Shayari On Face In Hindi : तेरे चहरे ने मेरी नींद उड़ा रखी है अब तो बस आपके ज़िस्म में रात बितानी है। तुझे सूरज कहु या फिर चांद तेरे चहरे में दोनों दिखाई देते है।
कितना भी आँसू बहा लो ,जिसे जो कहना है वो कहता ही रहेगा।अगर तुम सही हो तो ,हँसते रहो, और ग़लत हो तो सुधार करो।
शब्दों के इत्तेफाक में यूं बदलाव करके देख,तू देख कर न मुस्कुरा बस मुस्कुरा के देख।
ऐ-जिंदगी तू खेलती बहुत है खुशियों से,हम भी इरादे के पक्के हैं मुस्कुराना नहीं छोडेंगे।
जब भी मौका मिले मुस्कुराते रहो!!ये ज़िन्दगी है जनाब!!हँसने के कम और रोने के मौके ज़्यादा देती है!!
कोई तुम सा हो लेकिन किसी और का ना हो.
तुम्हारी नाक की नथ और भी खुबसूरत लगती है, जब तुम घुँघट के पीछे से हल्का सा मुस्कुराती हो…!!
मैं इक फकीर के होंठों की मुस्कुराहट हूँकिसी से भी मेरी कीमत अदा नहीं होतीमुनव्वर राना
कुछ इस तरह तुम्हे खुदको आज़माते देखा है !!मेरी मौजूदगी में तुम्हे पलके झुकाये देखा है !!
“मुखौटे बचपन में खेलने की चीज़ हुआ करता था, कब हम बड़े हुए और कब इसने असली जीवन में जगह बना ली, पता ही नहीं चला।”
उसने होठों से छू करदरिया का पानी गुलाबी कर दिया,हमारी तो बात और थी उसनेमछलियों को भी शराबी कर दिया।
बेवफा तेरा मासूम चेहरा भूल जाने के काबिल नही !!है !!मगर तू बहुत खुबसूरत दिल लगाने के काबिल नही !!
चेहरे से प्यार करती है आज भी ये ज़ालिम दुनिया,मगर दिल-ओ-जान की बातें कहना ज़रूरी है ।
अपनी मुस्कुराहटों पर जरा काबू रखिए जनाब…तुम्हारी मुस्कुराहट को यह दिलइजहारे इश्क ना समझ बैठे…
मेरी आँखों में छुपी उदासी को महसूस तो कर..हम वह हैं जो सब को हंसा कर रात भर रोते हैं…
उस्से हसीन चेहेरे की बात है,हर दिल अज़ीज़, कुसी ऐसी हम में,है कुसी ऐसी कशिश में हमरे,के इक झलके के सई दुनी बरबाद हे।
नींद से क्या शिकवा जो आती नहीं रात भर, कसूर तो उस चेहरे का है जो सोने नहीं देता।
दिल में होता है गम तो आंखें होती है नम, मुस्कान भरे चेहरे के दीवाने है हम।
आँसूओं की जान यूँ छूटी है, चेहरे की हँसी जब से रूठी है !!
ना रंग से रंगीन हुए, ना भंग से हुए मदहोशडाली जो उसने तिरछी नज़र फिर कहाँ रहा कुछ होश,,
हमारी मेहबूबा ने अल्लाद्दीन का रगड़ा चिराग तो जिन्न आया तुरंत निकलकर। फिर नहाकर उसने बताई दिल की इच्छा तो भाग गया जिन्न दूसरा जिन्न देखकर।।
तुम हक़ीकत नहीं हो हसरत हो,जो मिले ख़्वाब में वही दौलत हो,किस लिए देखती हो आईना,तुम तो खुदा से भी ज्यादा खूबसूरत हो।
ना चाहते हुए भी आ जाता हैं लबों पे तेरा नाम कभी तेरी तारीफ में तो कभी तेरी शिकायत में
मोहब्बत 💕 का सफर लंबा हुआ;,तो क्या हुआ, थोड़ा तुम चलो 🚶♀️,थोड़ा हम चले, थोड़ा तुम चलो,थोड़ा हम चले, फिर 😅 रिक्शा कर लेंगे 😂।।
आँखों में नमी तुझसे होठों पे हंसी तुझसे दिल में धड़कन तुझसे साँसों में साँसे तुझसे
मैं शब्दों से पहचान लेता हूँ,चेहरा देखने की जहमत नहीं करता।
मासूम सी आपकी ये निगाहें !!कहीं चैन ना छीन ले हमारा !!प्यार का आगाज कर रही हैं !!वोकहीं दिल ना चुरा ले हम तुम्हारा !!
