Shayari On Hair In Hindi : मिलकर आपसे प्यार करने को दिल चाहता हैआपकी जुल्फों के जाल में खोने को दिल चाहता है आपकी पायल की झंकार से मैं दुनिया भूल जाता हुआपकी जुल्फों में ही मैं सुकून की नींद पाता हु
तूने समझाया मुझेदुनिया का उसूल:ना कोई किसी का होता है ना होगा।ये समझने को मुझेतुझसे खुदा ने है कहा शायदतभी तूने मेरा दिल तोड़ा होगा।
इतनी आजादी अच्छी नहीं लगती, आपने अपनी जुल्फ़ों को बहुत छूट दे रखी है. Hair Shayari
जीवन की समस्याओं से मुझे लड़ने दो,अगर अब बाल झड़ रहे है तो झड़ने दो.
कैसा लगता है? जबआंखो के आंसू सुख जाएंदिल मासूम, दर्द से भर जाएहोंठों की हंसी, खो जाएकोई प्यारा अपना, धोखा दे जाए।
बालों के झड़ने के पीछे का कारण सिर में मौजूद डैंड्रफ भी हो सकते हैं तथा आदिवासी केश तेल सिर में मौजूद डैंड्रफ को निकालने का कार्य करती है।
तरी हाथों की मेहँदी देखकर हम फ़िदा हो गयें…! सीना खाली रह गया और दिल तुम ले गयें…!!
बाल झड़ना तभी एक बड़ी समस्या लगती है,जब आप युवा हो और आपकी शादी ना हुई हो.
जिंदगी को जीते हैं हम स्माइल से, और लोग जलते हैं हमारी स्टाइल से
अजी सिर्फ़ ख्वाब होते तो और बात होती आप तो बे-इन्तहा ख्वाहिश बन बैठे हो
मेरा स्टाइल कॉपी करने की आदत तू डाल ले, मेरे से बड़ा ना कोई कलाकार यह बात तु मान ले
शोर न कर धड़कन ज़रा, थम जा कुछ पल के लिए, बड़ी मुश्किल से मेरी आखों में उसका ख्वाब आया है।
आपकी पायल की झंकार से मैं दुनिया भूल जाता हुआपकी जुल्फों में ही मैं सुकून की नींद पाता हु
कैद खानें हैं… बिन सलाखों के, कुछ यूँ चर्चे हैं तुम्हारी आँखों के।
ये लब्ज़ तेरे गुलाब है, आंख तेरी समन्दर हो जैसे, ये महफ़िल मेरी खुश मिजाज है, हंसी तेरी रोहनक हो जैसे।
खुशियां किस्मत में होनी चाहिए तस्वीरोंमें तो हर कोई कुछ नजर आता है।
रूठ कर कुछ और भी हसीन लगते हो,बस एहि सोच कर तुमको खफा रखा है
माथे को चूम लूँ और उनकी जुल्फ़ें बिखर जाये इन लम्हों के इंतज़ार में कहीं जिन्दगी न गुजर जाये. Hair Shayari
अपना दिल उस पगली को दे दो, जो हमें चाहती हो #
जब वो अपने जुल्फें संवारती है, दिल की धड़कने कुछ देर के लिए रूक जाती हैं. Baal Shayari
जरा जरा सा था पर था कमाल कावो तेरा मुस्कराना जो हम ले डूबा।
तेरे इश्क की मेरे दिल को ख्वाइश है, तेरे जुल्फों की मेरे गालों पर रवाइश है, तु बरसा दे काली घटा तेरे मोहब्बत की, ये मेरे इश्क की तुझसे गुजारिश है।
तेरी हंसी चाहिए तेरी उसे ज्यादा तुझसे अब क्या मांगू, तुझे पाकर सब कुछ पा लिया अब इसे ज्यादा खुदा से क्या मांगू।
घर जाते ही अपनी नजर उतार लेना…! हमने इश्क की नजरों से देखा है तुम्हें…!!
