Program Ending Shayari In Hindi : मुद्दत से आता हर दिनज़िन्दगी में नई उम्मीद जागेआज का दिन बख्शे खुशियां आपकोनेक कामोंसे सबके नसीब जागे। शब्दों का वजन तो हमारे बोलने के भाव से पता चलता हैं,वैसे तो, दीवारों पर भी “वेलकम” लिखा होता हैं।
कुछ नशा तिरंगे की आन का हैं, कुछ नशा मातृभूमि की शान का हैं हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा नशा ये हिन्दुस्तान की शान का हैं !!
डॉन का इंतजार तो ग्यारह College की लड़कियां कर रही हैलेकिन डॉन का आना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हैक्योंकि डॉन तो अभी School में हैं
जी हाँ साथियों, यह वो अमर गीत है जिसे सुनकर हमारे दिल में इस देश पर कुर्बान हो जाने का ज़ज़्बा आ जाता है।
क्या बात है,,, थोडा जोर से बोलना है ,,, वाकई में इतनी शानदार डांस परफॉरमेंसदेखने के बाद मुझे तो बस एक ही बात बार बार दिल में रही है, की ,,,,,,
आज मिलेंगे, कल मिलेंगेविदा हो जाओगे आज आपना जाने फिर कब मिलेंगे।
मंडप सजाने से पहले dj बुलाने से पहलेदुल्हन का मुँह दिखाने से पहलेहमारे इंतजार में कुछ स्टेज सजा लेनाजलवा देखना है हमें शादी कराने से पहले
अब उम्र बढ़ गई है परदिल आज भी पुरानीयादों के पन्नो मेकॉलेज के दिन ही ढूँढता है
न लग जाए नजर, इसलिए मेरे गालों पर काजल लगाती हो, फिक्र इतनी, तो अलविदा के लिए नींबू-मिर्च का हार क्यों नहीं ले आती हों।
जिंदगी जीने का सलीका आया हैचार कदम चले साथ तेरे तो जीने का हौसला आया
किसने कहा जुदाई होगीये बात किसी और ने फैलाई होगीहम तो आपके दिल में रहेंगे आख़िरहमारी दोस्ती में इतनी तो सच्चाई होगी
तुमको मिल सकता Hai मुझसे बेहतर तोहमको मिल सकता Hai तुमसे बेहतरलेकिन तुम और Hum ग़र मिल जाएं तोकुछ और नहीं Ho सकता इससे बेहतर।
सागर के किनारे पर खजाने नहीं आतेजो लम्हे हाथ से फिसल जाय वो दुबारे नहीं आतेआओ डूब जाए हम सब मस्ती मेंक्योकि रोज ऐसे दिन सुहाने नहीं आते।
“दिलों में विश्वास पैदा करता है, मन में कुछ आस पैदा करता है, मिटटी की तो कुछ बात ही अलग है, ईश्वर तो पत्थरों में भी घास पैदा करता है…”
अर्ज किया हैं वो डीपी दिखाकर गुमराह करेगी,मगर तुम आधार कार्ड पर अड़े रहना..
कितने भी कमीने हो कॉलेज के दोस्त,लेकिन कॉलेज ख़त्म होने के बादउनकी यादे बहोत आती हे
शादी है ख़ुशी का गीत,दूल्हा-दुल्हन के प्यार का संगीत,ये लम्हा लेकर आता है हर पल ख़ुशी का,जिन्दगी भर के लिए वो बन जाते हैं मनमीत.
ऐ खुदा अपनी अदालत में हम सबके लिए ज़मानत रखना,हम रहे या ना रहें, हमारे दोस्तों को यूँ ही सलामत रखना।।
तुमको मिल सकता है मुझसे बेहतर तोहमको मिल सकता है तुमसे बेहतरलेकिन तुम और हम ग़र मिल जाएं तोकुछ और नहीं हो सकता इससे बेहतर।
हार को जीत की इक दुआ मिल गई, तप्त मौसम में ठंडी हवा मिल गई, आप आये श्रीमान जी यूँ लगा जैसे तकलीफों को कुछ दवा मिल गई.
