Ramayan Shayari In Hindi : भरत के त्याग कोयदि जन-जन हृदय में बसाएगा,तो क्या दुःख सम्मुख आएगा,जब भाई की ढाल भाई बन जाएगा। पूज्य पयोधि मर्यादित है,नहीं राह दे पायेगा,होगी अब मर्यादा खंडितया सिंधु स्वयं मिट जायेगा।
सर्वनाश के प्रमुख कारण इस प्रकार हैं दूसरों के धन की चोरी, दूसरे की पत्नी पर बुरी नजर और अपने ही मित्रों के चरित्र व अखंडता पर शक…!!
सारा ब्रह्मांड झुकता हैजिसकी शरण में,मेरा प्रणाम हैउस श्री राम की चरणों में ! जय श्री राम
असत्य के समान पातक पुंज नहीं है। समस्त सत्य कर्मों का आधार सत्य ही है।
अयोध्या जिनका धाम हैराम जिनका नाम हैंमर्यादा पुरषोतम वो राम हैं,उनके चरणों में हमारा प्रणाम है
नीच की नम्रता अत्यंत दुखदायी है, अंकुश, धनुष, सांप और बिल्ली झुककर वार करते हैं…!!
पतिव्रता स्त्री के आंसू बेकार नहीं गिरते, वे उनका विनाश करते हैं जिनके कारण से वे आँखों से बाहर निकले.
●•● बोलने से पहले शब्द मनुष्य के वश में होते हैं, परन्तु बोलने के बाद मनुष्य शब्दों के वश में हो जाता है।– रामायण
राम जी के विचारों से एक नई क्रांति आएगी,जन जन में आशा की नई अलख जग जाएगी।
रामायण, चाहे चंद्रमा की सुंदरता चली जाए, हिमालय हिम रहित हो जाये, और सागर जल रहित हो जाए, तो भी मैं अपने पिता को दिया हुआ वचन नहीं तोडूंगा।
ज़िन्दगी की सलवटों को एकओर मौका देंगे सुलझ जाने का,आ गया हैंवक़्त जय सिया राम गुनगुनाने का।
कोई अपने आप को बादशाह समझता है,तो कोई एक्का,अरे जाके बोल दो उस बादशाह औरएक्के से रामभक्त की एंट्री हो गई है..!! -जय श्री राम
अपने घर को छोड़ कर और किसी के घर में रहना किसी भी पीड़ा से ज्यादा कष्टदायी है…!!
अगर रामायण को आत्मसात कर पाओगे,तभी दिल में भगवान् श्रीराम को बसा पाओगे।
अपने जीवन का अंत कर देने में कोई अच्छाई नहीं होती, सुख और आनंद का रास्ता जीवन से ही निकलता है…!!
हिन्दुओं से राम का सबूत तब तक मांगा जाता रहेगा,जब तक वो राम बने रहेंगे,जिस दिन परशुराम बन गये,बाबर की औलादें भी बोलेंगी जय श्री राम..!!
सत्य और धर्म का पालन करने से हमारे जीवन में सुख आता है।
●•● उदास, निराश या हतोत्साहित ना होना हर तरह की समृद्धि और ख़ुशी का आधार है।
सफलता वही प्राप्त करता है, जो कर्मयोग का अनुसरण करता है।
प्यार का मतलब शरीर कभी नहीं होता,वो आत्मा से होता हैं,जैसे भरत जी को #श्रीराम जी से था।
उदास, निराश या हतोत्साहित ना होना हर तरह की समृद्धि और ख़ुशी का आधार है।
सत्य और धर्म का पालन करने से मनुष्य जीवन समृद्ध होता है।
आओं मिलकर करें साधना,दिव्य शक्ति के तंत्र की,गूँजे फिर जयकार धरा पर,सत्य सनातन धर्म की..!!
पतिव्रता स्त्री के आंसू बेकार नहीं गिरते, वे उनका विनाश करते हैं जिनके कारण से वे आँखों से बाहर निकले.
जीवन के उद्देश्य को जानकर ही मनुष्य जीवन सार्थक बनाता है।
दुश्मन बनकर मुझ से जीतने चला था,ऐ नादान मेरे श्रीराम से मोहब्बत कर लेता तो,मैं खुद ही हार जाता ! जय श्रीराम
इससे फर्क नहीं पड़ता कि आप कितने धीरे चलते हो जब तक कि आप रुक नहीं जाते।
आपकी मनोदशा आपके शब्दों और क्रियाओं को प्रभावित करती है।
राम जी की धुन में जिये जा रहे हैं,हर पल को मुस्कुराहटलिए बस जिये जा रहे हैं।
सुख्खा सुख्खा बइठे म नई कटय कोई रात, तड़-तड़ ताली बजय त तब बनय कोई बात।। 👏 👏 👏 👏
रात हो या दोपहरी,संकट हरेंगे श्री हरि।
दुःख व्यक्ति का साहस खत्म कर देता है। वह व्यक्ति की सीख खत्म कर देता है। हर किसी का सबकुछ नष्ट कर देता है। दुःख से बड़ा कोई शत्रु नहीं है।
प्रियजनों से भी मोहवश अत्यधिक प्रेम करने से यश चला जाता है…!!
ऐसे व्यक्ति विरले हैं जो विपत्ति का सामना करते समय, हताश नहीं होते या भ्रम से आछन्न नहीं होते…!!
आपकी नीयत आपकी कर्मों की उत्पत्ति है।
रामायण से हर सीख मिलती है –एक अच्छा पुत्र बनने की, एक अच्छापति बनने की, एक अच्छा भाई बनने कीएक अच्छा मित्र बनने की और जीवनभर सत्य के मार्ग पर चलने की.
