570+ Pani Shayari In Hindi | Shayari On Water

Pani Shayari In Hindi , Shayari On Water
Author: Quotes And Status Post Published at: September 26, 2023 Post Updated at: October 12, 2023

Pani Shayari In Hindi : हम जब तक पानी की कीमत नहीं समझेंगेजब तक नदिया नहीं सुख जाती पानी में अछ देखकर खुश हो रही थी मैपत्थर किसी ने फेककर मंजर बदल दिया

ये सुहाना मौसम, ये हल्की हवायें. फरवरी आ रही हैं।बोलो, पट रहे हो तुम या हम किसी और को पटाये।।

बन्द बज़ारें बन्द दुकानें।सिगरेट खातिर सड़कें छानें।।23।।एक हो गईं दो दो पीढ़ी।बाप से ले गए बेटे बीड़ी।।24।।

मौसम बदलता है तुम भी बदल गये,ये नये जमाने का इश्क़ है हम भी बदल गये.

मंजर भी बेनूर थेऔर फिजायें भी बेरंग थी,तुम्हारी याद आयी औरमौसम सुहाना हो गया।।

कुत्ते घूमें गली डगर में।नहीं आदमी कहीं नगर में।।21।।देश बजाता थाली ताली।उधर विपक्षी देते गाली।।22।।

मुट्ठी से जिस तरह कोई जुगनू निकल पड़ेदेखा उसे तो आँख से आँसू निकल पड़े।

♥ शिवभक्त🧘‍♂:तेरी इन अदाओं का सितम मुझे कब तक सहना पड़ेगा..आंखो के इशारे समझ लेती हो या होंठो से कुछ कहना पड़ेगा..!

मेरी फूल सी फितरत तेरा काटेंदार वजूद, तो क्यों ना मिलकर हम गुलाब 🌹हो जाएं❤️

कुछ दूर मेरे साथ चलो हम सारी कहानी कह देंगेसमझे ना तुम जिसे आँखों से वो बात मुँह जबानी कह देंगे

मैंने दबी आवाज़ में पूछा? मुहब्बत करने लगी हो?नज़रें झुका कर वो बोली! बहुत।

वो हमें अपने दीदार देने को तैयार नहीं मगर ये दिल उनको अपनी निगाहें मैं बसाने पे तुला है !!!

पानी में अछ देखकर खुश हो रही थी मैपत्थर किसी ने फेककर मंजर बदल दिया

वक़्त रहता नहीं कहीं टिक कर, आदत इस की भी आदमी सी है।

एक आँसू भी अगर रो दे तो जानूँ तुझ कोमेरी तक़दीर मुझे देखकरहँसती क्या है।

इतेफाक रखो इस कहानी से,जीवन निकला था पानी से।बरबाद ना हो थोड़ा भी कभी,नहीं मिलता ये आसानी से।

खुद की कीमत गिर जाती हैकिसी को कीमती बनाने की चाह में!Khud ki kimat gir jati haiKisi ko kimti bnane kiChah me!

कोई चाहे कितना भी बड़ा हो, कामयाबी खुद से ही मिलती हे, सागर चाहे कितना भी बड़ा हो, प्यास नदी के पानी से ही मिटती है।

रंग पैराहन का खुश्बू जुल्फ लहराने का नाम।मौसम-ए-गुल है तुम्हारे बाम पर आने का नाम।।

लोग कहते है कीखुश रहोमगर मजाल हैकी रहने देLog Kehte Hain Ki khush rahoMagar majal hai ki Rahane De

टूटे दिल से मत पूछों कौन-सा मौसम अच्छा लगता है,जब वो साथ होता है तो हर मौसम अच्छा लगता है.

कुछ अपना अंदाज है,कुछ मौसम रंगीन है,तारीफ करूँ या चुप रहूँजुर्म दोनो ही संगीन है.

