Sasural Shayari In Hindi : मैं नादानियों को छोड़अब जिम्मेदार होने चली हूँ,बचपन की दहलीज पार करमैं ससुराल चली हूँ. यही तो ईश्वर की माया है,ससुराल बहू को कब भाया है.
सौत की मूरत भी बुरी (सौत तो चून की भी बुरी). सौत कभी अच्छी हो ही नहीं सकती हमेशा बुरी ही होती है.
नाम बढ़ावे दाम. जिसका अधिक नाम हो जाता है उसकी कीमत बढ़ जाती है. आजकल भी बड़ी बड़ी ब्रांड अपने नाम का खूब फायदा उठाती हैं.
जब आया देही का अन्त, जैसा गदहा वैसा सन्त. सज्जन और दुर्जन सभी को मरना पड़ता है और मरते समय सब एक से हो जाते है.
पैसा पर्वत पे राह चलावे है. पैसे के बल पर कठिन काम भी आसान हो जाते हैं.
किस चक्की का पिसा आटा खाया है. मोटे आदमी का मजाक उड़ाने के लिए.
चारु सो भारु. जो अधिक चारा खाता है वह बोझ बन जाता है.
मान का पान भला न अपमान का लड्डू. व्यक्ति का सम्मान सबसे अधिक महत्वपूर्ण है. सम्मान के साथ मिलने वाला पान, अपमान हो कर मिलने वाले लड्डू से बेहतर है.
चमत्कार को नमस्कार. चमत्कार के आगे सब नतमस्तक होते हैं.
खावे पूत, लड़े भतीजा. खाना पीना खाने और जायदाद का सुख भोगने के लिए तो बेटा है और खतरे उठाने के लिए भतीजे को आगे करना चाहते हैं.
अपने मुंह शादी मुबारक. अपनी तारीफ़ खुद करना. अपने आप को शाबासी देना.
पराए पीर को मलीदा, घर के देव को धतूरा. दूसरों के लिए पूजनीय किसी व्यक्ति का सम्मान करना और अपने देवताओं का अपमान करना.
कदली और काँटों में कैसी प्रीत. केले और काँटों में प्रेम नहीं हो सकता. कांटे की प्रवृत्ति यही है कि वह केले को चुभ कर कष्ट पहुंचाएगा.
अंधा किसकी तरफ उंगली उठाए. अंधा खुद कुछ नहीं देख सकता इसलिए किसी पर आरोप नहीं लगा सकता.
सब काम दाई का, नाम भौजाई का. काम कोई और करे व श्रेय कोई और ले तो. दाई – प्रसव कराने वाली महिला.
दारु तो हाथी को भी पटक देती है. हाथी जैसा ताकतवर प्राणी भी यदि शराब पी लेगा तो नशे में ढेर हो जाएगा. कहावत द्वारा शराब से बचने की सलाह दी गई है.
चुप्पा आदमी गहरा होता है. बहुत बोलने वाला आदमी आमतौर पर हलकी मानसिकता का होता है जबकि चुप रहने वाले में गहराई होती है.
रोटी न कपड़ा, सेंत का भतार. पत्नी के लिए रोटी कपड़े का प्रबंध न करे तो पति किस बात का.
घाघरे का रिश्ता. पत्नी की तरफ के रिश्तेदार.
अपनी अपनी मूंछ पर, सब ही देवें ताव. हर व्यक्ति अपने को महत्वपूर्ण समझता है. आत्म सम्मान सब को प्यारा होता है.
ताली दोउ कर बाजे (ताली दोनों हाथसे बजती है). ऊपर वाली कहावत की भांति.
जैसी बहे बयार, पीठ तब तैसी कीजे. जैसा माहौल हो उसी के अनुसार व्यवहार कीजिए.
ऐरे गैरे, फ़सल बहुतेरे. खाने को मिल रहा हो तो बहुत से आलतू फ़ालतू और मुफ्तखोरे इकट्ठे हो जाते हैं.
