Patriotic Shayari In Hindi : लहू वतन के शहीदों का रंग लाया है, उछ्ल रहा है जमाने में नाम-ए-आजादी। दिल से निकलेगी न मर कर भी वतन की नफरत, मिट्टी से भी खुशबू-ए-वफा आयेगी।
आओ देश का सम्मान करें… शहीदों की शहादत याद करे एक बार फिर से राष्ट्र की कमान, हम हिंदुस्तानी अपने हाथ धरे, आओ स्वतंत्रता दिवस का मान करे
मैं जला हुआ राख नही, अमर दीप हूँ,जो मिट गया वतन पर, मैं वो शहीद हूँ.
लौट ना सका वो घर को वापस वो कोई मुसाफिर नहीं मेरा एक फौजी भाई था |
जान लुटाई है,दाग गुलामी का धोने को,कफ़न बांधे सर पर,दुश्मन को चित्त करने को।ये देश मेरा शशक्त है,जन जन के सपने पिरोने को।
मेरे वतन का राष्ट्रगान बंगा से हैहमारे वतन की शान गंगा से हैजो वीर मर मिटे देश की मिटटी परउन शहीदों का अभिमान तिरंगा से है
बात ये हवाओं को बताए रखना ,जहां रोशन होगा दिए जलाए रखना …की है हिफाजत लहू देकर जिसकी हमने ,मन में हमेशा उस तिरंगे को बसाए रखना … ।।
वतन हमारा ऐसे न छोड़ पाये कोई, रिश्ता हमारा ऐसे ना तोड़ पाये कोई! दिल हमारे एक है, एक ही हमारी जान, हिंदुस्तान हमारा है, हम है इसकी शान!!
मरने के बाद भी जिसके नाम मे जान हैं,ऐसे जाबाज़ सैनिक हमारे भारत की शान है।
लिपट कर बदन कई तिरंगे में आज भी आते हैं, यूँ ही नहीं दोस्तों हम ये पर्व मनाते हैं |
जब तक सांसे चले भारत मां तुझे प्रणाम करूं,अगर हो जाऊं शहीद तोतिरंगे में लिपटकर तेरा गुणगान करूं।
शम्मा-ए-वतन की लौ पर जब कुर्बान पतंगा हो,होठों पर गंगा हो और हाथों में तिरंगा हो..!!
यह कार्य तब ही संभव होगा,जन-जन में मैत्री भाव रहे,और क्षुद्र नसों की रग रग में,राष्ट्र प्रेम का स्राव रहे।
कर चले हम फ़िदा जाने तन साथियो अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो ….अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो….
सीने में ज़ुनू, ऑखों में देंशभक्ति की चमक रखता हुँ,दुश्मन की साँसें थम जाए, आवाज में वो धमक रखता हुँ..!!
लहराएगा तिरंगा अब नीले आसमान पर,भारत का नाम होगा सबकी जुबान पर,ले लेंगे उसकी जान या दे देंगे अपनी जान,कोई जो उठाएगा आँख हमारे हिन्दुस्तान पर।
तैरना है तो समंदर में तैरों नालों में क्या रखा है, प्यार करना है तो देश से करो औरों में क्या रखा है!
जन्नत से बढकर वतन कर लेजय हिंद जय हिंद, वंदेमातरम्अमर शहीदों को नमन कर ले।
देश भक्ति जिसमें हो बस वो एक दिल साज हैदेश भक्ति जिसमें नहीं वो जिंदगी बेकार है।
ये देश तुम्हे बुला रहा है आ जाओ कर्ज इस माँ का चूका जाओ देकर कुर्बानी अपने जान की सच्चे लाल तुम्ही हो एक बार दिखला जाओ
काले गोरे का भेद नहीं, इस दिल से हमारा नाता है, कुछ और न आता, हमें प्यार निभाना आता है !
दिल में चाहे जितनी आरज़ू हो,सब छोटी मेरी देश के आगे।इसके तिरंगे पर मेरी जान भी कुर्बान,ये विश्व में है सदा सबसे आगे।
खून से खेलेंगे होली,अगर वतन मुश्किल में हैसरफ़रोशी की तमन्नाअब हमारे दिल में है
शहीदों के त्याग को हम बदनाम नही होने देंगे,भारत की इस आजादी की कभी शाम नही होने देंगे।
देश को आज़ादी केनए फसाने की जरूरत हैभगत सिंह सुखदेव राजगुरु जैसेआजादी के दीवानो की जरूरत हैभारत के लोगो को फिरसे एक बारदेशभक्ति सिखाने की जरूरत है।
देश को आजादी के नए अफसानों की जरूरत है भगत-आजाद जैसे आजादी के दीवानों की जरूरत है, भारत को फिर देशभक्त परवानों की जरूरत है..!!
