1297+ Narazgi Shayari In Hindi | नाराजगी शायरी हिंदी में

Narazgi Shayari In Hindi , नाराजगी शायरी हिंदी में
Author: Quotes And Status Post Published at: September 19, 2023 Post Updated at: August 7, 2024

Narazgi Shayari In Hindi : गलती तो सबसे होती है, हाँ मुझसे भी हो गयीअब माफ़ भी कर दे मुझे, क्यों दूर इतना हो गईएक गलती के लिए क्यों ऐसे साथ छोड़ गयी आज कुछ लिख नही पा रहा,शायद कलम कोमुझसे नाराजगी हैं कोई।

“रिश्ता वो नही जिसमें Attitude और Ego हो, रिश्ता वो है जिसमें एक रूठने में Expert हो, तो दूसरा मनाने में Perfect हो।”  ― Relationship Quotes

बे-सबब छोड़ दिया तुम ने कोई इल्जन दिया होता मेरे ख़ामोश मोहब्बत को कोई नाम दिया होता

बस एक यही बात उसकी मुझे अच्छी लगती है, उदास कर के भी कहती है, तुम नाराज़ तो नहीं हो ना….

जैसे मैं तुम्हारी हर नाराजगी समझता हूं,काश वैसे हीतुम मेरी सिर्फ एक मजबूरी समझते।

सितम 😇 हमारे सारे 🤝छांट लिए करो,👍 नाराज़ होने से😌 अच्छा हमे😁 डांट लिया करो💯💯

तुम मेरे हो आज सबको बता दू,मेरे करीब आओ तुम्हे सीने से लगा लूं..Tum mere ho aaj sabko bata doon,Mere kareeb aao tumhe seene se laga loon..

रिश्तो की गहराई को जो समझती है,दो परिवारों में जो खुशियां बिखेरती है,वो बहन नसीब वालों को ही मिलती है।

सच्चे प्यार की यहीं निशानी है नाराज़गी से दूर उनकीं अलग एक कहानी है।

लडाई कितनी भी हो, हम फिर भी तुमको मना सकते हैं, सोचा तुमसे बात करने की, फिर याद आता है तुमने कहा था, आप जा सकते है.,

कुछ दूर हमारे साथ चलो,हम दिल की कहानी कह देंगे,समझे ना जिसे तुम आखो से,वो बात जुबानी कह देंगे..!!

दिल में❤️ छुपी हर बात 👍उनसे कहि नहीं 🤝जातीनाराजगी 😔अब उनकी हमसे 😅सही नहीं जाती है💯💯

नाराज़ रहो किसने रोका है तुम्हे, बस दिक्कत इतनी सी है की चुप मत रहो।

न ज़ख्म भरा,न सहारा हुआ,न वो वापस लौटीं,न मोहब्बत दोबारा हुआ..Na jhakm bhare,Na sharab sahara hua,Na woh wapas lauti,Na mohabbat dobara hua…

मेरी प्यारी छोटी बहना,निडर होकर नदी सी यूं ही बहती रहना,मैं हर कदम साथ रहूंगा तेरे,बस यूं ही हाथ पकड़कर चलना साथ मेरे।

किसी को मनाने से पहले ये जान लेना कि वो तुमसे नाराज है या परेशान।

यही सोचकर कोई सफाईनही दी हमने कि इल्जाम झूठेभले है पर लगाये तो तुमने है !

उसकी ये मासूम अदा मुझे खूब बहती हैं नाराज मुझसे होती हैं गुस्सा सबको दिखाती हैं!!!

नाराज़गी दूर नही हुवि, हज़ारों बार मनाने पर जाने कैसी आशिक़ी है, अड़ी है रुलाने पर

उसके बिना रहा नही जाता, गम ये हमसे सहा नही जाता, उसे हमें मनाना नही आता, उनका गुस्सा हम पर से नही जाता।

कोई बात होती तो उसका हल निकलते हम, लेकिन यहाँ तो सारा मसला नारागज़ी का है.

गलती तो सबसे होती है हाँ मुझसे भी हो गयी,अब माफ़ भी कर दे मुझे क्यों दूर इतना हो गई,एक गलती के लिए क्यों ऐसे साथ छोड़ गयी..!!

