Nurse Shayari In Hindi : ना जाने क्या था नर्स की उस फूंक मेंजो हर चोट ठीक हो जाया करती थीनर्स लगाती हलकी सी चपत ज़मीन कोदर्द सारा दूर हमारा कर देती थी अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस पर देश की सभी नर्सों को बहुत बहुत शुभकामनाएं...
डाक-तार संचार का ‘प्रगति’ कर रहा काम,कछुआ की गति चल रहे, लैटर-टेलीग्राम।धीरे काम करो, तब होगी उन्नति हिंदुस्तान की,जय बोलो बेईमान की !
दोस्तों🤟 एक बात🤨 तो है 👍 शरीफ लोगों ✊की शराफत 🙏और हमारा 🤨कमीनापन किसी😯 को अच्छा 👍नही लगता🔥🔥🔥
रहने दे✊ मुझे अँधेरे🌃 में ए ग़ालिब,🤨उजालो 🔥में मुझे अपनों 😯के असली चेहरे😯 नज़र आ जाते है🔥🔥🔥
जितना बदल सकते थे, ख़ुद को बदल लिया,अब जिसको शिकायत है वो अपना रास्ता बदले..
सेवा का उत्तम भाव तुम्हारा,निस्वार्थ है बहाव तुम्हाराबिना भेदभाव के ख्याल रखती हो,है जनमानस से लगाव तुम्हारा...नर्स दिवस की शुभकामनाएं
मी 🤟असाच आहे👍, पटलं तर घ्या,🤟नाय❌ तर द्या सोडून.😞😞
चार🤨 दिन के❤️ इश्क मे मैं 😌तुझे भाभी 😅बुलवाऊँ,😍चल 🤨निकल इतनी 😟तेरी औकात नहीं ❌❌
हमारे बारे में अंदाजा मत लगाओहमने खामोश रहकर भी कांड बहुत किए हैं
बड़ी अकड़ से कहते हो हूँकूमत चलती है तुम्हारी,जरा हमारे सामने तो आओ औकात दिखा देंगे तुम्हारी😎🔥💯
तेरी दहाड़ से ज्यादा मेरी ख़ामोशी का खौफ है।
हम बुरे हैं इसलिए जी रहे हैंअच्छे होते तो दुनिया जीने कहां देती!
बिखर 🤨जाएँ टूटकर 💥हम वो पत्ते ☘️नहीं,हवाओं😁 से कहो😬 अपनी औकात🤨 में रहें🤟🤟🤟
जिनके मिज़ाज दुनियाँ से अलग होते है,महफ़िलों मैं चर्चे उन्ही के ग़जब होते है.
बचपन से ही शौक था अच्छा इंसान बनने का,लेकिन बचपन खत्म और शौक भी खत्म.
Attitude के बाजार में जीने का अलग ही मजा है,लोग जलना नहीं छोड़ते और हम मुस्कुराना.
मैं सबको अपना मानता हूँ सोचता फायदा या नुक्सान नहीं
खून से खेलेंगे होली अगर वतन मुश्किल में है सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
हमारी🤟 शराफत का 😇फायदा उठाना ✊बंद कर दो ❌, जिस दिन 😦हम बदमाश हो 😯गए… कयामत 🤩आ जाएगी🔥🔥🔥
वह इश्क़❤ का समय भी गजब रहा होगाजिसमें रांझा भगत सिंहऔर हीर हिंदुस्तान की आज़ादी रही होगी
ज़िंदगी वही है जब आप अपनी जिंदगी दूसरों की मदद के लिए दे रहे हो।
अपना 🤗भला कौन 😯क्या बिगाड़ेगा,🙄अपनी🤟 तो किस्मत😇 उसने लिखी है,✊✊जिसका 😟कोई कुछ नहीं❌ बिगाड़ सकता😅😅
मोहब्बत थी इसलिए ब्लॉक होकर बैठ गए,ज़िद होती तो दूसरी ID से वापस आ जाते !
