1538+ Rakh Hosla Shayari In Hindi | हौसलों की उड़ान शायरी

Rakh Hosla Shayari In Hindi , हौसलों की उड़ान शायरी
Author: Quotes And Status Post Published at: September 4, 2023 Post Updated at: July 8, 2024

Rakh Hosla Shayari In Hindi : इस से बेहतर कर दिखायेंगे,हौसले में कमी नहीं।एक ख्वाब टूटा है,पर कोशिशें थकी नहीं। ये कह के दिल ने मेरे हौसले बढाये हैं,गमों की धूप के आगे ख़ुशी के सायें हैं।

वाकिफ़ कहाँ जमाना हमारी उड़ान से, वो और थे जो हार गये आसमान से.

“ मंजिल मिले ना मिले,ये तो मुकदर की बात है!हम कोशिश भी ना करे,ये तो गलत बात है…..!!!

मुश्किलें जरूर है मगर ठहरा नही हूँ मैंमंजिलों से कह दो अभी पहुंचा नही हूँ मैं

हौसले भी किसी हकीम से कम नहीं होते हर तकलिफ में ताकत की दवा देते हैं Click To Tweet

डर मुझे भी लगा फासला देख कर, पर मैं बढ़ता गया रास्ता देखकर, खुद-ब-खुद मेरे नजदीक आती गई मेरी मंजिल मेरा हौसला देखकर.

“जो मेहनत से जी चुराता, वो सफलता नहीं देख पाता. मेहनत से ही पूरा होता हर सपना, जब पड़ता है जी-जान से तपना।”

अगर आप उस इंसान की तलाश कर रहे है, जो आपकी ज़िन्दगी बदलेगा, तो आईने में देख लें।

असल में वही जिंदगी की चाल समझता है,जो सफर में धूल को गुलाल समझता है॥

अपना ज़माना आप बनाते हैं अहल-ए-दिल,हम वो नहीं कि जिन को ज़माना बना गया।“जिगर मुरादाबादी”

उड़ान हौंसला भरता रहा,मैं पार हर मुश्किल का मंज़र करता रहा।

सामने हो मंजिल तो रास्ते ना मोड़नाजो भी मन में हो वो सपना मत तोड़नाकदम कदम पर मिलेगी मुश्किल आपकोबस सितारे छूने के लिए जमीन मत छोड़ना

जिंदगी में कभी कोई मुसीबत आए तो घबराना मत क्योंकि गिरकर उठने वाले को ही बाजीगर कहते हैं।

सफलता का मिलना तो तय है,हमें सिर्फ अपनी संघर्ष करने की क्षमता बढ़ानी है।

रख हौसला वो मंजर भी आयेगा , प्यासे के पास चल के समन्दर भी आयेगा , थक कर न बैठ ऐ मंजिल के मुसाफिर , मंजिल भी मिलेगी और मिलने का मज़ा भी आयेगा ।

मिल जाएगी तुझे तेरी खोई हुई पहचान बस तू थोड़ा होश और हौंसला रख।

सपना एक देखोगे मुश्किलेंहजार आएंगीलेकिन वो मंजर बड़ा खूबसूरत होगाजब कामयाबी शोर मचाएगी।

जहाँ पहुँच के क़दम डगमगाए हैं सब के,उसी मक़ाम से अब अपना रास्ता होगा।“आबिद अदीब”

जब भी MOTIVATION कम होने लगे, अपने माँ-बाप की तरफ देखकर पढ़ना शुरू कर दे॥

जो ना रहा वो कल रहेगा ना भी ये पलजो ना रहा वो कल रहेगा ना भी ये पल

नशेमन पर नशेमन इस क़दर तामीर करता जा कि बिजली गिरते गिरते आप ख़ुद बे-ज़ार हो जाए Click To Tweet

हौसला मत हार गिरकर ऐ मुसाफिर, अगर दर्द यहाँ मिला है तो दवा भी यही मिलेगी.

