88+ Non Veg Shayari In Hindi | हिंदी में नॉन वेज शायरी

Non Veg Shayari In Hindi , हिंदी में नॉन वेज शायरी
Author: Quotes And Status Post Published at: October 11, 2023 Post Updated at: April 20, 2025

Non Veg Shayari In Hindi : मर जाऊगा मैं नजरों से दूर मत होना। बाँहों में रहना गोरी कूर मत होना। घबड़ाओ न इतना काम लो एहतियात से। सोचो न गन्दा मनोरंजन करो बात से।

भाग जाउंगी आग लगने से पहले मै ऊपर मंजिल में। जल जाओगे खुद ही समा पाओगे न दिल में।

मांगता हूँ तो देती नहीं हो, जवाब मेरी बात का;देती हो तो खड़ा हो जाता है, रोम-रोम जज़्बात का;क्यों बोलती हो की धीरे से डालो, बालों में फूल गुलाब का!

ये लाली ये काजल, ये जुल्फें भी खुली खुलीतुम यूँ ही जान मांग लेती इतना इंतजाम क्यूँ किया

विछावान करो साफ झार के फाड़के नहीं। मेरे बाजुओं में सोजा कपड़े उधर के नहीं।

मेरे आँसुओ की गवाही ना लेनातेरे ज़ुल्मो की कहानी बिखर जायेगी

माना कि अब तो मुझे मुहब्बत नहीं करतीलेकिन अब भी तू हमारी गली से गुजर जाए तो लोग कहते हेके ये देखो भाई का माल जा रहा है

निगाहों से निगाहें मिला कर तो देखो;कभी किसी लड़की को पटा कर तो देखो।

सुनना तुम तराना गूंऊगी मै। जाती हूँ घर कल आउंगी मैं।

आती नहीं शर्म झूठी बनाते हो। कहीं चला जाती हूँ तो मरते दिन रात हो।

गीली-गीली फुद्दी में लंड फिसल गया;जरा गौर से फरमाइएगा:गीली-गीली फुद्दी में लंड फिसल गया;...…और दोनो गोटियाँ परेशान, “साला उस्ताद किधर गया”।

चोदते चोदते सुबह हो गयी लंड पे पड़ गए छाले;चूत फट के गुफा हो गयी वाह रे चोदने वाले!

आग बन जाऊं यदि तुम जल मरोगी। इतराती हो जवानी पे उस पल क्या करोगी।

बारिश हो और ज़मीन गीली न हो;धुप निकले और सरसों पीली न हो;तो फिर आपने यह कैसे सोच लिया कि;नींद मे आप की याद आये और सलवार गीली न हो!

हाय मर जाऊंगी गोरी इकरार करो। तडपाओ न अब जरा प्यार करो।

सीखो तैरना भी न भरोसा पतवार का करो। होकर देहाती न बात फ़िल्मी स्टार का करो।

करत करत चुदाई से, लंड होत बलवान;चूत मैं आवत जावत से, लंड बने महान।

तुम्हारे साथ रहने से बर्बाद हो गया। लगता है मेरी जिन्दगी और ख़राब हो गया।

कार में रेडियो का ऐन्टेना और लड़की की टांगें जितनी ज्यादा ऊपर होंगी, कनेक्शन उतना ही अच्छा और बेहतर होगा।😌😜😝😂😝😂😝😂😝

आसमान सिमट जाएगा तुम्हारे आगोश में;लड़की की टाँगें फैला कर तो देखो।

तुम्हारे साथ सोने से नशा आ गया। खैर कोई बात नहीं जिन्दगी का मजा आ गया।

हसरतें दिल में दबाने से क्या फ़ायदा;अपने हाथों से ज़रा दबा कर तो देखो।

उसने कहा मत देख मेरे सपने मुझे पाने की तेरी औकात नही मेंने भी हस कर कहा पगली आना हो तो आजा मेरे सपनो मे हकीकत मे आने की तेरी औकात नहीEr kasz

घबड़ाओ न इतना काम लो एहतियात से। सोचो न गन्दा मनोरंजन करो बात से।

हर शाम सुहानी नहीं होती;हर चाहत के पीछे कहानी नहीं होती;कुछ तो असर ज़रूर होगा मोहब्बत में;वर्ना गोरी लड़की काले औज़ार की दीवानी नहीं होती।