तुम्हारा यूं मिलना कोई इत्तेफाक ना था.. एक उम्र की तन्हाई का मुआवजा हो तुम..
तेरी निगाह दिल से जिगर तक उतर गयी, दोनों को ही एकअदा में रजामंद कर गई।
इस बेरोजगारी के दौर में खूब पढ़ रहे है,नौकरी मिल नहीं रही है और बाल झड़ रहे है।
मैंने उस पगली को हंसाने की कोशिश की थी लेकिन नजरों में थोड़ी नमी रह गई थीबेचैन होकर रोता रहा और वह पगली खुशी से थोड़े से फासले से देखती रह गई..
मेरे दुख से दोस्त तू अभी अंजान है, क्योंकि तेरे सिर पर बालों की दुकान है।
देखकर काजल की लकीरें उनकी आँखों में, पहली दफ़ा ये जाना कि ये चाँद की ख़ूबसूरती रात से क्यूं है।
जिंदगी भर की खुशी छीन कर भीखुदा मुझे बस मेरी मोहब्बत दे।वो घर, जहां मैं और मेरा यार होबस ऐसा आसमान और ऐसी जमीन दे।
तुम आओगी तो फुलों की बरसात करेंगे मौसम के फरिश्तों से मेरी बात हुई है..
तुम बगीचे के किसी गुलाब जैसी हो हमारे लिए तो किसी ख्वाब जैसी हो बस पी जाने को दिल करता है तुम्हे उपर से निचे तक किसी शराब जैसी हो
तेरे ख्याल से ही एक रौनक आ जाती है दिल में। तुम रूबरू आओगे तो जाने क्या आलम होगा।।
अगर मैं किसी को अच्छी नहीं लगती तो कोई बात नहीं, अब हर किसी की चाॅइस अच्छी नहीं होती
गम के बिना खुशी का मज़ा क्या हैंअपनों के बिना जिंदगी जीने का मज़ा क्या हैंपल दो पल की कहानी ये जिंदगीआप के बिना जीने का मज़ा क्या हैं
उन आँखों की झपकियों को भी सौ दफा सलाम है ए दिलजिन आँखों की पलकों के नीचे मेरी चाहत पनाह लेती है
तेरे जुल्फो की क्या बात करू, इसमें गुलाब भी अच्छे लगते है, जो करती हो तुम वादे मुझसे, वो वादे सच्चे लगते है।
अंदाज़ कुछ अलग है मेरा, सबको एटीट्यूड का शौक है और मुझे एटीट्यूड तोड़ने का
तेरे होंठों से मेरे होंठ छूने दे, तेरी बाहों में मेरी बाहें होने दे, लिपट जाऊ मैं तूझे इस तरह, जरा थोड़ी रात तो होने दे।
अग़र इशारों में बात करनी थी तो पहले बताते !हम शायरी को नहीं आंखों को सज़ाते !!
आँखों में नमी तुझसे होठों पे हंसी तुझसे दिल में धड़कन तुझसे साँसों में साँसे तुझसे
गुलाब जैसे सुर्ख गुलाब है होंठ उनके,नज़र भर देखते रहो तो खिलने लगते है।
लम्हे लम्हे मैं बसी हैतुम्हारी यादों की महकयह बात और हैंमेरी नज़रों से दूर हो तुम…
जब लोग कहते है कि तुमने क्या त्याग किया? तो मैं यही सोचता हूँ शायद उन्हें मेरे सिर का आधा उड़ा बाल नहीं दिखाई देता है।
बेवफा तू नहींये मेरी खता है।तू तो मासूम हैबस दर्द देती हैमेरी बर्बादीतो उस रब की रजा है।
वो आंखो मे काजल फंसाती है फिर उसकी आँखे मुझे फंसाती है
बहक जाती है शराब भी,जब महकता है तेरा “शबाब”, उफ्फ़…! तेरे गुलाबी होंठ हैं या तेरे होंठों जैसा गुलाब…!!
