497+ Pahadi Shayari In Hindi | पहाड़ी शायरी

Pahadi Shayari In Hindi , पहाड़ी शायरी
Author: Quotes And Status Post Published at: September 26, 2023 Post Updated at: February 6, 2025

Pahadi Shayari In Hindi : पहाड़ वो स्थान है जहां आपकी आत्मा उड़ान भरती है और आप सब कुछ भूल जाते हैं। पहाड़ी जीवन उन्हें जीने वालों के लिए ही होता है, जो सिर्फ प्रकृति से प्यार करते हैं |

गाँव में त्यौहार, त्यौहार सा लगता हैजब पूरा गाँव एक परिवार सा लगता है।

वो सहर से नजदीक है पर दूरियां बहोत है,गाँव के लोग खुश है मगर मजबूरियां बहोत है।

हमसे ना पूछिए जनाब खुबसूरती पहाड़ों की,आप खुद आइए और देख लीजिए।

मौसम की तरह इंसान नही बदलते है,मौसम बदलने का पता चल जाता है,मगर इंसान के बदलने का पताबड़ी देर में चलता है.

सहर जाकर बस गए वो आराम और पैसों की आश मेंख्वाहिशों ने उनकी मेरा पूरा गाँव खाली कर दिया।

मेरी चाय☕️ आज फिर से ज़्यादा मीठी हो गई.कितनी बार कहा है कि बार बार तुम याद ना आया करो

हर सुकून की अहमियत छोटी पड़ जाती है,माँ जब रसोई में सुबह की चाय बनाती है |

मुझे तेरा साथ Jindagi भर नहीं चाहिए ☝️ बल्कि जब तक तू साथ है 👈 तब तक ज़िन्दगी चाहिए😘

बे फिक्र रहो दोस्तों ये सब मोह माया है,अगर कही सचाई है तो वो बस पहाड़ों की सुंदरता पे है.

जब से तेरे ख़याल का, मौसम हुआ है दोस्तदुनिया की धूप-छाँव से आगे निकल गये।।

एक अगल सा नजारा है इन पहाड़ों पर,एक अलग ही खुबसूरती नजर आती है इन पहाड़ों पर।

क्यूँ मुश्किलों में साथ देते हैं दोस्तक्यूँ गम को बाँट लेते हैं दोस्तन रिश्ता खून का न रिवाज से बंधा हैफिर भी ज़िन्दगी भर साथ देते हैं दोस्त

कोई मरहम नहीं चाहिए जख्म मिटाने के लिए,बस तेरी इक आवाज़ ही काफ़ी है, मेरे ठीक हो जाने के लिए।

मौसम बदलता है तुम भी बदल गये,ये नये जमाने का इश्क़ है हम भी बदल गये.

⚾cricket🔥 🎓Science study.. 👨‍👩‍👧 family लाडला

भूली यादों को याद कर के आज रोया हूँभूले जख्मो को आज फिर से म भिगोया हूँतभी ठंडी के मौसम में भी लंबी चदर को तान सोया हूँ।

सहर ही हलचल से दूरयहाँ मन को आराम हैघर तो अपना गाव में ही है जनाबसहर में तो बस मकान है।

बरसात के मौसम में खुद को भिगा दें,दिल बहुत रोया है, आखों को भी रूला दें.

गर्म चाय और नर्म लहजादुनिया की दो बेहद खुबसूरत चीजें

वहां की हवा से परेशान लगते हैये परिंदे अब सहर में नजर नहीं आते।

पहाड़ वो स्थान है जहां आपकी आत्मा उड़ान भरती है और आप सब कुछ भूल जाते हैं।

किसी की नजरों 👀 👁️ में अच्छे😊 हैं,किसी की नजरों 👀👁️ में बुरे😠 हैंहक़ीक़त में जो जैसा है👉उनकी नजर 👁️में हम वैसे 🎭 हैं…!