छोड़कर हमारा साथ बहनाजा रही है निभाने एक नई यारी,ससुराल जाने के साथ ही तेरे कंधों पर आयेगी नई जिम्मेदारी।
आप खाय, बिलाई बताय. चालाक बच्चे ने खुद रबड़ी खा ली और बिल्ली का नाम लगा रहा है. खुद चोरी करके दूसरों पर इल्ज़ाम लगाने वाले लिए.
गाजर की पूंगी, बजी तो बजी, नहीं तो तोड़ खाई. हर तरह से उपयोगी वस्तु.
हार के बावजूद अपनी राह चलते रहो,सफलता तुम्हारे कदमों को चूमेगी जब आएगी वह समय।
बड़े लोगों के कान होते हैं आँखें नहीं. बड़े लोग केवल अपने चापलूसों की बातें सुन कर विश्वास कर लेते हैं, स्वयं देख कर सच्चाई जानने की कोशिश नहीं करते.
गरीब की आहें मोटी होती हैं, बाहें नहीं. गरीब अपने सताने वाले को पीट नहीं सकता, केवल बद्दुआ दे सकता है. लेकिन उस में भी असर होता है.
जहाँ चार रजपूत, हुआँ बात मजबूत. राजपूत अकेला हो तो भी अपनी बात का पक्का होता है, और अगर चार राजपूत मिल जाएं तो क्या कहना.
दे दे बारूद में आग, किसकी रही और किस की रह जाएगी. खूब खाओ पियो और मौज उड़ाओ. यहाँ क्या बचना है.
उस कूकुर से बच कर रहे, जा को जगत कटखना कहे. बदनाम और झगड़ालू व्यक्ति से बच कर रहना चाहिए.
जैसन को तैसन, सुकटी को बैंगन. किसी दुबली पतली लड़की की शादी मोटे लड़के से हो जाए तो.
इंतजार का फल मीठा. प्रतीक्षा करने के बाद जो चीज़ मिलती है वह अधिक अच्छी लगती है.
सौ गुंडा न एक मुछमुंडा. किसी किसी समाज में जो लोग मूंछ मुंडवा देते हैं उन्हें लफंगा समझा जाता है. ऐसे ही समाज का कथन.
एक बार जाय योगी, दो बार जाय भोगी, तीन बार जाय रोगी. खाने के अलावा शौच जाने में भी यही सिद्धांत लागू होता है.
अंधेरी रात और साथ में रंडुआ. किसी भी स्त्री के लिए खतरनाक स्थिति. रंडुआ – अविवाहित या विधुर पुरुष.
शत्रु का शत्रु मित्र होता है. जो हमारे शत्रु का शत्रु है वह हमारे काम का आदमी हो सकता है.
चाँद के ऊपर थूको तो वह अपने ऊपर ही आता है. महापुरुषों पर कीचड़ उछालने से अपनी ही छवि खराब होती है.
“ किसी के गुस्से को उसकी, नफरत मत समझो,जो आपसे सच्चा प्यार करता है,वही आप पर गुस्सा करता है…!!
जो शिक्षा का ज्ञान दे उसे शिक्षक कहते है,और जो खुशियों का वरदान दे उसे मां कहते है।
दो तरबूज एक हथेली पर नहीं सधते. एक व्यक्ति से एक साथ दो बहुत बड़े काम नहीं लिए जा सकते.
दो घर मुसलमानी, तिसमें भी आनाकानी. किसी एक जाति के बहुत थोड़े से लोग हों और उन में भी आपस में खींच तान हो तो.
आज की ठोकर, कल के गिरने से बचा सकती है. ठोकर लगने से इंसान सीखता है.
कोठी वाला रोवे, छप्पर वाला सोवे. पैसे वाला आदमी हर समय चिंता में दुबला होता रहता है जबकि झोंपड़ी वाला चैन से सोता है.
गदहा पीटे धूल उड़े. मूर्ख व ढीढ आदमी को दंड देने से कोई लाभ नहीं होता.
प्यारी दीदी छोड़ मुझे तुम अपने ससुराल चली, अब तो हर पल याद तुम्हारी आएगी, किससे करूंगी अपने मन की बात, कौन मुझे समझाएगी !
अग्गम बुद्धि बानिया, पच्छम बुद्धि जाट. बनिया बुद्धि में आगे होता है, जाट बुद्धि में पीछे होता है.
