Shayari For Farewell Party For Seniors In Hindi : फिक्र करूं या जिक्र करूं आपके बिना ये सफर कैसे पूरा करूं दिमाग को समझाऊं तो मन नहीं समझता दिल को समझाऊं तो आंखें रो पड़ती है। विदाई की घड़ी है आई सबके आँखों में आँसू है लाई,आपकी पूरी हो हर अभिलाषा दुआ ये सबके जुबान पर है आई.
जीवन के सारे आशाओं को पूरा कर देते हैं,गुरू, शिष्य के जीवन को खुशियों से भर देते हैं.
आपके वास्ते कुछ भी कर जायेंगें आप कर दें इशारा तो मर जायेंगें आपकी हर खुशी हमको मंज़ूर है पर विदा आपको हम ना कर पायेंगें
बस रुँधे कंठ है, यूँ विकल कर दियादिल हुआ तरबतर, मन तरल कर दियाआपकी ये जुदाई, कठिन हो गईइस विदाई ने हमको, सजल कर दिया।
आज मिलेंगे, कल मिलेंगे विदा हो जाओगे आज आप ना जाने फिर कब मिलेंगे।
विदाई का ये दिन है, माहौल थोड़ा गमगिनलेकिन दुआ है रब से, आप यूं ही हंसते रहो,महकते रहो, सबके दिल में बसते रहो।
तेरे पैमाने में गर्दिश नहीं बाक़ी साक़ीऔर तिरी बज़्म से अब कोई उठा चाहता हैपरवीन शाकिर
अब तो जाते हैं बुत-कदे से ‘मीर’फिर मिलेंगे अगर ख़ुदा लायामीर तक़ी मीर
साथ है आपका जैसे धूप में छांव है, साथ है आपका जैसे समंदर में नाव है ले रहे है आज आपसे विदा बस दिल मे आपका नाम है ।।
यादों की झड़ी सी छाई,हो रही आज आपकी विदाई,कर लेना हमे याद कभी,जो याद हमारी आई।
बेफिक्र था मैं, सर पर जो आपका हाथ था, बे हिसाब था मैं, आपके हाथों में जो हिसाब था, विदा तो कर दूंगा आज आपको, लेकिन यह बहते आंसू ना रोक पाऊंगा.,
जिंदगी जीने का सलीका आया हैचार कदम चले साथ तेरे तो जीने का हौसला आया
तुझे चाहा तो बहुत पर इजहार ना कर सकेकट गई उम्र किसी से प्यार ना कर सकेतूने माँगा भी तो अपनी जुदाई मांगीओंर हम थे कि तुझे इन्कार ना कर सके।
ना जाने क्यूँ एक ऐसा अहसास है, दूर होकर भी आप हमारे साथ है, आपको शायद ना हो लेकिन तुम्हारी कसम, हमे आपका हर पल अहसास है.,
ये घर मिरा गुलशन है गुलशन का ख़ुदा हाफ़िज़अल्लाह निगहबान नशेमन का ख़ुदा हाफ़िज़
कॉलेज एक परिवार होता हैं जहाँ हर दिनरविवार होता हैं हर दिल में प्यार होता हैंपर आखिरी दिन बड़ा बेकार होता हैं!!!
मिलते-झुलते रहेंगे आपकी भावनाओँ के साथआज से होगी आपके जीवन की शुभ शुरुवात।
रेल देखी है कभी सीने पे चलने वालीयाद तो होंगे तुझे हाथ हिलाते हुए हमनोमान शौक़
जाने वाले से मुलाक़ात न होने पाईदिल की दिल में ही रही बात न होने पाईशकील बदायुनी
भोर गमगीन होकर खबर लाई हैदिन भी बेचैन है, धूप घबराई हैआपको हम विदाई दे दे,मगर दिल सुबकने लगा, आंख भर आई है।
बहुत याद आयेंगे ये कॉलेज के दिन,कैसे दिन गुजरेगी यारा तेरे बिन.
