Shayari For Motivation In Hindi : जब पढ़ते-पढ़ते राते छोटी लगे, तो समझ लेना जीत का जुनून, सर पर सवार है ! हमको मिटा सके ये जमाने में दम नहीं, हमसे जमाना खुद है जमाने से हम नहीं !
आज तेरे लिए वक्त का इशारा है, देखता ये जहां सारा है, फिर भी तुझे रास्तों की तलाश है, आज फिर तुझे मंज़िलो ने पुकारा है।
वक्त से लड़कर जो नसीब बदल दे, इंसान वही जो अपनी तकदीर बदल दे, कल क्या होगा कभी मत सोचो, क्या पता कल वक्त खुद अपनी तस्वीर बदल ले।
सीढ़ियां उन्हें मुबारक हों,जिन्हें सिर्फ छत तक जाना है,मेरी मंज़िल तो आसमान है,रास्ता मुझे खुद बनाना है।
परिंदों को मंजिल मिलेगी यकीनन ये फैले हुए उनके पर बोलते हैं अक्सर वो लोग खामोश रहते हैं ज़माने में जिनके हुनर बोलते हैं
हर मुश्किल से गुज़र जाना सीखो गम तो हज़ार मिलेंगे पर तुम मुस्कुराना सीखो ।
” यु जमीं पर बैठ कर क्यों आसमान देखता है ,पंखो को खोल ये जमाना सिर्फ उड़ान देखता है | “
औरों में भी हौसला जगाकर,जो लक्ष्य की ओर चलते हैं,,वो लोग ही कीचड़ में कमल की तरह खिलते हैं।
अगर आपको हारने से डर लगता है तो ! जीतने की इच्छा कभी मत करना
तुम्हें दिल से चाहा था,इसलिए दिल को किसी और को चाहने की चाहत ही नहीं होती
जिंदगी में कभी किसी अपने का साथ मत छोड़ना,जिंदगी में कभी किसी का दिल मत तोड़ना।बस जिंदगी तो उसे ही कहते हैं,जो एक पल में सारा जहां जी लेते हैं।
जिनके अंदर कुछ कर गुज़रने का जुनून होता है उन्हें ही कामयाबी का सुकून मिलता है।
किसी भी उम्मीद के बिना,हमेशा सबका अच्छा करने की कोशिश करना।क्योंकि किसी ने कहा है की,जो लोग फूल बेचते है,,उसके हाथों में खुश्बू रह ही जाती है।
जहाँ भी रहो वहाँ लोगों की आवशयकता बनकर रहो, उन पर बोझ बनकर नहीं।
उसी को हम जहाँ में रहरवे-कामिल समझते है, जो हस्ती को सफर और कब्र को मंजिल समझते है।
ज़रा कामयाब तो होने दो मुझे दोस्त, फिर मेरे दिन भी बदल जाएगे, जो चार लोग मेरे पीछे बातें करते है वह भी मेरे पीछे चले आयेंगे!
हार के बावजूद अपनी राह चलते रहो,सफलता तुम्हारे कदमों को चूमेगी जब आएगी वह समय।
” आप जितनी खुद की ~ कीमत लगाते हैं, वास्तव में आपकी ~कीमत उतनी ही हो जाती है “
डर मुझे भी लगा फांसला देख कर,पर मैं बढ़ता गया रास्ता देख कर,खुद ब खुद मेरे नज़दीक आती गई,मेरी मंज़िल मेरा हौंसला देख कर ।
बुराई तो छोटी सोच वाला इंसान ही करता हैं,बड़ी सोच वाले तो माफ़ करते हैं.