चाहे मैं😇 आपके साथ 🤝हर समय लड़ते 💥रहूँ,पर🙄 फिर भी मुझे🤝 तुम्हारी जरूरत रहेगी😌😌😌

तु हर साँस के साथ याद आती हैअब तु ही बता तेरी याद को रोक दूँया अपनी साँस को !

हमें नहीं भाता तेरा किसी और को ताकना,फक़त नाराज़गी भी रखिए तो सिर्फ हमसे।

पड़ा रहता हूँ लिपटकर एक कोने से सनम, कुछ रास नहीं आता एक तेरे नाराज़ होने से सनम।

रहो दूर हमसे ये तुम्हारी ख्वाइश हैं पर याद रखना मुझे यकीन हैं मेरी मोहब्बत पे दौड़ कर आओगे सिर्फ कुछ ही दिनों में

उम्मीद, विश्वास और प्यार कि वो मूरत है,मेरी बहना की हर खुशी मेरे लिए जन्नत है।

मैं चुप हुआ तो ये दिल रोने लगा, तू नाराज़ क्या हुआ मेरी दुनियाँ ही बदल गयी.

रिश्ते दूर तक चलते अगर,नाराजगी की उम्र कम हो।

नाराज़गी भी है लेकिन किसको दिखाऊं, प्यार भी है लेकिन किस से जताऊँ, वो रिश्ता ही क्या जिसमे भरोसा ही नहीं, अब उनपर हक़ ही नहीं कैसे बताऊं !!

यूँ तो हम रोज तुम्हे याद करते है,दौर नाराजगी का ख़त्म हो फिर बात करते है।

तेरा दूर जाना जिंदगी है या है मेरी रिहाई तेरे बात ना करना नाराज़गी या है बेवफाई

अगर नाराज़ हो रहे हो मेरी इन नादाँ हरकतों से दोस्तों, बस कुछ दिन की ही बात है फिर चला जाऊँगा तुम्हारे इस जहां से

“जरूरी नहीं की सारे सबक किताबों से ही सीखें, कुछ सबक जिंदगी और रिश्ते सिखा देते है।”

बहुत उदास है कोई शख्स तेरे जाने से हो सके तो लौट के आजा किसी बहाने से तू लाख खफा हो पर एक बार तो देख ले कोई बिखर गया है तेरे रूठ जाने से

तेरे दिल से निकाले जाने के बाद फिर, ताउम्र मैं नशे में रहा।

तेरी मोहब्बत की तलब थीतो हाथ फैला दिए हमनेवरना हम तो अपनी ज़िन्दगीके लिए भी दुआ नहीं मांगते

कामयाबी दुनिया के किसी बाजार में नहीं बिकतीआपका हौसला हीइसे आपके कदम चूमने को आतुर करता हैचलते रहिये जोश, जुनून और जज्बे के साथ

उनकी बहुत ही फिक्र करते है पर हमसे नाराज होना छोड़ेंगे नही, चाहे कितना भी झगड़ा हो वो कभी हमारा साथ छोड़ेंगे नही।

बेवक्त बेवजह बेसबब सी बेरूखी तेरी !!फिर भी बेइम्तहा तुझे चाहने की बेबसी मेरी !!

हम बेबस हैं बे-परवाह नहीं हम उदास हैखफ़ा नहीं कदर करते है दोस्तो की दिलसे हम जिंदगी में मजबूर तो हो सकते हैलेकिन बेवफ़ा नही !

हम निभाएंगे दोस्ती मरते दम तकहम हसाएंगे तुमको ग़म से खुशी तकए दोस्त कभी हमसे नाराज़ न होनासाथ रहना हमारे आखिरी दम तक.

