Sad Shayari On Love Hurts In Hindi : इस दर्द को भी कैसे न दिल से लगाएं? ये भी तो मेरे प्यार ने सौगात में दी है हर्फ़-हर्फ़ इस कदर था तल्खियों से भरा आखिरी ख़त तेरा दीमक से भी खाया ना गया
ये एक तरफा मोहब्बत है,बात नहीं होती उससेपर फिक्र उसी की होती है।
किस्मत और दिल की आपस में कभी नही बनती क्योंकि जो दिल में होता है वो कभी किस्मत में नही होता है
वो अलविदा की रस्म भी अजीब थी उसका पत्थर सा चेहरा कभी भूलता नहीं
गम की रहे जब फैलाती है बाहें, मुस्कुराने पर भी निकल जाती है आहें।
अब कोई मुझको दिलाये न मोहब्बत का यक़ीन ! जो मुझे भूल न सकते थे वही भूल गए !!
मैं तो वो व्यक्ति हूँ जिसे हर कोई समय समय पर बदल देता है।
जी भर के ज़ुल्म कर लो , क्या पता मेरे जैसा फिर कोई बेजुबान मिले या न मिले 😥
आंसू बहाने से कोई अपना नहीं होता, जो दिल से प्यार करता है वो कभी रुलाता नहीं !
हर कोई परेशान है mere कम बोलने से🗣️ और मैं तंग हूं मेरे andar के शोर से. 💔
खुश हो नाहमारा प्यार अधूरा😏 रह गयापर टाइमपास⌚️ तेरा पूरा हो गया
क्या तीर मारा उसने मेरी जुबां पर कस कर निकलती नहीं जुबां से कोई बात उनकी बनकर
मुझे उदास कर रहे हो जाओ ना मतलब की बात कर रहे हो जाओ ना हार कर आये हो अपना इश्क़ तुम बहुत परेशान लग रहे हो जाओ ना
सच जान लो अलग होने से पहले सुन लो मेरी भी अपनी सुनाने से पहले, सोच लेना मुझे भुलने से पहले, रोई है बहुत ये आंखे मुस्कुराने से पहले
बहुत करीब👫 आकर बताया उसने कि “हम तुम्हारे नहीं😤”
💔🤥😔 “हर पल ख्यालों में साथ रहती हो तुम, काश ! असल जिंदगी में भी तुम्हारा साथ में मिल जाता।” 💔🤥😔
कभी🙋 सोचा न था इतनी🍩 जल्दी !!खत्म कर🫀 दोगे रिश्ता 👫हमसे !!मिले🫀 तो यूं थे जैसे सदियों 👥साथ निभाओगे !!
अगर वो मेरी होजाती, तो में दुन्यकी सारी कितबोसे लफ़्ज़े बेवफा मिटादेता.
डालियाँ तोड़ दी, पत्ते भी मसल दियेऔर काटें भी कई चुभे उस एक फूल के लिए,खुदा मुझे माफ करना इस भूल के लिए।
वो भी जिन्दा है मैं भी जिन्दा हूँ…क़त्ल🔪 सिर्फ इश्क़💔 का हुआ है
कहते है की बिना मेहनत😨 कियेकुछ पा नहीं सकते👍ना जाने गम😏 पाने के लिएकौन सी मेहनत कर ली मैंने🤨
जल्द💗 ही महसूस करोगे 🍩तुम !!मेरा होना✌️ क्या था !!मेरा💌 ना होना 🤘क्या है !!
दर्द अक्सर उन्हें ही मिलता है,जो रिश्ते दिल से निभाया करते हैं !!
इश्क तो बेपनाह किया था उनसे मगर मेरी छोटी-सी गलती को उन्होंने प्यार में धोखा समझ लिया।
खाएं हैं लाखों धोखे.. एक और सह लेंगे..❤ तू ले जा अपनी डोली हम अपने जनाजे को बारात कह लेंगे
मैं शायद दुनिया में ये सुनने आया हूँ , यार तुम बहुत अच्छे हो, तुम्हे कोई भी मिल सकता है !