मुबारक हों सीढियाँ उन्हें जिन्हे सिर्फ छत तक जाना है, हमारी मंज़िल तो आसमान है, रास्ता हमें खुद बनाना है।
कसम से कोई साथ नहीं देता,यह जान लिया हमने,चाहने वाले भी तब याद करते है,जब वो अकेले होते है
” राह के पत्थर से बढ़कर कुछ नहीं है मंजिले , रास्ते आवाज देते है बस सफर जारी रखो ”
परिस्थिरियां चाहे कैसी भी हो, यदि व्यक्ति मन में ठान ले तो कोई भी मुश्किल नहीं।
अगर तुम्हें यकीन है अपने शक पर, तो हमे भी शक है तुम्हारे यकीन पर॥
सोचने से कहाँ मिलते हैं तमन्नाओं के शहर, चलना भी जरुरी है मंजिल को पाने के लिए।
जीवन में कठिनाइयाँ हमे बर्बाद करने नहीं आती है, बल्कि यह हमारी छुपी हुई सामर्थ्य और शक्तियों को,
जब हौसला कर लिया ऊँची उड़ान का, फिर देखना फिजूल है कद आसमान का |
तेरे गिरने में तेरी हार नहीं,तू आदमी है अवतार नहीं।गिर, उठ, चल, फिर भाग,क्योंकि…जीत संक्षिप्त है इसका कोई सार नहीं।
तूफान क्या डुबाएगा तेरी कश्ती को, आँधियों की हवाओं से आगे निकल के देख |
नज़र-नज़र में उतरना कमाल होता है, नफ़स-नफ़स में बिखरना कमाल होता है, बुलंदियों पे पहुँचना कोई कमाल नहीं, बुलंदियों पे ठहरना कमाल होता है।
घोंसला बनाने में हम यू मशगूल हो गएउड़ने को पंख भी थे यह भूल गए
कामयाब हर ~ इंसान बन सकता है, बस कोई चोट खाकर ~बिखर जाता है, तो कोई #चोट सह कर निखर जाता है ~
ये दुख ये दर्द ये सब तेरे अंदर हैतू अपने बनाए इस पिजरे से बाहरनिकल के देख तू अपने आप मेंएक सिकंदर है.।
सीढ़ियाँ चढ़ते समय उपर जाने के लिए, नीचे की सीढ़ी से पैर हटाना पड़ता है |
खुदी को कर बुलन्द इतना कि तकदीर से पहले खुदा बंदे से खुद पूछे बता तेरी रजा क्या है।
दर्द को उलझाए रखो, औरों से छुपाये रखो, चाहे कितने भी मिलें ग़म, मुस्कान चेहरे पर बनाये रखो।
कोशिश के बावजूद हो जाती है कभी हार,होके निराश मत बैठना ऐ यार।बढ़ते रहना आगे हो जैसा भी मौसम,पा लेती मंजिल चींटी भी… गिर गिर कर कई बार।
जो व्यक्ति अपने जीवन में संघर्ष से परिचित नहीं होता, इतिहास गवाह है कि वो कभी चर्चित नहीं होता |
हौसला देती रहीं… मुझको मेरी बैसाखियाँ, सर उन्ही के दम पे सारी मंजिलें होती रही॥
आँखों में मंजिले थी, गिरे और सँभलते रहे, आंधियों में क्या दम था, चिराग हवा में भी जलते रहे.
सफलता भी उसी के कदमों पर निसार है जिसके सर पर मेहनत का ताज सवार है ।
नया हूँ अभी धीरे धीरे सीख जाऊंगा.. पर, किसी के सामने झुक कर अपनी पहचान नहीं बनाऊंगा
ऐ मंजिल के मुसाफिर क्यों होते हो परेशान तुम्हारी मेहनत एक दिन जरूर रंग लाएगी सिर्फ हौसला बुलंद रख तू कामयाबी एक दिन तेरे पैर चुमेगी।
अभी मुठ्ठी नहीं खोली है मैंने आसमां सुन ले,तेरा बस वक़्त आया है मेरा तो दौर आएगा।
मरम्मत चल रही है जिंदगी की साहब, उठेंगे जल्द ही तूफ़ान लेकर
फौजी भी कमाल के होते हैं, जेब के छोटे बटुए में परिवार, और दिल मे सारा हिंदुस्तान रखते हैं।
आप जितना कठिन काम करेंगे ज़रूर भाग्य उतना ही आप का साथ देगा
पहली बूँद से लेकर के सारी बरसात लिख दूंगा,अपनी पे आ जाऊं तो पूरा इतहास लिख दूंगा।
ज़िन्दगी कुछ साल के Lease पर मिली है, रजिस्ट्री के चक्कर मे ना पड़े, मस्त रहे, स्वस्थ रहे॥
समाधान हर मुश्किल का है, बस आहिस्ते से सीचने कि ज़रूरत है, ज़िंदगी में कुछ भी मुश्किल नहीं, बस एक बार कोशिश करने कि ज़रुरत है.
