Prem Shayari In Hindi : खर प्रेम ते असतं ज्यामधे दोघे पण वयाचा आणि Cast चा विचार करत नाहीत मी तुझ्यावर प्रेम करतो, हे ओठवर आणता येत नाही, प्रेम असाच असत, हे शब्दात सांगता येत नाही
प्यार तो आज भी तुमसे उतना ही है बस तुम्हे अहसास नही है और हमने जताना छोड़ दिया प्रेम शायरी, Prem Shayari
दिल की आवाज़ को इज़हार कहते हैं, झुकी हुयी निगाह को इकरार कहते हैं, सिर्फ पाने का नाम ही इश्क नहीं, कुछ खोने को भी प्यार कहते हैं.,
दिल के कोने से एक आवाज़ आती हैहमें हर पल उनकी याद आती हैदिल पूछता है बार – बार हमसेके जितना हम याद करते है उन्हेंक्या उन्हें भी हमारी याद आती है।
मोहब्बत करना है, फिर से करना है, बार बार करना,हजार बार करना है, लेकिन सिर्फ तुम से ही करना है।
ऐ मेरे प्यारे वतन, ऐ मेरे पिछड़े चमन तुझ पे दिल कुर्बान
लिपट कर कई बदन इस तिरंगे में आज भी आते हैं,दोस्तों यूँ ही नहीं हम 15 अगस्त हुए 26 जनवरी मनाते हैं।
शिव और पार्वती की है जोड़ी प्यारी इनकी है कहानी निराली।
बिन तेरे मेरी हर ख़ुशी अधूरी है,फिर सोच मेरे लिए तू कितनी ज़रूरी है।
दिल पर आये इल्ज़ाम से पहचानते हैं,अब लोग तो मुझे तेरे नाम से पहचानते हैं।
मत देखो हमें… तुम इस कदर,इश्क़ तुम कर बैठोगे और इलज़ाम हमपर आयेगा।
हम इश्क़ के वो मुकाम पर खड़े हैजहाँ दिल किसी और को चाहे तो गुन्हा लगता है
कई बार तबियत दवा लेने से नहीं, हाल पूछने से भी ठीक हो जाती है !
राधा के हृदय में श्याम,राधा की साँसों में श्याम,राधा में ही हैं श्याम,इसीलिए दुनिया कहती हैं,बोलो श्याम श्याम श्याम।
कान्हा तुझे ख्वाबों में पाकर दिल खो ही जाता है,खुद को कितना भी रोक लूँ, प्यार हो ही जाता है.
इस दिल की बस यही दिल से दुआ हैजिंदगी में कभी तू दूर मुझसे न जाए!..तेरे बिना मुझे जीना पड़ेए खुदा वह दिन कभी ना आए!…
मोहब्बत के गीत हम भी गुनगुनाने लगे हैं, उनके ख्वाब अब दिन-रात सताने लगे रहें।
होंगी लाखों महफिलें दुनिया में,मग़र तेरे दीदार जैसा सुकून कहीं और नहीं..Hongi lakho mahfile duniya mein,Magar tere didar jaisa sukoon kahi aur nahi..
तुझे अपने पास पाकरनसीब पर यकीन नहीं होता!.दिल की धड़कने सी बढ़ जाती हैफिर भी हकीकत पर यकीन नहीं होता!.
मेरे बाकी उँगलियाँ भी उस ऊँगली से जलती है, जिस ऊँगली को पकड़ कर मेरी जान चलती है !
हुआ सवेरा तो हम उनके नाम तक भूल गएजो बुझ गए रात में चरागों की लौ बढ़ाते हुए।
मी तुझ्यावर प्रेम करतो, हे ओठवर आणता येत नाही, प्रेम असाच असत, हे शब्दात सांगता येत नाही
तुम्हारी खुशियों के ठिकाने बहुत होंगे, मगर हमारी बेचैनियों की वजह बस तुम हो !
ये जो हर बात पर नाराज होते है, ना वही लोग सबसे, ज़्यादा प्यार करने वाले होते है !
