Shayari On India In Hindi : शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पे मर मिटनेवालों का बाकी यही निशां होगा अनेकता में एकता ही इस देश की शान है, इसीलिए मेरा भारत महान है
न आरजू जन्नत की न ही मौत की फिक्रचाहती है जिंदगी बस शहीदों में हो जिक्र
जिसने हमें देश ईमान दियारहने को जमी और आसमान दियाऐसे प्यारे मुल्क का ध्यान रखनाभारत को हमेशा महान रखना।
यही ख्वाहिश है कि भगवान् हर जन्म हिन्दुस्तान वतन देनाअगर देना तो दिल में देश भक्ति का चलन देना
मैं मुल्क की हिफाजत करूँगाये मुल्क मेरी जान हैइसकी रक्षा के लिएमेरा दिल और जां कुर्बान है।
सलाम है देश के वीर जवानो कोजिनकी वजह से ये शुभ दिन मनाया जाता है।
आँखों में सपने लिए हमारे देश के जवानों ने, खायी थी कसम कभी के भारत को आज़ाद करना हैं
मेरे इश्क़ की बस इतनी सी निशानी है, रगों में लहू भी तीन रंग की कहानी है।
तब जाकर हिंदुस्तान सकल,यह पर्व मनाने योग्य हुआ,जब वीरों ने जीवन खोया,तब स्वतंत्रता पाने योग्य हुआ।
अलग है भाषा, धरम, जात और प्रान्त, भेष, परिवेश पर सबका एक है गौरव राष्ट्रध्वज तिरंगा श्रेष्ठ!!
खून से खेलेंगे होली, अगर वतन मुश्किल में है, सरफरोशी की तमन्ना, अब हमारे दिल में है, आओ मिलकर करे देश को सलाम, बोलो मेरा भारत महान ……!!!
लहू वतन के शहीदों का रंग लाया है,उछल रहा है जमाने में नाम-ऐ-आजादी!शहीदों को नमन… जय हिंद जय भारत!
पर प्रथम भाव कुछ ऐसा हो,भाई-भाई का नाता हो,जब पीठों में खंजर घोपें तो,सिर उधेड़ना आता हो।
न चाँद की चाहत, न तारों की फरमाइश,हर पल में हो तू मेरे साथ बस यही है मेरी ख्वाइश।
बड़ा दुःख होता है ये देखकरजो सब कुछ न्योछावर कर देता हैउससे मिलती है सहादतऔर हमारे देश के भ्रस्ट नेतारात दिन भ्रष्टाचार करते रहते हैं
अमर हुए नौजवान कई,इस मिट्टी में रक्त बहाकर।जब तक रहेगी धरती,उनका नाम रहेगा,मेरे माथे पे देश का कर्ज बनकर।
मिलते नही जो हक वो लिए जाते हैं,है आजाद हम पर गुलाम किये जाते हैं,उन सिपाहियों को रात-दिन नमन करो,मौत के साए में जो जिए जाते हैं.जय हिन्द
हम आपसे दोस्ती सच्ची रखते हैं, मन करे तो आजमा कर देख लेन,हम तो हैं 22 कैरेट का खरा सोना, चाहो तो कभी भट्टी में जलाकर देख लेना.
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पे मर मिटने वालों का बाकी यही निशां होगा।
देश से बड़ा कोई धर्म नहीं होता। देश के हित से बढ़कर को हित नहीं है। देश हमारे लिए सर्वोपरि है।
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,वतन पे मरने वालों का यही बाकी निशां होगा।
सांसो का पिंजरा किसी दिन टूट जायेगाये मुसाफिर किसी राह में छूट जायेगाअभी ज़िन्दा हु तो बात कर लिया करोक्या पता कब हम से खुदा रूठ जायेगा।
ख्वाइश है तुझे अपना बनाने की,और कोई ख्वाइश नही इस दीवाने की,शिकायत मुझे तुझसे नही खुदा से है,क्या ज़रूरत थी तुझे इतना खूबसूरत बनाने की।
~ कर जज्बे को बुलंद जवान तेरे पीछे खड़ी आवामहर पत्ते को मार गिरायेंगे जो हमसे देश बटवायेंगे।
हम तिरंगे को लहरा कर आएंगे, या फिर तिरंगे में लिपट कर आयंगे ! भारतीय सेना !
