Shayari For Farewell Party For Seniors In Hindi : फिक्र करूं या जिक्र करूं आपके बिना ये सफर कैसे पूरा करूं दिमाग को समझाऊं तो मन नहीं समझता दिल को समझाऊं तो आंखें रो पड़ती है। विदाई की घड़ी है आई सबके आँखों में आँसू है लाई,आपकी पूरी हो हर अभिलाषा दुआ ये सबके जुबान पर है आई.
आज मिलेंगे, कल मिलेंगेविदा हो जाओगे आज आपना जाने फिर कब मिलेंगे।
मैं जानता हूँ मिरे बा’द ख़ूब रोएगारवाना कर तो रहा है वो हँसते हँसते मुझेअमीन शैख़
दुआ है आप जैसा सीनियर बाप बन जाएगलती करने पे पिज़्ज़ा खिलाके हलके से गरियाये
अबके बिछड़े तो शायद हम किताबों में मिलेसूखे हुए फ़ूल जैसे किताबों में मिले।
वक़्त-ए-रुख़्सत तिरी आँखों का वो झुक सा जानाइक मुसाफ़िर के लिए ज़ाद-ए-सफ़र है ऐ दोस्त।
जब विदाई की घड़ी आती हैदिल की मुश्किलें बढ़ जाती हैआप हमारे दिल के पास रहेंगे,हम आपको हमेशा याद रहेंगे
एहसास करा देती है रूह, जिन की बातें नहीं होती इश्क वो भी करते है जिन की, मुलाकातें नहीं होती
दूर नही हमसे बल्कि हमारे दिल के पास आ रहे हो तुम, कही भी रहो इस जहां में बस मुस्करा के खिलखिलाते रहो तुम ।।
तुम्हें ज़रूर कोई चाहतों से देखेगामगर वो आँखें हमारी कहाँ से लाएगाबशीर बद्र
मिली-जुली खुशी-गम के भावनाओं के साथ, शुभकामना है आज विदाई के इस मौके में ये, कि हो तुम्हारे जीवन की शुभ शुरुआत.,
बहुत भारी दुःख भरी खबर आयी हैदिन बैचेन है और धूप घबराई है,आपको हम फेयरवेल दे रहे मगरदिल सुबकने लगा है आँख भर आई है.
ना जाने कुछ लोग कब अपने बन जाते है, यूं ही चलते फिरते दिल में बस जाते है, एक पल में ना जाने क्यों छोड़ कर चले जाते है.,
यदि आप इतने हिम्मत वाले है कि अलविदा कह सकें, तो आपका जीवन आपको एक नया हाय अवश्य कहेगी.
चलो आज से फिर जिंदगी की नई शुरुआत करते हैंआप सब जूनियर बन कर आओ हम सब सीनियर बन आपकी रैगिंग लेते हैं
बिछड़ने के बाद ही लोग मिलते हैं, जब मिलते है तो जज्बातों के कमल खिलते है.
यादों की झड़ी सी है आंखों में छाईहो रही है आज आपकी विदाईहम करते है ईश्वर से प्रार्थनापूरी हो जीवन की हर कामना।
वो जो जाते हैं स्कूल उन रास्तों से जुदा हम हो गएआज अपने स्कूल से विदा हम हो गये
विदा होकर आज यहाँ से चले जाओगे पर आशा है यही की जहाँ भी जाओगे खुशीयाँ ही पाओगे।।
आप जा रहे है,इधर उदासी छाएगीआप की याद खूब आएगी,जहाँ भी रहे मुस्कुराते रहें.
न जाने कैसे सब थम सा गया हैये लम्हा, ये मुलाकात, ये जज्बात,जैसे कोई साजिश होने को हैमनो कोई अपना खोने को है
आज मिलेंगे, कल मिलेंगेविदा हो जाओगे आज आपना जाने फिर कब मिलेंगे।
दस्तूर है जमाने का यह पुराना, लगा रहता है यहां आना और जाना,रहो जहां अपनी छाप ऐसे छोड़ जाना, हर कोई गुनगुनाता रहे आपका ही तराना।
याद है अब तक तुझ से बिछड़ने की वो अँधेरी शाम मुझेतू ख़ामोश खड़ा था लेकिन बातें करता था काजल।
चलते है फिर मिलेंगे ये कह करआप तो विदा हो गए, पर हम अकेले हो गए।
आँख से दूर सही दिल से कहाँ जायेगाजाने वाले तू हमें याद बहुत आएगा!!!
