Nari Shakti Shayari In Hindi : समाज में नारी को दे वो सम्मान, तभी बदलेगा देश का भविष्य,बढ़ेगा सबका मान। उसकी मुस्कान से रोशन हो आसमान, नारी की शक्ति है समाज की शान।
क्यों मर्यादा की बेड़ी ने, स्त्रियों को ही जकड़ा है, मान की जंजीरों ने, पुरुषों को कब पकड़ा है?
“ अच्छा व्यव्य्हार करनेवाली महिलाएं कभी-कभारही इतिहास बनाती हैं….!!
आप अपने फर्ज से मुख मोड़ सकते है लेकिन एक स्त्री अपने फर्ज को कभी अधुरा नही छोडती है.
शक्ति महिलाओं की प्रतीक है । प्रकृति की बेहतरीन और सबसे सुन्दर रचना है । इनके बिना कोई निर्माण संभव नहीं है ।
सुनुँ क्या सिंधु, मैं गर्जन तुम्हारास्वयं युग-धर्म की हुँकार हूँ मैंकठिन निर्घोष हूँ भीषण अशनि काप्रलय-गांडीव की टंकार हूँ मैं
घर को स्वर्ग बनाती नारी घर की इज्जत होती नारी देव भी पूजा करते जिसकी ऐसी प्यारी मूरत है नारी
सृष्टि के सृजन को गोद में पालती है,औरत हर मुसीबत से लड़ना जानती है.
चोटें खाकर बिफरो, कुछ अधिक तनो रे धधको स्फुलिंग में बढ़ अंगार बनो रे
कुर्बान करती खुशियां हैं ममता के रूप मेंबेटी के रूप में कभी माता के रूप में..औरत ही दे परीक्षा क्यों मर्द के लिएराधा के रूप में कभी सीता के रूप में..?
“ स्त्री तब तक चरित्रहीन नहीं होसकती जब तकपुरुष चरित्रहीन न हो..!!!!
हर दिन होना चाहिए नारी के नाम,क्योंकि बिना रुके करती है वो हर काम।महिला दिवस की हार्दिक बधाई.
हुँकारों से महलों की नींव उखड़ जाती,साँसों के बल से ताज हवा में उड़ता है,जनता की रोके राह, समय में ताव कहाँ ?वह जिधर चाहती, काल उधर ही मुड़ता है ।
एक स्त्री का जीवन ही सुंदर जीवन का आधार है.
“ जो मर्द अपनी माँबहन की इज़्ज़त नही करतावो अपनी बीवी की भी नही करेगा…!!
“ अजीब दस्तूर है दुनिया काखोट आदमी की नज़र में होता हैऔर घूंघट के बोझतले औरत को रहना पड़ता है….!!
“ चरित्र अगर कपड़ो से तय होतातो कपड़ों की दुकान मंदिर कहलातीमहिलाओं का सम्मान करोचाहे वो किसी भी लिबास में हों….!!
जिह्वा से कढ़ती ज्वाल सघन,साँसों में पाता जन्म पवन,पड़ जाती मेरी दृष्टि जिधर,हँसने लगती है सृष्टि उधर!मैं जभी मूँदता हूँ लोचन,छा जाता चारों ओर मरण।
सबके ही सुख दुःख को सहकर बेटी हुई कभी माँ बनकर अपने सभी फर्ज निभाती हे तभी तो नारी कहलाती हे। महिला दिवस की शुभकामनाएँ.
“ जहाँ नारी को शक्तिमानकर पूजा जाता हैवह सच्चे मातृत्व केसुख विराजते है…!!
त्याग की सूरत,ममता की मूरत,तो कभी देवी का प्रतिरूप कही,जैसी जिसने मांग करी,वह ढलती उसके स्वरूप रही।
एक स्त्री ही ऐसी होती है जो बड़े से बड़े दुखो के पहाड़ को आसानी से ढो लेती है.
जिस घर में होता नहीं, नारी का सम्मान ।मिट जाती है एक दिन, उस घर की पहचान
“महिलाओं की शक्ति सा मार्ग बनाएं, समाज के बदलते नियमों को स्वीकारें।” “नारी शक्ति हमारी गरिमा है, उसे ये जग नहीं थाम सकता है।”
स्त्री अपने कंधो पर सब कुछ ले जाती है, और मुस्कुराते हुए अंत में गंतव्य तक पहुँचाती भी है ।
अंतरिक्ष पर भ्रमण करने वाली कल्पना चावला व सुनीता विलियम्स ने बहादुरी दर्शायी है।
“ उसे नारी कहो बेचारी नहीं,मुश्किलों से लड़ना आता उसे,कठिनाइयों से कभी वो हारी नहीं..!!