किसने कहा जुदाई होगी ये बात किसी और ने फैलाई होगी हम तो आपके दिल में रहेंगे आख़िर हमारी दोस्ती में इतनी तो सच्चाई होगी।
पूजा हो मंदिर में तो थाली भी चाहिए,गुलशन है गुल का तो माली भी चाहिए है,दिल है दिलवाला तो दिलवाली भी चाहिए,कार्यक्रम है हमारा तो आपकी ताली भी चाहिए…
बागो में फूल खिलते रहेंगे ,हवा आने पर पत्ते हिलते रहेंगे ,और रही ऊपर वाले की मर्जीतो जिस तरह से हम आज मिलेवैसे ही मिलते रहेंगे।
हमारी महफ़िल में लोग बिन बुलायें आते हैं, क्योकि यहाँ स्वागत में फूल नहीं पलकें बिछाये जाते हैं.
जो अच्छे और दिल के बड़े होते है, वो स्वागत के लिए खड़े होते है।
आपके हर गुनाह की माफी है, आप जो रोये तो बहुत नाइंसाफी है, आपकी आँखों में ना आये कभी पानी कियोकि, बहने के लिए तो आपकी नाक ही काफी है।”
वो हमें छोड़ कर क्या चले, ख्वाबों का आशियाना टूट गया, बड़ी जालिम थी वो रात जब, वो अलविदा कहकर जाना भूल गया।
आजादी का जोश कभी कम न होने देंगे, जब भी जरुरत पड़ेगी देश के लिए जान लूटा देंगे, क्योंकि भारत हमारा देश है, अब दोबारा इस पर कोई आंच न आने देंगे।
वो आए घर में हमारे ख़ुदा की क़ुदरत है कभीहम उन को कभी अपने घर को देखते हैं।
इस ज़माने में हज़ारों दर्दमंद हैं लेकिन ख़ुशी बांटने वाले चन्द हैं तो बाँटिये ख़ुशी तालियाँ बजाकर तालियाँ तो वैसे भी फायदेमंद हैं।
आपके साथ कुछ लम्हे कई यादेंबतौर ईनाम मिले, एक सफर परनिकले और तजुर्बे तमाम मिले।
अर्ज़ किये है… खिड़की से झाँक के देखा तो रस्ते में कोई नहीं था, वाह वाह… फिर रस्ते में जा कर देखा… तो खिड़की पर कोई नहीं था।
तो अगर आप किसी ऐसे फंक्शन में है जहां पर दीप प्रज्वलित करने की भी तैयारियां की गई हैं तो आप इसके लिए नीचे दिए गए इस ग्रुप का उपयोग कर सकते हैं।
“THANK YOU” उस वक्त के लिए, जब मैं लगभग मुस्कुराना भूल गया था और तुमने मुझे हसायाँ.
कार्यक्रम में खुशियों का महोत्सव हो जाएगा,समंदर में लहरों का महोत्सव हो जाएगा,शोभा आपकी और हमारी दो दूनी चार होगी,जब आपकी तालियों का महोत्सव हो जाएगा।
अगर तलाश करूँ तो कोई मिल ही जाएगा मगर आपके जैसा अब और कौन मिल पाएगा। Agar talash krun to koi mil hi jayega magar apke jesa ab aur kon mil payega.
वो खुद ही नाप लेते है बुलंदी आसमानों की,,,परिंदों को नहीं तालीम दी जाती उड़ानों की-2
महात्मा गाँधी, चाचा नेहरू, भगत सिंह जैसे, महापुरषों का देखो, लगा यहां ताना बना हैं
“जिंदगी का हर पल हो उत्सव, ऐसे कृत्य हो जाएं कदम ऐसे पड़े धरती पर की जीवन नृत्य हो जाए”।
भ्रमर परागों पर बैठेगें, धरी रहेगी रखवाली, खुश्बू ख़ुद उड़ने को आतुर, क्या कर लेगा जी माली, हम तो…
मीठी बात और चेहरे पर मुस्कान, ऐसे लोग ही है हमारी महफ़िल के शान.
याद है कॉलेज की उन किताबों मेंजो तुमने चुपके से गुलाब रख दिए थे,आज भी उन पन्नो मेंतुम्हारी खुशबु आती है
शुक्रिया तेरा तिरे आने से रौनक़ तो बढ़ीवर्ना ये महफ़िल-ए-जज़्बात अधूरी रहती।
मैं इस ब्लॉग का एडिटर हु और मुझे लिखने का बहुत शौक है। इस ब्लॉग पर मैं एजुकेशन और फेस्टिवल से रिलेटेड आर्टिकल लिखता हूँ।
आपका स्वागत करने हम सब मिलकर आये है, चेहरे पर मुस्कान और हाथों में फूलों की माला लाये है।
एक बार ज़ोर से तालिया और शोर मचा कर मुझे बतिये आप लोग कितना excited है।
सारे दुःख मिटा दो चेहरे की हंसी सेगमों की आग बुझा दो चेहरे की हँसी सेहर कोई खुश रह नहीं सकता चाह कर भीखुशी का राज बता दो चेहरे की हँसी से।
कॉलेज मे मस्ती थी हमारी ही सबसे हस्ती थी Madamकी नजर में थी क्योंकि हमारा दिल बहुत दीवाना था.
