506+ Shayari For Farewell Party For Seniors In Hindi | Farewell Shayari In Hindi Vidai Shayari Hindi Mei

Shayari For Farewell Party For Seniors In Hindi , Farewell Shayari In Hindi Vidai Shayari Hindi Mei
Author: Quotes And Status Post Published at: July 22, 2023 Post Updated at: February 7, 2025

Shayari For Farewell Party For Seniors In Hindi : फिक्र करूं या जिक्र करूं आपके बिना ये सफर कैसे पूरा करूं दिमाग को समझाऊं तो मन नहीं समझता दिल को समझाऊं तो आंखें रो पड़ती है। विदाई की घड़ी है आई सबके आँखों में आँसू है लाई,आपकी पूरी हो हर अभिलाषा दुआ ये सबके जुबान पर है आई.

यादों की झड़ी सी है आंखों में छाईहो रही है आज आपकी विदाईहम करते है ईश्वर से प्रार्थनापूरी हो जीवन की हर कामना।

मेरे सीनियर ने थोडा सताया भी पर बड़ेभाई की तरह प्यार जताया भी थोडापरेशान भी किया रास्तों पर,पर सही रास्ता बताया भी।

है विदाई की ये बेलालगा है आँसुओं का रेलापर है खुशी साथ.. है आगेदुनिया बड़ी जहाँ मिलेगीतुम्हे जीवन की नई सौगात।।

आपका कोई भी सुजाव है तो हमें यहाँ भेजे.

आपका हर पल इंतजार करेंगे हमआप कर दे इशारा तो, जन्नत भी छोड़ आएंगे हमआपकी हर खुशी है हमको मंज़ूर हैपर विदा आपको, हम ना कर पायेंगें।

दिमाग को समझाऊं तो मन नहीं समझतादिल को समझाऊं तो आंखें रो पड़ती है।

दिल के दर्द छुपाना कितना मुश्किल हैटूट कर फिर मुस्कुराना कितना मुश्किल हैदूर तक चलो किसी के साथ तोफिर तन्हा लौट कर आना कितना मुश्किल है।

अब क्या खूबियां बताऊं आपके विदाई पर, हर दिन महकता रहे आपके मुस्कुराने पर, कामयाबी की मिशाल बन जाए रहो जहा भी आप मगर अधूरा सा लगेगा आपके जाने पर ।।

आज मिलेंगे, कल मिलेंगेविदा हो जाओगे आज आपना जाने फिर कब मिलेंगे।

मिट्टी से सोना बना दियाभाग्य में नहीं था वो भी दिला दियाविदा तो हो रहे हो आज आप हमारी जिंदगी सेपर जाते-जाते भी आपने खुशी के आंसू रुला दिया।

आप जैसा बड़प्पन नहीं है कहीं आप जैसा सरल मन नहीं है कहीं आपको हम विदा आज कर दें मगर सीनियर ऐसा सज़्ज़न नहीं है कहीं

देख जरा नाराज है कोई शख्स तेरे जाने सेहो सके तो लौट आओ किसी बहाने सेतू लाख खफा सही पर एक बार तो देखकोई टूट सा गया है तेरे दूर जाने से।

यादों की झड़ी सी हैं आँखों में छाई हो रही हैंआज आपकी विदाई हम करते हैं ईश्वर से प्रार्थनापूरी हो आपके जीवन की हर कामना!!!

ना जाने कुछ लोग कब अपने बन जाते हैयूं ही चलते फिरते दिल में बस जाते हैएक पल में ना जाने क्यों छोड़ कर चले जाते है।

मेहनत की राह पर चलना सिखाते है,गुरु जूनून की आग में जलना सिखाते है,

आप जैसा बड़प्पन, नहीं है कहीं, आप जैसा सरल मन, नहीं है कहीं, आपको हम विदा, आज कर दें मगर, सीनियर ऐसा सज़्ज़न, नहीं है कहीं.

फिक्र करूं या जिक्र करूंआपके बिना ये सफर कैसे पूरा करूं।

जब कॉलेज छूटता है,तो बहुतों का दिल टूटता है.