निगाहों से कत्ल करके मेरा बचा ली तकलीफ दोनों की ना तुझे जरुरत पड़ी खंजर उठाने की ना मुझे गर्दन झुकाने की
खूबसूरती बिखेर देने वालो को. क्या जरुरत है सवरने की.वो तो खुद कयामत है उसे क्या जरुरत है तारीफ की.
जो फ़ना हो जाऊं तेरी चाहत में तो ग़ुरूर ना करना……..!!ये असर नहीं तेरे इश्क़ का, मेरी दीवानगी का हुनर है………. !!
हम कितना चाहते है तुम्हे चाहो तो तुम चाँद से पूछ सकती हो, तुम्हे चाँद से खूबसूरत समझते हैं चाहो तो तुम चाँद से पूछ सकती हो।
अगर इजाजत हो आज बारिस की बुँदे जो आपके होठो पे गिरे है उन बूंदों को हम होठो से उठाना है
अपना चांद सा चेहरा देखने की इजाजत दे दो, इस खूबसूरत शाम को और सजाने की इजाजत दे दो।
तेरे चहरे की हया तेरी ख़ूबसूरती की पहचान हैतू मान या ना मान मेरे दिल पर तेरे ही निशान है।
“टॉक्सिकता वो रोग है जो दूसरों के मन को बिना छुए ही आघात करता रहता है और उसे खुद को कोई असर नहीं पड़ता।”
उसकी सादगी और उसकी खूबसूरती की क्या दूँ मिसाल !!चेहरे पर मासूमियत और अदाएं उसकी है बड़ बेमिसाल !!
लाख दुआ तुम कर लो चाहे.. मुझसे दूर जाने की..मेरी दुआ भी है उसी खुदा से.. तुम्हे करीब लाने की.
❤️ख़ुशियाँ क्या होती हमें नहीं पता, में तो तुम्हें “online” देखकर भी पगलों की तरह “Smile” करने लगता हु,❤️
ना रंग से रंगीन हुए,ना भंग से हुए मदहोशडाली जो उसने तिरछी नज़र फिर कहाँ रहा कुछ होश,,
उनकी खुबसुरती के बारे में मत पूछिए जनाब, माथे पर लगी वो छोटी सी बिंदी भी कमाल लगती है।
यह मुस्कुराती हुई आँखेंजिनमें रक्स करती है बहार,शफक की, गुल की,बिजलियों की शोखियाँ लिये हुए।
वो पूछते है शायरी क्यू लिखते हो जैसे उन्होंने कभी शीशे को देखा ही नहीं।
नहीं पसंद आता अब तेरे सिवा किसी और का चेहरा,तुझे देखना और देखते रहना दस्तूर बन गया है।
“उसने महबूब की तारीफ कुछ इस कदर की, रात भर आसमान में चाँद भी दिखाई न दी।”
तेरी पसंद, मेरी चाहततेरी मुस्कान, मेरी राहततेरी खुशी, मेरा जहांतुझे हर पल हंसाना, मेरी आदत….
