Shayari Before Dance Performance In Hindi : जो शब्द ना अब तक कह पाएमेरे घुंघरुओं ने दास्ताँ बताई हैकौन कहता है यह कोई डांस हैमेरा मन जागा है उसी की यह अंगड़ाई है डांस तुम मेरे यार होबचपन वाला मेरा प्यार होदर्द देती है एडियां लेकिनदिल कहता है हर बार हो
एक मत है #आत्मा तीसरे नेत्र के स्थान पर होती है कुछ कहते हैं #हृदय की गहराई में स्थित है मैने महसूस किया है मेरी #आत्मा मेरे पैरो में है |
महफिल को खूबसूरत बनाने में, थोड़ी सी हमारी मदद कीजिये, अंजान बनकर मायूस नहीं बैठना है, खुलकर मुस्कुराइये और आनंद लीजिये,
तकदीर ने चाहा तकदीर ने बताया,तकदीर ने आपको और हमको मिलाया,खुशनसीब थे हम या वह पल,जब आप जैसा हमसफर जिंदगी में आया…
दिन निकला हर दिन जैसापर आज का दिन कुछ ख़ास होअपने लिए तो जीते हैं रोजआज सबके भले की अरदास हो।
किसी से बेहतर नृत्य करने का प्रयास मत कीजिए, कीजिए तो बस नृत्य कीजिए।
सारे दुःख मिटा दो चेहरे की हंसी seगमों की आग बुझा दो चेहरे की हँसी Seहर कोई खुश रह नहीं सकता चाह Kar भीखुशी का राज बता दो चेहरे की हँसी Se
ग़र ख़ुद के साथ ज़ीना आ जायेटूटे हुओं के ज़ख्मो को सीना आ जायेहर पल बरसती है नियामतें कायनात कीबस हर दिन की मुबारक देना आ जाए
“ मैं किसी और से बेहतरडांस करने की कोशिश नहींकरता। मैं सिर्फ खुद सेबेहतर डांस करने की कोशिश करता हूं..!!
जब मैं नृत्य करता हूँ, तो मैं बाकीसब कुछ भूल जाता हूँ और बसपूरी तरह से खुश महसूस करता हूँ
आप मुस्कुराते भी खूब हो फिर,आप दूसरा शर्माते भी खूब हो.दिल तो चाहता है आपको दावत पे बुलाऊ,मगर सुना है आप खाते भी खूब हो.
कला की हम करते है कदर,गज़ल हो या हमारी #पायल, लिखे नज़्म और थिर्के पैर भी,रहें ना इसके बगैर अब, जहां मान चुके इसे हम रब
बाल बनाते नहीं आते, फिर भी मेरे बाल बनाती है,छोटी बच्ची होकर भी, नानी माँ जैसे डांट लगाती है !
“ नृत्य करने पर घंघरू कीआवाज़ दे सुकून तेरे इत्र केमहकने पर एहसास ए प्यार का जुनून…!!
नृत्य मेरी भाषा है, है नृत्य ही मेरी अभिलाषा,नृत्य मेरा सम्मान है, और #नृत्य मेरी पहचान,नृत्य मेरा जुनून,और नृत्य ही दिल का सुकून,
“ हृदय में जिसके नृत्य भरा था,घुघर भी गुलाम हो गए उसकेफिर क्या बिसात “कदमों” की,जो थिरकने से रोक पाते…!!
“ कथन इनका भी सत्य हैकथन उनका भी सत्य हैजनता मान ले तो नृत्य हैना माने तो राम नाम सत्य है…!!
हमारा दिल इतना बड़ा है कीहर किसीको देने के बाद भीआज तुम्हारे लिए भी जगह है । 😆
अपनी एक ज़मी, अपना एक आकाश पैदा कर,तू अपने लिए एक नया इतिहास पैदा कर…मांगने से कब मिली है ख़ुशी मेरे दोस्त,तू अपने हर कदम पर विश्वास पैदा कर।।
“ मुद्दत से एक ठुमका देखने की ललक थीआज देखना नसीब हो गयाअब तक तो था दिल से अमीरआज दिल का गरीब हो गया…!!
दोस्तों मिलते तो बहुत लोग है, ज़िन्दगी की राहो में ,दोस्तों मिलते तो बहुत लोग है, ज़िन्दगी की राहो में लेकिन हर किसी में आप जैसी बात नही होती |
“ जब शरीर और आत्माका मिलन होता है, तब एकखूबसूरत नृत्य का सृजन होता है….!!