आशा जिए, निराशा मरे (आशा ही जीवन है). आशा और सकारात्मक सोच से ही आदमी जीवित रहता है, निराशा और नकारात्मक सोच मृत्यु को बुलावा देती हैं.
शिकायत है तो प्यार भी है,मार्गदर्शन है तो जिम्मेदारी भी है,बड़ी पक्की है भाई बहन की ये दोस्ती।
जैसा ब्याह वैसा नेग. जैसा काम वैसा ही ईनाम.
ओनामासी धम बाप पढ़े न हम. ॐ नम: सिद्धं का अपभ्रंश. जो बच्चे पढ़ने से जी चुराते हैं उन के लिए.
बचपन की वो बातें,खट्टी मीठी सी शरारतें,बहुत याद आती है बहना,अगले जन्म भी तू ही बनना मेरी बहना।
अनाड़ी गया चोरी, छेड़न लगा छोरी. हर काम को करने के कुछ नियम कानून होते हैं. चोर लड़की छेड़ेगा तो पकड़ लिया जाएगा, चोरी कैसे करेगा.
इस दुनिया का हर रिश्ता स्वार्थ पर टिका है,केवल माँ बेटी का रिश्ता ही प्यार पर टिका है !
हमारे घर आओगे क्या लाओगे, तुम्हारे घर आएंगे क्या खिलाओगे. केवल अपना स्वार्थ देखना.
सौ इलाज एक परहेज. परहेज सभी प्रकार के इलाजों से अधिक महत्वपूर्ण है. इंग्लिश में कहावत है – Diet cures more than doctors.
एक मीठी सी मुस्कान हैं बेटी यह सच है कि मेहमान हैं बेटी उस घर की पहचान बनने चली जिस घर से अनजान हैं बेटी.
तैयारी में असफल होने का अर्थ हैअसफल होने की तैयारी करना।
लाम और काम का बैर है. जल्दबाजी से काम बिगड़ जाता है. लाम – जल्दबाजी.
मोहब्बत कुछ ऐसी हो गई है अब तुमसे हम खुद को भल सकते हैं पर तुम्हें नहीं
जुबान बिना हड्डी की, फिरने में क्या देर लगे. जो लोग अपनी बात पर कायम नहीं रहते उन के ऊपर व्यंग्य.
तुम्हारे आने से हमारा परिवार अब अधूरा नहीं रहा। हमारे परिवार में शामिल होने के लिए शुक्रिया।
तन मोर सा मन चोर सा. जो व्यक्ति देखने में सौम्य और आकर्षक हो पर अंदर से चोर हो.
जिस की गाड़ी रेत में उसी का बुद्धू नाम. जिस की गाड़ी रेत में फंस जाए उसी को लोग बुद्धू समझते हैं. जिस का काम बिगड़ जाए उसे ही सब मूर्ख कहते हैं.
बैल सरकारी, यारों की टिटकारी. सरकारी सम्पत्ति या किसी भी मुफ्त की चीज़ का लोग खूब दुरूपयोग करते हैं.
लोभी गुरू लालची चेला, दोनों नरक में ठेलम ठेला. अर्थ स्पष्ट है.
तूम्बे की बेल पर तो तूम्बे ही लगेंगे. यदि किसी कर्कश स्त्री के बच्चे असभ्य हों तो यह कहावत कही जाएगी.
“ ये दुनिया वालें है जनाब,ना हुई बराबरी तो नफरत कर लेंगे…!!
साख के हिसाब से उधार. बाज़ार में आदमी की जैसी साख होती है उसे वैसा ही उधार मिलता है.
एक तो कानी बेटी की माई, दूजे पूछने वालों ने जान खाई. बेटी कानी है इसी का माँ को बहुत कलेस है ऊपर से पूछने वाले और जान खाते रहते हैं.
अंधी आँख में काजल सोहे, लंगड़े पाँव में जूता. अपात्र को सुविधाएं मिलना.
जादू टोना हे सखी भूल करो मत कोय, पिया कहे सो कीजिए आपहि बस में होय. पति को वश में करना है तो उसके लिए जादू टोना न करो बल्कि जो पति कहे वह करो.