गुलाम बने इस देश को आजाद तुमने कराया है सुरक्षित जीवन देकर तुमने कर्ज अपना चुकाया है दिल से तुमको नमन हैं करते ये आजाद वतन जो दिलाया है
सुनहरी है आज़ादी शहीदो के खून सेऐसे शाहिदो के आगे अपना सर झुकाते हैं।
खून से खेलेंगे होली अगर वतन मुश्किल में है, सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है,
खून से खेलेंगे होली, अगर वतन मुश्किल में है सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है जय हिन्द
जिन्दगी जब तुझको समझा मौत भी फिर क्या चीज हे ए वतन तू ही बना तुझसे बड़ी क्या चीज़ हे। ” हैप्पी इंडियन नेवी डे “
लहराएगा तिरंगा अब सारे आसमान परभारत का ही नाम होगा सबकी जुबान परले लेंगे उसकी जान या खेलेंगे अपनी जान परकोई जो उठाएगा आँख हिंदुस्तान पर
हर मजहब से सिखा हमने पहलेदेश का नारामत बाटो इसे एक ही रहने दोप्यारा हिंदुस्तान हमारा
हक मिलता नहीं लिया जाता हैआजादी मिलती नहीं छीनी जाती है
अधिकार मिलते नहीं लिए जाते हैं आजाद हैं मगर गुलामी किये जाते हैं वंदन करो उन सेनानियों को जो मौत के आँचल में जिए जाते हैं
देश के लिए मर मिटना कुबूल है हमें अखंड भारत के सपने का जूनून है हमें
तिरंगा मेरा सबसे प्यारा,हर रंग इसका एक नया आधार है।जो चलता हर जान को साथ लेकर,वो ही मेरा भारत,मेरा पालनहार है।
शम्मा-ए-वतन की लौ पर जब कुर्बान पतंगा हो,होठों पर गंगा हो और हाथों में तिरंगा हो.
आसान कोनी फौजी बनना,दूसरा की खुशियां खातर मरना पड़ा करै.जय हिन्द
खून से खेलेंगे होली, अगर वतन मुश्किल में है सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है जय हिन्द
भारत में हम केवल मौत, बीमारी, आतंकवाद,अपराध के बारे में पढ़ते हैं।ए पी जे अब्दुल कलाम
मेरा तिरंगा रोता होगा खुद ज़ार ज़ार, हवा में उड़ता दो बार, जिस्मों में लिपटता बार बार।
बस ये बात हवाओं को बताये रखना, रौशनी होगी चिरागों को जलाये रखना, लहू देकर जिसकी हिफाज़त की शहीदों ने, उस तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना।
निज मातृभूमि संरक्षण में,था वीरों ने बलिदान किया,भारत माता की सेवा में,अपने जीवन को दान किया।
लड़े थे देश के खातिर और शहीद होकर अमर हुए उनकी याद में आज़ादी मनाकर आज का दिन सजाना हैं
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,वतन पे मर मिटनेवालों का बाकी यही निशां होगा।
मेरी पहचान है कि मैं भारतीय हूँ, और मेरी इबादत मेरा तिरंगा है।
दे सलामी इस तिरंगे कोजिस से तेरी शान हैं,सर हमेशा ऊँचा रखना इसकाजब तक दिल में जान हैं..!!