इंसान के किस्मत में बिछड़ना लिखा है,बिछड़ने के बाद हर किसी को मिलना लिखा है.
विदाई की घड़ी है आई सबके आँखों में आँसू है लाई,आपकी पूरी हो हर अभिलाषा दुआ ये सबके जुबान पर है आई.
आपकी विदाई से आँखों से आँसू आ रहे हैं,इस हाल में आप हमें छोड़कर जा रहे है
कुछ रिश्ते अनजाने में बन जाते हैंपहले दिल से फिर जिंदगी से जुड़ जाते हैंकहते हैं उस दौर को दोस्ती जिसमेंअनजाने ना जाने कब अपने बन जाते हैं।
वो अलविदा’अ का मंज़र वो भीगती पलकेंपस-ए-ग़ुबार भी क्या क्या दिखाई देता हैशकेब जलाली
हमसे दूर नहीं जा रहे हैं,आप हमारेदिल के पास आ रहे हैं आप जहाँ मेंजहाँ भी रहे,मुस्कुराते और खिलखिलाते रहे।
होकर विदा आज यहां से चले जाओगे, उम्मीद है जहाँ भी जाओगे खुशियां ही पाओगे।।
आप थे तो, सफल हो गयेआप थे तो, हवा सारे गम हो गयेहम अकेले चले तो, बहुत खार थेआप के साथ राहों में, गुल हो गये।
विदाई की घडी आयी हैसबके आँखों में आँसू लाई है ,आपके पूरे हो हर खाबदुआ ये सबके जुबान पर आई है
बेफिक्र था मैं, सर पर जो आपका हाथ थाबे हिसाब था मैं, आपके हाथों में जो हिसाब थाविदा तो कर दूंगा आज आपकोलेकिन यह बहते आंसू ना रोक पाऊंगा।
दिमाग को समझाऊं तो मन नहीं समझतादिल को समझाऊं तो आंखें रो पड़ती है।
मेरी दुवायें लेते जाइये भाभी अब खाना बनवाएंगीबहुत बॉस बना फिरते थे अब काम करवाएंगी
एक गुज़ारिश एक इल्तिजा रुक जाओ ना।
आप गुरु जी थे हमारे लच्छेदारमिस करेंगे आपके चुटकुले मजेदार
कुछ लोग दिल पर इस तरह असर कर जाते हैं,टूटे हुए शीशों मे भी साबुत नज़र आते हैंमिलते तो हैं घड़ी भर के लिए,मगर दिल में उतर जाते हैं।
पढ़ाई भी की है लड़ाई भी की हैबहुत कुछ किया है सताने के लिए,पर अब थोड़ा ज्यादा मेहनत करनाजीवन में आगे सफलता पाने के लिए.
बर्क़ क्या शरारा क्या रंग क्या नज़ारा क्याहर दिए की मिट्टी में रौशनी तुम्हारी है
” भोर गमगीन होकर खबर लाई है, दिन भी बेचैन है धूप घबराई है, आपको हम फेयरवेल दे दें मगर दिल सुबकने लगा, आंख भर आई है।”
जब ज़रूरत थी परिवार की मिल गया, जब ज़रूरत पड़ी प्यार की मिल गया, यूँ कहाँ सीनियर आपसे हैं यहाँ , जब ज़रूरत पड़ी यार की मिल गया.,
खुश था मैं , सर पर जो तेरा हाथ थामै बेहिसाब था, तेरे हाथों में जो हिसाब थाविदा तो कर दूंगा आज तुझकोलेकिन बहते आंसू ना रोक पाऊंगा।
किसी को छोड़कर कोई कहीं नहीं जाता हैं, जब कोई शख्स हमारे दिल में बस जाता है.
ये रब ही जाने कि क्या क्या ख़्याल अब होगा ये तय है मन में सभी के सवाल अब होगा आप तो जान की मानिंद हैं हम सबके लिये आप के बिन यहाँ सभी का हाल क्या होगा
आज यहां से विदा हो कर चलेजाओगे,पर आशा है यही है किजहां भी जाओगे, खुशियां हीखुशियां पाओगे।
आपके साथ ये सारे मौसम फरिश्ते जैसे महसूस होते थे, आपके बाद ये मौसम हमें बहुत सतायेंगे।
तुम्हें जरूर कोई चाहतों से देखेगा, मगर वो आँखें हमारी कहाँ से लाएगा.