मेरी किस्मत की लकीरों का तुम ताज बन जाओ… कल की बात छोड़ो तुम मेरे आज बन जाओ…
अगर बिछड़ना 💔जरूरी है दोस्त मेरे,तो कुछ इस तरह से बिछड़ मुझसे, की।जब भी याद करे तू मुझको मै तुझको ,एक 🙂🙂 मुस्कुराट आ जाए चेहरे पे मेरे ।।
चेहरे की मासुमियत देखकर हम उसके ही आदी है, हमारे लिए तो उसके प्यारे चेहरे की मुस्कुराहट ही काफी है।
“तुम्हारी आँखों की तौहीन है ज़रा सोचो तुम्हारा चाहने वाला शराब पीता है।”
इन आँखों का जब जब दीदार हो जाता हैदिन कोई भी हो मेरे लिए त्यौहार हो जाता है
मुलाकातों में जरा फासला रखिए,बेताबियों में इश्क़ खूबसूरत होता है..!!
विज्ञान सोचना सिखाता है!!लेकिन प्रेम मुस्कुराना सिखाता है!!
इस प्यार का अंदाज़ कुछ ऐसा है क्या बताए ये राज़ कैसा है लोग कहते है आप चांद जैसे हो मगर सच तो यह है की चांद आपके जैसा है।
अब उसे फर्क नहीं पड़ता मेरी उदासी का !!जिसकी एक मुस्कुराहट के लिए हम कब से उदास बैठे हैं !!
मुझे सिर्फ दो चीजो से डर लगता हैएक तुझे रोने से और दूसरा तुझे खोने से.❤️🥀
सुनो… मुझे देखकर तेरा यूं मुस्कुराना बेहद पसंद है…एक तुझ से ही मेरे जीवन मे सदा बसन्त है…!!!
रुके तो चाँद चले तो हवाओं जैसा है,वो शख्स धूप में भी छाव जैसा है।
मुसकुराहटे झुठी भी हुआ करती है !!देखना नहीं समझना सीखो !!
“यूँ ना निकला करो आज कल रात को चाँद चुप जायेगा देख कर आपको।”
तीर अपने ना आज़माएँ आप, मैं किसी और का निशाना हूँ..!
छू ले आसमान ज़मीं की तलाश न कर जी ले जिंदगी ख़ुशी की तलाश न कर तकदीर बदल जाएगी खुद ही मेरे दोस्त।
थोड़ी सी स्माइल देखकर ही खुश हो जाते है हम, आपकी यादों में खो जाते है हम।
कोरोना की वजह से सला जीना हराम हो गया… हमारी बीबी रात में भी अब तो हमे मास्क पहना कर सुलाती है !
तुम दुआओं की बात करते हों, हम तोहिचकियों में भी बस तुम्हें याद करते हैं..।
तुम्हारा हर रोज ख़्वाबों में आकर मिलना,मुझें सुबह जल्दी जागने नहीं देता….!
उसकी मुस्कराहट पर हम फिदा हो गए, पता नही कब हम खुद से ही जुदा हो गए।
उदासी भरे गाने सुनते हुए भी अब मैं मुस्कुराने लगा हूँ,लगता है दीवानगी की हद तक मैं तुझे चाहने लगा हूँ।
“तुम जैसे लोग जीवन भर क्या साथ निभाएंगे, ज़रा सा समय क्या बदला, तुमने तो रुख ही बदल लिया!”
न जाने कैसी नज़र लगी है ज़माने की ,कमब्खत वजह ही नही मिलती मुस्कुराने की।
“जो कागज पर लिख दू तारीफ तुम्हारी तो श्याही भी तेरे हुस्न की गुलाम हो जाये।”
एक शौक बेमिसाल रखा करो,हालात कैसे भी बदल ही जायेंगे,अपने चेहरे पर हमेसा मुस्कान रखा करो।
तुम्हे देख के ऐसा लगा चाँद को जमीन पर देख लिया तेरे हुस्न तेरे शबाब में सनम हमने कयामत को देख लिया
यदि आप कर सकें तो!!एक बच्चे के चेहरे पर मुस्कान लाने से अधिक!!मर्मस्पर्शी कुछ भी नहीं!!