Shikayat Shayari In Hindi : जो दूसरों की कभी शिकायत न करे,उन्हें खुद से शिकायतें बहुत होती है !! शिकवा तो हमें अपनी ज़िंदगी से हैं,न जाने मौत किस बात पर रूठ के बैठी है !!
कभी जिंदगी एक पल में गुजर जाती हैकभी जिंदगी का एक पल नहीं गुजरताKabhi jindagi ek pal me gujar jaati hai Kabhi jindagi ka ek pal nhi gujarta
बड़ी आसानी से कह देते हो की सारी शिकायत तुम्ही से है कभी ये नहीं समझते की सारी मोहोब्बत भी तो तुम्ही से है।
हंसी के पीछे का दर्द और गुस्से के पीछे का प्यारहर किसी को नजर नही आता है ।
रोते हुए को हसाने की क्या सजा पा गया, मेरी जिंदगी की खुशी उसको मिली,और उसकी जिंदगी का हर गम,मेरे हिस्से आ गया.
तुम्हारे ही प्यार में ये मेरा जीवन चहकता है,तुम्हारे बिना ये मेरा पागल मन बहकता है,इस मेरे दिल की वेबफाई तो देखो,मेरा है पर तुम्हारे लिये धड़कता है.
किसी चीज कि सिर्फ चाह रखनेसे कुछ नहीं होता तुम्हें उसे पानेकी भूख होनी चाहिए.!
क्यों ख़तम हुआ ये रिश्ता जो तेरे मेरे दरमिया था तुझे तो अब घुटन होने लगी थी तेरे लिए ये रिश्ता और क्या था
आसमान पे बैठ कर सब देखता है खेल नसीबों का कैसे खेलता है तू भी कर तब पता चलेगा तुझे मोहब्बत के ख़ंजर दिल कैसे झेलता है
एक शिकवा हमे तुझसे भी है ज़िन्दगी धीरे धीरे से क्यों मार रही है।
गली गली जगह जगह बदनाम कर दिया तूने चलो अच्छा है, कोई तो दिल से एहसान कर दिया तूने
मुझसे वफ़ा का वादा करके औरों में खैरात बाटी वो शख्स खुदको जाने क्यों खुदा मानता है
छीन कर अपनों को अपनों से तू ए खुदा कौन सा हिसाब करता है
उसने कागज की कई कश्तिया पानी उतारी और, ये कह के बहा दी कि समन्दर में मिलेंगे।
अच्छा हुआ बड़ा जल्दी बदल गए तुम वरना मेरी उम्मीद बढ़ती ही जा रही थी
ज़िन्दगी गुलज़ार है इसलिए यहाँ ग़मों को बांटना बेकार है।
इंसान को ईश्वर सेहमेशा शिकायत रहती है,कि वो हमेशा साथ रहे…पर उसके काबिल खुद को बनानाइंसान हर दिन भूल जाता है.
मेरे सच्चे प्यार को, तू रुसवा कर गई..तेरे झूठे प्यार को, बेनकाब कर गई!..जिसे मैं दो तरफा समझता रहा..उस प्यार को तू एक तरफा कर गई!..
तुम इश्क़ करो और दर्द ना हो मतलब दिसंबर की रात हो और सर्द ना हो
तुझे तो गैरों से दिल जोड़ना था दिल लगाया ही क्यों जब तोड़ना था इतने करीब आकर फिर जुदा हुए मिला मुझे क्यों जब छोड़ना था
है जिंदगी तुझसे बस इतनी ही शिकायतजो तुझ सी बनकर आती है, उसे क्यों छीन लेती है?
एक तरफा प्यार…कभी कभी अपने प्यार परबहुत गुस्सा आता है.. 😡😡क्योंकि मेरा प्यार ऐसा है जोअकेले ही उसे चाहता रहता है!!☹️😢
जानते हैं वो कि हम रोते नहीं तभी तो ग़म दिए जा रहे हैं
प्यार तुझे किसी और से हैयह जानता है मेरा दिल!!…फिर भी मेरा नादान दिलसिर्फ तेरी ही उम्मीद लगाता है दिल!!…
हम भी दो चेहरे रखते है, अच्छे केलिये अच्छे और बुरे के लिए बुरे …!!