किसी भी काम को अपने सौ प्रतिशत सामर्थ्य के साथ करो क्योंकि हम जो आज करते हैं उसी का फल हमें बाद में मिलता है…!!
●•● पतिव्रता स्त्री के आँसू धरती पर बेकार नहीं गिरते, वे उनका विनाश करते हैं जिनके कारणवश वे आँखों से बहार निकलें।– रामायण
संत दूसरों को दुःख से बचाने के लिए कष्ट सहते हैं. दुष्ट लोग दूसरों को दुःख में डालने के लिए हैं.
लोग दिखाते है कि वे रामायण के राम है,हकीकत में महाभारत के दुर्योधन निकलते है.
मुझे नहीं पता मेरी life की story क्या होगी,लेकिन उसमे ये कभी नहीं लिखा होगा कि,मैने हार मान ली ! जय श्री राम
उदास न होना, कुंठित न होना अथवा मन को टूटने न देना ही सुख और समृद्धि का आधार है…!!
ऐसा विचार करके दुखी न हों कि विधाता का लिखा हुआ नहीं मिट सकता…!!
असत्य के समान पातक पुंज नहीं है…!! समस्त सत्य कर्मों का आधार सत्य ही है…!!
राजा को आदर्श व सच्चरित होना चाहिए क्योंकि वह प्रजापालक कहलाता है…!!
अपनी बातों को हमेशा ध्यानपूर्वक कहे, क्योंकि हम तो कहकर भूल जाते हैं, लेकिन लोग उसे याद रखते हैं।
जो आपका कुमित्र है उन पर कभी भी विश्वास नहीं करना चाहिए, और जो मित्र है उन पर भी अँधा विश्वास नहीं करना चाहिए…!!
गली-गली में ऐलान होना चाहिए,हर मंदिर में राम होना चाहिए,इतना तो गुणगान होना चाहिए,मिले किसी से तो जय श्रीराम होना चाहिए।
जाए के बेरा होगे संगी, ले लौ हमरो जोहार।
अपने जीवन का अंत कर देने में कोई अच्छाई नहीं होती, सुख और आनंद का रास्ता जीवन से ही निकलता है।
जिस दिन रामभक्तों की सरकार बन गई ना तो…अयोध्या में राम मंदिर क्या…पाकिस्तान में भी श्रीराम का झंडा गाड़ देगें…जय श्री राम
उत्साह हीन, निर्बल व दुःख में डूबा हुआ व्यक्ति कोई अच्छा कार्य नहीं कर सकता…!! अतः वह धीरे धीरे दुःख की गहराइयों में डूब जाता हैं…!!
जो व्यक्ति हमेशा रोना रोते हैं, उन्हें जीवन में कभी सुख नहीं मिलता…!!
सुखद सुंदर एवम सफल जीवन कीतरफ श्री राम आपकामार्गदर्शन करे..!! जय श्री राम
उसके होते हुए तू क्यों परेशान है, राम के चरणों में तो हर समस्या का समाधान है।
ये जमाना राम-राज्य को मीटाना चाहता हें,लेकीन इस ज़माने मैं उतना दम नही,क्युकि जमाना हमसे पैदा हुआ हें हम ज़माने से नही।।
समझदार व्यक्ति कभी अपने आप को कमजोर नहीं समझता।
ना पैसा लगता हैं, ना ख़र्चा लगता हैं,राम-राम बोलिये बड़ाअच्छा लगता हैं! जय श्री राम
जब भी कोई भय आपके नजदीक आए तब आपको उस पर आक्रमण कर उसे नष्ट कर देना चाहिए…!!
धर्म से ही धन, सुख तथा सब कुछ प्राप्त होता हैइस संसार में धर्म ही सार वस्तु है ।
दुख और विपदा जीवन के दो ऐसे मेहमान हैं, जो बिना निमंत्रण के ही आते हैं…!!
यदि जीवित रहेंगे तो सुख और आनंद की प्राप्ति कभी न कभी अवश्य होगी.
सहयोग और समन्वय की सदैव जीत होती है.
देख तज के पाप रावण,राम तेरे मन में हैं, राम मेरे मन में है,मन से रावण जो निकाले,राम उसके मन में है..!! -जय श्री राम
कितने भी अनमोल रत्न हों मिलते सागर की गहराई में राम नाम से तो पत्थर तैरें दम है इस सच्चाई में।
सच का पालन करने से दुःख कम होता है।
अभिमानी व्यक्ति, चाहे वह आपका गुरु, पिता व उम्र अथवा ज्ञान में बड़ा भी हो, उसे सही दिशा दिखाना अति आवश्यक होता हैं।
जो लक्ष्मण जैसा सहारा हो, वह सच्चा भाई होता है।
अपने जीवन का अंत कर देने में कोई अच्छाई नहीं होती, सुख और आनंद का रास्ता जीवन से ही निकलता है…!!
राम नाम की औषधि हारती है सब रोग, उसकी नजर जब भी पड़े बन जाए बिगड़े संजोग।
संतोष नंदन वन है तथा शांति कामधेनु है…!! इस पर विचार करो और शांति के लिए श्रम करो…!!
लाल रंग हैं तन में, श्री राम बसे उनके मन में,प्रेम गीत गए जो नाम राम का,हैं हनुमान वो जो झुके राम के चरण में।जय श्री राम जय श्री हनुमान
रामायण, मित्रता या शत्रुता बराबर वालों से करनी चाहिए।