Old Shayari In Hindi : ज़रूरी नहीं कुछ गलत करने से ही दुःख मिले, हद से ज़्यादा अच्छे होने की भी कीमत चुकानी पड़ती है। अकेला रहना भी एक नशा है और आजकल में उसी नशे में हूँ।
बहुत दर्द देती हैं तेरी यादें,सो जाऊं तो जगा देती हैं,,जग जाऊं तो रुला देती हैं।
दिलासे पे कहाँ तक जी सकोगे,दिलासा झूठ का इक रूप है बस।
एक तेरा दीदार मेरे सारे गमो को भुला देता है,मेरी जिंदगी को जिंदगी बना देता है।
परत-दर-परत ना मेरा दर्द कुरेदो, थक जाओगे, हर परत में मेरा तजुर्बा मेरी उम्र से बड़ा पाओगे. Shayari on Umar
कितनी वाकिफ़ थी वो मेरी मोहब्बत सेवो रो देती थी और मैं हार जाता था।
जब मैं डूबा तो समुन्दर को भी हैरत हुयी,अजीब शख्स है किसी को पुकारता भी नहीं।
“तेरी मोहब्बत में हम बैठें हैं चोट खाए, जिसका हिसाब न हो सके उतने दर्द हमने पाये,
मुझ को न दिल पसंद न वो बेवफ़ा पसंददोनों हैं ख़ुद-ग़रज़ मुझे दोनों हैं ना-पसंद
हालात जो भी हो,तू मेरे आसपास ही रहना..Halat jo bhi ho,Tu mere aaspaas hi rahna…
उलझी हुयी निगाहोन से मुजे देखता रहा,आयने में खादा शख्श परेशन था बोहत।
मुझे नहीं मालूम वो पहली बार कब अच्छा लगामगर उसके बाद कभी बुरा भी नहीं
फितरत किसी की न अजमाया कर जिंदगी हर सक्श अपनी हद में लाजवाब ही होता है।
खुदा न करे मेरा दोस्त मुझसे रूठ जाये,हम ऐसे दोस्त नहीं हेजो लोगो की बातो में आकर टूट जाये।
❤️❤Đ¡l करता है Status डाल दु तेरे नाम का…….. पर मुझे ये अच्छा नही लगेगा ! कि कोई तुझको☛ LiKe करे…❤️
आपकी इबादत देखकर हैरान है खुदा भी, कहता है कभी तो कुछ खुद के लिए माँग लो.
ख़ास लोग कभी भी नहीं भूले नहीं जाते,क्यूंकि वे हमारी दिलकी धड़कन बनकर रहते हैं ..
आज कुछ अजनबी सा अपना वजूद लगता है, साथ हैं सब मगर दिल क्यों अकेला सा लगता है।
ए नादान दिल मेरे क्योंनादानी तू कर रहा है,तू क्यों याद करता है उन सबको,जिन्होंने मुझें भुला रखा है।
हम वो दरख़्त है के जो बागों के बीचो बिच, हर मौसम ऐ बहार मैं सूखे रह गए है ।।
मां कहती नहीं लेकिन सब कुछ समझती है,दिल की और जुबां की दोनों भाषा समझती है।
चाहत इतनी रखो की जी सभल जाए , अबइस कदर भी ना चाहो कि दम निकल जाये।
जो फ़ुरसत मिली तो मुड़कर देख लेता मुझे एक दफा तेरे प्यार में पागल होने की चाहत मुझे आज भी हे.
मांगू रब से यही दुआकि हर जन्म बस यही मां मिलेतेरी गोद में ही मुझे खुशियां बेशुमार मिले..!
सुना है शायर बुढां होजाता है.शायरी नहीयादे पुरानी हो जाती है .उनके ऐहसास नहीं
सब अपने से लगते है, लेकिन सिर्फ बातो से।
बड़ा अजीब होता है, जब कोई दूर होता है।रात भर जगाती है, उसकी यादें बहुत सताती हैं।
सख्त राहों में भी आसान सफर लगता है,यह मेरी मां की दुआओं का असर लगता है।
मंजिल मुश्किल थी पर हम खोए नहीं,दर्द था दिल में पर हम रोए नहीं।कोई नहीं यहां हमारा जो हमसे पूछे,जाग रहे हो किसी के लिए या किसी के लिए सोए नहीं।
इस बार मेरे हाथ को तसल्ली से थामो, हर बार बिछड़ जाने का इमकान नहीं होता।
स्कूल में सबसे पीछे था मैं आज सब मेरे पीछे है.