यह पता ना था कि लोग तोशौक के लिए भी दिल लगाते हैं!!..हमने तो जिंदगी समझकरतुझसे दिल लगाया था!!…
ज़िंदगी में गुलाब के तरह खिलना हैं,तो काटो से तालमेल बढ़ाना ही पड़ेगा..Zindagi mein gulab ke tarah khilna hain,Toh kato se taalmel badhana hi padega…
चलते चलते फिर गली वो आ गयी जिस गली में अब हमारा कोई नहीं
मैंने उसको उसके हाल पे छोड़ा है टूटे दिल को और भी ज़्यादा तोड़ा है क़िस्मत से या साजिश से हम बिछड़े हैं उसको भी बिछड़न का गम थोड़ा है
गुस्से में लोग सब भूल जाते है ,कर्मो के मोल सब वसूल जाते है ,कभी सोचते नही है क्या होगा आगे ,क्योकि जिन्दगी छोड़कर ही वो झूल जाते है ।
जब भी उदास हो जाओ,तो रो दिया करो,चेहरे पढ़ना अब भूल गए हैं लोग..Jab bhi udaas ho jao,Toh ro diya karo,Chehre padhna ab bhool gaye hain log..
हवस में और मोहब्बत में आज कल फर्क नहीं होता जो हर चेहरे से हो जाए वो फिर कोई इश्क़ नहीं होता
जिसकी जितनी औकात होती है वोउतने ही बड़े फैसले लेता है,कांग्रेस ने चवन्नी बन्द की थी।
एक तरफा प्यार…जिन्हें तुम्हारी कदर नहींउनके लिए रोते रहते हो…जो तुम्हारी कदर करते हैं,दिल से चाहते हैं…उन्हें तुम समझते ही नहीं!!
आंसू बहाने से कोई अपना नहीं होता ,जो अपना होता है वो रोने ही कहां देता है।।
मेरी फितरत नहीं उन परिंदों सेदोस्ती करना जिन्हे हर किसी केसाथ उड़ने का शौक़ हो !
जब अपनो ने ही मुँह मोड़ लिया,तो पराए लोगों के लफ़्ज़ों से क्या फर्क पड़ता हैं…Jab apno ne hi muh mod liya,Toh paraya logo ke lafzo ka kya farq padta hain…
औकात से ज्यादा इज्जत दी जाय तो कुत्तेभी काटने पर उतर आते है.!
यदि कोई आपसे जलता हैतो यह भी एक सफलता है..!!
हम तो इस वास्ते चुप है की कोई तमासा ना बने,तुम समजते हो की मुझे तुमसे गिला कुछ भी नहीं !!
गिले शिकवे मेरे दिल से न लगा लेना,जो कभी रुठू तो मुझे मना लेना,जिंदगी का क्या पता कल हो न हो,लेकिन जब भी मिलूँ, मुझे गले से लगा लेना.
आजकल प्यार की फसल भी उन्ही खेतों में दिखाई पड़ती है,जहाँ रोज पैसो की खाद डाली जाती है !!
मुझे तो न कोई आसमान चाहिये,मुझे तो न कोई जहाँ चाहिये,तू तो सितारों की एक महफ़िल है,बस उस पूरी महफ़िल में से बस एक तू चाहिए.
एक तरफा प्यार वही लोग करते हैं..जिन्हें अपनी जिंदगी से प्यार नहीं होताऔर जिन्हें खुद के लिए सम्मान नहीं होता!!
बेटा झूले पर झूलो लेकिन,हम बाप है तुम्हारे हमे ना भूलो।
तकलीफ उन्हें बताओ,जो उन्हें समझने के काबिल हो…Takleef unhe batao,Jo unhe samajhne ke kabil ho..
बताओ फ़िर उसे क्यूँ नहीं महेसुस होती बैचेनिया मेरी,जो अक्सर केहती थी की बहुत अच्छे से जानती है वो मुझे !!