बहुत याद आएँगी ये बातेंकॉलेज में दोस्तों के साथ की मस्तीकैंटीन की प्यारी सी गप शपलड़कियों को कनखियों से देखनाऔर सबका साथ साथ मुस्करा देना
आप का साथ धूप में छांव है ,आपका साथ समंदर में नाव है ,आपका साथ अन्धकार में प्रकाश हैकर रहे हैं आज आपको विदापर दिल में आपका ही नाम है
जब वादा क्या है तो निभाएंगेसूरज किरन बन कर छत पर आयेंगेहम हैं जुदाई का गम कैसा …तेरी हर सुबह को फुलो सजायेंगे।
यादों की झड़ी सी है आंखों में छाईहो रही है आज आपकी विदाईहम करते है ईश्वर से प्रार्थनापूरी हो जीवन की हर कामना।
ये एक पेड़ है आ इस से मिल के रो लें हमयहाँ से तेरे मिरे रास्ते बदलते हैंबशीर बद्र
विदाई की घड़ी है आई सबकेआँखों में आँसू है लाई,आपकीपूरी हो हर अभिलाषा दुआ येसबके जुबान पर है आई.
अब की बार हम बिछडे तो शायद ख्वाबोंमें मिले जैसे सूखे हुए फूल किताबों में मिले!!!
जाने की उदासी इस दिल से हटायें कैसे, दिल में ही रहते है वो पर कैसे समझाये कैसे.
चमन से रुख़्सत-ए-गुल है न लौटने के लिएतो बुलबुलों का तड़पना यहाँ पे जाएज़ है
विदा तो होना ही था आपको आज हो या कलपर जुदा कभी मत होना ये वादा करो अब।
आपकी मंजिल आपकी हौसला आजमाएगीआपके सपनो को आपकी नजरों से हटाएगीकभी पीछे मुड़कर न देखना ए मेरे जिगर के छल्लोंरास्ते की ठोकर ही तुम्हे चलना सिखाएगी।
चाहे हो तेज़ धुप या हो तेज़ आंधियाँ, हम आपकी याद कभी नहीं खोते, तुम्हे याद करने से मुस्कुरा देती है ये आँखे, इसलिए तो हम दूर होकर भी दूर नहीं होते.,
आप जैसा बॉस देखा ही नहीं कहीं, आप जैसा व्यवहार किसी में भी नहीं, आपको विदा आज कर तो दें मगर, आप जैसा किरदार जहां में कहीं नहीं.,
हमसे दूर नहीं जा रहे हैं आप हमारे दिल के पास आ रहे हैं आप जहाँ में जहाँ भी रहे, मुस्कुराते और खिलखिलाते रहे.
उसे जाने की जल्दी थी सो मैं आँखों ही आँखों में जहाँ तक छोड़ सकता था वहाँ तक छोड़ आया हूँ
बहुत याद आयेंगे ये कॉलेज के दिन, कैसे दिन गुजरेगी यारा तेरे बिन.
उस को रुख़्सत तो किया था मुझे मालूम न थासारा घर ले गया घर छोड़ के जाने वालानिदा फ़ाज़ली
आप हमसे दूर नहीं जा रहे हैं, आप हमारे दिल के पास आ रहे हैं,आप जहाँ में जहाँ भी रहे, मुस्कुराते और खिलखिलाते रहे।
तुम्हारा साथ धूप में छांव हैतुम्हारा साथ समंदर में नाव हैतुम्हारा साथ अंधकार में प्रकाश हैकर रहे है आज तुमको को विदापर दिल में आपका ही नाम है।
आखिरी अलविदा कहते हैं हो सके तो स्वीकार कर लेना,जब भी मिले वक्त आपको तो हमें याद कर लेना.
मिलते-झुलते रहेंगे आपकी भावनाओँ के साथआज से होगी आपके जीवन की शुभ शुरुवात।
” जाने वाले से मुलाकात न होने पाई, दिल की दिल में ही रही बात न होने पाई। ”
यादों की झड़ी सी है आंखों में छाई, हो रही है आज आपकी विदाई, हम करते है ईश्वर से प्रार्थना, पूरी हो जीवन की हर कामना.,
लोग आते हैं जाते हैं,हर जगह नई यादें बनाते हैं,आज तुम भी हमें अपनी यादों के संग छोड़ जाओगे,शुभकामनाएँ हैं हमारी ना रहे कोई ख्वाहिश अधूरी तुम्हारी…
कॉलेज एक परिवार है,इधर हर दिन रविवार है,हर दिल में प्यार है,पर आखिरी दिन बड़ा बेकार है.