रूठ लो जितना भी चाहोमनाना हमें आता हैहम लगे रहें बस युहींसो अच्छा बहाना आता है
ज़िंदगी लहर थी आप साहिल हुए,ना जाने कैसे हम आपके काबिल हुए,ना भुला पाएंगे हम उस हसीं पल को,जब आप हमारी ज़िंदगी में शामिल हुए।
“तुम मेरी जान हो, तुम मेरी हसीं हो, तुम मेरी रूह का पहला ख्याल हो।” (Tum meri jaan ho, tum meri haseen ho, tum meri rooh ka pehla khayal ho)
प्रेम से रहो दोस्तों जरा सी बात पर रूठा नहीं करते, पेड़ पे पत्ते वही सुन्दर दिखते है जो शाख से टुटा नहीं करते.,
मुस्कराहट का कोई मोल नहीं होता कुछ रिश्तो का कोई तोल नहीं होता वैसे लोग तो मिल जाते है हर मोड़ पर पर कोई आप की तरह अनमोल नहीं होता ।
तेरे ही किस्से तेरी कहानियाँ मिलेंगी मुझ में, न जाने किस-किस अदा से तू आबाद है मुझ में!
में नासमझ सही पर वो तारा हूँ जो तेरी ख़वीशो के लिए सौ बार टूट जाऊ!!🥰
मिला कीजिए शुनक से उनसे, क्या पता कौनसी मुलाक़ात आखिरी हो।
जब खामोश आँखों से बात होती है, ऐसे ही मोहब्बत की शुरुआत होती है, तुम्हारे ही ख्यालों में खोये रहते हैं, पता नहीं कब दिन और कब रात होती है.,
आदत बना ली अपने आप को तकलीफ देने की, अब कोई अपना तकलीफ भी देगा तो तकलीफ नहीं होगी।
प्यार उसी का सच्चा होता है…जो जिंदगी में कैसे भी हालात हो…लेकिन तुम्हारा साथ ना छोड़े…
कहता है पल पल तुमसे हो कर दिल ये दिवाना,एक पल भी जाने जाना हमसे दूर नही जाना।
दूरियों से ही एहसास होता है की,नज्दिकिया कितनी खास होती हैं ।
प्रेम की भाषा बड़ी आसान होती हैं.राधा-कृष्ण की प्रेम कहानी ये पैगाम देती हैं.
ख़ामोशी इकरार से कम नहीं होतीसादगी भी सिंगार से कम नहीं होतीये तो अपना अपना नज़रिया है मेरे दोस्तवर्ना दोस्ती भी प्यार से कम नहीं होती।
बन्द आँखों में चले आते हो मेरी अपनों की तरह,और आंख खुलतें ही चले जाते हो सपनो की तरह।
याद रखना ही मोहब्बत में नहीं है सब कुछ,भूल जाना भी बड़ी बात हुआ करती है।
अच्छा लगता हैं तेरा नाम मेरे नाम के साथ, जैसे कोई खूबसूरत जगह हो हसीन शाम के साथ।
जरा सी बदमाश जरा सी नादान है तू, लेकिन ये भी सच है की मेरी जान है तू.,
मुहब्बत को जब लोग खुदा मानते है प्यार करने वालों को क्यों बुरा मानते है जब जमाना ही पत्थर दिल है फिर पथर से लोग क्यों दुआ मांगते है
लगे तु माशा, लगे तु तोला मेरे प्यार बड़ा भोलाबनूँ आग सा गर्म या बनूँ मैं बर्फ का गोला।
रिश्तों को मजबूत बनाने के लिए एक छोटा सा उसूल बनाते हैं, रोज कुछ अच्छा याद रखते हैं और कुछ बुरा भूल जाते हैं…
मेरी मोहब्बत की हद न पूछो,मैं दुनिया छोड़ सकता हूँ पर तुम्हे नहीं..Meri mohabbat ki hadd na pucho,Main duniya chod sakta hoon par tumhe nahi..