जहां कोशिशों का कद बड़ा होता है वहां नसीबों को भी झुकना पड़ता है ।

अपनी मर्ज़ी से कहाँ सफर के हम हैंरुख हवाओं का जिधर का है उधर के हम हैं

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अगर आपकी हिम्मत आपके भय से ज्यादा है तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता।

अगर फ़ितरत हमारी सहने की न होती, तो हिम्मत तुम्हारी कुछ कहने की न होती।🤨

“मैंने अपने अंदर खुदा को महसूस किया, जब मैं हारा हूँ तब उसने हिम्मत दिया।”

कुछ लोग ठोकर खाकरबिखर जाते हैकुछ लोग ठोकर खाकरइतिहास बनाते है।🎯🎯kuchh log thokar khakarbikhar jaate haikuchh log thokar khakaritihas banate hai.

चुनौती पर शायरीशम्मा जाली है तेरे लिए, तुझको नहीं करना है,दुरी जब तक पथ से है, सिर्फ तब तक ही लड़ना है।

हिम्मत मत खोना बहुत आगे जाना है, जिसने कहा था तेरे बस का नहीं उन्हें करके दिखाना है।

सफलता एक चुनौती है इसे स्वीकार करो, क्या कमी रह गई देखो और सुधार करो, कुछ किए बिना ही जय जयकार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती॥

“ जरा सी गलतफहमी पर नछोडो किसी अपने का दामनक्योंकि जिंदगी बीत जाती हैकिसी को अपना बनाने में…!!!

जब भी तुम्हारा हौसला आग उबलेगा याद रखना,उसे भुजाने के लिए कोई ना कोई शक्श आपके पास जरूर आएगा।

सीढीयाँ उन्हें मुबारक हो, जिन्हें छत तक जाना हो, हमारी मंजिल तो आसमान है, और रास्ता हमें खुद बनाना है !

अगर पाना है मंजिल तोअपना रहनुमा खुद बनो,वो अक्सर भटक जाते हैंजिन्हें सहारा मिल जाता है।

“ उम्मीद वक़्त का सबसे बड़ा सहारा है,अगर हौंसला हो तो हर मौज में किनारा है…!!

यूँ ही हर कदम पर मत लड़खड़ाओकामयाबी पानी है तो संभल जाओ,मत शोर करो अपने प्रयासों काख़ामोशी से अपनी जिंदगी बदल जाओ।

“मेहनत के बिना कुछ नहीं मिलता , सपनों का फूल यू ही नहीं खिलता. जब तक मेहनत के दीये नहीं जलते, तब तक मुश्किलों का अँधेरा नहीं मिटता।”

नशा मेहनत की करो, ताकि आपकोबीमारी भी Success वाली लगे…

गुजरी हुई जिंदगी की कभी याद ना कर तकदीर मे जो लिखा है उसकी फरियाद ना कर जो होगा वो होकर रहेगा तू कल की फिकर में आज की हँसी बर्बाद न कर

हौसला रख खुद पे पूरा तेरा हर एक ख्वाब होगा,आज जो लोग तुझे नकारा कह रहे है।कल उनके मुँह पर हर वक्त,तेरी सफलता की मिसाल देने के लिए नाम होगा।

खुद को खोजिये,वरना जिन्दगी भर आपको दूसरों कीराय पर निर्भर रहना पड़ेगा।

पंख ही काफ़ी नहीं हैं आसमानों के लिए,हौसला भी चाहिए ऊंची उड़ानो के लिए।

हिम्मत कर, सब्र करबिखर कर भी संवर जाएगा, यकीन कर, शुक्र करवक़्त ही तो है गुजर जाएगा।

हिम्मत दिखाना डर की गैरमौजूदगी नहीं है बल्कि यह वह चीज़ है जो बताता है की डर से भी जरुरी कुछ और है।

आगे मेहनत करने की आग तेरे अंदर होगी,तो हौसलों में जान अपने आप पनपेगी।

सोचने से कहाँ मिलते हैं तमन्नाओं के शहर, चलना भी जरुरी है मंजिल को पाने के लिए !