विदाई का ये दिन है,माहौल थोड़ा गमगिन लेकिन दुआ है रब से,आप यूं ही हंसते रहो,महकते रहो,सबके दिल में बसते रहो।
विदाई की है घड़ी है मुश्किल बड़ी कामना जीवन की तुम्हारी हो पूरी यही है शुभकामना हमारी।।
बेफिक्र था मैं सर पर जो आपका हाथ था बे हिसाब था मैं आपके हाथों में जो हिसाब था विदा तो कर दूंगा आज आपको लेकिन यह बहते आंसू ना रोक पाऊंगा
आप जैसे सीनियर किस्मत सेमिलते हैं जैसे पतझड़ में मानोफूल खिलते हैं चले जाओगे हमको अकेला छोड़कर हमेशा आपखुश रहो यही शब्द निकलते हैं।
फिक्र करूं या जिक्र करूं आपके बिना ये सफर कैसे पूरा करूं दिमाग को समझाऊं तो मन नहीं समझता दिल को समझाऊं तो आंखें रो पड़ती है।
आपकी विदाई की इस बेला में, कहता हूं सच, रह जाऊंगा अकेला मैं, फिर भी दुख-सुख में हूं आपके साथ, आप रहो जहां वहां मिले नई सौगात.,
विदा कर रहे है और देते है ये शुभकामना,जीवन में ढेर सारे पैसे कमाना,फिर मुझसे जरूर मिलने आना और बढियाँ सी पार्टी दे जाना.
शुभकामनाएं और आशीर्वाद है हमारी,हर ख़ुशी से भरी रहे झोली तुम्हारी.
सिर्फ एक सफ़ाह पलट कर उसनेबीती बातों की दुहाई दी हैफिर वहीं लौट के आ जानायार ने कैसी रिहाई दी है।
मिली-जुली खुशी-गम के भावनाओं के साथ शुभकामना है आज विदाई के इस मौके में ये कि हो तुम्हारे जीवन की शुभ शुरुआत।।
कांटों की राह को आपने, गुलों का बिछौना कर दिया, बड़ा था पहाड़ मुश्किलों का, आपने उसे बौना कर दिया.,
ये हम ही जानते हैं जुदाई के मोड़ परइस दिल का जो भी हाल तुझे देख कर हुआ
दिमाग को समझाऊं तो मन नहीं मानतादिल को समझाऊं तो आंखें रो पड़ती है।
अपनी सांसो में आबाद रखना मुझेमैं रहूं ना रहूं याद रखना मुझेहजारों मंजिलें होंगीहजारों कारवाँ होंगेनिगाहें आपको ढूढेंगीन जाने आप कहाँ होंगे।
विदा तो होना ही था आपको आज हो या कल पर जुदा कभी मत होना ये वादा करो अब।
लोग आते हैं जाते हैं, हर जगह नई यादें बनाते हैं, आज तुम भी हमें अपनी यादों के संग छोड़ जाओगे, शुभकामनाएँ हैं हमारी ना रहे कोई ख्वाहिश अधूरी तुम्हारी…
तुम्हें ज़रूर कोई चाहतों से देखेगामगर वो आँखें हमारी कहाँ से लाएगा।
आँख से दूर सही दिल से कहाँ जाएगाजाने वाले तू हमें याद बहुत आएगाउबैदुल्लाह अलीम
” जाने वाले को कहां रोक सका है कोई, तुम चले हो तो कोई रोकने वाला भी नहीं। ”
जब विदाई की घड़ी आती हैदिल की मुश्किलें बढ़ जाती हैआप हमारे दिल के पास रहेंगे,हम आपको हमेशा याद रहेंगे।
आज आप हमसे तो जुदा हो जाओगेदुआ करते है जहा भी जाओगे खुशियाँ पाओगे।
अपने सीनियर को यह शायरी जरुर सुनाये दावा है की वो आपको जरुर याद करते रहेंगे.
मेरे सीनियर ने थोडा सताया भी पर बड़ेभाई की तरह प्यार जताया भी थोडापरेशान भी किया रास्तों पर, पर सहीरास्ता बताया भी.
क्या बताऊं खूबियां आपकी विदाई पर, महकता था दिन आपके मुस्कुराने पर, जहां भी रहो कामयाबी की मिशाल बनो, लेकिन, अधूरा लगेगा हमें आपके जाने पर.,
विदाई की घड़ी है, हर आंख नम पड़ी है हर कामना हो पूरी आपकी यही शुभकामना है तहे दिल से हमारी।
विदा तो होना ही था आपको आज हो या कलपर जुदा कभी मत होना ये वादा करो अब।
देने को मेरे पास नहीं है कुछ खास, सोच कर मेरा मन बहुत है उदास, चले हो हमको बीच राह मे छोड़कर, पर रहोगे हमेशा हमारे दिल के पास।