Pyar Me Dhokha Sad Shayari In Hindi : ◆ कमबख्त दिल को अग़र इश्क़ में लगाओगे, लिख के ले लो धोखा जरूर पाओगे । ◆ हमे लगा हमे देख कर मुस्कुराना सीखा है उन्होंने, पर वो तो पैसों से मुस्कुराया करते थे।
ना वो सपनादेखो जो टूट जायेना वो हाथ थामोजो छुट जाये
तुम बिछड गएहम बिख़र गए,तुम मिले नहीं औरहम किसी और के हुए नहीं
आज नींद ने न आने का वादा लिया हैं मुझ से, तेरी तरह वो भी धोखेबाज निकली।
बेरुख़ी इस से बड़ीऔर भला क्या होगी,एक मुद्दत से हमेंउसने सताया भी नहीं
हम जिनके इंतज़ार में किसी और के ना हुए वही जाकर गैरों से गले मिले।
वो नज़रों का धोखा ही था, तु मर कर ज़िंदा हो गई, और मैं जिते जी ही मर गया।
बस पत्थर बन केरह जाता ‘ताज महल’अगर इश्क इसेअपनी पहचान ना देतासोचो देखता फिर उसे
मेरे सब्र की इन्तेहाँक्या पूछते हो ‘फ़राज़’वो मेरे सामने रो रहा हैकिसी और के लिए
धोखा देना मजबूरी हो, तब भी किसी को धोखा मत दीजिए !!
मेरी दुनिया का हर शख्स धोखेबाज़ निकला, घर एक आईना था बस वही वफादार निकला।
ना है कोई शिक़ायत उससे, ना अब उस पर भरोसा है, ये सिखाया है उसने, कि प्यार एक धोखा है।
उस इंसान को धोखा मत देना,जो आपके लिए अपनी आदतें बदले. Us insaan ko dhokha mat dena jo apke liye apni Aadaten badale.
शहद से ज्यादा मीठी बातें करते है लोग सिर्फ थोड़ा सा वक़्त गुजारने के लिए। shahd se jyada mithi batein karte ha log sirf thoda sa waqt gujarne ke liye.
अच्छा हुआजल्दी बदल गये तुमवरना मेरी उम्मीदेऔर बढ़ती जा रही थी
◆ हमेशा से नो न रहा होगा इतना शख्त ए दिल, जरूर किसी ने तेरी मासूमियत के साथ खेला होगा।
धोखा देना तेरी फितरत है, धोखा खाना मेरी आदत है।
◆ अगर मिले प्यार में बेवफाई तो गम ना करना, आँखे अपनी किसी के लिए नम न करना; करने दो लाख नफरते उसे तुमसे; पर तुम अपना प्यार कभी उसके लिए कम न करना।
◆ इश्क़ है प्यार है इसमें जिंदगी बेकार है यू सजा मिली हमे मोहब्बत में अब पलट कर किसी देखना भी बेकार समझते है।
मुझ पर हक तुमने उस दिन खो दिया था, जिस दिन तुमने मुझे धोखा दिया था !
◆सिर्फ हम ही हैं उनके दिल में, ये गलतफहमी हमें ही ले डूबी।
◆ काश मिलता कोई ऐसा जो मुझपर मरता हो, कोई ऐसा शक्श दे ख़ुदा जो मुझे खोने से डरता हो।
काश वो समझतेइस दिल की तड़प को ,तो हमें यूँ रुसवाना किया जाता
इक उम्र बीत गयीपर ये समझ नहीं आयाजिनसे मोहब्बत होती हैवो क़दर क्यों नहीं करते
धोखा देती है शरीफ चेहरों की चमक, अक्सर हर कांच का टूकड़ा. Dhokha deti ha sharif chehron ki chamak aksar har kanch ka tukda.
एक तुम ही मिल जातेइतना काफ़ी थासारी दुनिया हमेचाहिए भी नहीं थी
◆ दिल हज़ार बार चीखे उसे चिल्लाने दीजिए, जो आपका नही हो सकता उसे जाने दीजिए।
◆ हमे लगा हमे देख कर मुस्कुराना सीखा है उन्होंने, पर वो तो पैसों से मुस्कुराया करते थे।
दर्द की क्या बात करते हो साहब जिसने भी दिया बेहिसाब दिया। dard ki kya baat karte ho sahab jisne bhi diya behisab diya.
वहम से भी ख़त्म हो जाते है कुछ रिश्ते कसूर हर बार गलतियों का नहीं होता। waham se bhi khatm ho jate ha kuch rishte kasur har bar galtiyon ka nhi hota.
मैंने भी धोका दिया तुझे जाने के बाद तेरे बना लिया तन्हाई को हमसफ़र अपना।
जिनकी आंखें आंसूसे नम नहीं क्यासमझते होउसे कोई गम नहीं
अपना कह के अपनों को, बदलने की बात करते हैं, बच के रहना दोस्तों यहां धोकेबाज, साथ चलने की बात करते हैं !
प्यार एक धोखा है, बेटा मान जा अभी भी मौक़ा है।
आवाज़ नहीं होती दिल टूटने की लेकिन तकलीफ बोहोत होती है। Awaj nahi hotidil tutne ki lekin taklif bahot hoti hai.
खूब देखे होंगे आंसू खुशी के तुमने, कभी मिलो हमसे, तुम्हे गम की हँसी भी दिखाएंगे !!