देश भक्तों की मृत्यु से स्वतंत्र हुए है, हमकोई पूछे कौन हो तुम तो गर्व से कहना भारत माँ की देन है, हम
नोट 💵इकट्ठे करने की😏 बजाएदोस्त🤟 इकट्ठे किये मैंने,😇इसीलिए😏आज भी 😜पुराने चल रहे है🔥🔥🔥
सुना है समुंदर को बहूँत गुमान आया हैउधर ही ले चलो कसती जिधर तूफान आया है 💯
शब्दो का सुमन अर्पित, कहो कैसे गुणगान करू! अंतःकरण है द्रवित हमारा, मैं तेरा सम्मान करू!
बामन तो जलती भट्ठी है,तप-तेज-रूप, बस अग्निपुंज!क्या उसको नल के पानी सेठंडा कर हाय बुझा दोगी?
नर्सिंग में मेरी ज़िन्दगी का एक सुंदर संग्रह है, जहां मुझे अपने मरीज़ों की देखभाल करने का मौका मिलता है।
तड़प 💥जाएगी तू😟 प्यार की एक♥️ बूँद के लिएमैं 😯आवारा बादल हूँ🌧️ कहीं और बरस😅 जाऊंगा🤩🤩🤩
बात🤨 से जात😯 और हरकतों 😅से औकात नाप लेते है हम🔥🔥🔥
बहुत खुश रहता हूँ आज कल मै,क्युँकि अब उम्मीद खुद से रखता हूँ, औरों से नहीं.
हम👍 जलते नही🔥 जलाते है, कुछ😣 इसी अंदाज में 😜जिंदगी बिताते है💥💥💥
जखम😟 ऐसा देंगे😣 तुम्हे😜तुम 🤨सोचोगे की 😁पंगा क्यों लिया😯😯
Look🤓 ही Attitude 😎वाली है,दिल ♥️में कोई❌ घमंड नहीं हमारे.😣😣😣
नर्सिंग समाज सेवा के रूप में एक मूल गुण है, जिससे हम दूसरों के लिए समर्पण करते हैं।
हमारी 👍 हैसियत का 🙄अंदाज़ा तुम ये🤨 जान के लगा लो👍हम😣 कभी उनके👎 नहीं होते🤨जो हर😯 किसी के✊ हो जाए💥💥💥
अपने सपने पूरे करने की दौड़ में तो सभी लगे हुए हैं पर मैं Doctor बन कर अपना और अपने माँ बाप दोनों का सपने सच कर दूंगा।
जो😯 किसी को 😅छलते नहीं,❌वही लोग😯 आज कल😁 खोटें सिक्के 😌जैसे चलते नहीं😨😨😨
हम निभाते बड़ी शिद्दत से हैं,फिर चाहे दोस्ती हो या दुश्मनी
हमारे पाले कुछ लोग हमी को काट रहे है।हमारे सजदे में झुकने वाले गैरो के तलवे चाट रहे है
सेवा धर्म की रक्षा में उसने, न जाने कितने बलिदान दिए। अपनी चिंता को भूल कर, कइयों को जीवन दान दिए।
मुझमे और उनमे फ़र्क इतना था कि उन्हें घमंड खुद पर था और मुझे रिश्ते पर।
जनाब 💫 कभी मत ❌पूछिए हद 🤨हमारी गुस्ताखियों😌 की,हमने 🤟 तो आईना ज़मीं😯 पर रखकर दुनिया 🌏 कुचल दिया🤨 करते🔥🔥🔥
तेरी❤️ मोहब्बत को😯 कभी खेल😏 नही समजा❌ ,वरना 🎮खेल तो इतने😯 खेले है कि 😯कभी हारे नही ❌❌❌
लिया संकल्प की डटी रहूंगी, चाहे जान भी बारुंगी। जब तक सीने में श्वास प्रबल है, मैं हिम्मत नहीं हारूँगी।
गर्व है मुझे मेरे बुरे होने परअगर अच्छे तुम्हारे जैसे हों तो
रेस वो🏇 लोग करते🤟 है, जिसे अपनि 🤨किस्मत आजमानि हो,👍हम 🤟तो वो खिलाडी🤟 है, जो🤨 अपनि किस्मत के साथ 💫खेलते है🔥🔥🔥