मिट्टी से सोना बना दिया भाग्य में नहीं था वो भी दिला दिया विदा तो हो रहे हो आज आप हमारी जिंदगी से पर जाते-जाते भी आपने खुशी के आंसू रुला दिया
” थे कदम के निशां, बेहिचक चल पड़े, थामते आये हैं, हम अगर गिर पड़े जिनसे सीखा उन्हें, कैसे कर दें विदा क्या बड़ी बात है, हम अगर रो पड़े। ”
आपका हर पल इंतजार करेंगे हम आप कर दे इशारा तो जन्नत भी छोड़ आएंगे हम आपकी हर खुशी है हमको मंज़ूर है पर विदा आपको हम ना कर पायेंगें
विदाई का ये दिन है, माहौल थोड़ा गमगिनलेकिन दुआ है रब से, आप यूं ही हंसते रहो,महकते रहो, सबके दिल में बसते रहो।
विदा होकर आज ही यहां से चली जाओगीपर आशा है कि जहां भी जाओगीखुशियां ही पाओगी ।
एक गुज़ारिशएक इल्तिजारुक जाओ ना।
जीवन की कश्ती डगमग थी किनारे लगा दियाजमीं से उठाकर सिहासन पर बिठा दियाऔर क्या तारीफ करूं आपकी आपने तोखुद को मिटा कर हमें बना दिया।
हर फ़ूल बाग़ में लगाए नहीं जाते, हर लोग महफ़िल में बुलाए नहीं जाते, कोई तो पास होकर भी याद नहीं आता, कुछ दूर होकर भी भुलाये नहीं जाते.,
विदा कर रहे है और देते है ये शुभकामना, जीवन में ढेर सारे पैसे कमाना, फिर मुझसे जरूर मिलने आना, और बढियाँ सी पार्टी दे जाना.,
अपनी सांसो में आबाद रखना मुझेमैं रहूं ना रहूं याद रखना मुझे।
उदास क्या होना बदहवास क्या होना, फ़ूल का तो मुकद्दर है डाली से जुदा होना.
भीगा भीगा सा क्यों है यह संमाआज तो आसमान में बादल भी नहीं हैसुना है आज आपकी है विदाईइसलिए सबकी आंखें भर आई।
ना जाने कुछ लोग कब अपने बन जाते है यूं ही चलते फिरते दिल में बस जाते है एक पल में ना जाने क्यों छोड़ कर चले जाते है
चाहे हो तेज़ धुप या हो तेज़ आंधियाँहम आपकी याद कभी नहीं खोतेतुम्हे याद करने से मुस्कुरा देती है ये आँखे…इसलिए तो हम दूर होकर भी दूर नहीं होते।
” जब जरूरत थी परिवार की, आपसे मिल गया.. जब जरूरत पड़ी प्यार की, आपसे मिल गया… यूं कहां सीनियर आपसे हैं यहां, जब जरूरत पड़ी यार की, आप मिल गये। ”
सब के होते हुए भी तन्हाई मिलती हैयादों मुझे भी गम की परछाई मिलती हैजितनी भी दुआ है करते हैं किसी को पाने कीउतनी ही ज्यादा जुदाई मिलती है।
तेरी निगाहे पाक की लहरों में बह गएकहना था अलविदा तेरे होकर रह गए।
क्या बताऊं खूबियां आपकी विदाई पर, महकता था दिन आपके मुस्कुराने पर, जहां भी रहो कामयाबी की मिशाल बनो, लेकिन,अधूरा लगेगा हमें आपके जाने पर।
आप थे तो, सफल हो गए आप थे तो, हवा सारे गम हो गए हम अकेले चले तो, बहुत खार थे आपके साथ राहों में गुल हो गए.
मेरे सीनियर ने थोड़ा सताया, थोड़ा समझाया,पर हमेशा सही राह दिखाया. आई लव यू भाईजान
विदा तो होना ही था आपको आज हो या कल पर जुदा कभी मत होना ये वादा करो अब
हमें छोड़कर जहाँ भी जायेंगे,यकीन है खुशियाँ ही खुशियाँ पायेंगे.जी भरकर दिल की बात न हो पाई,एक मस्त अनोखी मुलाकात न हो पाई।