Old Memories Shayari In Hindi : मालूम न था कि इस तरह दिल में समाओगे,मालूम न था कि तुम इतना याद आओगे। आपसे दूर हैं तो गम नहीं है, रह कर दूर भूल जाने वाले हम नहीं हैं, मुलाकात न हो रोज, तो क्या हुआ दोस्त, याद तेरी मुलाकात से कुछ कम नहीं है।
ना जाने कैसे बातों-बातों में आज फिर से जुबां पर उस बिछड़े दोस्त की बात आ गई, आज बड़े दिनों बाद फिर एक दफा उसकी याद आ गई।
“ हजारों मकान तलाशकिये कोई ऐसा शहर न मिला,महल मिले पर अपनेमाँ-बाप के जैसा घर ना मिला…!!
बचपन की यादें मिटाकर, बड़े रास्तों पे कदम बढ़ा लिया, हालात ही कुछ ऐसे हुए की बच्चे से बड़ा बना दिया।
मुस्कुराने का मन करता है तो बचपन को याद कर लेता हूँ और रोने का मन करता है तो अपनों को याद कर लिया करता हूँ।
यादें जीवन मैं बहुत उलझन पैदा करती हैं,जब हम उन लम्हों को याद करके खुश होते हैंजब हम रोया करते थेऔर वो यादें रुलाती है जब हम खुश हुआ करे थे।
ना मौत से दूर हूं, नाजिंदगी के पास हूं, साँसेचल रही हैं, एक जिंदालाश हूं.!!
ये सोते वक़्त रोज़ आँखों पर तेरी यादों का बोझ कभी-कभी सोचता हूँ क्या सोना ज़रूरी है रोज़ के रोज़।
प्यार के लिए क्या दोस्त छोड़ दू,इतना मैं नादान हूं क्या।तू जान है और वो सास है मेरी,जीने के लिये सास लेना छोड़ दू इतना पागल हूं क्या।
न वो आते हैं, न मुझे बुलाते हैं,न याद करते हैं, न ही भुलाते हैं।जाने ये कैसे दोस्त हैं,जो बस हमको ही याद आते हैं।
इश्क-ऐ-दरिया में हम डूब कर भी देख आये,वो लोग मुनाफे में रहे जो किनारे से लौट आये
दिल की जरूरत हर जान को होती हैतारों की जरूरत हर आसमान को होती हैहमारी तमन्ना है सलामत रहो तुमक्योंकि अच्छे दोस्त की जरूरत हर इंसान को होती है
हम केवल मस्ती नहीं कर रहे हैं,हम यादें बना रहे हैं।
जीवन चाहे जहां भी बीते,बचपन की यादें तो गांव की ही होनी चाहिए।
“ जिन्दगी जब इंसानको आजमाती है,तो उसे वो घर से दूर ले जाती है…!
ना जाने इतना प्यार कहां से आया हैतुम्हारे लिये कि मेरा दिल भी तुम्हारेखातिर मुझसे रूठ जाता है
मेरी हर खुशी हर बात तेरी है,मेरी साँसों में बसी वो महक तेरी है,इक पल भी नही रह सकते बिन तेरे,धड़कनो से निकलती हर आवाज़ तेरी है।
मेरा ज़मीर बहुत है मुझे सज़ा के लिए,तू दोस्त है तो नसीहत न कर ख़ुदा के लिए।
ऐ दोस्त, दोस्ती में हमेशा वफ़ा करना,क्योंकि दोस्ती की यादें बहुत खूबसूरत होती है.