गिरे 😏हुए लोगों✊ को उठाना नही❌भूलना सीखो💯💯💯
गुरु भ्रष्टदेव ने सदाचार का गूढ़ भेद यह बतलाया।जो मूल शब्द था सदाचोर, वह सदाचार अब कहलाया॥
दुनिया की सभी अद्भुत नर्सों को नर्स दिवस की शुभकामनाएं! आप अपने काम के प्रति जो समर्पण दिखाते हैं वह अद्भुत और प्रशंसनीय है।
दिल लगाना तो बहूँत दूर की बात हैहम तो किसी को मुँह नही लगातेजो इज्जत देगा उसको इज्जत मिलेगीहम हैसियत देख कर सर नही झुकाते
माचिस😟 तो यूँ ही😣 बदनाम है हुजुर,👍हमारे😇 तेवर तो😟 आज भी🔥 आग लगाते है💥💥💥
दोस्तों से😜 बिछड़ के यह😯 एहसास हुआ 👍ग़ालिब थे😁तो कमीने, लेकिन 😜रौनक भी उन्हीं से थी…💥💥💥
मेरी हिम्मत को परखने की गुस्ताखी न करना,
आनेवाला दौर अब हमारा हैHetlar को कह दो की बाप अब पधारा है🔥💯
नर्सिंग कला एक स्नेह से बांधा हुआ धागा है, जो मरीज़ और उनके परिजनों को पुनर्जन्म देता है।
जिस🤨 दिन इसे😯 जान जायेगा,🤟उस🤨 दिन जान😣 से जायेगा🔥🔥🔥
टक्कर 😯की बात मत ❌करो जिस दिन😣सामना🤟 होगा उस दिन 😥 हस्ती मिटा देंग💥💥
बिगड😏 तो मैं उसी😟 दिन गया था😱जिस दिन😥 पैदा होते👍 ही नर्स ने😘 kiss करके कहा था.🔥🔥🔥
लोग क़दर तभी करते हैं,जब उन्हें मुँह लगाना छोड़ दो.
जब अंतःकरण हुआ जाग्रत, उसने हमको यों समझाया।आँधी के आम झाड़ मूरख क्षणभंगुर है नश्वर काया॥
एक #धमकी तो सनम बनती ही थी #पहले पहल#ब्लॉक सीधा कर दिया ये तो #ग़लत सी बात है।।
मेरे😱 स्टेटस नशें😇 की तरह 🤟होते है,एक😦 बार आदत 😏पड़ गई तो🤟बिना❌ पढ़े रह✊ पाना मुश्किल है.💥💥
सफलता मन #की शीतलता से #उत्पन्न होती है,#ठंडा लोहा ही गर्म लोहे# को काट एवं #मोड़ सकता है?⚕️।
संस्कार संस्कृति और शान मिलेऐसा हिंदू मुस्लिम और हिंदुस्तान मिले रहे हम सब ऐसे मिल जुलकर मंदिर में अल्लाह और मस्जिद में भगवान मिले
देश के प्रेम में, स्वयं को तपाये बैठा हूँमरूंगा भारत माँ के लिए, शर्त मौत से लगाये बैठा हूँ
मेरी🤟 शराफत को 😯तुम बुझदिली 😟का नाम मत दो,❌क्यूंकि😟 दबे ने जब 🙄तक घोड़ा तब🔫 तक बन्दूक भी😁 खिलौना ही होता है✊✊
जो मेरे मुकद्दर में है वो खुद चल कर आएगा,जो नहीं है उसे अपना खौफ लाएगा.
अगर😏 फितरत हमारी 😇सेहने की ना❌ होतीतो 👍हिम्मत तुम्हारी🤨 कुछ कहने ✊की ना होती❌
ख्वाइशों✊ का कैदी हूँ,😇मुझे 👍हकीक़ते सज़ा😱 देती है,आसान 😒चीजों का🤟 शौंक नहीं ❌मुझेमुश्किलें ✊मज़ा देती है😇😇😇
सिंगल लोंडो का भी अपना अलग ही Attitude है,मां-बाप के अलावा किसी के बाप की नही सुनते.
मैं जानता हूं कहां तक उड़ान है उनकी,मेरे ही हाथ से निकले हुए परिंदे हैं..!