Shayari For Clapping In Hindi : आज का ये अवसर बड़ा निराला है आज यहाँ पर नूर बरसने वाला है एक बार जोरदार तालीयाँ बजा दें कार्यक्रम अब शुरू होने वाला है। वो आये गये जिनका इंतज़ार था आओ हम खुशियों के दिये जला लें आज के मुख्य अतिथि के स्वागत में सब लोग जोरदार तालियाँ बजा दें।
हर सुबह एक नई शुरुआत लाती हैपुरे दिन के नेक संकल्प सजाती हैजिसने जाना हर दिन है होता शुभये सुबह उसी को ख़ूबसूरत बनाती है
ये नन्हे फूल तब महकते हैं,जब खुदा की नीली छत्रियां तनती हैं,ये नन्हे मुन्हे फरिश्तो के लिए,जोरदार तालियाँ तो बनती हैं…
ऐ खुदा अपनी अदालत में हम सबके लिए ज़मानत रखना,हम रहे या ना रहें, हमारे दोस्तों को यूँ ही सलामत रखना।।
शामो-सहर खुशियों का तराना रहेकुछ भी हो मुस्कुराने का बहाना रहेआप जिन्दगी में इतने ख़ुश रहे कीहर पल आपकी खुशियों का दीवाना रहे
दिल को थाम कर बैठेदेवियों सज्जनों, दिल को थाम कर बैठेअब बारी हैं उनकीजिनके नाम से बड़े भैया हैं ऐठे
सुनता हूँ मैं कि आज वो तशरीफ़ लाएँगेअल्लाह सच करे कहीं झूटी ख़बर न हो
ठीक नहीं कहना मेरा सबसे यह हर बार,करतल ध्वनि हो जाये तो हो जाये उपकार,बिना कहे बजती रहें हर प्रस्तुति के बाद,तड़-तड़ वाली तालियाँ तब है कोई बात…
ठीक नहीं कहना मेरा सबसे यह हर Baar,करतल ध्वनि हो जाये तो Ho जाये उपकार,बिना कहे बजती रहें हर प्रस्तुति Ke बाद,तड़-तड़ वाली तालियाँ तब Hai कोई बात…
इस तरह से धुआँधार शुरुआत करते हुए, आप मंच पे बेहतरीन प्रस्तुति देते जाए और जनता से कहे जब भी तालियों की जरुरत हो की,
सौ चाँद भी चमकेंगे तो क्या बात बनेगीतुम आए तो इस रात की औक़ात बनेगी
न पूजा न रानी अपना तो एक ही उसूल है.भाई हर लडकी पर तरी मारू.
“दिल में कोई गम नहीं बातों में कोई दम नहीं, ये ग्रुप है नवाबो का यहाँ कोई किसीसे कम नहीं।”
कुछ परिंदे उड़ रहे हैं आँधियों के सामने,उनमें ताकत ना सही पर होसला होगा ज़रूर।इसी तरह तक आगे बढ़ते रहे तो देखना,तय समंदर तक एक दिन फासला होगा ज़रूर।।
पूजा हो मंदिर Me तो थाली भी चाहिए,गुलशन Hai गुल का तो माली भी चाहिए है,दिल Hai दिलवाला तो दिलवाली भी चाहिए,कार्यक्रम Hai हमारा तो आपकी ताली भी चाहिए…
मुद्दत Se आता हर दिनज़िन्दगी Me नई उम्मीद जागेआज Ka दिन बख्शे खुशियां आपकोनेक कामों Se सबके नसीब जागे
हमारी महफ़िल में लोग बिन बुलायें आते हैं,क्योकि यहाँ स्वागत में फूल नहीं पलकें बिछाये जाते हैं
कुछ बयां कर देता हूंकुछ छूपा लेता हूंमै अपनी मुस्कान से हीखूद को मना लेता हूं
मुद्दत से आता हर दिनज़िन्दगी में नई उम्मीद जागेआज का दिन बख्शे खुशियां आपकोनेक कामोंसे सबके नसीब जागे
आज के दिन को सर झुकाकर करें सज़दामन की उमंगों को पँख लग जायेंगेभर लिया ख़ुद को दुआओं से इस दिनतो दूसरों के लिए भी दुआ कर पाएंगे।
तुमको मिल सकता है मुझसे बेहतर तोहमको मिल सकता है तुमसे बेहतरलेकिन तुम और हम ग़र मिल जाएं तोकुछ और नहीं हो सकता इससे बेहतर।
खुशियो पर मौज की रवानी रहेगी,जिंदगी में कोई न कोई कहानी रहेगी,हम यू कार्यक्रम में चार चाँद लगाते रहेंगे,गर आपकी तालियों की मेहरबानी रहेगी…
ये नन्हे फूल तब महकते हैं,जब खुदा की नीली छत्रियां तनती हैं,ये नन्हे मुन्हे फरिश्तो के लिए,जोरदार तालियाँ तो बनती हैं…