हम वतन के सिपाही हैतन मन धन सब देश के नाम लिख जाएंगेजान तो क्या रूह भी देश के नाम कर जाएंगे।
भरा नही जो भावों से, बहती जिसमें रसधार नही,हृदय नही वह पत्थर हैं, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं.
गुलाम बने इस देश को आजाद तुमने कराया है सुरक्षित जीवन देकर तुमने कर्ज अपना चुकाया है दिल से तुमको नमन हैं करते ये आजाद वतन जो दिलाया है
जो अब तक खून ना खौला खून नही वह पानी हैं,जो इस देश के काम ना आये वो बेकार जवानी हैं।
जश्न आजादी का यूँ मनाया जाये, दर्द हर दिल का मोहब्बत से मिटाया जाए !
आन देश की शान देश की, देश की हम संतान हैं, तीन रंगों से रंगा तिरंगा, अपनी ये पहचान हैं।
विकट परिस्थिति आए तोतन, मन, धन अर्पित कर देना,जब मातृभूमि माँगेगी तो,सर्वस्व समर्पित कर देना।
दे सलामी इस तिरंगे को जिस से तेरी शान है,सर हमेशा ऊँचा रखना इसका जब तक दिल में जान है।
सरहद तुम्हें पुकारे तुम्हें आना ही होगा,कर्ज अपनी मिट्टी का चुकाना ही होगा,दे करके कुर्बानी अपने जिस्मो-जां की,तुम्हे मिटना भी होगा मिटाना भी होगा।
कहते हैं अलविदा हम अब इस जहान को, जा कर ख़ुदा के घर से अब आया न जाएगा, हमने लगाई आग हैं जो इंकलाब की, इस आग को किसी से बुझाया ना जाएगा.
बहुत पढ़ा है इतिहास बहुत जाना हैं इतिहास अगर मौका मिला तो एक दिन लिख दूंगा इतिहास
वतन की खाक को चंदन समझकर सर पे रखतें है,कब्र में भी खाके वतन कफन पे रखते हैं..!!
बच्चे-बचे के दिल में कोई अरमान निकलेगाकिसी के रहीम तो किसी के राम निकलेगा,मगर उनके दिल को झाँक के देखा जाए,तो उसमें हमारा प्यारा हिंदुस्तान निकलेगा।
मरने के बाद भी जिसके नाम मे जान है, ऐसे जाबाज सैनिक हमारे भारत की शान है !
उनके हौंसले का मुकाबला ही नहीं है कोईजिनकी कुर्बानी का कर्ज हम पर उधार हैआज हम इसीलिए खुशहाल हैं क्यूंकिसीमा पे जवान बलिदान को तैयार है….
वतन की ख़ाक ज़रा एड़ियां रगड़ने दे,मुझे यक़ीन है पानी यहीं से निकलेगा।
भूख, गरीबी, लाचारी को, इस धरती से आज मिटायें,भारत के भारतवासी को उसके सब अधिकार दिलायें,आओ सब मिलकर नये रूप में गणतंत्र मनायें..!! Happy Republic Day
खूब बहती है गंगा बहने दोमत फैलाओ देश में दंगा रहने दोलाल हरे में मत बांटो मुझकोछत पर मेरे एक तिरंगा रहने दो।
मेरे देश तुझको नमन है मेरा, जीऊं तो जुबां पर नाम हो तेरा मरूं तो तिरंगा कफन हो मेरा
ये बात हवाओ को भी बताये रखना, रौशनी होगी चिरागों को जलाये रखना, लहू देकर जिसकी हिफाज़त हमने की.. ऐसे तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना..!
अपनी आजादी को हम हरगिज मिटा सकते नही !सर कटा सकते हैं, लेकिन सर झुका सकते नही...
कितनी बहनों ने भाइयों के,हाथों को कटते देखा है,कितनी माताओं ने अपने,बेटे को मरते देखा है।
देश के लिए मर मिटना मंजूर है हमेंअखंड भारत के सपने का शुरुर है हमें
जो अब तक ना खौला वो खून नही पानी हैं,जो देश के काम ना आये वो बेकार जवानी हैं।
गूँज रहा है,दुनिया में भारत का नगाडा.. चमक रहा है,आसमान में देश का सितारा… आज़ादी के दिन आओ मिलके करें दुआ यही की बुलंदीयों पर लहराता रहे तिरंगा हमारा…
आन देश की, शान देश की भारत की हम संतान है तीन रंग से रंगा है तिरंगा बस यही हमारी पहचान है।