लोग डरते हैं दुश्मनी से तेरी,हम तेरी दोस्ती से डरते हैं।
नींद में रोज उसकी यादें तंग करती है,धड़कने आज भी उसे पसंद करती है ।
डर लगता है तेरी यादोंको छूने से भी,कही आँसू मे बह ना जायेचंद पल कि खुशियाँ मेरी।
गजब की मिठास है तेरे यादों की, जो इन आंखों को इतना भाया है, तभी तो फिर से पलकों पर आंसू आया है।
मालूम न था कि इस तरह दिल में समाओगे,मालूम न था कि तुम इतना याद आओगे।
उनकी यादों से कह दो कोई कि औकात में रहे, यूं बेवजह किसी के दिलो दिमाग में जाना अच्छी बात नहीं।
College की लड़कियां जितना Attitude दिखाती हैंउससे ज्यादा खूबसूरत लडकियाँहमारे खेत में गेहू काटने आती हैं
“ ना वो आ पाते हैंना हम उनके पास जा पाते हैंदर्दे दिल का हाल क्या सुनाएं यारोंखोए हुए हैं उनकी यादों में कुछ इस तरह कीबस उन्हें याद किए हम जाते हैं…!!
अपनी #स्टाइल को देखकर सबकी जलती हैं, क्योकि इस शहर में सिर्फ तेरे #भाई की चलती हैं.
लाखों यादें, हजारों मजाक, अनेकों रहस्य, एक कारण…। सबसे अच्छे दोस्त।
फ़िक्र तो तेरी आज भी है बस जिक्र का हक नही रहा…!!!
ध्यान रखा करो अपना,क्योंकि मेरे पास,तुम जैसे ओर कोई नही…Dhyan rakha karo apna,Kyuki mere paas,Tum jaisa aur koi nhi….
हम दिनों को याद नहीं रखते,हम तो सिर्फ कुछपुरानी यादों को याद रखते हैं।
यकीन करो मेरा,लाख कोशिशें कर चुका हूँ मैंना सीने की धड़कन रुकती है,ना तुम्हारी याद।
कभी-कभी कुछ यादें आपको दुखी कर देंगी, लेकिन याद रखें, यादें हमेशा सबक की तरह हमेशा साथ रहती हैं ।
शौक से तुमने भी इश्क किया था, फिर हमारी याद तुम्हें क्यों नहीं आती है।।
तेरी यादों में पागल होकर,हम अक्सर तुझको आवाज देते हैं।हमें पता है अब तू नहीं मिलेगा ए दोस्त,फिर भी दुआ करते हैं तो तुझे मांग लेते हैं।
वो बचपन था या सपना आज भी यकीन नहीं होता, उस दौर हक़ीक़त भी सपनों से हसीं हुआ करती थी।
मेरी तो रातो की नींद ले गया,वो तेरा ख़ामोशी से चले जाना ना जाने क्या क्या कहे गया.
किसान की भी क्या दुविधा छत टपकी है, उसकी फिर भी बारिश की दुआ करता है ।।
हम जब भी आपकी दुनिया से जायेंगे,इतनी खुशियाँ और अपनापन दे जायेंगे,कि जब भी याद करोगे इस पागल दोस्त को,हँसती आँखों से आँसू निकल आयेंगे।
दुश्मनों से प्यार होता जाएगा,दोस्तों को आज़माते जाइए।
दुनियां रँग रूप देखती हैं ,हम जिगर देखते हैं ,दुनिया सपने देखती है हम सच्चाई देखते है।दुनिया जहाँ मे दोस्त देखती हैं,हम दोस्ती में जहाँ देखते हैं।
माना की तेरे शहर में ग़रीब कम होंगेअगर बिकी तेरी दोस्ती तो पहले खरीदार हम होंगेतुझे ख़बर ना होगी अपनी कीमत कीपर तुझे पाकर सबसे अमीर हम होंगे
आप की खा़तिर अगर हम लूट भी लें आसमाँ,क्या मिलेगा चंद चमकीले से शीशे तोड़ के !
बनाकर रख लो मुझे कैदी अपनी चाहत का बिछड़कर तुमसे मुझे जीना नहीं आता…!!!
माना कि तू नहीं है मेरे सामनेपर तू मेरे दिल में बसता हैं,मेरे हर दुख में मेरे साथ होता है,और हर सुख में मेरे साथ हसता है।
न जाने कैसा जादू है,उसकी हर एक बात में;उसकी ही यादें आती हैं,हमेशा दिन और रात में.