सौ चाँद भी चमकेंगे तो क्या बात बनेगीतुम आए तो इस रात की औक़ात बनेगी
कौन करेगा मुझसे शादी,मुझें तो सिर्फ मैग्गी बनाना ही आता हैं..
आँखों में सपने लिए हमारे देश के जवानों ने, खायी थी कसम कभी के भारत को आज़ाद करना हैं
कॉलेज आकर एक कामहर बार करता था,रास्ते में सबसे पहलेतेरा इंतज़ार करता था
ये चमक नहीं निगाहो मेंबुलंदी है ख्यालो में ,मैं पत्थर से भी टकराकर उसेरेज़ा रेजा कर दूंगाइस मंच ने मुझे यह मौका दी है।
संगीन पे धर कर माथा सो गये अमर बलिदानीजो शहीद हुये हैं उनकी ज़रा याद करो कुर्बानी।
आज के दिन को सर झुकाकर करें सज़दामन की उमंगों को पँख लग जायेंगेभर लिया ख़ुद को दुआओं से इस दिनतो दूसरों के लिए भी दुआ कर पाएंगे।
इंसान कितना भी नास्तिक होcollege जाने के बादमहादेव का भक्त बन ही जाता है
मुस्कराहट का कोई मोल नहीं होताकुछ रिस्तो का कोई तोल नहीं होतालोग तो मिल जाते हैं हर मोड़ पेहर कोई आप जैसा अनमोल नही होता।
जो दिल का हो ख़ूबसूरत ख़ुदा ऐसे लोग कम बनाये हैं, जिन्हें ऐसा बनाया है आज वो हमारी महफ़िल में आये हैं.
आन देश की शान देश की, देश की हम संतान हैं तीन रंगों से रंगा तिरंगा, अपनी ये पहचान हैं
न जाने कैसे सब थम सा गया हैये लम्हा, ये मुलाकात, ये जज्बात,जैसे कोई साजिश होने को हैमनो कोई अपना खोने को है
वो आये गये जिनका इंतज़ार था आओ हम खुशियों के दिये जला लें आज के मुख्य अतिथि के स्वागत में सब लोग जोरदार तालियाँ बजा दें।
दुल्हे की बहना के बाद, कैसे पीछे रहेंगी दुल्हन की बहना अब सुन लेते हैं इनका क्या हैं कहना
दिल को सुकून मिलता हैं मुस्कुराने से,महफ़िल में रौनक आती है दोस्तों के आने से।
हमसे दूर नहीं जा रहे हैं,आप हमारेदिल के पास आ रहे हैं आप जहाँ मेंजहाँ भी रहे,मुस्कुराते और खिलखिलाते रहे.
शब्दों का वजन तो हमारे बोलने के भाव से पता चलता हैं,वैसे तो, दीवारों पर भी “वेलकम” लिखा होता हैं।
हमारी महफ़िल Me लोग बिन बुलायें आते हैं,क्योकि यहाँ स्वागत Me फूल नहीं पलकें बिछाये जाते हैं
वतन पर मर-मिटने के ज़माने गुज़र गए,मज़ा तो अब इसके लिए जीने में है।
मुहोब्बत का एक हसीं अहसास हूँ में,हर पल में घुल जून कुछ एसा खास हूँ में।पूरी उम्र जपो यद् रहे आपको,इस शाम का वो हसीं आगाज़ हूँ में।।
जिंदगी में तन्हा रहना तो मुमकिन नहीं, तेरे साथ चलना दुनिया को गवारा भी नहीं, इसलिए, तेरा-मेरा दूर जाना ही बेहतर है।
“शाम सूरज को ढलना सिखाती हैशमा परवाने को जलना सिखाती हैं,गिरने वालो को होती है तकलीफपर ठोकर ही इंसान को चलना सिखाती।”
दिल एक है जान एक है हमारी, हिंदुस्तान हमारा है ये शान है हमारी।
अब छोड़ दिया है इश्क़ का स्कूल हमने भी,हमसे अब मोहब्बत की फ़ीस अदा नहीं होती
कुछ दिन साथ चलने वाले,थोड़ा और साथ चलने की तमन्ना थी,मजबूरी है कहना ही पड़ेगा अलविदा।