खुद वो बदलाव बनिए, जो आप दुनिया में देखना चाहते है॥

ऐसे बनो कि लोग आपके आनेका इंतजार करें जाने का नहीं।

रख हौसला वोमंज़र भी आएगाप्यासे के पासचल के समुन्दरभी आएगा।

जिनका भरोसा ऊपर वाला हो,उनकी मंज़िल कामयाबी है।

ना थके पैर ना कभी हिम्मत हारी हौसला है ज़िंदगी में कुछ कर दिखाने का इसलिए अभी भी सफर जारी है।

सोचने से कहाँ मिलते है तमन्नाओं के शहर, चलना भी जरुरी है मंज़िल को पाने के लिए।

उसे गुमाँ है कि मेरी उड़ान कुछ कम हैं, मुझे यकीन है कि ये आसमान कुछ कम हैं.

टूटे हैं ख़्वाब मगर हौंसले जिंदा है मुश्किलें भी हमारे आगे शर्मिंदा हैं

हवाओं से कह दो अपनी औकात में रहे, हम परों से नहीं हौसलों से उड़ते है॥

सीढीयाँ उन्हें मुबारक हो, जिन्हें छत तक जाना हो, हमारी मंजिल तो आसमान है, और रास्ता हमें खुद बनाना है.

चलता रहूँगा पथ पर, चलने में माहिर बन जाऊँगा, या तो मंजिल मिल जायेगी या अच्छा मुसाफ़िर बन जाऊँगा॥

ना पूछो कि मेरी मंज़िल कहाँ हैं, अभी तो सफ़र का इरादा किया है, ना हारूँगा हौंसला उम्र भर, ये मैंने किसी से नहीं खुद से वादा किया है

हौसलों से मिलता है सफलता का मुकाम,आसान नहीं है इस दुनिया कमाना नाम।

ना पूछो कि मेरी मंज़िल कहाँ है, अभी तो सफ़र का इरादा किया है, ना हारूँगा हौंसला उम्र-भर, ये मैंने किसी से नहीं खुद से वादा किया है॥

जिसमे उबाल हो ऐसा खून चाहिये, जीत के खातिर ऐसा जुनून चाहिए, ये आसमान भी आएगा जमीन पर, बस इरादों में ऐसी गूंज होनी चाहिये !

लहरों से डरकर नौका पारनहीं होती हैं,कोशिश करने वालों की हारनहीं होती हैं।

जिसमे उबाल हो ऐसा खून चाहिये, जीत के खातिर ऐसा जुनून चाहिए, ये आसमान भी आएगा जमीन पर, बस इरादों में ऐसी गूंज चाहिये.

“ रख होंसला कदम बढ़ाये जा,मंज़िल के और पास तू आते जा..न थकना न हार मानना कभीसिर्फ तू मेहनत किये जा….!!!

परिंदों को भी मिलेगी मंजिल ये उनके पर बोलते हैं रहते हैं कुछ लोग खामोश लेकिन उनका हुनर बोलता हैं

तू बस तैरता जा मत देख गहराई और समंदर को, तू बस चलता जा मत देख दूरी और मंज़र को।

डर मुझे भी लगा फासला देखकर, पर मैं बढ़ता गया रास्ता देखकर, खुद-ब-खुद मेरे नज़दीक आती गई, मेरी मंज़िल मेरा हौंसला देखकर।

हमारे हौसलें क्या थोड़े से ज़िद्दी हो गए, ये बड़े-बड़े मुसीबतों के पहाड़ हमारे आगे पिद्दी हो गए।

“ लोग ताक में रहते है गिराने के वास्ते,खुदा हौसला दे, कुछ कर दिखाने के वास्ते…!!

“ इन्ही ग़म की घटाओं से ख़ुशी का चाँद निकलेगा,अँधेरी रात के पर्दे में दिन की रौशनी भी है…!

नहीं चल पायेगा वो एक पग भी, भले बैसाखियाँ सोने की दे दो, सहारे की जिसे आदत पड़ी हो, उसे हिम्मत खड़े होने की दे दो।

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