नारीवादी वास्तव में महिलाओं और पुरुषों में समानता और पूर्ण मानवता की पहचान है। ग्लोरिया स्टाइनम
पुरुष प्रधान समाज रहारूढ़ियों के अनुरूपपरिवर्तन नियम जीवन काबदल रहा हर रूप।
“अच्छा व्यवहार करने वाली महिलाएं ही इतिहास बनाती हैं हर सफल आदमी के पीछे एक स्त्री है।”
अम्बर में कुन्तल-जाल देख,पद के नीचे पाताल देख,मुट्ठी में तीनों काल देख,मेरा स्वरूप विकराल देख।सब जन्म मुझी से पाते हैं,फिर लौट मुझी में आते हैं।
“ मैं किसी भी समाज कीप्रगति उस समाज में महिलाओंद्वारा हासिल की गई प्रगति से मापता हूं…!!!
“ यूं तो नारी कोमल होती है,अड़ जाए जो किसी बात पर अगर,तो वहां जीत उसी की होती है…!!
“ अगर औरत सुंदर है,इसलिए प्रेम हुआ तो वासना हुईअगर औरत सुंदर नहीं फिर प्रेम हुआतो यह कि वह सच्चा प्रेम है…!!!
सदियों की ठण्डी-बुझी राख सुगबुगा उठी,मिट्टी सोने का ताज पहन इठलाती हैदो राह, समय के रथ का घर्घर-नाद सुनो,सिंहासन खाली करो कि जनता आती है ।
“ किसी भी समाज कीतरक्की का मापदंडउस समाज के महिलाओ केविकास से मापा जा सकता है…!!!
क्या मेरी कामुकता आपको परेशान करती है? क्या यह आश्चर्य के रूप में आता है कि मैं ऐसे नाचता हूं जैसे मेरे पास हीरे हैं मेरी जांघों की बैठक में?
“💐👩💼💐 निकाल कर जिस्म से अपनी जान दे देता है, बड़ा ही मजबूत है वो पिता जो कन्यादान देता है। 💐👩💼💐”
क्यूँ देखना तुझको जहां का हसीन नजारा। तेरी जिम्मेदारी ही तो बस फर्ज तुम्हारा॥
“अगर अपने कार्य से आप स्वयं संतुष्ट हैं, ताे फिर अन्य लोग क्या कहते हैं उसकी परवाह ना करें।”~KMSRAj51
स्त्री का शारीरिक सामर्थ्य भले ही कम हो, उसकी वाणी में असीम सामर्थ्य है।
“मुझे नहीं पता कि महिलाएं कोई ऐसी चीज को क्यों चाहती हैं जो पुरुषों के पास है, जबकि महिलाओं के पास जो चीजें है उनमे से एक पुरुष हैं।” कोको चैनल
“ मेरा विचार हैकि भली औरतों का प्रभावसभ्यता को मापने के लिए पर्याप्त है…!!
जिस रूप में मिले वो मोहब्बत किया करोबेटी बहन किसी की हो इज्जत किया करो..कुर्बान तुम पे करती है खुशियां जहान कीऔरत से यूँ ना कोई शिकायत किया करो..
“ मनुष्य का प्रेमऔर विश्वास नारी है,हारे और टूटे दिलकी आस नारी है…!!!
“💐👩💼💐 औरत वो है जो अपनी पूरी जिंदगी एक नापसंद इंसान के साथ बीता देती है, वो भी इसलिए कि माँ बाप को कोई तकलीफ ना हो. नारी शक्ति 💐👩💼💐”
“💐👩💼💐 निकाल लिया करो मेरे लिए भी दिल बहुत उदास रहता है जब तुमसे बात नहीं होती..! 💐👩💼💐”
“ वहीं जिस समाज में नारीका सम्मान नहीं किया जाताउस समाज का जल्द ही सर्वनाश हो जाता हैइसलिए हर किसी कोनारी का सम्मान करना चाहिए…!!
