Program Ending Shayari In Hindi : मुद्दत से आता हर दिनज़िन्दगी में नई उम्मीद जागेआज का दिन बख्शे खुशियां आपकोनेक कामोंसे सबके नसीब जागे। शब्दों का वजन तो हमारे बोलने के भाव से पता चलता हैं,वैसे तो, दीवारों पर भी “वेलकम” लिखा होता हैं।
ये नन्हें फूल तब महकते हैं जब ख़ुदा की नीली छतरियां तनतीं हैं इन नन्हें मुन्हे फरिश्तों के लिए ज़ोरदार तालियाँ तो बनतीं हैं।
बंधन में है दिल एक बहाली तो बनती है,नीरस से माहौल में एक खुशहाली तो बनती है,यह रंग जो बिखरे है पर्दें पर गर समेटने है तो,जनाब आपकी एक ताली तो बनती है।
सुबह सुबह घरवाले ऐसे उठाते हैं,जैसे कि तीसरा विश्वयुद्ध शुरू हो गया हैं,और मैं आखरी सैनिक बचा हुआ हूँ।
मिट्टी से सोना बना दियाभाग्य में नहीं था वो भी दिला दियाविदा तो हो रहे हो आज आप हमारी जिंदगी सेपर जाते-जाते भी आपने खुशी के आंसू रुला दिया।
एंकर मेल-वाह संपदा जी (एंकर फीमेल) कव्वाली की तो बात ही अलग होती है तो शीघ्र सुनवाइये।
आऊंगा तेरी गली गधे को लेकर,अब तेरे नखरों का बोझ मुझसे उठाया नहीं जाता..
स्नेहपूर्ण प्यार से बंधी हैं रेशमसी डौर,जिसके प्यार की सीमा का नहीं है छौर,ले रहे हैं जो एक सपनों की उड़ान,उनके प्यार की खुशबू महक रही है चहुओर…
जैसा मूड हो वैसामंजर होता हैमौसम तो हर इंसान केअंदर होता है।
और उसके बाद अपने भाषण का विषय बताते हुए कहें कि आज मैं इस विषय पर भाषण देने जा रहा हूँ। उसके बाद आपने भाषण में बीच बीच में शायरियां बोले।
शब्दों के इत्तेफाक़ मेंयूँ बदलाव करके देखतू देख कर न मुस्कुराबस मुस्कुरा के देख।
मुद्दत से आता हर दिनज़िन्दगी में नई उम्मीद जागेआज का दिन बख्शे खुशियां आपकोनेक कामोंसे सबके नसीब जागे।
ग़र ख़ुद के साथ ज़ीना आ जायेटूटे हुओं के ज़ख्मो को सीना आ जायेहर पल बरसती है नियामतें कायनात कीबस हर दिन की मुबारक देना आ जाए
एक अद्भुत कॉलेज खोजना मुश्किल है, इसके साथ भाग लेना मुश्किल है और भूलना असंभव है।
”आप जैसा बड़प्पन नहीं है कहीं, आप जैसा सरल मन, नहीं है कहीं… आपको हम विदा आज कर दें मगर, बॉस आप जैसा नहीं है कहीं।”
” जाने वाले को कहां रोक सका है कोई, तुम चले हो तो कोई रोकने वाला भी नहीं। ”
कॉलेज में भी बड़ा ही अजीब सा खेल होता है Class के बहानेदिलों का मेल होता है नोट की जगह Love Letter एक्साइजहोता है इसीलिए ही पप्पू हर साल फेल होता है
भाव-भंगिमाएं जब #सम्प्रेषण के माध्यम से प्रगाढ़ होते हैं विभिन्न #शैलियों में नृत्य-संगीत लोचन से अकाट्य# होते हैं
विदा कर रहे है और देते है येशुभकामना,जीवन में ढेर सारे पैसेकमाना,फिर मुझसे जरूर मिलनेआना और बढियाँ सी पार्टी दे जाना.
