839+ Shaam Shayari In Hindi | शाम शायरी

Shaam Shayari In Hindi , शाम शायरी
Author: Quotes And Status Post Published at: September 25, 2023 Post Updated at: July 7, 2024

Shaam Shayari In Hindi : शाम जो ढलना छोड़ दे, तो हर रात तेरी याद में हम जलना छोड़ दे। सुबह से कब शाम और शाम से कब रात हुई, नौकरी करते-करते मेरी ज़िन्दगी बर्बाद हुई।

छुप कर नहीं हर दिन सरे-आम गुज़रेंगे, हर सुबह गुज़रेंगे हर शाम गुज़रेंगे।

हंसता मुस्कुराता चेहरा हर किसी को पसंद होता है और अक्सर जो लोग हंसमुख और खुशमिजाज होते हैं, वह अपने सामने वाले का भी मूड सही कर देते हैं

मुद्दतों बैठे रहे हम तेरे एहसास के साथदूर के दूर रहे और पास के पास….

एक हादसे में मारी गई… ।बहुत प्यारी थी हसी मेरी…।

मेरी दोस्ती के सारे एहसास लेलो,दिल से प्यार के सारे जज़्बात लेलो,नहीं छोड़ेंगे साथ तुम्हारा,चाहे इस दोस्ती के इम्तिहान हजार लेलो.

जो मेरे गांव के खेतों में भूख उगने लगीमेरे किसानों ने शहरों में नौकरी कर लीआरिफ़ शफ़ीक़

तू का दामन थाम ले मगर मेरे प्यार को भी तू पहचान ले कितना इंतजार किया है तेरे इश्क में कितना इंतजार किया है तेरे इश्क में जरा यह दिल की बात भी तो जाने

हमें तो इंतज़ार करने से मतलब है,बाकी तुम्हारी मर्जी मिलो या ना मिलो..!

जब शहर में बीमार हो जाता हूँ,गाँव जाना चाहता हूँ और माँ की याद आती है.

में दिसम्बर की ठंड की तरह आऊंगा,तुम सुबह की हल्की सी धुप बनकर आना….

दिल से दिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं,तुफानो में साहिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं,यूँ तो मिल जाता है हर कोई,मगर आप जैसे दोस्त नसीब वालों को मिलते हैं.

पलक से पानी गिरा है, तो उसको गिरने दो,कोई पुरानी तमन्ना, पिंघल रही होगी।Palak se Pani Gira Hai To usko Girne do koi purani Tamanna pighal Rahi Hogi

माना शहर में तुम्हारा वो तरक्की वाला मकान है,मगर गाँव में गरीबों के जीवन में भी सुकून और शान है.

लाखों की हँसी तुम्हारे नाम कर देंगे,हर खुशी तुम पर कुर्बान कर देंगे,जिस दिन हो कमी मेरी दोस्ती में बता देना,उस दिन ज़िन्दगी को आखिरी सलाम कह देंगे.

सोच रहा हु कि कुछ ऐसा लीख दू,की वो पढ़ के रोए भी ना, सोए भी ना..!

थोड़ा सा रफू करके देखिए नाफिर से नई सी लगेगीजिंदगी ही तो हैThoda sa rafu Karke dekhiye naphir se nahin si Lagegi Jindagi Hi To Hai

ये शाम की रौनक तो देख,तेरे आने की खुशी में खिल उठी है…Sham Ki Yaade

ज़िन्दगी उस दौर से गुज़र रही हैदिल दुखता है, लेकिन चेहरा हँसता है.!