बहुत मुस्कुराते हैं वो लोग साहेब जो अंदर से टूटे होते हैं
इश्क़ करते हैं इश्क़ में धोखा नहीं करते जुदा होने वाले इतना सोचा नहीं करते तुम कहो तो तुमसे अनजान हो जाऊं मगर याद रखना जाने वाले लौटा नहीं करते
काश अपनी भी ऐसी ही एक रात आती,मैं देखता उसका ख्वाब और वह सच में आ जाती !!
शिकायते तो हमे तुम्हारी आँखों के काजल से है,जो हमारे जाने बाद चमकते हुए चहेरे पर दाग लगा देता है !!
जमाने की नजरों में थोड़ा अकड़ कर चलना सीखो फूलों के जैसा दिल लेकर चलोगे तो दुनिया तोड़ती ही रहेगी।
जिनको मेरि कदर नहीं,अब मुझे उनकी फिकर नहीं ।
कभी कभी इंसान गुस्से में ही सही,कुछ कुछ सच बयान कर ही देता हैं,वो सच जो वो खुद से भी छिपाता फिरता है
नाजुक होता है ये मोहब्बत का धागा टूटा तो फिर जुड़ नहीं पाता
जाने क्या तू औकात मेरी, मैं दुश्मनों का नवाब हूं, सच्चों के लिए अच्छा हूं, झूठों के लिए खराब हूं।
एक बात बोलू तुम मेरी ज़िन्दगी हो और मुझे अपनी मोहब्बत है। ek baat bolu tum meri zindagi ho aur mujhe apni mohabbat hai.
क्यूँ कर रहे हो भला तुम बगावत खुद से,मान क्यों नहीं लेते की तुम्हे भी है मोहब्बत मुझसे !!
हम वो हैं जो तुमकभी बन नही सकते।
मोहब्बत के कुछ किस्से कहे ना गए कुछ मैं तुमको बता नही पाया कुछ तुम खुद भी समझ नही पाये
शिकायतें दूर कर लीजिए जनाब वरना शिकायतें शक में बदलती है और शक रिश्तों की शिकस्त में।
जो तू बन जाए दवा इश्क़ की तो में मोहब्बत में बीमार होने को तैयार हूँ। jo tu ban jaye dawa ishq ki to me mohabbat me bimar hone ko taiyar hun..
तेरा एक तरफा प्यार करने काअंदाज देखकर…मुझे भी प्यार करने कासलीका आ गया…
क्यो गुस्से में समझ लेती हूं ,मै तुझे इतना गलत पर तू है नही इतना भी बुरासुनकर तेरी आवाज बदल जाता हैमेरा गुस्सा भी प्यार में ।
दूर से सबको दूसरों की ज़िन्दगी अच्छी लगती है पर अगर सब नज़दीक से अपनी ज़िन्दगी देखेंगे तो सबको अपनी ज़िन्दगी अच्छी लगने लगेगी।
मुझे खौफ कहां मौत का, मैं तो जिंदगी से डर गया हूं।।
रिश्तों में मिठास लाने के लिएकई ज़हर पिये है मैंने भी,इसलिए लोग पूछते हैअब गुस्सा क्यों नही आता मुझे।
मेरी खामोशी से उसे कभी फ़र्क़ नहीं पड़ा, मगर खामोशी के दो लफ्ज़ क्या कह दूँ चुभ जाते हैं।
लड़ते बहुत है,गुस्सा भी बहुत है,मगर गुस्सा बाहर से है,मोहब्बत अंदर से है।
कोई ऐसा शीशा भी बना दो भगवान जिसमें इंसान का चेहरा नहीं उसका किरदार दिखे।
इश्क की शुरुआत होने वाली थी,और कॉलेज का आखरी दिन था !!
तुम वह हो जिसको हम खोना नहीं चाहते,और हम वोह है जिसके तुम होना नहीं चाहते !!
एक सो सोलह चाँद की रातें ,एक तुम्हारे कंधे का तिल। गीली मेहँदी की खुश्बू झूठ मूठ के वादे,सब याद करादो, सब भिजवा दो, मेरा वो सामान लौटा दो।।