1935+ Rone Wali Shayari In Hindi | Dard Bhari Shayari

Rone Wali Shayari In Hindi , Dard Bhari Shayari
Author: Quotes And Status Post Published at: August 25, 2023 Post Updated at: June 6, 2024

Rone Wali Shayari In Hindi : दाद देते है हम तुम्हारे नजरअंदाज करने के हुनर को !!जिस ने भी सिखाया है वो उस्ताद कमाल का होगा !! वो जान गयी थी हमें दर्द में मुस्कराने की आदत है !!देती थी नया जख्म वो रोज मेरी ख़ुशी के लिए !!

“माँ” की एक दुआ जिन्दगी बना देगी, खुद रोएगी मगर तुम्हे हँसा देगी… कभी भुल के भी ना “माँ” को रूलाना, एक छोटी सी गलती पूरा अर्श हिला देगी…!!

“ वहाँ से पानी की एकबूँद भी न निकली,तमाम उम्र जिनआँखों को झील लिखते रहे…!!!

बंदी Khubsurat भी लगती है और मासूम भी।मैं वहां तक अच्छी हूँ जहाँ तक आप औकात ना भूले।

वो तो अपना दर्द रो-रो कर सुनाते रहे,हमारी तन्हाइयों से भी आँख चुराते रहे,हमें ही मिल गया खिताब-ए-बेवफा क्योंकि,हम हर दर्द मुस्कुरा कर छुपाते रहे.

नफरत मत करना हमसे हमे बुरा लगेगा बस प्यार से कह देना तेरी जरुरत नही

मैं “तन्हाई” पसँद तो नही हूँ – लेक़िन !बनावटी रिश्तों से मेरा दम घुटता है

“ मेरे आँखों का आंसू तुम्हेपानी सा क्यों लगता है,टूट कर मेरा चाहना तुम्हेनादानी सा क्यों लगता है….!!

किसी के प्यार करने की आदत को उसकी कमजोरी मत समझना अगर वो हद से ज्यादा प्यार कर सकता है तो वक़्त आने पर हद से ज्यादा नफ़रत भी कर सकता है।

रीत है ना जाने कैसी ये जमाने की?सजा मिलती है यहाँ दिल लगाने की।ना बिठाओ किसी को दिल में इतना कि,फिर दुआ मांगनी पड़े उसे भूल जाने की।

आंखे उदास ताश के पते थे हाथ माय,खेरत की तरह मेरी तकदीर बात गये।

पता है तकलीफ क्या है किसी को चाहना,फिर उसे खो देना और खामूश हो जाना।

जख्म तुम देते रहे, हम दवा करते रहे, आह हम भरते रहे, तुम सितम करते रहे, मेरा दावा है की, दीवाना रहेगा बन के, उसकी आँखों से अगर आँख मिला दे कोई!!

मैं जानना चाहता हूँ, हम में क्या अच्छा हैं चल दोस्त, मरने चलते हैं ||

असर तो बहुत था बद्दुआओं में तेरी, कुछ अपनों की दुआए मुझे मरने नहीं देती ||

“ बहुत रोई होगी वोकोरा-कागज़ देखकर,खत में उसने पुछा थाज़िन्दगी कैसी बीत रही है…!!

तेरे ना होने से ज़िन्दगी में बस इतनी सी कमी रहती है, मैं लाख मुस्कुराऊँ फिर भी इन आँखों में नमी रहती है !!

माँ ना होती तो वफ़ा कौन करेगा, ममता का हक़ भी कौन अदा करेगा, रब हर एक माँ को सलामत रखना, वरना हमारे लिए दुआ कौन करेगा.

उठाकर कफ़नना दिखाना चेहरा मेरा उसकोउसे भी तो पता चले कीयार का दीदार ना हो तो कैसा लगताहै।

नींद नहीं आती कुछ यादें ऐसी हैं कुछ यादों ने हमें हमसे छीन रखा है

ना जाने क्यों तेरा मिलकर बिछड़ना याद आता है, मैं रो पड़ता हूँ जब गुजरा जमाना याद आता हैं.