कांच के दिल थे जिनके उनके दिल टूट गए,हमारा दिल था मोम का पिघलता ही चला गया।
इश्क अब बुझ चुका है क्यूंकि हम जल चुके है
कितनी छोटी छोटी बातों पर लड़ाई करना,हर बात मैं मजाक करना और हम सबकी जबरदस्त मस्ती करना,यही तो हमारी हसीन यादें बनकर रह गई हैं …।
रात भर, खुद से तेरी हीबात कर, तुझे खुदा सेज्यादा याद कर,मैं खुश हूँ खुद को बर्बाद कर।
इक साल गया इक साल नया है आने को पर वक़्त का अब भी होश नहीं दीवाने को
कुछ नहीं मांगता मैं ऊपर वाले से सिवाय इतना खुश रहे मेरे माता पिता चाहे चुकाना पड़े कीमत जितना
जुदा हुए तो कुछ यूं हुआकुछ अधूरी बाते रह गईओर पूरे अधूरी हम रह गए
वक़्त सिखा देता है फलसफा जिंदगी का, फिर नसीब क्या, लकीर क्या और तक़दीर क्या।
याद एक ऐसी फोटो जोदिल दवारा खीची जाती हैकिसी यादगार पल कोहमेशा के लिए कैद करने के लिए
आज लाखो रूपए बेकार हैउस एक रूपए के सामनेजो कभी माँ स्कूल जाते वक़्त देती थी
कभी-कभी कुछ यादें आपको दुखी कर देंगी,लेकिन याद रखें,यादें हमेशा सबक की तरह हमेशा साथ रहती हैं ।
तेरे बिना ज़िंदगी अधूरी है यारा,तुम मिल जाओ तो ज़िंदगी पूरी है यारा।तेरे साथ ज़िंदगी की सारी खुशियाँ,दुसरो के साथ हसना तो मज़बूरी है यारा।
जब लोग बदल सकते हैं तो किस्मत क्या चीज़ हैं…
जला के जो इश्क की शमा,रोशन किया मोहब्बत को,बूझे हैं दिल उसकी उल्फत में।
बस तुम खरगोश पर ध्यान देना… कछुआ सिर्फ किताबों में जीतता है!
तू कल भी दिल में थी और आज भी है,बस कल तक favorite list मे थी,आज block list मे है।
जितना बदल सकते थे बदल लिया खुद को..! अब जिसको शिकायत हो वो अपना रास्ता बदल ले
मैंने वो खोया है जो मेरा कभी था ही नहीं,मगर उसने वो खोया है जो सिर्फ उसका था.!
दीवारों से मिल कर रोना अच्छा लगता है,हम भी पागल हो जाएँगे ऐसा लगता है।“क़ैसर-उल जाफ़री”
देख जमाने को बदल गई हूँ मैं, औरों की तरह निखर गई हूँ मैं, उम्र की दहलीज पर गई हूँ मैं, बनने की जगह बिगड़ गई हूँ मैं.
देख लेते हो मोहब्बत से यही काफी है,दिल धड़कता है सहूलियत से यही काफी है।हाल दुनिया के सताए हुए कुछ लोगों का,जो पूछ लेते हो शरारत से यही काफी है।
मेरी दिल में आपका हीराज होगामेरे बात करने का यहीअंदाज होगाकभी गद्दारी नहीं करते हमदोस्ती मेंमेरी दोस्ती पर आपको हमेशानाज़ होगा।
यह ज़िन्दगी कोशिश का नाम है, जियो तो ख़ास है, नहीं तो आम है।
मेरा अंदाज कुछ अलग है,सबको एटीट्यूड का शौक होता है,और मुझे एटीट्यूड तोड़ने का।
ख़ामोशी इकरार से कम नहीं होतीसादगी भी सिंगार से कम नहीं होतीये तो अपना अपना नज़रिया है मेरे दोस्तवर्ना दोस्ती भी प्यार से कम नहीं होती।
फिर से एक उम्मीद पाल बैठी हूँ,फिर से तेरे पते पर चिट्टी डाल बैठी हूँ।
दुआ लफ्जों से नहीं दिल से होनी चाहिए,क्योंकि खुदा उनकी भी सुनते है जो बोल नहीं पाते है।
मोहब्बत कब कहाँ किसकी पूरी होती है,ये तो वादों में ही अधूरी होती है।जान ले लेती है आशिक़ की,तब जाकर लैला मजनू की जोड़ी मशहूर होती है।
मैं तो वक़्त से हारकर सर झुकाये खड़ा था और सामने खड़े लोग खुदको बादशाह समझने लगें!!
जो कभी भी किसी को अकेला नहीं छोड़ता है, असल में वह सबसे अकेला होता है।
वो दर्द दे गए सितम भी दे गए,ज़ख्म के साथ वो मरहम भी दे गए।ओ लफ्जो से कर गए अपना मन हल्का,हमे कभी न रोने की कसम दे गए।
अगर मैं हद से गुजर जाऊं तो मुझे माफ़ करना अगर मैं तेरा हो जाऊं तो मुझे माफ़ करना.
एक साँस सबके हिस्से सेहर पल घट जाती हैं,कोई जी लेता हैं ज़िन्दगीकिसी की कट जाती हैं.।
करीब रहने से नाम बदनाम है इसलिए अब सबको दूर से ही सलाम है….
बेचैनियां बाजार में, नहीं मिला करती यारों,बाँटने वाला, कोई बहुत नज़दीकी होता है।
जा जाने किसने ये परिवार बनाया होगा पर जिसने भी बनाया होगा इतना तो यकीन हैं उसने सबसे पहले प्यार बनाया होगा
मैं फिर से निकलूंगा तलाश ए-जिन्दगी में,दुआ करना दोस्तो इस बार किसी से इश्क ना हो।
“खुद ही रोए और खुद ही चुप हो गए, ये सोचकर की कोई अपना होता तो रोने ना देता।”
ये यादें भी कमाल होती है,ग़म में ख़ुशी लाती है,और ख़ुशी में ग़म।
वो आजमाते रहे हमेऔरों की बातों में आकर😉😉
मैं तुम्हारे संग अपनी जिंदगी ❤️ गुजारना चाहती हूँ,वक्त 🕐 नही।
“मुझसे दूरियां बना कर तो देखो साहैब फिर पता चलेगा कितनी नज़दीक़ हूँ मै।”