहीं लगवाई।
तुझे चाहा था इस तरह गर्मी में कोई चाहे बारिश जिस तरह और जो इन आँखों में बारिशें है सिर्फ तेरी साज़िशें हैं
शिकायत जिन्दगी से नहीं,उनसे है जो जिन्दगी में नहीं है !!
एक शिकायत है खुदा से मुझे, उस कांच के जिस्म का पत्थर का दिल क्यों बनाया तूने।
जो तुम्हें मेरे और भी क़रीब लाती है, मोहब्बत है हमें ऐसी शिकायतों से !!
आजकल टूट जाता है दिल किसी को अपना बनाने से ,अकड़ करने लग जाते हैं लोग हद से ज्यादा चाहने पे।
हां मुझे मोहब्बत नहीं आती,तुम्हे आती है तो करते क्युं नहीं !!
जिसका मिलना किस्मत में नहीं होती,उससे मोहब्बत भी बेइंतहा होती हैं..Jisse milna kismat me nahi hoti,Usse mohabbat bhi beimtaha hoti hain..
इतना रोई मेरी मौत पे मुझे जगाने के लिए,मैं मरता ही क्यो अगर वो थोड़ा रो देती मुझे पाने के लिए !!
हुआ इम्तिहान मोहब्बत का और वो दो पल में हार गए
मुझे तुमसे बात ही नहीं करनी ऐसा कहकर वो call काट देते हैं मैं मनाऊं उनको ऐसा सोचकर मेरी कॉल का इंतजार करते हैं.
एक मेरी मोहब्बत ही को नहीं समझ पाए तुम, बाकी मेरी हर गलती का हिसाब रखते हो !!
कद में जो बहुत छोटे हैं, वो दुश्मनी क्या निभाएंगे, औकात कर लो हमसे भिड़ने की, तब दुश्मनी हम भी निभाएंगे।
दिमाग से पैदल है वो…मगर दिल की साफ ,प्यार से तू बोलती है…और गुस्से में आप ।
जा ओ बेवफा तुझसे क्या शिकायत तूने तो मोहब्बत को धंधा बना कर रखा है
ज़िन्दगी सूखी हुई नहीं बस थोड़ी सी प्यासी है, इसमें रस लाना है तो दरियादिल बन कर तो देखो।
किसे सुनाएँ अपने गम के चन्द पन्नों के किस्से,यहाँ तो हर शख्स भरी किताब लिए बैठा है !!
प्यार उससे करो जो दिल से अच्छा हो,उससे नहीं जो केवल दिखने में अच्छे हो…Pyaar usse karo jo dil se accha ho,Usse nahi jo keval dikhne mein acche ho…
रास्ते कहां ख़त्म होते हैं जिंदगी के सफर में मंजिल तो वही है जहां ख्वाहिशें खत्म हो जाए।
एक वो पगली है जो मुझे समजती ही नहीं,और यहाँ ज़माना मेरे स्टेटस को देखके दीवाना हुआ जा रहा है !!