आओ देश का सम्मान करें… शहीदों की शहादत याद करे एक बार फिर से राष्ट्र की कमान, हम हिंदुस्तानी अपने हाथ धरे, आओ स्वतंत्रता दिवस का मान करे
आपके साथ ये सारे मौसम फरिश्ते जैसे महसूस होते थे, आपके बाद ये मौसम हमें बहुत सतायेंगे।
कुछ बयां कर देता हूंकुछ छूपा लेता हूंमै अपनी मुस्कान से हीखूद को मना लेता हूं।
“दिलों में विश्वास पैदा करता है,मन में कुछ आस पैदा करता है,मिटटी की तो कुछ बात ही अलग है,ईश्वर तो पत्थरों में भी घास पैदा करता है…”
है विदाई की ये बेला लगा है आँसुओंका रेला पर है खुशी साथ है आगेदुनिया बड़ी जहाँ मिलेगी तुम्हेजीवन की नई सौगात
कई जीत बाकी है कई हार बाकी है, अभी तो जिंदगी का सार बाकी है।यहां से चले हैं नई मंजिल के लिए, यह तो एक पन्ना था अभी तो पुरी किताब बाकी है ।
जब जरुरत थी परिवार की, मिल गयाजब जरुरत पड़ी प्यार की , मिल गयायूँ कहाँ सीनियर आपसे हैं यहांजब जरुरत पड़ी यार की, मिल गया
चलते है फिर मिलेंगे ये कह करआप तो विदा हो गए, पर हम अकेले हो गए।
मैं अपने वरिष्ठों से अनुरोध करता हूँ कि वो हमारे डिगनिटीज़ को सहायता प्रदान करें।
वतन पर मर-मिटने के जमाने गुजर गए,मज़ा तो अब इसके लिए जीने में है।
कॉलेज में स्कूल की याद आई,जवानी में बचपन की याद आई,काँटों को चुना तो फूल की याद आई,ज़िन्दगी को क़रीब से देखा तो दोस्तों की याद आई
जो शब्द ना अब तक कह पाएमेरे घुंघरुओं ने दास्ताँ बताई हैकौन कहता है यह कोई डांस हैमेरा मन जागा है उसी की यह अंगड़ाई है
इसी विषय को लेकर हमारी अगली प्रस्तुति जो कि एक नृत्य नाट्य प्रस्तुति है को लेकर आ रहे हैं हमारे प्रतिभागी………………….
ये भी ख्वाबों के हसीं झूले झूलें वक़्त की गर्द में अपने सपने न भूलें एक बार ऐसी तालियाँ बजाइये कि इनके हौसले आसमान छूलें।
ब्लॉक करने से वो मजा कहा,जो मैसेज देख अनदेखा करने में मिलती हैं..Block karne se wo maja kaha,Jo message dekh undekha karne me milti hain..
तो दर्शकों अब तो टाइम हो चुका है और वह समय आ चुका है जिसका आप काफी लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। तो आइए डांस प्रतियोगिता शुरू करते हैं ।
नृत्य करने पर घंघरू की आवाज़# दे सुकून तेरे इत्र के महकने पर #एहसास ए प्यार का #जुनून
आप का साथ धूप में छांव है ,आपका साथ समंदर में नाव है ,आपका साथ अन्धकार में प्रकाश हैकर रहे हैं आज आपको विदापर दिल में आपका ही नाम है
ना जियो धर्म के नाम पर, ना मरों धर्म के नाम पर, इंसानियत ही है धर्म वतन का, बस जियो वतन के नाम।
” अनगिनत आपके हम पर एहसान हैं, फिर भी इस बात से आप अनजान हैं, भाग्य से ऐसे बॉस मिले, आजकल इस जहां में कहां ऐसे इंसान हैं। ”
यादों की झड़ी सी है आंखों में छाईहो रही है आज आपकी विदाईहम करते है ईश्वर से प्रार्थनापूरी हो जीवन की हर कामना।
वास्तविकता आसान है। वो तो धोखा है जो कठिन काम है।
और उनके साथी 1, 2……., 3…………, 4……………. तो आइये आज हम बहुत करीब से उस दीवानगी के जज़्बे को जी लेते हैं।
इस दिन के लिए वीरो ने अपना खून बहाया है, झूम उठो देशवासियो गणतंत्र दिवस फिर आया है।
कॉलेज मे तो हम लड़ाई झगड़ा फसाद बहुत करते थेलेकिन एग्जाम से पहले दोस्ती बनाये रखते थे
तुम जो आए हो तो शक्ल-ए-दर-ओ-दीवार है औरकितनी रंगीन मिरी शाम हुई जाती है।
दिल और दिमाग एक ही जिद पर अड़े हैं,सबकुछ छोड़कर दोनों लड़की के पीछे पड़े हैं..