मैं लिखता हुं सिर्फ दिल बहलाने के लिए वर्नाजिस पर प्यार का असर नही हुआ उस पर अल्फाजो का क्या असर होगा

लेकिन भागने न दूंगा सिमट लूँगा बाँहों में। जिधर भी निकलोगे खड़ा रहूँगा राहों में।

काश आपकी सूरत इतनी प्यारी ना होतीकाश आपसे मुलाकात हमारी ना होतीसपनो में ही देख लेते हम आपकोतो आज मिलनी की इतनी बेकरारी ना होती

हर सभी से कलाम नहीं होती, हर सभी को सम्मान नहीं होती। पेट अगर नहीं होता, तो आदमी किसी का गुलाम नहीं होता।

जिसे आने में लगते हैं 15 साल;वाह वाह।सुन तो ले भोसड़ी के।जिसे आने में लगते हैं 15 साल;उसे कहते हैं ‘झाट’ के बाल।

विलेन तो हम उसी दिन बन गये थे जिस दिन दोस्तों ने कहा थातू सिर्फ अपनी पावर बना लवर अपने आप बनेगी

लिखी कुछ शायरी ऐसी तेरे नाम से कि जिसने तुम्हे देखा भी नही उसने भी तेरी तारीफ कर दी

गैर लड़की को आज सताओ न तुम। अजूबा तराना ये गाओ न तुम।

रह क्या रोकोगे मै उदुंगी जहाज पे। बकवास करोगे तो थूंक दूंगी ताज पे।

मोहब्बत बहुत अच्छी है वार (War) से;क्योंके कंडोम सस्ते मिलते हैं तलवार से।

प्यार किस्मत है कोई ख्वाब नहीं;ये वो खेल है जिसमें सब कामयाब नहीं;जिन्हें इश्क की पनाह मिली वो कुछ ही लोग हैं;और जिनके लौड़े लग गए उनका तो हिसाब नहीं।

न दूंगी प्यार क्यों न हो गये इन्तकाल। आग लगे तेरी जवानी को न करो सवाल।

रात को आऊंगा खिड़की खोल के रखना। समस्या सुलझाऊगा दुपट्टा खोल के रखना।

शिकवा न कर, गिला न कर;बस इतनी सी गुजारिश है;जब भी मैं तेरे में डालूं;बस तू हिला न कर।

हलाल कैसे करूंगी तुम इश्कबाज को। मिटी न तमंना तो खोल दूँगी इस राज को।

तन्हाई में भी हमे भी जीना आता है,सेक्स करके हमको भी पसीना आता है,

कांटे और गुलाब का कोई सवाल नहीं। तेरा जैसा मै कोई धटिया माल नहीं।

दया करो मुझे पर मेरा कुछ ख्याल करो। मर जाऊंगा सताने पर न मुझे हलाल करो।

ज़िंदगी भर साथ दूँगा’ मुझे खोना मत,✋????????रात भर चोदूंगा बस रोना मत☝️????????

तोड़ी हुई बस्तु को जोड़ी नहीं जाती। लैला की कमर पकड़ के मरोड़ी नहीं जाती।

तेरे बहते अश्कों और तेरे हालातों को देख कर रोता तो बहुत है मेरा दिल;काश पहले कंडोम ही खरीद लेता तो आज नहीं खरीदनी पड़ती ये आई-पिल!

खुशनसीब हूँ आज तुम्हें पाकर के मैं। चलो सुनाऊ कुछ तराना गा करके मैं।

पलट के देख ज़ालिम, तमन्ना हम भी रखते हैं;हुस्न तुम रखती हो, तो जवानी हम भी रखते हैं;गहराई तुम रखती हो तो लंबाई हम भी रखते हैं!

मुट्ठल लौंडो से न पूछो आलम इंतज़ार का,झांट सी जिंदगी है और ख्याल है बहार का।????????????????