कुछ नशा तो ध्वज की आन का है ,कुछ नशा इस देश की शान का है ,हम लहरावेंगे हर जगह ये तिरंगा ,नशा ये हिंदुस्तान की शान का है।
तुम मेरी ज़िन्दगी कीएक नई कहानी हो,जो हर पल दिल में बसी हुई है।
अपनी धरती अपना है ये वतन, मेरा है मेरा है ये वतन, इस पर जो आँख उठाएगा, जिंदा दफना दिया जाएगा, मुझे जान से भी प्यारा है ये वतन।
मत देख लेना निगाह उठा कर मेरे वतन की तरफ वरना वक्त भी तुम्हारा होगा जगह भी तुम्हारी होगी बस तिरंगा हमारा होगा।
मिट्टी की खुशबूदेशभक्ति की फुहारहाथों में तिरंगाभारत माता का प्यारमुबारक हो आपको गणतंत्र दिवस त्यौहार।
दिल में जो कुछ होता है वो कहा नही जाता,अब दर्द-ए-जुदाई सहा नही जाता,हो सके तो लौट आओ किसी बहाने से,अब मुझसे तुम्हारे बिन रहा नही जाता।
सामने हो मंजिल तो कदम ना मोड़ना,जो दिल में हो वो खवाब ना तोडना,हर कदम पर मिलेगी कामयाबी आपको,सिर्फ सितारे छूने के लिए कभी जमीन ना छोड़ना।
शहीदों के त्याग को हम बदनाम नही होने देंगे,भारत की इस आजादी की कभी शाम नही होने देंगे।
न गुलफाम चाहिये, न कोई सलाम चाहिये,मोहब्बत का बस कोई पैगाम चाहिये,और जिसको पीकर उड़ जायें होश हमारे,हमारे लफ्जो को तो ऐसा ज़ाम चाहिये।
जो देश की हिफाजत के लिए सरहद पर आते हैं, अक्सर इनके इश्क के किस्से अधूरे रह जाते हैं !
दिलों की नफरत को निकालोवतन के इन दुश्मनों को मारोये देश है खतरे में ए -मेरे -हमवतनभारत माँ के सम्मान को बचा लो
क्यों सताते हो हमें बेगानो की तरहकभी तो याद करो चाहने वालों की तरहहम में थी कोई कमी जो आपको याद ना आयेआपमें थी कुछ बात जो हम आपको भुला ना पाए।
अब तो मरना जीना बस तिरंगे के नाम होगा,अगला जन्म लिया तो मेरा देश हिंदुस्तान ही होगा।
हम लोग परिवार के साथ चैनसे सो सके… चैन से उठ सकइसलिए हमारी सना रोज़ बॉर्डर पर मरते हैंवन्देमातरम !! जय हिन्द !!
उड़ जाती है नींद ये सोचकर कि सरहद पे दी गयीं वो कुर्बानियां मेरी नींद के लिए थीं जय हिन्द
भारत हर भारतीय के हृदय में बसता है,भारत में रहकर भारत से प्रेम न होऐसा संभव नहीं.अज्ञात
जिनमे अकेले चलने के हौसले होते हैं ।एक दिन उन्ही के पीछे काफिले होते हैं ।।सेना है तो हम हैंजय हिन्द
जिन्हें हम हार समझ बैठे थे गला अपना सजाने को,वहीं अब नाग पर बैठे हमी को काट खाने को।
जिस दिन रास्ते पर तिरंगा बैचने वाले बच्चे न दिखेउस दिन सोचना हम आज़ाद हो गये।
~ बलिदानों का सपना जब सच हुआ, देश तभी आजाद हुआ,आज सलाम करे उन वीरों को, जिनकी शहादत से ये भारत गणतंत्र हुआ।
आप दिल से दूर हैं और पास भी,तुम लवो की हँसी हो, और आँसू भि ,आप दिल का सुकून हो,और बेचैनी भी,तुम हमारी अमानत हो,और एक सपना भि।
हर रोज न सही मगर आज तो ये काम करें, जहाँ भी तिरंगा दिखे सर उठाकर सलाम करें।
जिस राष्ट्र में पैदा हुए, अगर उसके तुम भक्त नहीं होतो दूध नहीं पिया तुमने माँयी का और अपने बाप के तुम खून नहीं हो। जय हिंद !
दुश्मन की औकात नहीं थीये तो देश के गद्दारों ने ही खंजर घोपा हैदुश्मन को बाद में पहले गद्दारों को मिटाना है।
इस बात को हवाओं से बताये रखना,रौशनी होगी बस चरागों को जलाये रखना,हमने लहू देकर की है जिसकी हिफाजत,उस तिरंगे को हमेशा अपने दिल में बसाये रखना।
जो देश के लिए शहीद हुएउनको मेरा सलाम हैअपने खूं से जिस जमीं को सींचाउन बहादुरों को सलाम है।