ये नन्हे फुल तब महकते Haiजब खुदा Ki नीली छत्रियां तनती हैंइन नन्हे मुन्हे फरिश्तो Ke लिएजोरदार तालियाँ तो बनती Hai
दिल को सुकून मिलता हैं मुस्कुराने से.महफ़िल में रौनक आती है दोस्तों के आने से,
मुस्कुराने की मकसद ना ढूंढवरना जिंदगी यूं ही कट जाएगीकभी बेवजह मुस्कुरा के देखतेरे साथ साथ जिंदगी भी मुस्कुराएगी
चलता रहूँगा मंजिल की और, चलने में माहिर बन जाऊंगा या तो मंजिल मिल जाएगी या अच्छा मुसाफिर बन जाऊंगा||
दिलों में विश्वास पैदा करता Hai,हम सुब में कुछ आस पैदा करता Hai…मिटटी की बात तो अलग Hai,इश्वर तो पत्थरों में भी घास पैदा करता Hai।।
अपनी एक ज़मी, अपना एक आकाश पैदा कर,तू अपने लिए एक नया इतिहास पैदा कर…मांगने से कब मिली है ख़ुशी मेरे दोस्त,तू अपने हर कदम पर विश्वास पैदा कर।।
उसने कहा क्यों मुझे टूट कर चाहा.मैंने कहा दिमाग से खाली थी और कोई बात नही.
मीठी बात और चेहरे पर मुस्कान,ऐसे लोग ही है हमारी महफ़िल के शान।
सौ चाँद भी आ जाएँ तो महफ़िल में वो बात न रहेगी, सिर्फ आपके आने से ही महफ़िल की रौनक बढ़ेगी.
कुछ बयां कर देता हूंकुछ छूपा लेता हूंमै अपनी मुस्कान से हीखूद को मना लेता हूं
मुहोब्बत का एक हसीं अहसास हूँ में,हर पल में घुल जून कुछ एसा खास हूँ में…पूरी उम्र जपो यद् रहे आपको,इस शाम का वो हसीं आगाज़ हूँ में ||
दिलों में विश्वास पैदा करता है,हम सुब में कुछ आस पैदा करता है…मिटटी की बात तो अलग है,इश्वर तो पत्थरों में भी घास पैदा करता है।।
“न जाने कौन सी दौलत है, कुछ दोस्तों के लफ्जों में बात करते हैं तो दिल ही खरीद लेते हैं।”
शाम सूरज को ढलना सिखाती हैशमा परवाने को जलना सिखाती हैं,गिरने वालो को होती है तकलीफपर ठोकर ही इंसान को चलना सिखाती।
जीत की खातिर बस जुनून चाहिए,जिसमें उबाल हो एसा खून चाहिए |यह आसमां भी आएगा ज़मी पर,बस इरादों में जीत कि गुंज चाहिए ||
आने वाली हैं घर में देवरानी, इसलिए ख़ुशी हैं झूम रही हैं जेठानी
क्या आपको है की कौन है महफ़िल की शान?, यहाँ पर आये हुए हर मेहमान.
बूझी शमा भी जल सकती है,तुफानो से कश्ती भी निकल सकती है |हो के मायूस यूँ ना अपने इरादे बदल,तेरी किस्मत भी कभी बदल सकती है ||
ताली आप बजाओगे, बिखर जायेगा नूर,बज जायेगा ह्रदय में, बच्चों के संतूर,अधिक परिश्रम से किया, इनने आज धमाल,ये बच्चे हक़दार हैं, ताली हो भरपूर…
हसी तेरे चहरे पर रहे सदा, यह दुआ है मेरी.तेरी माशूका बन जाये GF मेरी.
“चम चम करती चाँदनी टिम टिम करते तारे.. ताली कोई नई बजा रहे शोक सभा में आये क्या सारे!!”
रौनक़-ए-बज़्म नहीं था कोई तुझ से पहले रौनक़-ए-बज़्म तिरे बा’द नहीं है कोई
ये माना की जिंदगी की राह आसान नहींपर मुस्कुराकर चलने में कोई नुकसान नहीं
ये माना की जिंदगी की राह आसान नहींपर मुस्कुराकर चलने में कोई नुकसान नहीं
मीठी बात और चेहरे पर मुस्कान,ऐसे लोग ही है हमारी महफ़िल के शान।
“आँखों में आंसू और चेहरे पर नमी है, सांसो में अहले दिल में बेबसी है, पहले क्यों नहीं बताया यार, दरवाज़े में तेरी ऊँगली फसी है।”
हर सुबह एक नई शुरुआत लाती हैपुरे दिन के नेक संकल्प सजाती हैजिसने जाना हर दिन है होता शुभये सुबह उसी को ख़ूबसूरत बनाती है
सुनता हूँ मैं कि आज वो तशरीफ़ लाएँगेअल्लाह सच करे कहीं झूटी ख़बर न हो
जो लड़कियां शादी के पहले भाव खाती है.शादी के बाद वो किसी तकले के साथ बड़ा पाँव खाती है.