इस दिल मे प्यार था कितना, वो जान लेते तो क्या बात होती || हमने माँगा था उन्हें खुदा से, वो भी मांग लेते तो क्या बात होती ||
“ज़िंदगी तेरी बाहों में गुजारने की चाहत है, तेरी यादें हाथों में थामने की चाहत है।”
मेरी जिंदगी में सारी खुशियाँ तेरे बहाने से हैं, आधी तुझे सताने से आधी तुझे मनाने से हैं !!
प्यार सिर्फ जताने का नहीं,निभाने का नाम होता है!!…जो प्यार जता देते हैं,वह निभाने में कसर छोड़ जाते हैं!!..
तुम सात वचन निभाना…लेकिन मैं तो आने वाले 7 जन्मों मेंसिर्फ तुम्हारा प्यार ही मांगूगाऔर सिर्फ तुम्हें ही मांगूगा….
शराब तो यूँ ही बदनाम है, हमने तो मोहब्बत के नशे में, लोगों को मरते हुए देखा है,,
खुली फिजाओं में प्यार के दो परिंदेइस कदर उड़ने लगे…अब इस जहां में लौटने की…उन्हें फुर्सत कहां?
प्रेम की भाषा बड़ी आसान होती हैंराधा-कृष्ण की प्रेम कहानी ये पैगाम देती हैं
इतनी सी दुआ है मेरी बस वो ही स्वीकार हो, जब-जब खोलूं आंखे मैं, बस तेरा दीदार हो।
मरने का हमें कोई गम नही लेकिन… ये खुदा,जिस मिट्टी में मिलूँ वो मिट्टी हिन्दुस्तान की हो।
जब से हाथ छूटा है तेरा मैं होश पकड़ने में कामियाब नहीं हुआ।
तू मिले या न मिले,पर तुझे इस संसार की,हर खुशी मिले..Tu mile ya na mile,Par tujhe is sansaar ki,Har khushi mile..
हमने भी एक ऐसे शख्स को चाहाजिसको भुला न सके और वो किस्मत मैं भी नहीं
तुमने कभी पढ़ने की कोशिश नहीं करी हमे, कहानी हम भी दिलचस्प थे वरना।
दिल की महफ़िल में बुलाया है किसी ने, खुद बुला कर फिर सताया है किसी ने, जब तक जली शमां मचलता रहा परवाना, क्या इस तरह साथ निभाया है किसी ने.,
प्यार में कैसी थकन कह के ये घर से निकलीकृष्ण की खोज में वृषभानु-लली मीलों तक
शौक तो नहीं अब मोहब्बत का हमें, पर नजरें तुमसे मिली तो हम भी शौकीन हो गये !
कितनी छोटी सी है ये जन्नत मेरीएक मैं हूँ और एक महोब्बत मेरी❤️❤️kitani choti si hai ye jannat meri,ek main hoon aur ek mahobbat meri.
जब किसी की रूह में उतर जाता है मोहब्बत का समंदर,तब लोग जिन्दा तो होते हैं, लेकिन किसी और के अंदर।
कौन कहता है,कि प्यार बर्बाद करता है,अगर तुम्हारे जैसा निभाने वाला मिल जाये,तो यह संसार याद करता है।
तुम चले जाओ ये दिल खुद ही सभाल जायेगा, वरना बच्चे की तरह फिर से मचल जायेगा.,
मोहोब्बत हो और मुक़म्मल भी हो ऐसे इत्तेफ़ाक़ कभी कभी किसी किसी के साथ ही होती है।
इश्क मोहब्बत दीवानगी ये बस लफ्ज थे, जब तुम मिले तब इन लफ्जों को मायने मिले !
हर बार हम पर इल्जाम लगा देते हो मुहब्बत का,कभी खुद से भी पूंछा है इतनी खूबसूरत क्यों हो!
थोड़ी तुम, थोड़ा मैं और बस थोड़ा-सा इश्क,हमें और क्या चाहिए, जिंदगी जीने के लिये।
तुम बिन सांसे तो चलती हैं, लेकिन महेसूस नहीं होती !