लोग सफल व्यक्ति के सफलता को देखकर हैरत में पद जाते हे, लेकिन कभी उसके संघर्ष को जान कर कुछ सीखना नहीं चाहते।

जुदाई की रुतों में सूरतें धुंधलाने लगती हैं,सो ऐसे मौसमों में आइना देखा नहीं करते।।

यूँ ही आँखों में आ गए आँसूजाइए आप कोई बात नहीं।

गर्मी वाले मौसमी मज़ेठंडे पानी से नहाने का मजाठंडी कुल्फी को खाने का मज़ानिम्बू पानी को बनाने का मज़ाभरी गर्मी में बत्ती जाने का मज़ा

शबनम ने रो के जी ज़रा हल्का तो कर लियाग़म उसका पूछिए जो कभीआँसू ना बहा सके।

ना दर्द ने किसी को सताया होता,ना आँखो ने किसी को रूलाया होता,खुशी ही खुशी होती हर जगहअगर बनाने वाले ने दिल ही ना बनाया होता।।।

दर्द दिल सबीना:चांद वही रहता है सितारा जगह बदल देता है पर साहब आंख वही रहता है इशारा बदल देता है ……..💔💔

उन्होंने कहा चाय में चीनी कितनी डालूं! हमने कहा बस आपने छू लिया ये मीठी हो गयी!!

खुलकर रोने की तमन्ना थी हमेंएक दो आंसू निकलकर रह गए।

बस जिस कदर मानोबारिश का पानी छू कर निकल जाता हैवैसे ही तू अक्सरमेरे ख्वाबों में आता है ।

यु बेवजह नहीं आए हैं आँख में आँसूख़ुशी का लम्हा कोई याद आ गया होगा।

लकीरें हैं तो रहने दो, किसी ने रूठ कर गुस्से में शायद खींच दी थी, उन्ही को अब बनाओ पाला, और आओ कबड्डी खेलते हैं।।

अरे इतना भी मत सताओमौसम सुहाना है……थोड़े नखरे कम करोदूर क्यूँ हो ,थोड़ा पास आजाओ।

इसमें मौसम का क्या कसूर है,जब मेरी चाहत ही मुझसे दूर है.

जल से ही भरा समंदर है, पर खारा पानी अंदर है।हम ढूढे और इसमे है जो, ज़मी आसमान का अंतर है।

ज़िंदगी यूँ हुई बसर तन्हा, क़ाफ़िला साथ और सफ़र तन्हा।

मुझे खौफ कहां  मौत का, मैं तो जिंदगी से डर गया हूं।।

ये मौसम कितना प्यार है,खूबसूरत कितना यह नजारा है,इश्क़ करने का गुनाह हमारा है,मेरे सीने में धड़कता दिल तुम्हारा है.

दोस्ती और मोहब्बत में फर्क सिर्फ इतना है बरसों बाद मिलने पर मोहब्बत नजर चुरा लेती और दोस्ती सीने से लगा लेती है

शुष्क नहर, झीलें, नदी, इनकी गुहार सुनो,जल के बिन जल जाएगा ये सारा संसार।

रिमझिम बरस पड़े हो तुम तो फुहार बन केआया है अब तो मौसम कैसा खुमार बन केमेरे दिल में यूँहीं रहना तुम प्यार प्यार बन के।।

मैं तनो की आवाज़ को तालियों के शोर में बदल दूंगा, ज़रा मुझे कामयाब तो होने दो।

वही आँसू वही माज़ी के क़िस्सेजिसे देखो कटे को काटता है।

हम तो समझे थे कि हम भूल गए हैं उनको,क्या हुआ आज ये किस बात पे रोना आया?

बरसात के मौसम में खुद को भिगा दें,दिल बहुत रोया है, आखों को भी रूला दें.

जीवन हमें हमेशा दूसरा मौका जरूर देता है, जिसे कल कहते हैं!

