Self Introduction Shayari In Hindi : कब तक मैं यूँ खुद को धोखा देता रहूँ,जो मैं हूँ नही, वही आईने में देखता रहू. फ़िक्र मंद हूँ आज कल मैं खुद के लिए,पता तुम्हारा नही है और गम मैं हो गया हूँ.
उन्हें ये जिद थी कि हम बुलायेहमें ये उम्मीद थी कि वो पुकारेहैं नाम होंठो पे अब भी लेकिनआवाज में पड़ गयी दरारे
उड़ते आँचल में दिखती कमर को मैं छुपाना चाहता हूँ…! इज़ाज़त हो तो में तुम्हारे पल्लू में आलपिन लगाना चाहता हूँ…!
“ होंगी बहुत ही डिग्रियां तुम्हारे पास,छलकती आंखों को ना पढ़ सको,तो अनपढ़ हो तुम…!!
होती होगी लोगो को दुबारा मोहब्बतमुझे तो आज भी उस बेवफा के खुले बाल पसंद है
तुम्हारी खूबियां तुम्हारे काम आए, वो तुम्हारा बेहतर कल बनाएं,तुम्हारे फेयरवेल में बस इतना ही कहूंगा, तरक्की के साथ भविष्य भी बेहतर हो जाए।
अजीब सी आदत और गजब की है फितरत मेरी, मोहब्बत हो या नफ़रत दोनों बड़े ही सिद्दत से करते है!
ये जो निगाहों से हमारे दिल को हलाल करते हैं,करते तो वैसे जुर्म हो लेकिन कमाल करते हो
कोई तुम सा हो लेकिन किसी और का ना हो.
कोई न कोई रहबर रस्ता काट गयाजब भी अपनी रह चलने की कोशिश की
जो लोग खुद से प्यार करते है, वो दूसरों के दिल पर वार नहीं करते है !
देखकर आपकी मुस्कुराहट हम होश गवां बैठेहोश में आने ही वाले थे कि आप फिर से मुस्कुरा बैठे
वो कहते है मेरे पास रहो, आसपास रहो मेरे, दिनरात रहो, मतलब बर्बाद थे, बर्बाद हो और बर्बाद रहो!
फिर एक दिन बेचैन होकर वो मुझे सोचेगा , जब एक दिन उसी की तरहा उसे कोई और छोडेगा ।
अपने आप को अपनी नजरों से देखने, की कोशिश कीजिए इस दुनिया में कोई भी परफेक्ट नहीं होता !
तुम बस मुस्कुराते रहो…! मरी साँसें चलती रहेगी…!!
दुनियादारी की चादर ओढ़ रखी है हमने , वरना जिस दिन दिमाग सटका ना, इतिहास तो इतिहास # भूगोल भी बदल देंगे ।
महक उठा ये घर आंगन जब से आप पधारे हैं, ऐसा एहसास होता है जन्मों से आप हमारे हैं।
एक मुस्कुराहट ही तो चाहते है तुम्हारे लबों पर, यकीन मानो और कोई लालच नहीं तुम्हारी तारीफ करने की
कम खूबसूरत लोगों का प्यार,अक्सर बहुत खूबसूरत होता है…
Oye सुन Rani👧,जितनी tմηε पढाई Ƙɾ रखी ➭հαί,☝उससे ज्यादा tσ Tere ♂ɾαյα👑 नेCollege में लड़ाई🔫 Ƙɾ रखी հαί
देख छोरी इतना घमंड ना कर अपने #Lover पे,क्यूंकि तेरे #Lover से अच्छा तो मेरे मोबाइल का #Cover है !!
आपके आने से आज ये शाम खाश हो गई, सारे दिन की परेशानियाँ पल भर में ख़त्म हो गई।
अर्ज़ किये है… खिड़की से झाँक के देखा तो रस्ते में कोई नहीं था, वाह वाह… फिर रस्ते में जा कर देखा… तो खिड़की पर कोई नहीं था।
ज़िन्दगी एक ऐसी किताब है ! जिसके हजारो पन्ने अभी तक आपने नहीं पढ़े हैं !
जवाब तो हर बात का है हमारे पास, लेकिन हर किसी को देना हम जरूरी नहीं समझते ।
“ जिंदगी बेहद आसान हो अगर हर,शक्स एक दुसरे से और खुद से,प्यार करने की कला सिख जाये…!!
इशारों में बात करनी थी, तो पहले बताते, हम शायरी को नही, आँखों को सजाते…!!
मेरे लफ़्ज़ों में क्या है!!तरह-तरह से एक बस तुम्हारा ज़िक़्र!!!
एक बार जिसके दिल पर हमने हुकूमत कर ली तो उसके बाद वो दिल भी हमारा और वो दिलवाले भी.
” तलाश मेरी खत्म होतीनहीं, मैं हर रोज़ खुदमें खुद को ढूंढता हूँ..!!
” अगर आपको अपनीकाबिलियत का अंदाज़ा नहीं होगा,तो दूसरे इसका फायदा उठाएंगे…!!
“ मुझे अकेला कहने वालो तुम्हें क्या पता,मैं खुद मे ही एक कारवाँ लिए चलता हूँ…!!
तेरी यादों की कोई सरहद होती तो अच्छा रहताखबर तो रहती अभी सफर कितना तय करना है
खिलाफ कितने है क्या फर्क पड़ता है,साथ जिनका है वो लाजवाब है..!!
ज़िन्दगी तब बहतर होती है जब हम खुश होते हैं, लेकिन ज़िन्दगी तब बहतरीन होती है जब हमारी वजह से कोई खुश होता है||
तुम्हारी कच्ची खाल है, तुम थूक देना जानते हो। हम पुराने पापी हैं, फूंक देना जानते हैं।
मेरी आँखों में छुपी उदासी को महसूस तो कर..हम वह हैं जो सब को हंसा कर रात भर रोते हैं…
इस उम्मीद के साथ भुलाके सारे गम, इस आयोजन का आओ हम करें Welcome.