मै उस से प्यार करता था और वो मुझेबस अच्छा दोस्त मानती थी।

बस एक शाम का हर शाम इंतिज़ार रहा, मगर वो शाम किसी शाम भी नहीं आई।

रोज़ ढलती हुई शाम से डर लगता है,अब मुझे इश्क के अंजाम से डर लगता है…जब से तुमने मुझे धोखा दिया,तबसे मोहब्बत के नाम से भी डर लगता है…गुड इवनिंग

दील से लिखी बात दील को छू जाती है,ये अक्सर अनकही बात कह जाती है,कुछ लोग दोस्ती कॆ मायनॆ बदल दॆतॆ है,और कुछ लोगो कि दोस्ती सॆ दुनिया बदल जाती है.

ये रोटियाँ हैं ये सिक्के हैं और दाएरे हैंये एक दूजे को दिन भर पकड़ते रहते हैं

मेरी ज़िंदगी का है एक ख़ूबसूरत सा सपना ऊंचे पहाड़ों की वादियों में हो छोटा सा घर अपना

शाम जो ढलना छोड़ दे, तो हर रात तेरी याद में हम जलना छोड़ दे।

बदल जाओ वक़्त के साथ या वक़्त बदलना सीखो,मजबूरियों को मत कोसो, हर हाल में चलना सीखो!

जब दर्द खुद को ही सहना हैं,फिर औरों को बताना क्या…Jab dard khud ko hi sahna hain,Toh auro ko bataana kya…

ज़िन्दगी नहीं हमे दोस्तों से प्यारी,दोस्तों के लिए हाजिर है जान हमारी,आँखों में हमारी आँसू है तो क्या,खुदा से भी प्यारी है मुस्कान तुम्हारी.

मैं क्या हूँ तुम्हे असल तस्वीर दिखाई जाए क्या, एक शाम एक साथ बिताई जाए क्या।

एक चिंगारी अंगार से कम नहीं होती,सादगी श्रृंगार से कम नहीं होती,ये तो अपनी-अपनी सोच का फर्क है,वर्ना दोस्ती भी किसी प्यार से कम नहीं होती.

सवाल दूसरों पे क्या उठाऊ,की जिंदगी जवाब ढूंढ रही है….!जब खुद की जिंदगी।

किसी को चाहो तो इतना चाहो,फिर किसी को चाहने की चाहत ना रहे..!!

थोड़ी सी तो जिंदगी थी,कयां तेरा बिछड़ना जरूरी था ।

दिल खुश हो जाता है गाँव के मेले में,ख़ुशी का पता ही नही शहर के झमेले में.

इतना क्यों सिखाए जा रही हो जिंदगीहमें कौन से सदिया गुजारनी है यहांItna Kyon Sikhaye ja rahi  ho Jindagi Hamen kaun se Sadiya Gujarni Hai Yahan

ज़िंदगी से यही गिला है मुझेतू बहुत देर से मिला है मुझे।

हर चीज बदलते हुएअच्छी लगती है,मगर दोस्त पुराने हीअच्छे लगते हैं.

दिल से दिल की बस यही दुआ है, आज फिर से हमको कुछ हुआ है, शाम ढलते ही आती है याद आपकी, लगता है प्यार आपसे ही हुआ है ! गुड इवनिंग !

ख्वाब बोये थे, और अकेलापन काटा है,इस मोहब्बत में “यारो” बहुत घाटा है !

ये जिनसे बातें हो रही है, इन्हे दिल पूछता कहा है,जान तो उधर ब्लॉक लिस्ट में पड़ी है.!

जहां मोहब्बत का कोई रिवाज ना था इसकी दर्द ही कुछ ऐसे लोग जान दे देते हैं मगर इंतजार नहीं करते

जिसमें न चमकते हों मोहब्बत के सितारे,वो शाम अगर है तो मेरी शाम नहीं है।..

मैं गाँव से पैसा कमाने निकलता हूँ,पर गाँव को दिल से नही निकालता हूँ.

तू भी एक शाम मिलने को बेक़रार हो, कई शामें बीत गई उस शाम का इंतज़ार करते हुए।

कितना भी बड़ा जख्म या घाव हो,अकेलापन महसूस नही होता अगर गाँव हो.