साहिल. रेत. समंदर लहरें बस्ती .जंगल सहरा दरियाखुशबू मौसम फूल दरीचे बादल सूरज चाँद सितारेआज ये सब कुछ नाम तुम्हारे।।

ना स्वार्थी, ना अवसरवादी हैसाहब हम तो चाय के आदी है

इंसान को कभी हिम्मत नहीं हारनी चाहिए,क्योंकि पहाड़ से निकली नदी किसी से रास्तानहीं पूछती कि समंदर कहाँ है.

तेरे तसव्वुर की धूप ओढ़े खड़ा हूँ छत पर।मिरे लिए सर्दियों का मौसम ज़रा अलग है।

“अगर मि औकात दीखिक दोस्ती करदु, ता तू म्यारा आस पास भी नि होन्दु ”Read more..

मौसम का मिजाज समझ में नही आता है,यह भी इंसानों की तरह बेवफा हो जाता है.

किसने कहा इश्क़ बेवफा होता है,किसने कहा इश्क़ सजा देता है,किसी के इश्क़ में पूरी तरह डूब कर देखोउसकी यादों का मौसम भी मजा देता है

पहाड़ियों की तरह ही खामोश है रिश्ते,गर पुकारो नही तो आवाज भी नही आती ।।

ऊपर से तो सूरज की गर्मी ने सता रखा हैनीचे इस लड़की की अग्नि ने जला रखा है

रिमझिम बरस पड़े हो तुम तो फुहार बन केआया है अब तो मौसम कैसा खुमार बन केमेरे दिल में यूँहीं रहना तुम प्यार प्यार बन के।।

तुम रख न पाओगे  मेरा तोहफा संभालकर,वरना अभी दिल दे देता अपने सीने से निकाल कर !!

इन वादियों में कुछ ऐसा सुकून नजर आने लगा है,तुम्हे क्या बताऊं कैसे ये मेरे मन को भाने लगा है।

देख के ये ज़माना अब और कहीं मन नहीं लगता,सिवाय पहाड़ों के अब और कहीं सुकून नहीं मिलता।

इस हसीं शाम ने मौसम बना रखा हैवैसे पीता तो नहीं पर फिर भी …….नशा पूरा चढ़ा रखा है।

मैंने👦 सब कुछ पाया👆है, बस तुझको👩 पाना💞 बाकी_है😌कुछ कमी नहीं जिंदगी में🤟 बस तेरा आना बाकी है!!

जब तक हमारे सर पर ऊपर वाले की रहमत रहेगी भगवान कसम हर बन्दे में himachali नाम की दहशत रहेगी

बेशक पहन लो हमारे जैसे कपड़े और ज़ेवर पर कहां से लाओगे, himachali वाले तेवर

मेरी भी एक छोटी से तमन्ना पूरी हो,खूबसूरत पहाड़ों पे एक मेरा भी एक घर हो।

ये बारिश का मौसम, और तुम्हारी यादचलो फिर मिलते है ,एक कप चाय के साथ ☕

मैंने खुशबू की तरह तुझको किया है महसूस,दिल ने #छेड़ा है तेरी #याद को #शबनम की तरह,

मौसम की मिसाल दूँ या तुम्हारीकोई पूछ बैठा है बदलना किसको कहते हैं।।

यादों में आप और हाथ में चाय हो,फिर उस सुबह की क्या बात हो।

दिन छोटे और रातें लम्बी हो चली है मौसम ने यादों का वक्त बढा दिया. dil chote aur rate lambi ho chali hai mausam ne yadon ka waqt bada diya.

काश कुछ हो जाय ऐसा की जिंदगी साबर जाय,इन खूबसूरत पहाड़ियों पे मेरा भी एक घर हो जाय।

हम कि रूठी हुई रुत को भी मना लेते थे।हम ने देखा ही न था मौसम-ए-हिज्राँ जानाँ।।

हवाओं की भी अपनी अजब सियासतें हैं,कहीं बुझी राख भड़का दे कहीं जलते चिराग बुझा दे..!