हमारी आँखों में आओ तो हम दिखाएँ तुम्हें … अदा तुम्हारी जो तुम भी कहो कि हाँ कुछ है.. !
दिल की बात दिल में छुपा लेते हे हमको देखकर मुस्कुरा देते हे वो हमसे तो सब पूछ लेते हे पर हमारी ही बात हमसे छुपा लेते हो
ये चेहरे की ख़ुशी सिर्फ़ तेरेइन्तजार की हैंक्योकि दिल में आज भी उम्मीदतेरे दीदार की हैं !!
तुम जरा सी कम खूबसूरत होतीतो भी बहुत खूबसूरत होती
लाजमी है महफिलों मे बवाल होना…!!एक तो “हुस्न कयामत” उपर से “होंठो का लाल” होना
बात तो तेरी सुनी ही नहीं मैंनेध्यान मेरा तेरे लबों पर था
बेवक्त बेवजह बेहिसाब मुस्कुरा देता हूं, आधे दुश्मनों को तो यूं ही हरा देता हूं
ढूंढता चला हूँ मैं गली गली बहार की, बस इक छांव ज़ुल्फ़ की बस इक निगाह प्यार की. Zulf Shayari
बहुत खूबसूरत है मुस्कुराहट तुम्हारीपर तुम मुस्कुराते कम होसोचता हूँ तुम्हे देखता ही रहूंपर तुम नजर आते कम हो
बात कोई भी हो तेरे लब्ज़ो की पसंद है, रात कोई भी हो तेरे साथ होने से पसंद है।
इन आँखों का जब जब दीदार हो जाता हैदिन कोई भी हो मेरे लिए त्यौहार हो जाता है
जीवन में नये विचार गढ़ रहा है,इंसान बुलंदियों पर चढ़ रहा है,जिंदगी में तनाव बढ़ रहा हैक्या करे इंसान बाल बहुत झड़ रहा है।
बेताब कर देगी मुझे उनकी वो जादू भरी नज़रजब हम उनके देखने की अदा देखते ही रह जायेंगे.
तुम पर मेरा दिल आया था जो! तुम्हारे पैर का काला धागा लाया वो!!
कब तक रहोगे आखिर यूं दूर हमसे मिलना पड़ेगा आखिर एक दिन जरूर हमसे दामन बचाने वाले ये बेरुखी है कैसी कह दो अगर हुआ है कोई कसूर हमसे
यहाँ हर किसी को जिंदगी में मोहब्बत नहीं मिलतीकिसी को गम नहीं मिलता है किसी को ख़ुशी नहीं मिलती
तुम्हारी नाक की नथ और भी खुबसूरत लगती है,जब तुम घुँघट के पीछे से हल्का सा मुस्कुराती हो…!!
हम एक प्यार के साथ प्यार करते हैं और यह प्यार से कहीं ज्यादा बढ़कर है।
वो खूब इश्क़ तूने निभाया,खूब तेरी चांदनी थी।तेरे रंग देखे बाद में मैंने,तुझमें भरी जो सादगी थी।
शरीर पर ज्यादा बाल होने का मलाल है,और सिर बालों के मामले में कंगाल है.
ये तुमसे किसने कहा तुम इश्क का तमाशा करना… मगर मोहब्बत करते हो हमसे तो बस हल्का सा इशारा करना….
घंटो तक उनकी मौजूदगी एक तरफ,और जाते वक्त उनका ,पलट के देखना एक तरफ…!!!
उसको सज़ने संवरने की ज़रूरत ही नही ! उसपे सज़ती है हया भी किसी ज़ेवर की तरह !!
इन खुली जुल्फों को अदब अब सिखाऊं तो कैसे? कि गुजरती है गर्दन से यूँ जैसे उंगलियाँ हो सनम की.Hair Shayari
नजर झुका कर बात कर पगली, जितने कपड़े है तेरे पास उतने तो मैं रोज लफड़े में फाड़ देता हूं