हम उसके इश्क में कुछ इस कदर चोट खाए हुए है की कल उसके बाप ने मारा था आज उसके भाई आए हुए है ।
सौ चाँद भी चमकेंगे तो क्या बात बनेगीतुम आए तो इस रात की औक़ात बनेगी
“ नाचना रिंदगी भी होती है नाचना खुदा की बंदगी भी होती है कुछ पल झूम के देखो खुशी में तोलगेगा कि नाचना जिंदगी भी होती है…!!
“आँखों में आंसू और चेहरे पर नमी है,सांसो में अहले दिल में बेबसी है,पहले क्यों नहीं बताया यार,दरवाज़े में तेरी ऊँगली फसी है।”
“ वो कुछ इस तरह अधूरा हैमेरे बिना जैसे की संगीत बिना नृत्य…!!
खुशियों से तेरा आंगन छलकता रहे,फूलों की वादियों से जीवन महकता रहे,चांद सूरज है आसमान में जब तक,तेरी जिंदगी का सितारा तब तक चमकता रहे
शब्दों का वजन तो हमारे बोलने के भाव से पता चलता हैं, वैसे तो, दीवारों पर भी “वेलकम” लिखा होता हैं.
लड़कियों के चक्कर में मत रहना लड़किया काम से फ्री होकर बात करती है, ओर लड़के काम को लात मार कर ।
सबके दिलों में हो सबके लिए प्यार, आने वाला हर पल लाये खुशियों का बहार, इस उम्मीद के साथ भुलाके सारे गम इस आयोजन का करें वेलकम.
दिल को सुकून मिलता हैं मुस्कुराने से.महफ़िल में रौनक आती है दोस्तों के आने से,
प्रकृति सम्पूर्ण संगीत हैजीवन महज़ एक नृत्य है
आज भी नृत्य करती हूं। उसी कोदिखाने के लिए किन्तु वो इसेभावनाओं का नाच समझे बैठा हैजाने क्यूं वह पुरुष प्रकृति को नहीं समझता
नृत्य एक पवित्र कला है इसे करने से पहले घबराने की आवश्यकता बिलकुल भी नहीं है।
मैं किसी और से बेहतरडांस करने की कोशिश नहींकरता। मैं सिर्फ खुद सेबेहतर डांस करने की कोशिश करता हूं
अपनी एक ज़मी, अपना एक आकाश पैदा कर, तू अपने लिए एक नया इतिहास पैदा कर… मांगने से कब मिली है ख़ुशी मेरे दोस्त, तू अपने हर कदम पर विश्वास पैदा कर||
वो आँख बड़ी ही प्यारी थी.जो उसने मुझे मारी थी.हम तो मुफ्त में लूट गये यारो.हमें नही पता था की उसको,बाबा रामदेव वाली बीमारी.
गीत ख़ुशी के गाते रहो जीवन खुश हो कर नृत्य स्वयं करने लगेगा
सारे दुःख मिटा दो चेहरे की हंसी सेगमों की आग बुझा दो चेहरे की हँसी सेहर कोई खुश रह नहीं सकता चाह कर भीखुशी का राज बता दो चेहरे की हँसी से।
पहले के जमाने मे लोग सफल हुआ करते थे.और आजकल लोग वायरल हुआ करते है.
आजके जमाने में शुभचिंतक ऐसे होते जा रहे है की, आपका शुभ होता देख चिंतित होने लगते है ।
हमारी महफ़िल में लोग बिन बुलायें आते हैं, क्योकि यहाँ स्वागत में फूल नहीं पलकें बिछाये जाते हैं।
जो शब्द ना अब तक कह पाए मेरेघुंघरुओं ने दास्ताँ बताई है कौन कहता हैयह कोई डांस है मेरा मन जागा हैउसी की यह अंगड़ाई है
जो लोग नृत्य करना बहुत पसंद करते हैं,उनके सिर की तुलना में उनकेपैरों में अधिक दिमाग होता है
आओ आज मुश्किलों को हराते हैंचलो आज दिन भर मुस्कुराते हैं।
ये माना की जिंदगी की राह आसान नहींपर मुस्कुराकर चलने में कोई नुकसान नहीं
किसी के नाचने में हरख होता है मजबूरी के नाच में एक दर्द होता है बंदगी,गुमान,शराब के नशे में नाचते हैं लोग नाचने नाचने के भाव में फ़र्क होता है
तुम आ गए हो तो कुछ चाँदनी सी बातें होंज़मीं पे चाँद कहाँ रोज़ रोज़ उतरता है।
जरूरतें हर इंसान को नचाती है, कोई पर्दे के आगे नाचता हैतो कोई पर्दे के पीछे नाचता है
अब बारी हैं दुल्हन पक्ष की, देखो कैसे खड़े हैं भोले बनकर दुल्हन के भाई
जब भी मैं नृत्य करता हूं,मैं खुद को साबित करनेकी कोशिश करता हूँ
“ जब भी मैं नृत्य करता हूं,मैं खुद को साबित करनेकी कोशिश करता हूँ…!!