तुमको मिल सकता है मुझसे बेहतर तोहमको मिल सकता है तुमसे बेहतरलेकिन तुम और हम ग़र मिल जाएं तोकुछ और नहीं हो सकता इससे बेहतर।
शाम सूरज को ढलना सिखाती हैशमा परवाने को जलना सिखाती हैं,गिरने वालो को होती है तकलीफपर ठोकर ही इंसान को चलना सिखाती।”
कर कोशिश आज तू देश की उन्नति में साथ देने की, जीना भी यही और एक दिन यही मर जाना हैं,
रौनक़-ए-बज़्म नहीं था कोई तुझ से पहलेरौनक़-ए-बज़्म तिरे बा’द नहीं है कोई।
शाम सूरज को ढलना सिखाती हैशमा परवाने को जलना सिखाती हैं,गिरने वालो को होती है तकलीफपर ठोकर ही इंसान को चलना सिखाती।
तिरंगा हमारा है शान-ए-जिंदगी, वतन परस्ती है वफ़ा-ए-जिंदगी, देश के लिए मर मिटना कबूल है हमें, अखण्ड भारत के स्वप्न का जूनून है हमें।
वो शाम सुहानी थी जो गुजरी तेरे साथ, बिन तेरे अब कैसे कटेगी सारी रात, समझ लो तुम भी यह मजबूरी है दिल की, नहीं गए, तो कैसे कल फिर होगी मुलाकात।
आओ आज मुश्किलों को हराते हैंचलो आज दिन भर मुस्कुराते हैं।
आज भी तुम करती हो नृत्य# मेरे मन की भीगी सड़कों पर जहाँ से कोई #गुजरता नहीं अब
आज मिलेंगे, कल मिलेंगे विदा हो जाओगे आज आप ना जाने फिर कब मिलेंगे। Aaj milenge kal milenge vida ho jaoge aaj ap na jane fir kab milenge.
ऐ खुदा, धन्यवाद… जीवन में दुःख, मुसीबत, जोखिम और चुनौतियों को देने के लिए, क्योंकि मैंने अपने जीवन में सबसे अधिक ऐसे ही हलातों में सीखा हैं.
कल न हम होंगे न कोई गिला होगा,सिर्फ सिमटी हुई यादों का सिलसिला होगा,जो लम्हें हैं चलो हंस के बिता लें ,जाने कल जिंदगी का क्या फैसला होगा
“दिल में कोई गम नहीं बातों में कोई दम नहीं, ये ग्रुप है नवाबो का यहाँ कोई किसीसे कम नहीं।”
चुपचाप बैठ के नहीं थोड़ा सोर से होना चाहिए ,तालियों सीटियों का होना थोड़ा जोर से होना चाहिए।
दिन निकला हर दिन जैसा पर आज का दिन कुछ ख़ास हो अपने लिए तो जीते है रोज आज सबके भले की अरदास हो।
तकदीर ने चाहा तकदीर ने बताया,तकदीर ने आपको और हमको मिलाया,खुशनसीब थे हम या वह पल,जब आप जैसा हमसफर जिंदगी में आया…
आँख से दूर सही दिल से कहाँ जाएगाजाने वाले तू हमें याद बहुत आएगा – अलविदा ||
School मे पढ़ा क्या था? वो हमे याद नहींCollege का हर एक दिन अच्छे से याद है
अंजलि को अपना बना कर तो देखो एक बार हाथ बड़ा कर देखो
आपकी जोड़ी सलामत रहे;जीवन में बेशुमार प्यार भरा रहे,हर दिन आप ख़ुशी से मनाये;आपको शादी हार्दिक शुभकामनाएं!शादी की हार्दिक शुभकामनाएं
छु ले आसमां जमी की तलाश ना कर, जी ले ज़िन्दगी ख़ुशी की तलाश ना कर| तक़दीर बदल जाएगी खुद ही मेरे दोस्त, मुस्कुराना सिख ले ख़ुशी की तलाश ना कर||
कौन करेगा मुझसे शादी,मुझें तो सिर्फ मैग्गी बनाना ही आता हैं..
तुम भी खाकर पछता लो कल खाना है, आज ही खा लो मैं भी घबराते, डरते तेरी माँ का हाथ थामा था आज देखो उसी से है मेरे जीवन खुशहाल आज है मेरे एक प्यारा परिवार
इश्क को बीच मझदार में छोड़ने वाली, अलविदा कहने की भी तूने क्या अदा पाई है, जा रही थी तो अकेले जाती ऐ हमदम, साथ-साथ क्यों ले गई मेरी रजाई है।
जैसा कि आप सभी जानते ही स्कूल, कॉलिज और अन्य संस्थानों पर किसी विशेष दिन पर भिन्न भिन्न प्रकार की प्रोग्राम का आयोजन किया जाता है।
“तो जिसका था सबको बेसब्री से इंतजार कैंडीडेट्स भी हैं जिसके लिए तैयार सब आ रहे हैं मंच पर मचाने धमाल तो चलिए शुरू करें डांस का यह प्रोग्राम”।
आज पड़ी जब नजर पुराने किताबों पर तो बीते Collageके वो दिन याद आ गए दोस्तों के साथ बिताए वो मस्ती भरेपल Collage के वो किससे फिर से तरोताजा हो गए