चलने की कोशिश तो करो, दिशाए बहुत है, रस्तो पे बिखरे काटो से ना डरो, तुम्हारे साथ दुआए बहुत है
मिले तो बेस्ट नहीं तो नेक्स्ट लाइफ में ये फॉर्मूला रखोगे तो कभी भी सेड फिलिंग्स वाले स्टेटस नहीं रखने पड़ेंगे
औरों में भी हौसला जगाकर,जो लक्ष्य की ओर चलते हैं,वो लोग ही कीचड़ में कमल की तरह खिलते हैं।
अगर पाना है मंज़िल तो, अपना रहनुमा खुद बनो, वो अक्सर भटक जाते है, जिन्हें सहारा मिल जाता है।
वाफिक तो मैं भी हूँ,दुनिया के तौर-तरीकों से,पर जिद्द तो यहां अपने हिसाब से जीने की हैं.
खुदा तौफीक देता है, उन्हें जो यह समझते है, कि खुद अपने ही हाथों से, बना करती है तकदीरें।
बेहतर से बेहतर कि तलाश करो, मिल जाये नदी तो समंदर कि तलाश करो, टूट जाता है शीशा पत्थर कि चोट से, टूट जाये पत्थर ऐसा शीशा तलाश करो.
राह संघर्ष में जो चलता है,वहीं संसार को बदलता है,जिसने रातों में जंग जीती है,सूर्य बनकर वही निकलता है।
इस सन्सार में हर किसी को अपने ज्ञान का घमंड है परन्तु किसी को भी अपने घमंड का ज्ञान नहीं है.
इश्क ख़ुदकुशी का धंधा है,अपनी ही लाश अपना ही कंधा है
सपने ही कुछ ऐसे देख लिए हमने,कि सारी नींद गँवा बैठे
खुशबू बनकर गुलों से उड़ा करते हैं,धुआं बनकर पर्वतों से उड़ा करते हैं,ये कैंचियाँ खाक हमें उड़ने से रोकेगी,हम परों से नहीं हौसलों से उड़ा करते हैं।
आगे बढ़ो निरंतर, हिम्मत कभी न हारो,खुदा है तुम्हारे साथ, सदैव तुम्हारे पास है।
“हर असंभव कार्य करने का एकही तरीका, कड़ी मेहनत II”
ज़िन्दगी है मगर गर्मिए-रफ्तार का नाम,मंज़िलें साथ लिये राह पे चलते रहना।
खुल कर तारीफ भी किया करो,दिल खोल हंस भी दिया करो।क्यों बांध के खुद को रखते हो,पंछी की तरह भी जिया करो।
अपनी नजर हमेशा उस चीज़ पर रखो जिसे तुम पाना चाहते हो, उस पर नहीं जिसे तुम खो चुके हो!
कठिन सड़कें हमेशा खूबसूरत जगह की ओर ले जाती हैं
खुद – ब – खुद मेरे नज़दीक आती गई मेरी मंज़िल, मेरा हौंसला देखकर |
बेवज़ह दिल को ना भारी रखिए, ज़िंदगी जंग है, इसको जारी रखिए |
अगर अपनी औकात देखनी है, तो बाप के पैसों का इस्तेमाल करना छोड़ दो॥
मिल सके आसानी से उसकी ख़्वाहिश किसे है, ज़िद तो उसकी है जो मुकद्दर में लिखा ही नहीं है.