दिलों में विश्वास पैदा करता है,मन में कुछ आस पैदा करता है,मिटटी की तो कुछ बात ही अलग है,ईश्वर तो पत्थरों में भी घास पैदा करता है…
दिखा मिला जब प्यात में हमे,ज़िन्दगी में उदासी छा गयी,सोचा था छोड़ देंगे प्यार करना,पर आज मोहल्ले में दूसरी आ गयी।
“ नृत्य क्लासिकल नृत्य भीएक सम्पूर्ण व्यायाम है जोआपको स्वस्थ रखता हैऔर मन को सुकून देता है…!!
“दिलों में विश्वास पैदा करता है,मन में कुछ आस पैदा करता है,मिटटी की तो कुछ बात ही अलग है,ईश्वर तो पत्थरों में भी घास पैदा करता है…”
तुमको मिल शक्ति है मुझसे बेहतर तोहमको मिल सकता है तुमसे बेहतरलेकिन तुम और हम ग़र मिल जाएं तोकुछ और नहीं हो सकते इससे बेहतर।
“ आज भी तुम करती हो नृत्यमेरे मन की भीगी सड़कों परजहाँ से कोई गुजरता नहीं अब….!!
पंख ही काफ़ी नहीं हैं आसमानों के लिए,हौसला भी चाहिए ऊंची उड़ानो के लिए।
अजब सी हालत है तेरे जाने के बाद,मुझे भूख लगती नहीं खाना खाने के बाद,मेरे पास दो ही समोसे थे जो मैंने खा लिए,एक तेरे आने से पहले, एक तेरे जाने के बाद।
जिंदगी का हर पल हो उत्सवऐसे कृत्य हो जाएंकदम ऐसे पड़े धरती पर कीजीवन नृत्य हो जाए
नृत्य ख़ुशी का इजहार है,ये राधा-कृष्ण का प्यार है,प्रसन्नता का ये इकरार है,नृत्य कलाओं का निहार है
मुस्कुराने की मकसद ना ढूंढवरना जिंदगी यूं ही कट जाएगीकभी बेवजह मुस्कुरा के देखतेरे साथ साथ जिंदगी भी मुस्कुराएगी
बस खुद को बना ले अपना सारा जमाना अपना बन जाएगा तनिक खुद के साथ झूम के देखो हर दिन सावन नजर आएगा
आये वो हमारी महफ़िल में कुछ इस तरह कि हर तरफ़ चाँद-तारे झिलमिलाने लगे। देखकर दिल उनको झूमने लगा, सब के मन जैसे खिलखिलाने लगे।
फैशन का अब जोर है, लगे बटन बिन काज लेकिन वो सब ओल्ड था, न्यू वन देखो आज।
नृत्य करने पर घंघरू की आवाज़# दे सुकून तेरे इत्र के महकने पर #एहसास ए प्यार का #जुनून
“ किसी के नाचने में हरख होता हैमजबूरी के नाच में एक दर्द होता हैबंदगी,गुमान,शराब के नशे में नाचते हैं लोगनाचने नाचने के भाव में फ़र्क होता है…!!
चार दिन का बाबू सोना, फिर उम्र भर रोना धोना, इससे अच्छा है सिंगल होना, ना किसी को पाना ना किसी को खोना, मजे से खाना ओर मजे से सोना ।
बहुत खूबसूरत हो तुम फूल की तरह,खुद को दुनिया कि नजर से बचाए रखो,सिर्फ आँखों में काजल ही काफी नहीं,गले में नीम्बू ओर मिर्ची भी लटकाया करो । 🤣
“ नृत्य का शौक़ीन होना,प्यार में पड़ने की दिशामें निश्चित कदम था…!!
दिलों में विश्वास पैदा करता है,हम सुब में कुछ आस पैदा करता है।मिटटी की बात तो अलग है,इश्वर तो पत्थरों में भी घास पैदा करता है।।