अपनी हालात का ख़ुद अहसास नहीं मुझको, मैंने औरों से सुना है कि परेशान हूं मैं।
अपना🤗 बनाकर भुला रहा है कोईख्वाब🤔 दिखा कर रुला रहा है कोईउसकी मौजूदगी से चलती है मेरी साँसे😇ये जानते हुए भी दूर जा रहा है कोई🤨
याद आती है तो ज़रा खो जाते हैं, आँसू आँखों मे उतार आए तो रो जाते हैं, नींद तो आती नही आँखो में, लेकिन ख्वाब में आप आओगे सोचकर सो जाते हैं !
गुज़र रहे हैं उम्र के उस पहर से ख्वाहिशें जहाँ ज़रा रंगीन होती हैं शरारतों के बाद वाला सफर है ये जहाँ गलतियां भी संगीन होती है
मैंने जब खुदा से कहा, तू मेरी दुआ भी कभी कुबूल कर दे, उसने भी मुस्कुरा कर कह दिया, तू एक ही शक्श को मांगना छोड़ दे !
जब इंसान अंदर से टूट जाते हैं तोवो अक्सर चुप रहना पसंद करते हैं!
दुनिया में मैंने इज़्ज़त खो दी तुझे पाने के लिए अब ना इज़्ज़त लौटेगी ना तुम लौटोगे।
ज़ालिम हो चूका है युग,न फ़िक्र किसी है अपनों की;कलयुग पापी ज़माने में,कतल हो रही हर सपनों की !!
मेरे इश्क पर मुझे इतना यकीन है मुझे याद करके तुम आंसु बहाओगे लोग पूछेंगे कि तुम्हारा मर्ज क्या है तुम मेरी तरफ नजर घुमाओगे
दर्द बन कर दिल में छुपा कौन है रह रह कर इसमें चुभता कौन है एक तरफ दिल है और एक तरफ आइना देखते है इस बार पहले टूटता कौन है ।।
आज इतना🙋 अकेला महसूस 😎किया खुद को !!जैसे 👁️लोग दफना के🤓 चले गए हों !!
हाथ की लकीरें भी कितनी अजीब हैं,हाथ के अन्दर हैं पर काबू से बाहर।
बेशक जो जितना खामोश रहता है वो अपनी इज़्ज़त उतनी ही महफूज़ रखता है.
जब तक खुद पे न गुजरेएहसास और जज्बात मजाक लगते हैं
हिसाब किताब न पूंछ ए जिन्दगी, जब तूने भी सितम न गिने तो, हमने भी जख्म न गिने.
भले तुझे चाहने वाले लाखो होंगे, जो तुझे खुद से भी ज्यादा चाह सके, तेरे उन आशिको में सिर्फ हम होंगे !
होले होले कोई याद आया करता हैकोई मेरी हर साँसों को महकाया करता हैउस अजनबी का हर पल शुक्रिया अदा करते हैंजो इस नाचीज़ को मोहब्बत सिखाया करता है
हमने तो बस इतना ही सीखा है दोस्तों,राह-ए-वफ़ा में कभी किनारा नहीं मिलता,जो मिल जाये इस राह पर कभी यार से,वो ज़ख्म कभी फिर दोबारा नहीं सिलता।
क्या🤔 इतने दूर निकल आये हैं हम कि तेरे ख्यालों😴 में भी नही आते ?
जब आपको लगता है कि लोग आपकी परवाह नहीं करते तो आप सही हैं, लोग सच में परवाह नहीं करते।
पिछले बरस तू बाहों से जा चुकीफ़िर दिल से जाती क्यू नहीं
तोड़ा कुछ इस अदा से ताल्लुक उसने ग़ालिब, के सारी उम्र अपना क़सूर ढूँढ़ते रह गए।
दुख तो इस बात का है, जिसके हम परवाह करते थे, वो आज हमसे बेवफा है।
वक्त आपको बता देता है कि लोग क्या थे और आप क्या समझते थे
हमने तो एक ही शख्स पर चाहत ख़त्म कर दी अब मोहब्बत किसे कहते है मालूम नहीं
मुझे खुद से जो दूर किया मेहरबानियां दिल को रोने पे मजबूर किया मेहरबानियां प्यार का जो इनाम दिया मेहरबानियां सरेआम बदनाम किया मेहरबानियां
गुजरती है जो दिल परवो जुबा पर लाकर क्या होगासमझकर जो ना समझे..उसको समझाकर भी क्या होगा!