मिलते तो बहुत लोग है ज़िन्दगी की राहों में,मगर हर किसी में आप जैसी बात नहीं होती।।
हर सुबह एक नई शुरुआत लाती हैपुरे दिन के नेक संकल्प सजाती हैजिसने जाना हर दिन है होता शुभये सुबह उसी को ख़ूबसूरत बनाती है
अर्ज किया है, रजवाड़े में उस रहे थे हाथी, रजवाड़े में उड़ रहे थे हाथी, इतने गौर से क्या सुन रहे, कभी देखे है उड़ते हाथी।
खुशियो पर मौज की रवानी रहेगी,जिंदगी में कोई न कोई कहानी रहेगी,हम यू कार्यक्रम में चार चाँद लगाते रहेंगे,गर आपकी तालियों की मेहरबानी रहेगी…
बूझी शमा भी जल सकती है,तुफानो से कश्ती भी निकल सकती है,हो के मायूस यूँ ना अपने इरादे बदल,तेरी किस्मत कभी भी बदल सकती है…
वो आँख बड़ी ही प्यारी थी.जो उसने मुझे मारी थी.हम तो मुफ्त में लूट गये यारो.हमें नही पता था की उसको,बाबा रामदेव वाली बीमारी.
हार को जीत की इक दुआ मिल गई, तप्त मौसम में ठंडी हवा मिल गई, आप आये श्रीमान जी यूँ लगा जैसे तकलीफो को कुछ दवा मिल गई.
जोड़ने वाले को मान मिलता है,तोड़ने वाले को अपमान मिलता है,और जो खुशियाँ बाँट सके,दुनिया मे उसे सम्मान मिलता है…
हमारी महफ़िल Me लोग बिन बुलायें आते हैं,क्योकि यहाँ स्वागत Me फूल नहीं पलकें बिछाये जाते हैं
उसने कहा क्यों मुझे टूट कर चाहा.मैंने कहा दिमाग से खाली थी और कोई बात नही.
सारे दुःख मिटा दो चेहरे की हंसी seगमों की आग बुझा दो चेहरे की हँसी Seहर कोई खुश रह नहीं सकता चाह Kar भीखुशी का राज बता दो चेहरे की हँसी Se
आप मुस्कुराते भी खूब हो फिर,आप दूसरा शर्माते भी खूब हो.दिल तो चाहता है आपको दावत पे बुलाऊ,मगर सुना है आप खाते भी खूब हो.
रोशनी होती है दीपक से वैसा आप सब में जोश भर दो। पावन किया दरबार को आपने दीप जला आगाज़ कर दो।
जो खो गया उसके लिए रोया नहीं करते, जो पा लिया उसे खोया नहीं करते| उनके ही सितारे चमकते है ए दोस्, जो मजबूरियों का रोना रोया नहीं करते||
ज़िन्दगी तब बहतर होती है जब हम खुश होते हैं,लेकिन ज़िन्दगी तब बहतरीन होती है जब हमारी वजह से कोई खुश होता है।।
रौनक़-ए-बज़्म नहीं था कोई तुझ से पहलेरौनक़-ए-बज़्म तिरे बा’द नहीं है कोई।
हमारी स्वागत में लोग बिन बुलाये आते है क्योकि यहाँ स्वागत में फूल नहीं पके बिछाये जाते है
दुनियां का हर शौक पला नहीं जाता,कांच के खिलोनो को उछाला नहीं जाता |महनत करने से हो जाती है मुश्किले आसान,क्यों की हर कम तक़दीर पर टाला नहीं जाता ||
“शाम सूरज को ढलना सिखाती हैशमा परवाने को जलना सिखाती हैं,गिरने वालो को होती है तकलीफपर ठोकर ही इंसान को चलना सिखाती।”
कौन आया कि निगाहों में चमक जाग उठी, दिल के सोये हुए तरानों में खनक जाग उठी, किसके आने की खबर ले कर
दिन निकला Har दिन जैसापर आज Ka दिन कुछ ख़ास होअपने लिए तो जीते Hai रोजआज सबके भले Ki अरदास हो।