मेरे दिल से उसकी हर, गलती माफ हो जाती हैं ||जब वो मुस्कुरा के पूछती है, नाराज हो क्या ||
अगर तू Doll है,तो मैं Dollar हूँ,अगर तू Brand है, तो मैं Branded हूँ।
नहीं पसंद मोहब्बत में ज़रा सी भी मिलावट हमको,अग़र वो ख़्वाब भी देखे तो हमारे देखे
हर कोई शायर नहीं जो कोई किताब लिखेंगे, हम बादशाह है जब भी लिखेंगे इतिहास लिखेंगे!
” जुस्तुजू मेरी बहुत छोटी है,खुद को ढूंढ रहा हूँ इसदुनिया के भीड़ में…!!
“ यह दुनिया बहुत खूबसूरत है,खुद से प्यार करके देखो…!!
इस दुनिया में किसी की बात मत सुनो वो करो जो तुम्हारा दिल कहे क्योंकि ये जिंदगी तुम्हारी है किसी के बाप की नहीं ।
सुना है रब कि कायनात में,एक से बढ़कर एक चेहरे हैं… मगर मेरी आँखों के लिए सारे जहाँ में, सबसे खुबसुरत सिर्फ तुम हो…
हमारा Style और Attitude ही कुछअलग है,बराबरी करोगे तो बिक जाओगे.
चुप रहना कमजोरी नही ताकत है मेरी , अकेले रहना मजबूरी नही आदत है मेरी !
अब हमने भी सोच लिया है ना ज्यादा अच्छे बनकर रहना है न ज्यादा बुरे बनकर बस जो जैसा है उसके साथ वैसा ही बनकर रहना है ।
अब उन्हें कौन बताये आँखों से अश्क़ नहीं, हसरते बरसती है
मैंने कुछ लोग लगा रखे है पीठ पीछे बात करने के लिए, पगार कुछ नहीं है उनकी पर काम बड़ी इमानदारी से करते है!
गुलाब जैसे सुर्ख गुलाब है होंठ उनके,नज़र भर देखते रहो तो खिलने लगते है।
तन्हाई की दीवारों परघुटन का पर्दा झूल रहा हैं,बेबसी की छत के नीचे,कोई किसी को भूल रहा हैं
लोग कहते हैं घमंडी हो गया हूं आजकल में पर उन्हें पता नहीं बदल गया हूं में अब जहां मेरी इज्जत नहीं वहां आजकल में जाता नहीं ।
खुद के लिए कुछ करने की फुर्सत नही मिली, इतने बिजी थे कि पता नही कब जिंदगी हाथ से निकल गई।
न पगली तुझसे अच्छे तो मेरे दुश्मन हैं,जो हर बात पर कहतें है, तुझे नही छोड़ेंगे।
“ हर दिन एक जैसा होता हैअब, क्यों कि प्रेम अब किसीऔर से नहीं खुद से हुआ है…!!
कुछ अपना अंदाज हैं कुछ मौसम रंगीन हैं,तारीफ करूँ या चुप रहूँ जुर्म दोनो ही संगीन हैं।
सूरज सितारे चाँद मेरे साथ मेँ रहे जब तक तुम्हारे हाथ मेरे हाथ में रहे शाख़ों से टूट जाये वो पत्ते नहीं हम आँधी से कोई कह दे कि औक़ात में रहे.
नींद सी रहती है, हल्का सा नशा रहता है, रात दिन आंखों में एक चेहरा बसा रहता है..!!
“ ज़िंदगी के दौर में,थोड़ा वक्त खुद के लिए औरखुद से मिलने के लिए निकालें…!!
सिकंदर 😎 तो हम अपनी मर्जी 😇 से है,पर हम दुनिया नहीं दिल जितने 🚧🤟आये हे। –
माफ़ करना मेरी गुस्ताखियाँ कुछ बढ़ गई है अब मैं तेरे तस्वीर में तेरे होंटों को चूम लेता हूँ।
इजाज़त ही नहीं कुछ और हमको देखने की,अभी तो ख़्वाब आँखों में तुम्हारा चल रहा है..!!
डर हमेशा आपको एक कैदी बना कर रखेगा,जबकि खुले विचार आपको एक बादशाह बना कर रखेंगे!..
गुरूर हुस्न पर इतना ही कर कि बुरा न लगे,,,, तू सिर्फ़ खुबसूरत लगे … ख़ुदा न लगे..
अपना टाइम आयेगा – यह बस फिल्मों की बात होती है। असल में टाइम आता नहीं लेकर आना पड़ता है।
स्वीकार आमंत्रण किया, रखा हमारा मान, कैसे करे कृतज्ञता, स्वागत है श्री मान।
में जीती हूं अपने अंदाज में किसी के बाप से डरती नहीं और जिस काम से घर वालों का सिर झुक जाये ऐसी हरकतें में करती नही.!!
तुम अपनी पायल की झंकार ना सुनाया करोहमारे दिल में.तुम्हारी यादों के घुँघरू बजने लगते हैं
टूट जाना चाहता हूँ, बिखर जाना चाहता हूँमें फिर से निखार जाना चाहता हूँमानता हूँ मुश्किल हैं…लेकिन में गुलज़ार होना चाहता हूँ
दिलों में विश्वास पैदा करता है, हम सुब में कुछ आस पैदा करता है… मिटटी की बात तो अलग है, इश्वर तो पत्थरों में भी घास पैदा करता है||