“ अभी से क्यों छलक आयेतुम्हारी आँख में आँसू,अभी छेड़ी कहाँ हैदास्तान-ए-ज़िंदगी मैंने…!!

माँग लूँ यह दुआ कि फिर यही जहाँ मिले, फिर वही गोद मिले फिर वही माँ मिले।

कुछ इस तरह से चल रही है “मोहब्बत” की बात की,वो मुझे खास “अंदाज़” से “नजर-अंदाज” करते हैं!

“ जो तुमसे मोहब्बत करेंउसे कभी रोने मत देना,लड़ाई-झगड़े कितने भीहो उसे खोने मत देना…!!

मुझे डर नही है अबकुछ खोने का क्योकिमेने अपनी जिंदगी मेंजिंदगी को खोया है !!

थोडा सा इंतज़ार ही कर लेते,मेरे दिन बुरे थे मैं नहीं।

उसके होंठों पे कभी बद्दुआ नहीं होती, बस इक माँ है जो कभी खफा नहीं होती।

गए थे बड़े यकीन से की रोएंगे नही हम ! जानेवाले काश तूने एक बार पलट कर देखा होता !

एक दिन मैंने दिल से पूछा क्यों तू किसी पे आता हैकिसी दिन तेरे 2 टुकड़े हो जाएंगे तो दिल ने कहामुझे टूटने का गम नहीं तोड़ने वालेतो खुश हो जायेंगे

जिंदगी में भर कर जहर पूछते हो तकलीफ हमारी हंसी के काबिल है ऐसी सादगी ये तुम्हारी.

मोहब्बत का इशारा याद रहता है;हर प्यार को अपना प्यार याद रहता है;दो पल जो गुज़रे प्यार की बाहों मे;मौत तक वो नज़ारा याद रहता हैं.

एक खता हुई है हमसें जो तेरा दीदार कर लियादुसरा तो गुनाह ही हो गया जो तुमसें ही प्यार कर लिया।

आँसू भी मेरी आँख के अब खुश्क हो गए,  तुम ने मेरे खुलूस की कीमत भी छीन ली। Jla diya apne hi hatho se apna ghar usse kahna ek aur kaam tera kar diya.

एक आह पे मेरी गिरते थे जिनके हजारो आँसू, आज वो भी मेरे ज़ख्मों पे मुस्कुराने लगे !!

“ बारिशें कुछ इस तरहसे होती रहीं मुझ पे,ख्वाहिशें सूखती रहींऔर पलकें भीगती रहीं…!!

माँ कर देती है पर गिनाती नहीं है, वो सह लेती है पर सुनाती नहीं है।

छिपा कर दर्द अपनी हंसी में,मै अंदर से खोखला हो रहा हूं,क्या सुन सकता है तू मेरी आवाज़,मै आज भी सिर्फ तेरे लिए रो रहा हूँ.

लगी है चोट दिल पे दिखा नही सकते, भुलाना भी चाहे तो भुला नही सकते, मोहब्बत का अंजाम यही होता है जिसके लिए तरसते हैं उसे पा नही सकते.

“ पुछा था हाल उन्होंनेबड़ी मुद्दतों के बाद,कुछ गिर गया हैआँख में कह कर हम रो पड़े….!!

मेरी किस्मत का भी कोई जवाब नहीं, जो अच्छा लगे वही भूल जाता है !!

मेरे आँखों का आंसू तुम्हे पानी सा क्यों लगता है, टूट कर मेरा चाहना तुम्हे नादानी सा क्यों लगता है.

ज़िन्दा सभी पुरानी यादें बंद है दिल में तुम्हारी यादें आसान तो है बनानी मगर बहुत है मुश्किल मिटानी यादें

मां कहती नहीं लेकिन सब कुछ समझती है, दिल की और जुबां की दोनों भाषा समझती है।

प्यार को निराकार से साकार होने का मन हुआ, तो इस धरती पर माँ का सृजन हुआ।”

उदास हूँ किसी की बेवफाई पर वफाकही तो कर गए हो खुश रहो

मोहब्बत में हम उन्हें हारे हैं,जो कहते थे बस हम तुम्हारे हैं…Mohabbat mein hum unhe haare hain,Jo kahte the bas hum tumhare hain…

वो आज करती है नजर अंदाज तो बुरा ना मान,टूट कर चाहने वालो को रुलाना रिवाज है दुनिया वालो का।

जो चाह कर भी पूरी न हो सकी..उन ख्वाहिशों में एक नाम तुम्हारा भी है..!!