“जो जितना करीब_होता है, उसकी यादें उतनी #बेरहम होती है II”
तुम पूछ लेना सुबह से, न यकीन हो तोशाम से,ये दिल धड़कता है तेरे ही नाम से।
कुछ ना बचा मेरे इन,दो खाली हाथों में,एक हाथ से किस्मत रूठ गई,तो दूसरे हाथ से मोहब्बत छूट गई ।।
तेरी ही यादों से बसी है मेरी जिंदगी, तेरी याद में मेरी दुनिया बदल जाती है।।
बिछड़ी हुई राहों से जो गुजरे हम कभी,हर कदम पर खोई हुई एक याद मिल गयी
“ अब तो जब भी मिलते हैं ऐसा लगता है किवक्त कुछ “खामोश” सा हो गया हैकहने को बातें तो हजारों होती हैलेकिन सारी बातें “यादों” में छुपी रहती है…!!
बहाना नहीं चाहिए होता था खुश होने का, ना रोने की कोई ठोस वजह होती थी, ना डांटता था कोई गलतियों पर मुझे, ना गलतियों की कोई ठोस सजा होती थी।
बचपन की कहानी याद नहीं बातें वो पुरानी याद नहींमाँ के आँचल का इल्म तो हैपर वो नींद रूहानी याद नहीं |
माँ की कमी को तो कभी भगवान भी पूरी नहीं कर सकता।
मैं लव हूँ पर मेरी बात तुम हो,और मैं तब हूँ जब मेरे साथ तुम हो
दर्द क्या होता है कोई उस शक्स से पूछोजो अपनी मोहब्बत को किसी और कीबाहों में देखे ।
👸 बहन छोटी हो या बड़ी हमेशा अपने 👲 भाई की Care करती है !!
फिर पलट रही हैं सर्दियों की सुहानी रातें, फिर तेरी याद में जलने के जमाने आ गए।
दिलों मे इतजार की लकीर छोड़ जाएगे,आँखो मे यादो की नमी छोर जायेगे।ढूढ़ते फिरोगे हमे एक दिन,जिन्दगी मे एक दोस्त की कमी छोड़ जायेगे।
पानी पीने पर भी हिचकी नहीं रूकती,कैसी वाटरप्रूफ यादें है तुम्हारी।
कुछ बाते और कुछ यादें, अक्सर नींद उड़ा देती है.
“ जब लाइफ की सबहोप्स डूब रही हो पानी में,फॅमिली की नाव कहीआस पास ही मिलेगी…!!
“ परिवार तो अब भीतरही भीतर टूट जाते हैं,मगर घर खड़े रह जाते हैंबेशरमों के तरह…!!
आखरी बचपना मैंने बचपन में किया था, जब से बड़ा हुआ हूँ सिर्फ गलतियां की है।
बंधे नहीं रहते थे किसी ज़िम्मेदारी की ज़ंजीर से बचपन में, तभी ये नन्हे पॉवं रुकने का नाम नहीं लेते थे।
पूरा हक हैं तेरा मुझपरतू जताया भी करऔर न पुछू तो बताया भी कर।Pura haq hain tera mujhpar,Tu jataya bhi kar,Aur na puchu to bataya bhi kar…
न जाने क्यों हमें आंख भिगाना नहीं आता,न जाने क्यों हाल-ऐ-दिल समझाना नहीं आता,क्यों सारे दोस्त बिछड़ गए हमसे,शायद हमें ही साथ निभाना नहीं आता
बचपन में कमा तो नहीं सकता था, पर खिलौने बहुत खरीदता था आज कमाता बहुत हूँ, पर खिलौने नहीं खरीद सकता।
भूलना चाहो तो भी याद हमारी आएगी,दिल की गहराई मे हमारी तस्वीर बस जाएगी।ढूढ़ने चले हो हमसे बेहतर दोस्त,तलाश हमसे शुरू होकर हम पे ही ख़त्म हो जाएगी।
रोती हुई आंखे कभी झूठ नहीं बोलती क्योंकि आंसूतभी आते हैं जब कोई अपना दर्द देता हैं..
माँ की ममता: सभी प्यार यहीं से शुरू हैं और यही पर ख़तम हैं।