कुछ तो हवा भी सर्द थीकुछ था तेरा ख़याल भी,दिल को ख़ुशी के साथ साथहोता रहा मलाल भी।

जरुरत के अनुसार पानी का कीजिये उपयोग, जल बचाओ में आपका होंगा सहयोग!Jarurat ke anusar pani ka kijiye upyog, jal bachao me aapka honga sahyog

हमें क्या पता था, ये मौसम यूँ रो पड़ेगा।हमने तो आसमां को बस अपनी दास्ताँ सुनाई है।।

भविष्य तभी उज्जवल है,जब पास सुरक्षित पेय जल है ।

वाह मौसम तेरी वफा पे आज दिल खुश हो गया,,याद-ए-यार मुझे आयी और बरस तू पड़ा

शबनम के आँसू फूल पर ये तो वही क़िस्सा हुआआँखें मेरी भीगी हुई और चहरा तेरा उतरा हुआ।

इस कदर हम उनकी मुहब्बत में खो गएकि एक नज़र देखा और बस उन्हीं के हो गएआँख खुली तो अँधेरा था देखा एक सपना थाआँख बंद की और उन्हीं सपनो में फिर सो गए

जल संरक्षण, जरुरत भी और कर्तव्य भी।Jal Sarakshan, Jarurat Bhi Or Kartavya Bhi.

टपक पड़ते हैँ आँसू जब किसी की याद आती है।ये वो बरसात है जिसका कोई मौसम नहीँ होता।।

जानों क्या है असली सोना,इंसान की मूर्खता है पानी को खोना.

पानी प्यास बुझायें तो अच्छा लगता है,प्यार जीवन भर साथ निभायें तो सच्चा लगता है.

जल की होगी बर्बादी, तो नहीं होंगी कोई आबादी!Jal Ki Hogi Barbadi, To Nahin Hongi Koi Aabadi.

वैसे तो एक आँसू ही बहाकर ले जाए मुझेऐसे कोई तूफ़ान भी हिला नहीं सकता मुझे।

हम इंतिज़ार करें हम को इतनी ताब नहीं पिला दो तुम हमें पानी अगर शराब नहीं -नूह नारवी

कोरोना का चीन में डेरा।पूरे विश्व को इसने घेरा।।37।।भारत मे आकर हारेगा।संयम ही इसको मारेगा।।38।।

बहुत अंदर तक जला देती हैं,वो शिकायते जो बया नहीं होतीBahut andar Tak Jala Deti Hai vo Shikayate Jo byaa Nahin Hoti

तुम पानी जैसे बनो जो अपना रास्ता खुद बनाता हैपत्थर जैसे न बनो जो दूसरो का रास्ता रोक लेते है

कुछ आपका अंदाज है कुछ मौसम रंगीन है,तारीफ करूँ या चुप रहूँ, जुर्म दोनो संगीन है।।

लोग कहते है कि –दिन छोटा होता है तब रातें लम्बी हो जाती है,मैं कहता हूँ कि –जब दिल टूटता है तब रातें लम्बी हो जाती है.

बरसती बारिशों से बस इतना ही कहना हैके इस तरह का मौसम मेरे अंदर भी रहता है

…:आंखो में आंसूऔर लबों पे तेरा ज़िक्र है,पर क्या करूतू मुझसे दूर है…

अच्छे चेहरे की तलाश में हमसे दूर तो हो जाओगे, लेकिन जब दिल की बात आएगी तो हार जाओगे।

कोई मुल्क नहीं है बाकी।जहां ना मिलती इसकी झांकी।।3।।लॉक हुए हैं घर मे अपने।आज़ादी के देखें सपने।।4।।

रुका हुआ है अज़ब धुप छाँव का मौसम,गुज़र रहा है कोई दिल से बादलों की तरह..!!

लबों पर तबस्सुम तो आँखों में आँसू थी धूप एक पल में तो इक पल में बारिशहमें याद है बातों बातों में उन का हँसाना रुलाना रुलाना हँसाना

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