483+ Sad Urdu Shayari In Hindi | Best Urdu Shayari in Hindi

Sad Urdu Shayari In Hindi , Best Urdu Shayari in Hindi
Author: Quotes And Status Post Published at: August 9, 2023 Post Updated at: August 12, 2023

Sad Urdu Shayari In Hindi : एक वो हैं कि जिन्हें अपनी ख़ुशी ले डूबी एक हम हैं कि जिन्हें ग़म ने उभरने न दिया ग़म से बिखरा न पाएमाल हुआ मैं तो ग़म से ही बे-मिसाल हुआ

वो खुश हैं मुझे दर्द में देखकर इसलिए मैं मरहम से दूरी बना रहा हूँ

जा ओ बेवफा तुझसे क्या शिकायत तूने तो मोहब्बत को धंधा बना कर रखा है

दर्द की गहराइयों में डूबा हुआ हूँ,अब तो खुद को समेटने की आदत नहीं।

मेरी प्यार की कहांनी तो उसने ख़तम करदी, मुझे मेरी बर्बादी का कोई गम नहीं है , हशर यही तो होता है दीवानो का!!

होंगे कई किस्से मुहब्बत के, दीवानों के, इश्क के मारों के,हम तो वो हैं जिसने बिना इजाज़त के भी तेरा इंतजार किया।

उल्टी सीढ़ियां होती है ये मोहब्बत की गिरकर लगना तो लाजमी है

एक तेरी कमीरहती है हर जगहबता क्या करू मेंज़माने भर की ख़ुशी लेकर

माना कि थोड़ा मुश्किल होता है पर टूट कर समझने की… कोशिश तो कर सकते हैं ना

दर्द की राहों में बिछे हैं हम,आँसू के रिश्ते सजाये हैं हम।

वो दुःख देकर मेरा सुकून ले गया थोड़ा पागलपन थोड़ा जूनून दे गया

तुम बिन बुलाए किसी से मिलते होऔर कोई फूल लिये भटकता है !

बैठे हो अब किसी और की मोहब्बत बन के अब और किसी का दिल तुमपे आया होगा उससे भी तुमने सारे वादे किये होंगे उसको भी इशारों पे नचाया होगा

मैं हुतन्हाई हैसब हैअगर तुम भी होतेतो कितने अच्छा था

भटक रहा हूं आजकल जैसे मैंबताइए भला कौन ऐसे भटकता है !

उमर क्या कहूं नादान है मेरी सबको प्यार देना पहचान है मेरी आपका दिल ज़ख्मों से भरा हो दिलो को रिपेयर करने कि दुकान है मेरी !!

अपना बनके जो आया उसको अपना माना था वो तो जाने वाले थे मेरा रूठना तो बहाना था

उसके चेहरे की मुस्कान से जगमगाता था दिल,अब तो खुद को हँसाने की भी आदत नहीं।

ग़म है आवारा अकेले में भटक जाता है जिस जगह रहिए वहाँ मिलते-मिलाते रहिए

वो भी जाने क्या दौर था मेरी तू तेरी मोहब्बत कोई और था

ना चाह के भी एक दिन जुदा हो जाएंगे हम जानेजां कुछ मजबूरी मेरी कुछ तेरी खता और ऊपर से ये वक़्त बेवफा

जाए कहाँ अपना ये शहर छोड़ कर मगर इस शहर में अब अपना कोई नहीं

❤️❤Đ¡l करता है Status डाल दु तेरे नाम का…….. पर मुझे ये अच्छा नही लगेगा ! कि कोई तुझको☛ LiKe करे…❤️

मरने की बात पे जो हाथ रखते थे होंठों पर वो अब बद्दुआ देते हैं के खुश ना रहोगे तुम

तुम पूछ ही रहे हो तो सुनो मगर अब मैंनेलोगों को अपने ज़ख्म दिखाना छोड़ दिया है !

सिर्फ इतना ही कहा जा सकता है कोई हाथ से ले जाए पर नसीब से छीना नहीं जा सकता है

और क्या बुरा होगाइस सालयारो मेरा सबसे खास शख्सछोड़ गया मुझे

यार बेकार बेज़ार हम हुए बर्बाद इश्क़ में बर्बाद हम हुए

जाने किन मुश्किलों में दिन गुज़ारा गया मैं दुश्मनों से निकला तो दोस्तों में मारा गया

दिल तोड़ के जाने वाले ना लौट के आने वाले जा तेरे बिना जीना सीख लिया औरों से यारी निभाने वाले

परवाह करने वाले रूला जाते है, अपना समझने वाले पराया बना जाते है, चाहे जितनी वफाऐं कर लो इनसे, न छोडेगे तुमको कहकर छोड जाते हैं….!

नाजुक होता है ये मोहब्बत का धागा टूटा तो फिर जुड़ नहीं पाता

उन्हें जन्नत में भी सुकून नहीं मिलता जो किसी के इश्क़ में मारे जाते हैं

बेवफ़ाई की सजा में ज़िंदगी बिता दी,अब तो दर्द के नग्मे भी गाने लगे हैं हम।

भूल जाऊंगा तुम्हें थोड़ा सबर रखना , तुम्हारी तरह हमें भी बेवफा बनने में वक्त लगेगा थोड़ा सबर रखना..!!