इक गाँव है मेरादूर एक सुंदर पहाड़ में,दुनिया के नफरत से दूरइंसानियत की आड़ में.

मोहब्बत करने का कोई मौसम नही होता है,इस जमाने में कोई बेवफा हो जाएँ तो गम नही होता है.

उत्तराखंड का जब भी जिक्र होता है, जिक्र होता है पर्वत का, पहाड का, ऊंचाई का, सच्चाई का, अच्छाई का, खूबसूरती का, कर्मठता का, शान्ति का, सुंदरता का।

जिंदगी को जीने का एक अलग सा अंदाज नजर आएगा,जब पहाड़ों की खूबसूरत वादियों के पास मेरा भी एक छोटा सा घर नजर आएगा।

#कोई सिंगल है #क्या,#मैने गलती से #दो कप चाय बना ली

“मीरु Attitude मीरी निशानी, तू बतौ त्वे क्वी परेशानी ?”

लोग तरसते है सुकून कीजिंदगी पहाड़ों पर बिताने के लिए,और तुम अब शहर मेंबसने की बात कर रहे हो.

क्यों पड़े हो ज़माने की भीड़ में,आओ जरा पहाड़ों की गोद में।

ये सुकून ये सारा ज़माना एक तरफ नजर आता है,मेरे दोस्त ये पहाड़ों वाला सुकून एक तरफ नजर आता है।

चले जाना चाहे अगर कोई तो चला जाय जिंदगी से,हम तो खुश है पहाड़ों की जिंदगी में।

ये जो खुबसूरती तुम शहरों की बता रहे हो,कभी आना हमारे पहाड़ फिर देखना खुबसूरती किसे कहते है।

हवाओं में ताजगी हर पल बचपना सा लगता है,सहारों से पहचान है अपनीमगर गाव अपना सा लगता है।

नाजुक सा दिल कभी भूल से ना टूटेछोटी छोटी बातों से आप ना रूठेथोड़ी सी भी फ़िक्र है अगर आपको हमारीतो कोशिश करना की ये दोस्ती कभी ना टूटे,

जो व्यक्ति पहाड़ों के साथ संगीत करता है, उसकी रूह भी पर्वतों के समान उंचाई तक पहुंच जाती है।

ये दिसम्बर तो बातोँ का मौसम था।दुआ करो कि जनवरी बांहोँ का मौसम हो।।

ये बारिश का मौसम, और तुम्हारी याद।चलो फिर मिलते है ,एक कप चाय के साथ।।

बेईमान मौसम से पूछो कुछ हरकत कर रहा हैबताता नहीं क्या ……ये मेरे हमसफर से डर रहा है

ये तन्हा रातो, ये बारिशों के दिनउफ्फ एक और चाय तुम्हरे बिन

पहाड़ों से बड़ा कोई मित्र नहीं, जो हमेशा खड़े रहते हैं और हमें सबक सिखाते रहते हैं।

कुछ तो मौसम-ए-हवा भी सर्द थी कुछ था तेरा ख्याल भी,दिल को खुशी के साथ साथ होता रहा मलाल भी।।

जिंदगी में वही लोग रूलाते है,जिनकी ख़ुशी के लिए हमअपनी हँसी तक भूल जाते है…अब तेरी यादों में एक -एक पल जीनापहाड़ की तरह भारी हो गया है.

हर पल हम आपके साथ हैं,तनहाइयों में होकर भी हम आपके पास हैं,आपका हो न हो पर हमें,आपकी कमी का हर पल अहसास है,,

वही पर्दा, वही खिड़की, वही मौसम, वही आहट।शरारत है, शरारत है, शरारत है, शरारत है।

हक़ीकत मोहब्बत की जुदाई होती हैकभी-कभी प्यार में बेवफाई होती हैहमारे तरफ हाथ बढ़ाकर तो देखोदोस्ती में कितनी सच्चाई होती है..

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