तेरे हर झूठ पे यकीन था मुझे, तूने तो बाद मे पहले मैंने ही खुद को धोखा दिया !!
मोहब्बत की थी हमनेसाथ साथ तोफिर तुम्हे ज़िन्दगीमुझे मौत क्यों मिली
◆ समय ने खुशियों को कुछ यु रोका मुझे मिला अपनों का धोखा अब बस अपने में ही रहते है अपने गम को अपने ही सहते है।
तुम्हारे धोखे को भी इक वक़्त हो चला है, चलो अब हम भी इश्क़ से उबर आते है।
मैंने प्यार जितनी तसल्ली से किया, उसने धोखा भी बहुत मजे से दिया !
वो दर्द भरी राते, जब भी याद आती हैं, तेरे दिए धोखे को याद दिला जाती हैं।
हर रोज एक खाब टूट जाने दे, हर रोज युही खूद को रूठ जाने दे, मेरी किस्मत में ही बेवफाई है, दिल एक शीशा है आज फिर फूट जाने दे !
ज़रा सा खुश क्या होता हूँ किस्मत को बुरा लग जाता है। jara sa khush kya hota hun kismat ko bura lag jata hai..
इश्क सच्चा मिले ना मिले, दर्द सच्चा मिलता है, इश्क न करना बस धोखा मिलता है।
बादाम से बेहतर तो धोखा होता है, जितना खाओंगे उतनी ही अकल आयेंगी।
तुम्हे खो कर इतना तो जान गया हूँ तुम्हे पाने वाला पछताएगा। tumhe kho kar itna to jaan gaya hun tumhe pane wala pachtayega.
कैसे मिलेंगे हमये बताये कोईदुनिया खड़ी हैराह में दीवार की तरह
◆ तजुर्बे ने फिर एक ही बात बताई, नया दर्द ही है पुराने दर्द की दवाई।
इश्क़ में किनारा पाना आसान नहीं, हर लहर यहाँ धोके की उठती हैं।
जहर भी ना मार सके जिसको, प्यार तेरा उसे मार गया। दिल का बादशाह भी, तेरे धोखों के आगे हार गया।
एक बात हमेशा याद रखना, किसके साथ गलत करके अपनी बारी का इंतज़ार ज़रूर करना।
ऐसा कौन आ गया है तेरी ज़िन्दगी में जो मेरी याद आने के मौका नहीं देता। easa kon aa gaya hai teri zindagi me jo meri yad aane ke moka nhi deta.
मेरे दिल का क्या आलम हैये तो तू अभी जानता नहींतू तो कहता था कितू मुझे खूब जनता है
तुम आएना मतदेखा करोमुझे चुभती है निगाहेतुम्हारी तुम्हें देखने से
◆ हमे मोहब्बत थी उनसे पर वो हमें आजमाया करते थे, इश्क़ से नहीं बीएस मतलब से याद आया थे।
बोली थी कि कुछ नही दे पायेगी मुझे, फिर भी जाते वक़्त धोखा दे गई।
शायद देने के लिए कुछ नहीं था उनके पास तो धोखा ही दे दिया !!
धोखा वक़्त ने भी खाया होगा, इतना बुरा कोई यूँ ही नहीं होता।
वो मासूम चेहरा मेरे जेहन से निकलता ही नहीं, दिल को कैसे समझाऊँ कि धोके-बाज था वो !
जब जब तेरी याद पास आती है मेरे, मैं तेरे दिए धोखे और बेवफ़ाई को याद कर लेता हूँ।
◆क़िस्मत की भी मेरे साथ अजीब ठिठोली, जिसे चाहा दिल से, वो भी वक्त के साथ किसी और कि हो ली।
खाई थी कसमे जो उम्र भर साथ, निभाने की उसे तोड़कर वो मेरी, जिंदगी से दूर हो गई !
मोहब्बत वो चीज़ है मेरे दोस्त जो हस्ते हुए को भी रुला देती है। mohabbat wo cheez hai mere dost jo hanste huye ko bhi rula deti ha.
मैं तेरा कोई नहीं मगर इतना तो बता, जिक्र से मेरे तेरे दिल में आता क्या है !
परवाह करने की आदतने तो परेशां कर दियाअब सोचता हुबे परवाह ही ठीक था मैं
कितने मकसदो के साथ जी रहे थे हम उस बेवफा ने धोखा क्या दिया मेरी Life का हर मकसद हमसे छीन लिया सनम बेवफा.
◆ प्यार में मैंने वो सब कुछ किया पर तूने धोखा दिया तू भी प्यार में रोयेगी जब किसी अपने को खोयेगी।
बहुत खूब बातयह है आशिक़ कीलफ़्ज़ कागज पर उतारनेसे भी वो लौटा नहीं करते
अर्ज किया है, तुमने हमें धोखा दिया मगर तुम्हे प्यार मिले, मुझसे भी ज़्यादा दीवाना तुम्हे कोई यार मिले !!
◆ हमे खोकर तुम इस कदर तड़पा करोगे, नींद में क्या आंखे खोलकर मेरे सपने देखा करोगे।
◆क़िस्मत की भी मेरे साथ अजीब ठिठोली, जिसे चाहा दिल से, वो भी वक्त के साथ किसी और कि हो ली।
आँखों में बसा रखा हैतो लकीरों मेंबसाने कीक्या जरूरत