मैंने उसको उसके हाल पे छोड़ा है टूटे दिल को और भी ज़्यादा तोड़ा है क़िस्मत से या साजिश से हम बिछड़े हैं उसको भी बिछड़न का गम थोड़ा है

रात को रोकर सोनासुबह किसी को महसूस न होने देनामोहब्बत ये हुनर भी सीखा देती हैI miss you

दर्द मुझे ढूंढ लेता है हर रोज नए बहाने से वो शक्स वाकिफ हैं मेरे हर ठिकाने से

चलो अब क्या शिकायत क्या करें शिकवा तुमसे रूठ सी गयी है वफाओं की हवा हमसे

जिस की ताबीर है पहले ही से रेज़ा रेज़ाऐसे एक ख्वाब को आँखों से लगा रखा है।

एक सिल-सिले की उम्मीद थी जिनसे, वही फ़ासले बनाते गये। हम तो पास आने की कोशिश में थे, ना जाने क्यूँ वो हमसे दूरियाँ बढ़ाते गये।

मोहब्बत थी मगर एक तरफ़ा थी अब ना एक भी आस बची है मर गए सारे जज़्बात दिल के दिल में अब बस सीने में राख बची है

मैंने उसको जहां भी लिखाजान लिखोमैंने खुद को हर जगहजानिसार लिखा

इक सवाल पर ही रुके हुए हैं अब इश्क़ खुदा ने बनाया ही क्यों अगर उसे दूर जाना ही था वो मेरे इतने करीब आये ही क्यों

ना वो सपना देखो जो टूट जाए ना वो हाथ थामो जो छुट जाए मत आने दो किसी को करीब इतना कि उससे दूर जाने से इंसान खुद से रूठ जाए

हो सके तो मेरी मजबूरी समझना वरना बुरा सपना समझकर भूल जाना मुझे

अभी भी वक्त है सम्भल जा कोई गम नही होना शायर.. हालात और बिगड़े तो बता भी न पायेगा और कहलायेगा कायर..

समझाते हैं लोग तुम्हें भूल जाऊ मैं उन्हें क्या पता तेरे गम जीने की वजह है मेरे

अब दोस्तो के दिलो में, दोस्ती के फूल नहीं खिलते, दिल में नफ़रत लिए हसकर मिलते हैं।

क्यों आँखों की कहानी नम लिखता है क्यों खुदा मेरी क़िस्मत में हर गम लिखता है

कब तुमको उससे मोहब्बत हुयी कब उसने मुझसे चुराया तुम्हें कब उसने तुमपे ये जादू किया कब उसने अपना बनाया तुम्हें

जानता हूं कि अच्छा दिखता हूं पर तसल्ली के लिएउसकी आंखों में देख लेता हूं आईने के बाद !

ना लफ़्ज़ों का लहू निकलता है ना किताबें बोल पाती हैं, मेरे दर्द के दो ही गवाह थे और दोनों ही बेजुबां निकले…

अब तक दिल को ये यकीन था,उसके बिना जीने की आदत नहीं।

नाम नहीं लूंगा मैं मगर, सुनो मैं तुमसे बहुत नफरत करता हूं

काश चाहने वाले हमेशा चाहने वाले ही रहते पर लोग अक्सर बदल जाते है मोहब्बत हो जाने के बाद

मुझे सताकर तू खुश कैसे रहेगा तेरा किया लौटकर आएगा ज़रूर इतना मुझे खुदपर भरोसा तो है मुझे याद कर आंसू बहाएगा ज़रूर

❤️ख़ुशियाँ क्या होती हमें नहीं पता, में तो तुम्हें “online” देखकर भी पगलों की तरह “Smile” करने लगता हु,❤️

दुनिया वालों का भी अजीब दस्तूर है बेवफाई मेहबूब से मिलती है , और बेवफा मोहब्बत बन जाती है।

बुरे वक़्त की ये भी एक निशानी है हर अच्छा इंसान बुरा हो जाता है

बुला रहा है कौन मुझको उस तरफ, मेरे लिए भी क्या कोई उदास बेक़रार है।

बूँद बूँद में खतरा है इश्क़ के दरिया में संभल कर उतरना

एक एक करके सब जुदा हो जायेंगे मैं इंसान ही रहूँगा सब खुदा हो जायेंगे

अब उसके जाने से भला क्या होगा कोई हमारे नसीब में भी लिखा होगा

खता थी मेरी जो आपके सामने इश्क़-ए-इज़हार किया।आपसे मिले दर्द को आपके ही आगे ज़ाहिर हर बार किया।

हज़ार तरह के थे रंज पिछले मौसम में पर इतना था कि कोई साथ रोने वाला था

ना रात की खबर ना दिन का पता हम अपनी ही क़िस्मत से परेशान हैं ज़रा सा मुस्कराते हैं और लोगों को लगता है हमारी ज़िन्दगी बहुत आसान है

ऐसा भी क्या हुआ, भरोसा ही था… टूट गया..!!

नहीं चाहिए मेरे चेहरे पर हसी जब तक तू गैर की बाहों में है आएगी तुझपर भी धुप वक़्त की अभी तू मीठी छाओं में है

पलकों में कैद रहने दो सपनो को, उन्हें तो हकीक़त में बदलना है, इन आँखों की तो एक ही तमन्ना है, की हर वक़्त आपको मुस्कुराते देखना है.

सोचा नही था जिंदगी में ऐसे भी फसाने होंगे, रोना भी जरूरी होगा और आसूं भी छुपाने होंगे

जो पागल हुए थे तेरी सूरत देख कर तेरी नीयत देख कर सब ठीक हो गए

मुझको मारा है हर एक दर्द ओ दवा से पहलेदी सज़ा इश्क़ ने हर जुर्म ओ ख़ता से पहले

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