जान से भी ज्यादा उन्हें प्यार किया करते थे,याद उन्हें दिन-रात किया करते थे।अब उन राहों से गुज़रा नहीं जाता,जहाँ बैठ कर उनका इंतज़ार किया करते थे।

जलाने वालों कहो तो मुस्कुरा दूँ अरे जितनी जलाये बैठे हो ना तुम .... कहो तो उसको थोड़ा और जला दूँ

चेहरे ” अजनबी” हो जाये तोकोई बात नही, लेकिनरवैये “अजनबी” हो जाये तोबड़ी “तकलीफ” होती है!

ए आईने तेरी भी हालत अजीब है मेरे दिल की तरह, तुझे भी बदल देते है ये लोग तोड़ने के बाद !!

तेरे हिस्से मैं जाम सीसे का,मेरे हिस्से मैं अब जूते है!!

मुझे दर्द ए दिल का पता न था, मुझे आप किस लिए मिल गए, मैं अकेले यूँ ही मजे में था, मुझे आप किस लिए मिल गए,

वक्त ही तो है बदल जाएगा,आज तेरा है कल मेरा होगा.

जुबान कड़वी ही सही पर साफ़ रखता हूँकौन कहाँ कब बदल गया सबका हिसाब रखता हूँ !

मां वो सितारा है जिसकी गोद में जाने के लिए हर कोई तरसता है, जो मां को नहीं पूछते वो जिंदगी भर जन्नत को तरसता है।

“ अश्क़ से आजआँखों में क्यों हैं आये हुए,गुजर गया है ज़माना तुझे भुलाये हुए….!!

किसी को गलत समझने से पहले एक बारउसके हालात जानने की कोसिस जरूर करो.

बैठे बैठे ग़म में गिरफ्तार हो गया,नशा नशीन था हो गया।दो गज़ ज़मीन मिल ही गयी मुझ गरीब को,मरने के बाद में भी ज़मींदार हो गया।

जिंदगी में मेरी खुशियो का आना बाकी हैमेरी सलामती के लिएमेरी मां की दुआ काफी है..

याद जब भी आ जाती है, आँखों से आँसू छलक ही जाते है, वो खुशनसीब होते है, हर पल जिनकी माँ साथ होती है.

हम तो उन्हें आज़ाद बैठे हैकैद तो हम है उनकी यादों में।

पैसो से सब कुछ मिलता है पर, माँ जैसा प्यार कही नही मिलता।

“ जब खत्म हो जाए दिलों का मेल,तो इश्क़ बन जाता है एक खेल….!!

तेरे बिना ये दिल लग ही जाएगा आखिर तू मुझे याद कब तक आएगा मैं जानता हूँ के तू बदल गया है आखिर ये बहाने कब तक बनाएगा

जिन्दगी में तन्हाई सबको सताती है, दिल तोड़ने वालों को भी सबक सिखाती है.

मेरे नसीब में सिर्फ रोना है, फिर भी तुझे प्यार करते हैं, पता है तू अब लौट कर नहीं आएगा फिर भी तेरा इन्तजार करते हैं.

ये तो अपनी समझ की बात है ” सूरज “कोई ” कोरा कागज ” समझ लेता है ओर कोई पूरी ” किताब ” नही समझता।

ये मोहब्बत के हादसे अक्सर,दिलों को तोड़ देते हैं।तुम मंजिल की बात करते हो,लोग राहों में ही साथ छोड़ देते हैं।

हम इश्क़ करते रह गए,अफ़सोस भी करते रह गए,वो कभी आया नहीं पलट के,फिर भी इंतज़ार ही करते रह गए।

बीते कुछ दिनों में इतना टूट गया हूँ मैं, मानो कांच के टुकड़ो के साथ चकनाचूर हो गया।

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