भीगा भीगा सा क्यों है यह संमा, आज तो आसमान में बादल भी नहीं है, सुना है आज आपकी है विदाई, इसलिए सबकी आंखें भर आई.,

विदा तो आप हो रहे हो इस कॉलेज सेबस आंखों के सामने से जा रहे होदिल से कैसे निकल के जाओगे आप।

श्रेय इनका बड़ा कुछ जो हम कर सके, बेफिकर हो के अध्यन गहन कर सके, यूँ कदम दर कदम मार्गदर्शन मिला, मुश्किलें ढेर थीं पर सहन कर सके.,

विदाई का है दिनमाहौल है गमगीन हैये आशा पूरी हो तुम्हारीहर एक अभिलाषा।

विदाई की घडी आयी हैसबके आँखों में आँसू लाई है,आपके पूरे हो हर खाबदुआ ये सबके जुबान पर आई है।

आप का साथ धूप में छांव हैआप का साथ समंदर में नाव हैआप का साथ अंधकार में प्रकाश हैकर रहे है आज आप को विदापर दिल में आपका ही नाम है।

दिमाग को समझाऊं तो मन नहीं समझतादिल को समझाऊं तो आंखें रो पड़ती है।

साथ-साथ जाते थे स्कूल लेकिन आज हम जुदाहो जायेंगेरखना ख्याल अपना दोस्तों क्योंकिआज हमविदा होजायेंगे।

कॉलेज छूट जाने के बाद,कॉलेज के दिन और दोस्त बहुत याद आते हैं कभी कभी तो आँखों में खुशी के आँसू भी आ जाते हैं.

विदाई का ये दिन है माहौल थोड़ा गमगिन लेकिन दुआ है रब से आप यूं ही हंसते रहो महकते रहो सबके दिल में बसते रहो

स्कूल एक परिवार होता है, जहाँ हर रविवार होता है, हर दिल में प्यार होता है, पर आखरी दिन बेकार होता है.,

माना सख्त होते हैं और बहुत सताते हैं,पर जो वक्त सिखाता है वहीं बॉस सिखाते हैं.

होंगे जुदा ऐसी कोई खबर आयी है ,दिल भी बेचैन है और सांसे भी थम आयी हैदेंगे हम आपको फेयरवेल की पार्टी लेकिनहोने लगी बेचैनी और आंख भर आयी है

अजीब होते हैं आदाब-ए-रुख़स्त-ए-महफ़िलकि वो भी उठ के गया जिस का घर न था कोई

तुम ऐसे ही अपनी मज़िल की तरफ बढ़ते रहना,हर हाल में तुम सत्य मार्ग पर चलते रहना.

करते हैं अलविदा आपको,दिल से इसे स्वीकार कर लेना,दिल में बसाया है आपको,वक्त मिले तो हमें याद कर लेना।

खूबियां इतनी तो नहीं हम मे की तुझे कभी याद आयंगे, पर इतना तो ऐतबार है हमें खुद पर आप हमें कभी भूल नहीं पाएंगे.

श्रेय इनका बड़ा कुछ जो हम कर सके बेफिकर हो के अध्यन गहन कर सके यूँ कदम दर कदम मार्गदर्शन मिला मुश्किलें ढेर थीं पर सहन कर सके

जीवन की नैया डगमग थी किनारे लगा दियाजमीं से उठाकर सिहासन पर बिठा दियाक्या तारीफ करूं आपकी आपने तोखुद को मिटा कर हमें बना दिया।

वफा की जंजीर से डर लग जाता हैकुछ अपनी तकदीर से डर लगत हैजो मुझे तुमसे जुदा करती हैहाथ की उस लकीर से दर लगता है।

मानो आप ही थे मेरा परिवार,और आप ही थे मेरे यार,नहीं कोई था सीनियर आप-सा,संभाला था आपने मुझे हर बार।

जीवन की कश्ती डगमग थी किनारे लगा दियाजमीं से उठाकर सिहासन पर बिठा दियाऔर क्या तारीफ करूं आपकी आपने तोखुद को मिटा कर हमें बना दिया।

” तुमको भी है खबर, मुझको भी है पता… हो रहा है जुदा दोनों का रास्ता, दूर जाके भी मुझसे तुम मेरी यादों में रहना… कभी अलविदा ना कहना। ”

गम ही मिले इतने जीवन मेंकी खुशियों को बुलाना भूल गयेहुआ तेरी जुदाई में ऐसा आलमकि हम अपना ही ठिकाना भूल गये।

दोस्तों बहुत याद आएगी तुम्हारी,हर दिन हर एक पल बाद याद आएगी तुम्हारी।

फिक्र करूं या जिक्र करूंआपके बिना ये सफर ना पूरा करूं।

विदा होकर आज चली जाओगेपर आशा है कि जहां भी जाओगेखुशियां ही खुशियां पाओगे।

विदाई की है घड़ी है बड़ी मुश्किल, यही है हमारी कामना, पूरी हो आपकी हर शुभकामना।।

बेफिक्र था मैं, सर पर जो आपका हाथ थाबे हिसाब था मैं, आपके हाथों में जो हिसाब थाविदा तो कर दूंगा आज आपकोलेकिन यह बहते आंसू ना रोक पाऊंगा।