नारी केवल सौंदर्य और प्रेम की प्रतिमूर्ति ही नहीं, अपितु घर, समाज और संस्कृति की धरोहर, वही वंशधारी है।
जिसने बस त्याग ही त्याग किए, जो बस दूसरों के लिए जिए, फिर क्यों उसको धिक्कार दो, उसे जीने का अधिकार दो।
“ औरत हूं, कागज का टुकड़ा नहीं,मैं उस मिट्टी से बनी हूंजो सूरज की तपिश सेकभी सूखा नहीं करती…!!
वास्तव में मजबूत महिला उस युद्ध को स्वीकार करती है जिससे वह गुजरती है और उसके दागों से घिर जाती है।कार्ली साइमन
जब विघ्न सामने आते हैं, सोते से हमें जगाते हैं,मन को मरोड़ते हैं पल-पल, तन को झँझोरते हैं पल-पल।सत्पथ की ओर लगाकर ही, जाते हैं हमें जगाकर ही।
“ अगर औरत सुंदर है,इसलिए प्रेम हुआ तो वासना हुई…!!
न मज़बूर,न बेब़स और न लाचार समझ़े कोई मुझें ।अन्तरिक्ष मे ज़ाकर परचम लहरानें वाली क़ल्पना चावला हू मै ।।
“💐👩💼💐 कहते हैं कि औरत की उम्र कभी नहीं पूछनी चाहिए वो इसलिए क्योंकि औरत कभी अपने लिए नहीं जीती है. # नारी शक्ति 💐👩💼💐”
हर शुम्भ निशुम्भ की बन के काल सर्पिणी, ले त्रिशूल हाथ में तू है शक्ति रूपिणी।
पूज रहा है जहाँ चकित हो जन-जन देख अकाजसात वर्ष हो गये राह में, अटका कहाँ स्वराज?
वास्तव में मजबूत महिला उस युद्ध को स्वीकार करती है जिससे वह गुजरती है और उसके दागों से घिर जाती है।कार्ली साइमन
एक महिला पूर्ण चक्र है। उसके भीतर सृजन, पोषण और परिवर्तन करने की शक्ति है। डायने मैरीचिल्ड
मां की ढीठ दुलार! पिता कीओ लजवंती भोली,ले जायेगी हिय की मणि कोअभी पिया की डोली।
“ पुरुषों और महिलाओंके बीच मित्रता संभव नहीं हैवहां जूनून है, शत्रुता है,उपासना है, प्रेम हैलेकिन मित्रता नहीं है..!!
“💐👩💼💐 एक स्त्री ने पुरूष से बड़ी कड़वी बात पूछी- तुम शाम को घर देर से आये तो मुझे फिक्र हुई..और मैं घर देर से आई तो तुम्हें शक क्यों ?? 💐👩💼💐”
पीकर जिनकी लाल शिखाएँउगल रही सौ लपट दिशाएं,जिनके सिंहनाद से सहमीधरती रही अभी तक डोलकलम, आज उनकी जय बोल।
“ स्त्री और पुरुष एक दूसरे के पूरक हैंएक दूसरे के सहयोग के बिनादोनों का अस्तित्व संभव नहीं है…!!
नारी दिवस बस एक दिवस क्यों नारी के नाम मनाना है हर दिन हर पल नारी को उत्तम मानो जनाब यह नया ज़माना है. महिला दिवस की हार्दिक बधाई.
औरते वही सुनना पसंद करती है जो उन्हें पसंद होती है.
“महिलाएं समाज की वास्तविक वास्तुकार होती हैं।”
नारी यदि वर्तमान के साथ भविष्य को भी अपने हाथ में ले ले तो वह अपनी शक्ति से बिजली की तड़प को भी लज्जित कर सकती है।– डॉ. रामकुमार वर्मा
पीसा जाता जब इक्षु-दण्ड, झरती रस की धारा अखण्ड,मेंहदी जब सहती है प्रहार, बनती ललनाओं का सिंगार।जब फूल पिरोये जाते हैं, हम उनको गले लगाते हैं।
एक औरत बहुत ही बड़ी ताकत होती है इतनी बड़ी की खुद वो एक मर्द को पैदा करती है। महिला दिवस की शुभकामनाएं.
अपने हौसले से तकदीर को बदल दूँ, सुन ले दुनिया, हाँ मैं औरत हूँ
“ किसी औरत का मां बनना इतना भीआसान नहीं क्योंकि अपने शरीरके साथ खिलवाड़ करना पड़ता है,तब जाकर कहीं मां काबनने का सुख मिलता है….!!