अलविदा कह चुके हैं तुम्हेअब जाओआँखो पर ध्यान मत दो.!

मेरे पास मेरा कुछ भी नही,तुम भी थे तो किसी और के … !

जब भी मिलते हैं वो दिल से मिलते हैं कमिने दोस्त बड़े मुश्किल से मिलते हैं

हर मोड़ पर मुकाम नहीं होता,दिल के रिश्तो का कोई नाम नहीं होता,चिराग की रौशनी से ढूँढा है आपको,आप जैसा दोस्त मिलना आसान नहीं होता.

आँखे खोलकर बहुत जी लिया अब एक शाम जीना चाहता हूँ दिल खोलकर।

वो रोज़ देखता है ढलते सूरज को इस तरह, काश मैं भी किसी शाम का मंज़र होता।

तेरा इंतजार मुझे हर पल रहता है हर लम्हा मुझे तेरा एहसास रहता है

बिछड़ने की इतनी जल्दी थी उसे,खुद को आधा छोड़ गया मुझमे..!!

कभी तो सूरज डूबे और सितारों संग एक जाम हो जाए!!और वह खूबसूरत शाम तेरे नाम हो जाए!!

छोङो ना यार, क्या रखा है सुनने और सुनाने में,किसी ने कसर नहीं छोङी दिल दुखाने में..।

हर शाम बस तेरे ही इंतज़ार में रहते हैं हम, तू तो आती नहीं बस यूही अपना वक्त जाया करते रहते है हम।

शहर की तरह गाँव में भी मकानों के नंबर होते है,पर घर अक्सर बूढ़े-बुजुर्गो के नाम से पहचाने जाते है.

दूरियों में ही परखे जाते है रिश्ते…आंखों के सामने तो सभी वफादार होते हैं।

मोहब्बत पर लगे इल्जाम से पहचानते हैं !अब तो लोग भी मुझे तेरे नाम से ही जानते हैं !!

शामें गुज़र रही है इंतज़ार में तेरे, ना जाने और क्या क्या देखना होगा मुझे प्यार में तेरे।

शिकवा करू भी तो करू किस से।दर्द भी मेरा, दर्द देने वाला भी मेरा ।।

दुआ करता हूं आपके दिल से!!हमको आज कुछ हुआ है फिर से!!याद आती है आपकी शाम ढलते हीलगता है आपसे प्यार हुआ आज फिर से!

कभी तो चौक के देखे कोई हमारी तरफ़,  किसी की आँखों में हमको भी को इंतजार दिखे।

बहुत कुछ देख लिया मैंने जिंदगी में,मगर जिंदगी मुझे सिर्फ़ तुझमें दिखी।

ये रात हम से बहुत प्यार करती हैंसब को सुलाकर हम से अकेले मे बात करती है.!

दोस्ती दर्द नहीं खुशियों की सौगात है,किसी अपने का ज़िंदगी भर का साथ है,ये तो दिलों का वो खूबसूरत एहसास है,जिसके दम से रौशन ये सारी कायनात है.

होंठों पर मुस्कान नजरों में खुशी, दुख का नामो-निशान न हो, आपकी हर शाम हो इतनी हंसी, जिसके ढ़लने की शाम न हो !

शाम तेरी ना हुई तो गम कैसा कल सवेरे को तू अपने नाम कर लेना।

कोई दौलत पर नाज़ करते हैं,कोई शोहरत पर नाज़ करते हैं,जिसके साथ आप जैसा दोस्त हो,वो अपनी किस्मत पर नाज़ करते हैं.

तुम थे तुम हो तुम ही रहोगेकुछ इस तरह के अल्फ़ाज़ थे उसके।

मेरे लिए वो पल सबसे खास है,जिस पल ने मुझे तुमसे मिलाया..!

इतने दिन निकल गए ज़िन्दगी के, मलाल है एक शाम नहीं निकाल सका हूँ अब तक खुद के लिए।

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