मेरी फितरत में नहीं है किसी से नाराज होना,नाराज वो होते हैं जिनको अपने आप पर गुरुर होता है।

कुछ नाराज़गी सिर्फ गले लगने से ही दूर होती हैं,समझने समझाने से नहीं।

नाराज़गी कभी वहां मतरखियेगा जहाँ खुद आपकोबताना पड़े की आप नाराज़ हो।

इतवार में भी कुछ यूँ हो गयी है मिलावटछुट्टी तो दिखती है पर सुकून नजर नहीं आता

क्या रीत बनाई है दुनिया वालों में,भाई-बहन का प्यारा रिश्ता तो बनाया,लेकिन कुछ चंद खुशियों,का ही साथ हिस्से में आया।

“नाराजगी किसी के लिए भी फायदे की बात नहीं होती।”

“चाहे मित्रता हो या संबंध, सभी बंधन विश्वास पर ही निर्मित होते हैं. इसके बिना, आपके पास कुछ भी नहीं।”

किस-किस को बताएँगे जुदाई का सबब हम, तू मुझ से खफा है, तो जमाने के लिए आ।

कितना करीब थी तू मेरे जैसे सांसो में समायी हो,एक दम से कैसे कह दिया कि तुम मुझे भूल जाओउस पल ऐसे लगा जैसे मेरी मौत आयी हो

नाराज़ हो या गुस्सा हो अब तो अपना बना ही लिया हैं कहा जाओगे ये नाराज़गी लेकर हमसे दूर

हर बात तेरी ख़ामोशी से मान लेना,ये भी मेरा एक तरीका है नाराज़गी जताने का।

कोई गलती हो जाये तो डाट लिया करो,मगर यू रूठा न करो हमसे..Koi galti ho jaye toh daat liya karo,Magar yu rutha na karo humse…

खुशियों से तू पा ले सब कुछ नाज़राजगी में क्या रखा है।

रिश्तो में सबसे प्यारा,भाई-बहन का रिश्ता हमारा,अंधेरी में उजाला, सबसे निराला,ऐसा रिश्ता है हमारा।

कैसे हो सकता हु मैं नाराज़ आपसे बिना बात किये तो रहा जाता नहीं अगर रूठ गया तो न जाने कितने घटो तक मेरी नाराज़गी टिक पायेगी

बेशक मुझपे गुस्सा करने का हक है तुम्हे, पर नाराजगी में हमारा प्यार मत भूल जाना।

दिल नहीं लग रहा है मेरा कहीं तुम अभी भी ख़फ़ा हो क्या मुझसे।

बेशक तुम्हे गुस्सा करने का हक़ हैं मुझ पर नाराजगी में कहीं ये मत भूल जाना की हम बहुत प्यार करते हैं तुमसे!!!

सितम सारे हमारे छांट लिया करो नाराजगी से अच्छा हैं डांट लिया करो!!!

हम बेबस हैं बे-परवाह नहीं हम उदास हैं खफ़ा नहीं,कदर करते हैं दोस्तों की दिल से,हम जिंदगी में मजबूर तो हो सकते हैं लेकिन बेवफ़ा नहीं..!!

सोचते हे सीख ले हम भी बेरुखी करना !!प्यार निभाते-२ अपनी ही कदर खो दी हमने !!

आप नाराज़ हों रूठ के ख़फ़ा हो जाए,बात इतनी भी ना बिगड़े कि जुदा हो जाए..!!

खुशियों का सागर हो तुम,निराशा में आशा हो तुम,मीठी सी भाषा हो तुम,कोई और नहीं मेरी प्यारी बहना हो तुम।

प्यार से ज्यादा प्यार करते हैं आपसे इस प्यार के कोई अल्फाज नहीं होते मेरे एहसासों को जरा महसूस करके देखों इसके कोई गवाह नहीं होते!!!

जब से तुमने रुठे को मनाना छोड़ा दिया,तब से हमने खुदा से भी नाराज होना छोड़ दिया।

कोई मंजिल भी नहीं कोई आशियाना भी नहीं वापस उनके आने का कोई बहाना भी नहीं आसान नही हैं उन्हें भुलाना क्योकि उनके बिना कोई ठिकाना ही नहीं

मुझे खुद से नफरत करने का कारण यह है कि मैं अभी भी आपके बारे में सोच रहा हूं।

मोहोब्बत की बुनियाद गर नाराजगी है तो क्यों ना में भी नाराज़ हो कर बुनियाद को मजबूत कर लूँ।

ज़ुलफें 👱‍♀️मत बांधा❌ करो तुम,🙄हवाए 🌬️नाराज़😌 रहती हैं👍

यूँ शक ना किया करो मेरी दोस्ती पेतुम्हारे बिना भी हम तुम्हारे ही रहते है

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