मैं 👫नाराज़ नहीं हूं💖 तुम से पर !!दिल दुखा 👁️है मेरा !!
जबरदस्ती किसी की लाईफ का हिस्सा बनने से अच्छा है कि खुद को संभालो और उसकी लाइफ से दूर हो जाओ।
तू मिल जाये बस इतना ही काफी है,मेरी साँसो ने बस ये ही दुआ मांगी है,जाने क्यू दिल खींचा चला जाता है तेरी ओरक्या तूने भी मुझे पाने की रजा मांगी है॥
इस जिंदगी में कोई किसी का नही होता,हम सोचते है, कोई तो है जो सिर्फ हमारा है,पर वक़्त आने पर तो वो भी हमारा नही होता।
नदियों में पैर डुबोए क्यों समंदर मेरा है काफिर ये दिल जाना दीवाना तेरा है
कभी अभी कुछ कहने की बजाए चुप रहना ही अच्छा होता है।
वफ़ा की उम्मीद करूं भी तो किससे करूं..??मुझे तो खुद की जिंदगी भी बेवफ़ा लगती है।🙂🥀
जब मुझे याद आती है तो मैं हमारी पुरानी बातचीत को फिर से पढ़ता हूं और एक बेवकूफ की तरह मुस्कुराता हूं।
मेरी कदर तुझे उस दिन समझ आएगी जिस दिनतेरे पास दिल तो होगा मगर दिल से चाहने वाला कोई नही होगा।🙂🥀
वक़्त वक़्त पे जिसका मिला था सहारा न रहा,कटती थी ज़िन्दगी जिसके साथ अब वो गंवारा न रहा !!
मुस्कुरा कर दर्द को सहना क्या सीख लिया,सबने सोच लिया हमें तकलीफ ही नही होती।🙂🥀
बड़ी कमीनी है ये मोहब्बत यारोंतोड़कर रख देती है उन्हें भी जो कभी टूटे न हों
मै पा तो लूँ जहाँ भर की खुशियाँलेकिन उनसे तेरी कमी कहा पूरी होती है
ये इश्क है जनाब यहां इंसान निखरता भी कमाल का हैऔर बिखरता भी कमाल का है।
ये मोहब्बत बाज़ारी चीज़ नहीं काफिर तुम बताओ खरीदने भी किधर जाओगे कोई मिले महबूब तुम्हें तुम्हारी ही तरह तुम भी मोहब्बत से डर जाओगे
शब्-ए-हिज्र भी हमें नसीब ना हुयी तुम गए यूँ के खबर ना हुयी ज़माने भर को जलाकर घर आये घर आये के कहानी पूरी ना हुयी
तुमने कहा था तुम सब छोड़ आओगे रोकने वाले सब रिश्ते तोड़ आओगे मैं दरिया होकर भी प्यासा ही रहा तुम बंजर होकर भी गुल खिलाओगे
नहीं होता यकीन फिर भी कर ही लेता हूँ,जहाँ इतने हुए और फरेब हो जाने दो।Nahi Hota Yakeen Fir Bhi Kar Hi Leta Hun,Jahan Itne Hue Ek Aur Fareb Ho Jane Do.
दिल की दुआ बस दिलमे रह जाती है जब कोई लड़की सीने से गुजर जाती है बड़ा ही दर्द होता मेरे दिलको जब नजरे मिलाकर दिल से गुजर जाती है
तमाशा न बना मेरी मोहब्बत का कुछ तो लिहाज़ कर अपने किए वादों का