भीगा भीगा सा क्यों है यह संमाआज तो आसमान में बादल भी नहीं हैसुना है आज आपकी है विदाईइसलिए सबकी आंखें भर आई।

कोर पलकों की भीगी, तुम्हारे लिएहो सोहबत सभी की, तुम्हारे लिएआपकी शोहरते, इत्र बनकर उड़ेहर खुशी को जमीं की, तुम्हारे लिए।

बस रुँधे कंठ हैं यूँ विकल कर दिया दिल हुआ तरबतर मन तरल कर दिया आपकी ये जुदाई कठिन हो गई इस विदाई ने हमको सजल कर दिया

आप के साथ सब प्रश्न हल हो गये आप थे तो हवा सारे छल हो गये हम अकेले चले तो बहुत खार थे आप के साथ राहों में गुल हो गये

भोर गमगीन होकर खबर लाई है दिन भी बेचैन है धूप घबराई है आपको हम विदाई दे दे मगर दिल सुबकने लगा आंख भर आई है

फिक्र करूं या जिक्र करूं आपकेबिना ये सफर कैसे पूरा करूं दिमागको समझाऊं तो मन नहीं समझतादिल को समझाऊं तो आंखें रोपड़ती है।

न जाने ये दो साल कैसे गुजर गया, आज जब आँखें खुली तो, विदाई की ये महफिल नजर आया.

आपके जाने से हर तरफ सन्नाटा छाएगा,आपको याद करके ये दिल भी उदास होगा,आपको हो न हो पर आपकी कमी का एहसास हमे जरूर होगा.

तेरे जैसा बॉस ना मिलेगा दुबाराबहुत गोली दी है खुलासा है हमारा

किसी को छोड़कर कोई कहीं नहीं जाताकोई शख्स हमारे दिल में जब बस जाता

विदा होकर आज यहाँ से चले जाओगे पर आशा हैयही की जहाँ भी जाओगे खुशीयाँ ही पाओगे।।

उस से मिलने की ख़ुशी ब’अद में दुख देती हैजश्न के ब’अद का सन्नाटा बहुत खलता हैमुईन शादाब

तुम इसी मोड़ पर हमें मिलनालौट कर हम ज़रूर आएँगे

आशा है की आपको यह शायरी जरुर पसंद आएगी। अपने दोस्तों और सीनियर के साथ जरुर शेर करे.

खूबियाँ इतनी तो नही हम में कि तुम्हे कभी याद आएँगेपर इतना तो ऐतबार है हमे खुद परआप हमे कभी भूल नही पाएँगे।

आप जा रहे है,इधर उदासी छाएगीआप की याद खूब आएगी,जहाँ भी रहे मुस्कुराते रहें।

जब कॉलेज छूटता है,तो बहुत दिल टूटता है.

मिलना बिछड़ना दुनिया की रीत है इस रीत को ख़ुशीसे निभाते रहो पता नहीं कब किससे दिल मिल जाएजो भी मिले राहों में दोस्त बनाते रहो

तुम्हारी मंजिल तुम्हारा हौसला आजमाएगीतुम्हारे सपनो को तुम्हारी आँखों से हटाएगीकभी पीछे मुड़कर न देखना ए दोस्त…रास्ते की ठोकर ही तुम्हे चलना सिखाएगी।

वक्त की हो धूप या तेज़ हो आँधियाँ,कुछ क़दमों के निशाँ कभी नहीँ खोते,जिन्हें याद करके मुस्कुरा दें ये आँखें,वो लोग दूर होकर भी दूर नहीं होते।

है विदाई की ये बेला लगा है आँसुओंका रेला पर है खुशी साथ है आगेदुनिया बड़ी जहाँ मिलेगी तुम्हेजीवन की नई सौगात।

होंगे जुदा ऐसी कोई खबर आई हैदिन भी है बेचैन, साँसे थम आई हैदेंगे हम आपको फेयरवेल की पार्टी लेकिन…होने लगी है बेचैनी और आँखे भर आई है।

मानो आप ही थे मेरा परिवार, और आप ही थे मेरे यार, नहीं कोई था सीनियर आप-सा, संभाला था आपने मुझे हर बार।

हम ने माना इक न इक दिन लौट के तू आ जाएगालेकिन तुझ बिन उम्र जो गुज़री कौन उसे लौटाएगाअख़्तर सईद ख़ान

उसे जाने की जल्दी थी सो मैं आँखों ही आँखों मेंजहाँ तक छोड़ सकता था वहाँ तक छोड़ आया हूँ।

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