देख तेरे लंड की हालत क्या हो गई है इंसान;उसमें बची नहीं है अब कोई जान;बूब्स दिखाये, चूत दिखाई और दिखाई गांड;फिर भी उठा नहीं शैतान;कितना लटक गया हैवान।

महबूब मेरे… महबूब मेरे;तेरी मस्ती में मुझे जीने दे;बोहुत दूध है तेरे सीने में;मुझे दबा दबा के पीने दे!

अर्ज़ किया है:जिस दिन उनसे दिल लगा बैठे;तनहा में सुकून कि माँ चुदा बैठे।वो तो सो गयी, किसी और के बिस्तर पे;और हम अपनी ही झांटो में आग लगा बैठे।

खुद पे इतना गुरुर मत कर ओ शेहझादीहम हुकम के वो पत्ते हें,जो इक्के पे भारी हें

दिए हो दिल गैर को मै ख़राब बन गई। तुम बना कांटा और गुलाब बन गई।

जिस्म रहेगा दूर मगर रूह तो तेरे संग रहेगा। डोरी तेरी हाथों में यह दीदार पतंग रहेगा।

कमाई छोटी या बड़ी हो सकती हैपररोटी तो सब घर में एक जैसी ही होती है

इस सुहाने मौसम में तुम्हारा साथ हो;गर्म बिस्तर में कम्बल ओढ़े तुम पास हो;मेरे होंट तुम्हें छूने को तरसें;काश ऐसा भी एहसास हो!

करो विनती सुनेगे भगवन। हमदोनों के हां.. पूरेंगे अरमान।

वक्त गुजरता ज्यों – ज्यों तुम बच्ची बनती जाती हो। धधकती हुई आग को तुम और भी सुलगती हो।

औकात नहीं है दुश्मनो की आँख से आँख मिलाने कीऔर साले बात करते है घर से उठाने की

आराम करना चाहिए लछ्य पाने से पहले। निमंत्रण में न जाना चाहिए बुलाने के पहले।

गंवारे पण से तेरे मैं तो लाज पा गई। जो नहीं पाना था वो तो आज पा गई।

मिथ्या हो मिथ्या ये बात तेरी। लगता न अच्छा मुझे अब मुलाकात तेरी।

रात होगी तो कंडोम भी दुहाई देगा;टांगो के बीच सारा जहां दिखाई देगा;ये काम है जानी, जरा संभलकर करना;एक कतरा भी गिरा तो 9 महीने बाद सुनाई देगा।

अर्ज़ किया है:उड़ती हुई फ्रॉक को काबू में रखो;उड़ती हुई फ्रॉक को काबू में रखो;पेंटी ना पहनो कोई बात नहीं;कम से कम बगीचा तो साफ़ रखो।

यूँ तो तेरी यादों के साथ रहने से हमें कोई ऐतराज़ नहीं ए हसीना;पर हर रात तीन बार कच्छा बदलना भी कुछ असां नहीं होता!

आशिक़ का जनाजा कब्र में पड़ा है,आशिक़ का जनाजा कब्र में पड़ा है,भोसड़ी वाले कि हड्डियां तो गल गयी,लेकिन लंड अभी तक खड़ा है।????????????????

हमने तो वफ़ा की थी, पर उसने ही दिल तोडा मेरा;फिर एक दिन उसने मैसेज किया, ‘याद आती है क्या?’हमने भी लिख दिया ‘लौड़ा मेरा’!

एक हम ही है जो तुम्हे अक्सर मैसेज करते रहते हैं,और एक तुम्हारा मैसेज है, जैसे औरतों को महीना आता है.!

किसी ने सही फ़रमाया है,ना चोदो किसी को इतना कि उसकी चूत तुम्हारी कमजोरी बन जाये;उसे चोदो कुछ इस तरह कि तुम्हारा लंड उसके लिए जरूरी बन जाये।😌😜😝😂😝😂😝😂😝

दो बूँदें तो ज़रूर गिरेंगी, यारो;ज़रा अपने लंड को हिला कर तो देखो।

तमन्ना है अभी है अब न देर करो। रात है सावन की न सबेर करो।

अदावत करूंगा न तो दे दो मुह्बात। तेरे खातिर गुजारी है मैंने बहुत मुद्गत।

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